TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू-  14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू- 14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू-  14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू- 14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

बिजली उत्पादन के बाद अब Distribution क्षेत्र में हो रहा है Reform, बाबुओं के भ्रष्टाचार पर लगेगी रोक

मास्टर स्ट्रोक!

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
25 May 2020
in अर्थव्यवस्था
बिजली कंपनियां, बिजली, सरकार, नेता, जनता, घाटे,
Share on FacebookShare on X

पावर या एनर्जी सेक्टर एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें भारत दशकों से आत्मनिर्भर बनने के लिए संघर्ष कर रहा है। 21वीं शताब्दी के शुरुआत में तो अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली पहुंची तक नहीं थी। हालांकि, पिछले दो दशकों में, ऊर्जा उत्पादन की क्षमता में वृद्धि हुई है और आज यह देश 370 GW की क्षमता के साथ इलेक्ट्रिसिटी का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता है। पर फिर भी आज हमारे देश में डिस्ट्रिब्यूशन कंपनियां घाटे में चल रही हैं। इसका क्या कारण है और केंद्र सरकार ने कोरोना के समय को इन क्षेत्र में रिफॉर्म के लिए क्या कदम उठा रही है?

संबंधितपोस्ट

‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

फिर डराने लगे कोरोना के आंकड़े: 4 दिन में 31 मौतें, एक्टिव केस 4000 के पार; अस्पतालों में इमरजेंसी तैयारियां शुरू

कोरोना का तांडव शुरू: देशभर में 24 घंटे के भीतर 7 लोगों की मौत, दिल्ली में बुजुर्ग ने तोड़ा दम

और लोड करें

बिजली कंपनियां घाटे में चल रही हैं, क्या कारण है?

पिछले कुछ वर्षों में भारत के पावर सरप्लस देश बन चुका है और लगभग 100 प्रतिशत क्षेत्रों तक बिजली पहुँच चुकी है। फिर भी अभी देश में इलेक्ट्रिसिटी का प्रतिव्यक्ति खपत कम है। यही नहीं पिछले कुछ वर्षों में जीवाश्म ईंधन यानि fossil fuel की हिस्सेदारी में भी कमी आई है और नवीकरणीय ऊर्जा यानि Renewable energy का विस्तार हुआ है, इसलिए यह कहा जा सकता है कि देश अब अधिक से अधिक साफ बिजली उत्पादन करने का प्रयास कर रहा है।

बिजली कंपनियां, बिजली, सरकार, नेता, जनता, घाटे,

फिलहाल के लिए तो बिजली क्षेत्र में उत्पादन की समस्या सुलझ चुकी है परंतु सरकार और पॉलिसी बनाने वाले अभी भी इस क्षेत्र में रिफॉर्म की बात क्यों कर रहा है?

बता दें कि भारत में उत्पादन से अधिक समस्या इलेक्ट्रिसिटी के ट्रांसमिशन और डिस्ट्रिब्यूशन में है।

यानि NTPC बिजली उत्पादन करने के बाद कई डिस्ट्रिब्यूशन कंपनियों को इलेक्ट्रिसिटी बेहद कम दाम पर बेचता है। ये डिस्ट्रिब्यूशन कंपनियाँ अधिकतर राज्य सरकारों द्वारा अधिकृत है और ये बिजली को प्रति यूनिट 4 से 12 रुपये में बेचती है लेकिन फिर भी वे घाटे में चलती हैं। PRAAPTI पोर्टल के अनुसार ये डिस्ट्रिब्यूशन कंपनियों का बिजली उत्पादन करने वाली कंपनियों पर 90 हजार करोड़ से अधिक का बकाया है। डिस्ट्रिब्यूशन कंपनियों का कुल कर्ज 2 लाख 64 हजार करोड़ रुपये से अधिक है और हर साल वे हजारों करोड़ रुपये का नुकसान दिखाते हैं।

मुफ्तखोरी का लालच देकर नेता लोग कंपनियों को घाटे में ढकेल रहे हैं

आखिर इसके पीछे का कारण क्या है? राजनीति और नौकरशाही ये दो ऐसे कारण है जो भारत के हर समस्या की जड़ हैं। इस क्षेत्र में भी नुकसान के मुख्य कारण ये ही हैं। एक तरफ जहां अरविंद केजरीवाल जैसे नेता वोट के लिए शहरी लोगों को फ्री में इलेक्ट्रिसिटी देते हैं तो वही पंजाब और हरियाणा में पार्टियां ग्रामीण क्षेत्रों में खेती के करने वालों को लालच देने के लिए फ्री इलेक्ट्रिसिटी देने के वादे को को अपने मेनिफेस्टो में रखती हैं।

बिजली कंपनियां, बिजली, सरकार, नेता, जनता, घाटे,

कृषि क्षेत्र पावर डिमांड का 18 प्रतिशत उपयोग करता है और यह  डिस्ट्रिब्यूशन कंपनियों के लिए घाटे में सबसे बड़ा योगदान देता है। अधिकतर यह देखा गया है कि किसान फ्री में मिलने वाले बिजली से ट्यूब वेल को 24 घंटे चलाता है जिससे फालतू में बिजली की खपत होती है। राज्य सरकारें किसानों के सभी बिजली बिलों को सब्सिडाइजड कर देती है जिसके कारण वे बिजली का बेतहासा इस्तेमाल करते हैं बिना उसकी कीमत समझे।

बिजली कंपनियां, बिजली, सरकार, नेता, जनता, घाटे,

बिजली के घरेलू इस्तेमाल की बात करें तो वो बिजली के कुल खपत का लगभग 24 प्रतिशत होता  है और वो भी अधिकतर सब्सिडाइजड ही होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में तो मीटर भी नहीं लगी होती! और उन घरों को एक तय कीमत अदा करनी होती है। कितना यूनिट का खपत हुआ इससे कोई मतलब नहीं होता। कई घर तो चोरी से बिजली का इस्तेमाल करते हैं और वे उसका बिल भी नहीं देते हैं। हालांकि जब पीयूष गोएल ऊर्जा मंत्री थे तब मीटर को लगाना अनिवार्य कर दिया गया था।

अब इंडस्ट्रियल या कॉमर्सियल क्षेत्र की बात करते हैं जहां पर सबसे अधिक बिजली की खपत होती है। यह क्षेत्र कुल बिजली के खपत का 52 प्रतिशत उपयोग करता है। यही क्षेत्र सबसे अधिक बिजली बिल देता है जिसके कारण घरेलू उपयोग और किसानों को सबसिडी मिलती है। औद्योगिक और वाणिज्यिक क्षेत्र, कृषि क्षेत्र द्वारा फ्री बिजली की तुलना में 12 रुपये प्रति यूनिट बिजली बिल देता है।बिजली कंपनियां, बिजली, सरकार, नेता, जनता, घाटे,

 

नेता वोटबैंक के लिए बिजली क्षेत्र में सुधार नहीं करने देता और नौकरशाह सुधार कर देगा तो भ्रष्टाचार कहां से करेगा?

इस तरह से एक क्षेत्र का दूसरे क्षेत्र को फायदा देने के कारण ऊर्जा के क्षेत्र में भारी नुकसान हो रहा है। एक तरफ नेता अपने वोट बैंक को बचाने के लिए सुधार लाना ही नहीं चाहते हैं। अगर कोई पार्टी या नेता राज्यों के बिजली क्षेत्र में सुधार लाना चाहते हैं तो फिर नौकरशाह नहीं लाने दे रहे हैं क्योंकि फिर उनके लिए भ्रष्टाचार करने का दरवाजा बंद हो जाएगा।

मध्य प्रदेश के हरीश को 30 हजार का बिल

कुछ ही दिन पहले मध्य प्रदेश के आगर मालवा के निवासी हरीश जाधव के घर बिजली का बिल 30 हजार से ज्यादा आ गया जिसके बाद उन्होंने ऑनलाइन इसकी शिकायत दर्ज की। शिकायतकर्ता ने जब ऑनलाइन शिकायत के निपटारे की स्थिति पूछी तो जवाब आया- “अगर बिल में छूट पाना है तो बीजेपी को हटाना है और कांग्रेस को लाना है, 100 में 100 रुपए का आना है।”

बिजली कंपनियां, बिजली, सरकार, नेता, जनता, घाटे,

इसी से भ्रष्टाचार का अंदाजा लगाया जा सकता है। कुल तकनीकी और वाणिज्यिक नुकसान औसतन 19.2 प्रतिशत है। जम्मू-कश्मीर में 47.88 प्रतिशत और बिहार में 34.2 प्रतिशत के साथ कुछ सबसे अधिक नुकसान वाले राज्यों में से एक हैं।

अब कोरोना वायरस के कारण लगाए गए लॉकडाउन के कारण इन डिस्ट्रिब्यूशन कंपनियों के नुकसान में भारी इजाफा हुआ है और इसका कारण मुनाफे वाले इंडस्ट्रियल सेक्टर के बंद होने से डिमांड में कमी है जबकि नुकसान वाले घरेलू और कृषि के क्षेत्र में काफी मांग बढ़ी है। इससे पिछले दो महीनों में लगभग 30 से 40 प्रतिशत तक का नुकसान होने की संभावना है।

परंतु सरकार भी इस महामारी से पैदा हुई स्थिति का फायदा रिफॉर्म लाकर उठाना चाहती है। बिजली वितरण क्षेत्र में सुधारों पर जोर देने के लिए, केंद्र सरकार ने राज्य को बिजली सब्सिडी के लिए डाइरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर को लागू करने के लिए प्रोत्साहित किया और वे 0.25 प्रतिशत अधिक उधार ले सकते हैं।

केंद्र सरकार चाहती है कि किसानों और घरेलू परिवारों को बिजली सब्सिडी डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की जाए और हर उपभोक्ता चाहे वह किसी भी क्षेत्र यानि घरेलू, कृषि और वाणिज्यिक क्षेत्र का ही क्यों न हो, वह बाजार के दरों पर  शुरू में बिजली की एक ही कीमत चुकाए।

बिजली वितरण कंपनियों पर 78 हजार करोड ...

उसके बाद, राज्य अपनी नीतियों और दरों के अनुसार उपभोक्ता के खातों में सब्सिडी ट्रांसफर कर सकते हैं। यही नहीं सरकार पावर डिस्ट्रिब्यूशन में निजीकरण को बढ़ावा दे रही है जिससे डिस्ट्रिब्यूशन कंपनियों को होने वाले नुकसान को कम किया जा सके जिसे बाद में राज्य सरकार को ही भुगतान करना पड़ता है। कोविड -19 राहत पैकेज में, वित्त मंत्री ने केंद्र शासित प्रदेशों में डिस्ट्रिब्यूशन कंपनियों को बचाने और इन कंपनियों के निजीकरण में 90,000 करोड़ रुपये की liquidity देने की घोषणा की थी।

बिजली के क्षेत्र में निजीकरण और सब्सिडी का DBT के जरीए ट्रांसफर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनियों की दक्षता में बढ़ेगी और बिजली विभाग में बाबुओं द्वारा भ्रष्टाचार के रास्ते खत्म होंगे। सरकार को बस यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि नौकरशाह इन सुधारों को जल्द से जल्द लागू करें।

Tags: कोरोनानेताबिजलीबिजली कंपनियां
शेयर18ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

चीन के बिना, चीन के साथ और अब फिर चीन मुक्त दुनिया- जानें चीनी चक्र में उलझे देशों की कहानी

अगली पोस्ट

अरब देशों का पाकिस्तान को कड़ा संदेश- तुर्की का कुत्ता बनना है तो शौक से बनो, पर हमसे गुंडई नहीं

संबंधित पोस्ट

खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की
अर्थव्यवस्था

खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

19 November 2025

उत्तराखंड ने एक बार फिर खनन क्षेत्र में अपने बेहतरीन काम और लगातार सुधारों की वजह से केंद्र से बड़ी प्रोत्साहन राशि हासिल की है।...

तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज
अर्थव्यवस्था

तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

7 November 2025

भारत आज जिस मोड़ पर खड़ा है, वह केवल उसके आर्थिक उत्कर्ष का नहीं, बल्कि उसके सभ्यतागत पुनर्जागरण का भी क्षण है। यह वह युग...

80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़
अर्थव्यवस्था

80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

1 November 2025

भारत-पाकिस्तान संबंध हमेशा तनाव और जटिलताओं से भरे रहे हैं, लेकिन हालिया जल-सैन्य रणनीति ने पाकिस्तान के लिए खेल बदल दिया है। सिंधु बेसिन पर...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited