कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अक्सर अपने बेतुके और तर्कहीन बयानों की वजह से उपहास का पात्र बनते हैं लेकिन कई बार तो हद पर करते हुए उन्होंने देश विरोधी और महिला विरोधी बयान तक दिए हैं। देश में पिछले दिनों रेप से संबंधित घटनाओं पर समाधान के लिए बात करने या सरकार को इसपर कड़ा न अपनाने के लिए घेरने की बजाय देश को ही रेप कैपिटल घोषित करना उचित समझा। वैसे उनसे और क्या उम्मीद भी की जा सकती है परन्तु इस बार महिला सांसदों ने राहुल गांधी से न केवल माफी की मांग की बल्कि स्मृति ईरानी ने उन्हें आड़े हाथों लिया। उन्होंने पूछा कि आखिर किस आधार पर गांधी वंशज ने मेक इन इंडिया की तुलना रेप इन इंडिया से की ? इसके लिए उन्हें दंडित किया जाना चाहिए।
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शुक्रवार को लोकसभा में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के इस बयान पर कहा कि “ये राष्ट्र के इतिहास में पहली बार हुआ है कि एक पार्टी का नेता सार्वजनिक तौर पर क्लेरियन कॉल देता हो कि हिंदुस्तान की महिलाओं का बलात्कार होना चाहिए। ये राष्ट्र के इतिहास में पहली बार हुआ है कि कांग्रेस का एक नेता रेप जैसे संगीन अपराध का इतना घटिया राजनीतिकरण कर रहा है, एक राष्ट्र के इतिहास में पहली बार हुआ है कि गांधी खानदान का एक बेटा सरेआम कहता है कि आओ हिंदुस्तान में बलात्कार करो? क्या राहुल गांधी का या वक्तव्य है, सन्देश है कि देश की महिलाओं का बलात्कार होना चाहिए? और इस सदन का एक सदस्य पहली बार ये हिमाकत कर रहा है इस तरह के शब्द उसके मुंह से निकल रहे हैं।”
“Want to tell @RahulGandhi that the women in the country will give a befitting reply to his come 'Rape in India' invitation,” says Union Minister @smritiirani. pic.twitter.com/0UgI3U4XPg
— Priti Gandhi (Modi ka Parivar) (@MrsGandhi) December 13, 2019
स्मृति ईरानी ने कहा कि “देश में हर कोई बलात्कारी नहीं है। जो बलात्कारी है, उसे कानून सजा देता है। हर महिला को कलंकित नहीं किया जा सकता है, इसपर एक्शन लेना चाहिए”। उन्होंने आगे कहा कि ‘देश की महिलाएं उनकी बपौती नहीं हैं, रेप इन इंडिया का बयान देने का जो दुस्साहस उन्होंने किया है, उसपर एक्शन होना चाहिए।’ इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी को इस बयान के लिए दंडित करने की बात कही क्योंकि उन्होंने देश की हर महिला का अपमान किया है। वो एक नेता है और एक हथियार के तौर पर महिला का इस्तेमाल करना उन्हें शोभा नहीं देता इसके लिए उन्हें सजा मिलनी चाहिए।
संसद में केवल स्मृति ईरानी ही नहीं बल्कि कई नेताओं ने राहुल गांधी पर ‘रेप कैपिटल’ वाले बयान को लेकर निशाना साधा और उनसे माफी मांगने के लिए कहा परन्तु राहुल गांधी ने अपने बयान को लेकर माफी मांगने से मना कर दिया है।
Rahul Gandhi: I have a clip on my phone in which Narendra Modi ji is calling Delhi a 'rape capital',will tweet it so that everyone can see. Just to deflect attention from protests in North East, this is being made an issue by BJP. https://t.co/BF4toNRaO8 pic.twitter.com/4wRWTZy4Np
— ANI (@ANI) December 13, 2019
बता दें कि राहुल गांधी ने गुरुवार को झारखंड की मेहराना रैली में मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि, ‘देश में नरेंद्र मोदी ने कहा था मेक इन इंडिया, अब जहां भी देखो वहा मेक इन इंडिया नहीं बल्कि ‘रेप इन इंडिया’ है। कुछ इसी तरह का बयान कांग्रेस के ही एक और नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी दिया था परन्तु आलोचना के बाद उन्होंने माफ़ी मांग ली थी। हालांकि, राहुल गांधी का इस तरह से माफी मांगने से मना कर दिया जाना उनकी दृष्टि में महिलाओं के प्रति सम्मान और असंवेदनशीलता को दर्शाता है।
वैसे ये पहली बार नहीं है इससे पहले भी राहुल गांधी बेतुके बयान दे चुके हैं और स्मृति ईरानी ने उनको हर बार तीखा जवाब दिया है। राहुल गांधी को अपने इस बयान के लिए निश्चित ही माफी मांगनी चाहिए क्योंकि रेप जैसे जुर्म को अपने राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करना बेहद शर्मनाक है और यदि वो माफी नहीं मांगते तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।