TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Golden Temple Amritsar

    स्वर्ण मंदिर में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, सिमरनजीत मान ने भिंडरावाले को बताया शहीद

    Lucknow Police Encounter

    लखनऊ में 3 साल की बच्ची से दरिंदगी, 24 घंटे में पुलिस ने एनकाउंटर में किया ढेर

    Mahua Moitra Pinaki Mishra

    65 के पिनाकी मिश्रा की हुईं 50 की महुआ मोइत्रा, गठबंधन पर क्यों हो रही इन विवादों की चर्चा?

    Sharmistha Panoli Calcutta High Court

    शर्मिष्ठा पनोली को जमानत के साथ हिदायत, कोर्ट रूम में क्या हुआ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ट्रंप बनाम मस्क

    ट्रंप बनाम मस्क: जानें इस हाई-प्रोफाइल ब्रेकअप का भारत पर क्या होगा असर!

    एपस्टीन के साथ मेलानिया और डोनाल्ड ट्रंप

    The Epstein files: घिनौना काम करने वाले ट्रंप के ‘दोस्त’ जेफ्री एपस्टीन के रहस्यमई अंत में छिपे हैं कौन से काले राज़?

    आइलैंड में लगभग सभी लैंडफिल साइट्स पूरी क्षमता पर पहुंच गई हैं (Photo - Canva)

    बाली की बड़ी पहल: पानी की छोटी बोतलें होंगी बैन, पर्यावरण को मिलेगी राहत

    Pakistan Ban Ahmadiyya Muslim Eid

    पाकिस्तान में अहमदिया मुस्लिमों के ईद मनाने पर पाबंदी, क्या है इनका इतिहास?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Golden Temple Amritsar

    स्वर्ण मंदिर में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, सिमरनजीत मान ने भिंडरावाले को बताया शहीद

    Lucknow Police Encounter

    लखनऊ में 3 साल की बच्ची से दरिंदगी, 24 घंटे में पुलिस ने एनकाउंटर में किया ढेर

    Mahua Moitra Pinaki Mishra

    65 के पिनाकी मिश्रा की हुईं 50 की महुआ मोइत्रा, गठबंधन पर क्यों हो रही इन विवादों की चर्चा?

    Sharmistha Panoli Calcutta High Court

    शर्मिष्ठा पनोली को जमानत के साथ हिदायत, कोर्ट रूम में क्या हुआ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ट्रंप बनाम मस्क

    ट्रंप बनाम मस्क: जानें इस हाई-प्रोफाइल ब्रेकअप का भारत पर क्या होगा असर!

    एपस्टीन के साथ मेलानिया और डोनाल्ड ट्रंप

    The Epstein files: घिनौना काम करने वाले ट्रंप के ‘दोस्त’ जेफ्री एपस्टीन के रहस्यमई अंत में छिपे हैं कौन से काले राज़?

    आइलैंड में लगभग सभी लैंडफिल साइट्स पूरी क्षमता पर पहुंच गई हैं (Photo - Canva)

    बाली की बड़ी पहल: पानी की छोटी बोतलें होंगी बैन, पर्यावरण को मिलेगी राहत

    Pakistan Ban Ahmadiyya Muslim Eid

    पाकिस्तान में अहमदिया मुस्लिमों के ईद मनाने पर पाबंदी, क्या है इनका इतिहास?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

हिंदुओं के खिलाफ मन में जहर, पर पाकिस्तानी शायर के लिए वामपंथी गैंग और बॉलीवुड के मन में प्रेम

Mahima Pandey द्वारा Mahima Pandey
4 January 2020
in मत
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

PC: The Indian Express

Share on FacebookShare on X

तिल का ताड़ बनाना तो कोई हमारी मीडिया से सीखे। सीएए के विरोध के नाम पर देश के कई शैक्षणिक संस्थानों में हिंसा भड़काने का प्रयास किया जा रहा था, जिसका शिकार आईआईटी कानपुर भी हुआ था। सीएए के विरोध के नाम पर कट्टरपंथी नारों को बढ़ावा दिया जा रहा था, जिसमें फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की एक कविता ‘हम देखेंगे’ का भी प्रयोग किया था। इसपर आपत्ति जताते हुए संस्थान के एक शिक्षक ने प्रबंधन से शिकायत की, जिसपर प्रबंधन ने जांच करने हेतु एक कमेटी का गठन किया। परंतु फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ का नाम क्या उछला, मानो इंडियन मीडिया और बॉलीवुड के एक तबके के पैरों तले ज़मीन खिसक गयी। इस मुद्दे पर रणवीर शौरी और विशाल भरद्वाज जैसे बॉलीवुड के कलाकारों की टिप्पणी बेहद शर्मनाक रही। वहीं  मीडिया चैनलों और वेबसाइटस ने बिना समय गंवाए इस मुद्दे को ऐसे पेश किया मानो आईआईटी कानपुर इस बात की जांच कर रही है कि फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की कविता हिन्दू विरोधी थी या नहीं। 

संबंधितपोस्ट

ट्रंप बनाम मस्क: जानें इस हाई-प्रोफाइल ब्रेकअप का भारत पर क्या होगा असर!

ट्रंप से लड़ाई के बीच एलन मस्क को लेकर भारत का बड़ा एलान

भारत में दंगे कराना चाहता था पाकिस्तान लेकिन…: जम्मू-कश्मीर से पीएम मोदी का कड़ा संदेश, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर कही ये बात

और लोड करें

 

फिर क्या था, क्या वामपंथी, क्या बॉलीवुड, सभी बिना सोचे समझे फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की कविता का बचाव करने उतर गये। सर्वप्रथम फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ के बचाव में सामने आए बॉलीवुड के चर्चित गीतकार एवं पटकथा लेखक जावेद अख्तर, जिन्होंने फ़ैज़ की कविता का विरोध करने वालों का उपहास उड़ाते हुए कहा, “फैज अहमद फैज को ‘हिंदू-विरोधी’ कहना इतना बेतुका और अजीब है कि इसके बारे में गंभीरता से बात करना भी मुश्किल है। उन्होंने अपना आधा जीवन पाकिस्तान के बाहर गुजारा, उन्हें वहां पाकिस्तान-विरोधी कहा गया। ‘हम देखेंगे’ उन्होंने जिया-उल-हक के सांप्रदायिक, प्रतिगामी और कट्टरपंथी सरकार के खिलाफ लिखा था। अगर फैज की कविता हिंदू विरोधी होती तो जिया उल हक इसे नेशनल एंथम बनवा देता”।

अब ऐसे में मुनव्वर राना कैसे पीछे रहते? अपनी कविताओं से ज़्यादा असहिष्णुता का राग अलापने के लिए चर्चा में रहने वाले मुनव्वर भी फ़ैज़ की कविता के बचाव में कूद पड़े। उन्होंने कहा, “रहे नाम अल्लाह का एक मुहावरा है। इसे कोई भी कह सकता है। इसे आजकल नई जुबान में जुमला कहते हैं, हमारे प्रधानमंत्री भी”।   

उन्होंने आगे कहा, “जैसे आप राम नाम सत्य हैं कहते हैं, लेकिन अफसोस है कि ये मरने पर कहते हैं।  राम नाम का मतलब है कि राम ही सत्य हैं। बाकी देवी-देवताओं के नाम का कोई मतलब नहीं है। वो हुक्मते जो एक दम चुप रहें, कुछ ना बोलें। मॉब लिंचिंग देखे और हर तरह का जुर्म देखकर भी चुप रहे। गरीबी, महंगाई और कत्लेआम पर ना बोलें, उन्हें बुध कहा जाता है”। उन्होंने कहा कि “खुदा, भगवान, गॉड हमने बनाए हैं और हम उन्हें बेच रहे हैं”। ऐसा लगता है कि अपने इस कथन के जरिये मुनव्वर राना ने सनातन धर्म को बीच में घसीटा और हिन्दू देवी देवताओं को महत्वहीन बताने का प्रयास किया है।  

परंतु समस्या आखिर किस बात पर है? दरअसल फ़ैज़ की कविता ‘हम देखेंगे’ के मूल संस्करण में कुछ पंक्तियाँ ऐसी हैं, जो कथित रूप से बुतपरस्ती को खत्म कर अल्लाह का नाम आगे बढ़ाने की बात करती है। वास्तव में फ़ैज़ ने इसे पाकिस्तान की तानाशाही सत्ता के विरोध में लिखा था, परंतु जिस कट्टरपंथी पंक्ति का उपयोग करते हुए आईआईटी कानपुर में उपद्रवी छात्रों ने हिंदुओं और उनकी आस्थाओं के विरुद्ध खूब विष उगला है, उसके प्रति हमारे वामपंथी गुट और उनके बॉलीवुडिया समर्थक जानबूझकर आँखें मूँदे हुए हैं, मानो हिंदुओं के अधिकारों का कोई महत्व ही नहीं है।  बॉलीवुड का ये धड़ा छात्रों द्वारा लगाये गये नारों को सही बताने लगे जबकि इन्हीं लोगों को वन्दे मातरम और भारत माता की जय के नारे कम्युनल लगते हैं।

हाल ही में सीएए का अतार्किक विरोध कर सुर्खियों में आए चर्चित गीतकार गुलज़ार भी इस विवादित कविता के बचाव में उतर आए।उन्होंने एक समारोह में चर्चा के दौरान बताया, “फ़ैज़ साहब एशिया के सबसे बड़े शायरों में से एक थे। वो टाइम्स ऑफ पाकिस्तान के एडिटर रह चुके हैं, कम्युनिस्ट पार्टी के लीडर रह चुके हैं। उस स्तर के शायर, जो प्रोगेसिव मूवमेंट के संस्थापक भी रहे, उस आदमी को महजब के आधार पर इस तरह का इल्जाम लगाना मुनासिब नहीं लगता। ये गलत है, जो ऐसा कर रहे हैं।”

गुलजार के बाद चर्चित फ़िल्मकार विशाल भारद्वाज भी फ़ैज़ के समर्थन में ट्वीट कर कहा, “फ़ैज़ की नज़्म को लेकर तमाशा होना बेहद ही हास्यास्पद है। कविता को समझने के लिए आपको पहले इसे महसूस करने की आवश्यकता है। आपको भावनात्मक बुद्धिमत्ता के लिए एक निश्चित मानक की आवश्यकता है, जो उन लोगों में तो बिलकुल नहीं है जो इसे मुस्लिम समर्थक और हिन्दू विरोधी बता रहे हैं”।  

From pulling down a Muslim Sanskrit teacher, to tearing down the poetry of #Faiz, I’m astonished at the stupidity of Hindu extremists. By departing from the core Hindu values of tolerance and openness, they’re pulling Hinduism down.

— Ranvir Shorey (@RanvirShorey) January 2, 2020

पर रणवीर शौरी की जो प्रतिक्रिया सामने आई वो बेहद शर्मनाक थी. शौरी ने तो इस मामले में बीएचयू वाले मुद्दे को बेवजह घसीटा और फैज की कविता वाले मुद्दे को जायज ठहराया। इस मुद्दे रणवीर शौरी ने अपने ट्वीट में लिखा, “एक मुस्लिम संस्कृत अध्यापक को नीचा दिखाने के साथ फैज की कविता को फाड़ने तक, मैं हिंदू अतिवादियों की मूर्खता से हैरान हूं। हिंदू धर्म के असल मूल्यों, जैसे सहिष्णुता और खुलेपन से दूर वे हिंदू धर्म को नीचे की और खींच रहे हैं।” वास्तव में शौरी ने सीधे हिन्दुओं को मुर्ख कह दिया और एक विशेष वर्ग का समर्थन कर अपने दोहरे रुख को उजागर किया

सीएए क्या पारित हुआ, कई लोगों के अंदर की विकृत मानसिकता उमड़-उमड़ कर बाहर आने लगी। अपने पंथनिरपेक्षता की कथित परिभाषा का बचाव करने में ये इतने अंधे हो चुके हैं कि वे कट्टरपंथी नारों का बचाव करने से भी नहीं हिचकते। किसी नीति का विरोध करना स्वाभाविक है, पर उस नीति का विरोध करते करते धर्मांधता फैलाना कहां तक उचित है ?

शेयर590ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

अमित शाह की दो टूक, ‘सीएए पर एक इंच पीछे नहीं हटेगी सरकार, जिसको बहस करनी है आ जाये’

अगली पोस्ट

रूस और चीन के बाद ईरान के हौसले पस्त कर US ने साबित कर दिया है कि वो आज भी सबसे शक्तिशाली है

संबंधित पोस्ट

Veer Savarkar Congress And Indira Gandhi
चर्चित

इंदिरा गांधी ने किया था सम्मान लेकिन वीर सावरकर से क्यों चिढ़ती है कांग्रेस?

28 May 2025

विनायक दामोदर सावरकर जिन्हें 'स्वातंत्र्यवीर' के रूप में जाना जाता है। वो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख क्रांतिकारी थे। उनकी भूमिका और विचारधारा आज...

पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा
मत

पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

14 May 2025

जैसे-जैसे खाड़ी देश आधुनिक बन रहे हैं और पाकिस्तान को पैसा देना बंद कर रहे हैं, इस्लामाबाद उन्हें “सच्चे इस्लाम” से भटकता हुआ मानता है।...

भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है
मत

ऑपरेशन सिंदूर: झूठे नैरेटिव के शोर में सेना के पराक्रम की गूंज न दबने दें

14 May 2025

भारत-पाकिस्तान के बीच सैनिक संघर्ष रुकने पर हम देश की प्रतिक्रिया देखें तो बड़ा वर्ग, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मोदी सरकार और भाजपा के समर्थक...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited