TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Golden Temple Amritsar

    स्वर्ण मंदिर में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, सिमरनजीत मान ने भिंडरावाले को बताया शहीद

    Lucknow Police Encounter

    लखनऊ में 3 साल की बच्ची से दरिंदगी, 24 घंटे में पुलिस ने एनकाउंटर में किया ढेर

    Mahua Moitra Pinaki Mishra

    65 के पिनाकी मिश्रा की हुईं 50 की महुआ मोइत्रा, गठबंधन पर क्यों हो रही इन विवादों की चर्चा?

    Sharmistha Panoli Calcutta High Court

    शर्मिष्ठा पनोली को जमानत के साथ हिदायत, कोर्ट रूम में क्या हुआ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ट्रंप बनाम मस्क

    ट्रंप बनाम मस्क: जानें इस हाई-प्रोफाइल ब्रेकअप का भारत पर क्या होगा असर!

    एपस्टीन के साथ मेलानिया और डोनाल्ड ट्रंप

    The Epstein files: घिनौना काम करने वाले ट्रंप के ‘दोस्त’ जेफ्री एपस्टीन के रहस्यमई अंत में छिपे हैं कौन से काले राज़?

    आइलैंड में लगभग सभी लैंडफिल साइट्स पूरी क्षमता पर पहुंच गई हैं (Photo - Canva)

    बाली की बड़ी पहल: पानी की छोटी बोतलें होंगी बैन, पर्यावरण को मिलेगी राहत

    Pakistan Ban Ahmadiyya Muslim Eid

    पाकिस्तान में अहमदिया मुस्लिमों के ईद मनाने पर पाबंदी, क्या है इनका इतिहास?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Golden Temple Amritsar

    स्वर्ण मंदिर में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, सिमरनजीत मान ने भिंडरावाले को बताया शहीद

    Lucknow Police Encounter

    लखनऊ में 3 साल की बच्ची से दरिंदगी, 24 घंटे में पुलिस ने एनकाउंटर में किया ढेर

    Mahua Moitra Pinaki Mishra

    65 के पिनाकी मिश्रा की हुईं 50 की महुआ मोइत्रा, गठबंधन पर क्यों हो रही इन विवादों की चर्चा?

    Sharmistha Panoli Calcutta High Court

    शर्मिष्ठा पनोली को जमानत के साथ हिदायत, कोर्ट रूम में क्या हुआ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ट्रंप बनाम मस्क

    ट्रंप बनाम मस्क: जानें इस हाई-प्रोफाइल ब्रेकअप का भारत पर क्या होगा असर!

    एपस्टीन के साथ मेलानिया और डोनाल्ड ट्रंप

    The Epstein files: घिनौना काम करने वाले ट्रंप के ‘दोस्त’ जेफ्री एपस्टीन के रहस्यमई अंत में छिपे हैं कौन से काले राज़?

    आइलैंड में लगभग सभी लैंडफिल साइट्स पूरी क्षमता पर पहुंच गई हैं (Photo - Canva)

    बाली की बड़ी पहल: पानी की छोटी बोतलें होंगी बैन, पर्यावरण को मिलेगी राहत

    Pakistan Ban Ahmadiyya Muslim Eid

    पाकिस्तान में अहमदिया मुस्लिमों के ईद मनाने पर पाबंदी, क्या है इनका इतिहास?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

दिल्ली दंगों पर छप रही किताब का लिबरल वामपंथियों ने किया विरोध, दबाव में Bloomsbury ने रोका प्रकाशन

तो ये है इन वामपंथियों की अभिव्यक्ति की आज़ादी

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
23 August 2020
in चर्चित
दिल्ली दंगों पर छप रही किताब का लिबरल वामपंथियों ने किया विरोध, दबाव में Bloomsbury ने रोका प्रकाशन
Share on FacebookShare on X

अक्सर देखा गया है कि, विश्व के सभी वामपंथी ब्रिगेड अभिव्यक्ति की आजादी के लिए हो-हल्ला मचाते रहते हैं। लेकिन जब बात अन्य विचारधाराओं के अभिव्यक्ति की होती है तो, उन्हें साँप सूंघ जाता है और वो उनकी अभिव्यक्ति की आजादी छीन लेना चाहते हैं। इसी का नमूना हमें कल देखने को मिला जब ब्लूम्सबरी इंडिया ने दिल्ली दंगों पर लिखी पुस्तक ‘Delhi Riots 2020: The Untold Story’ को छापने से इंकार कर दिया। मोनिका अरोरा, सोनाली चितलकर और प्रेरणा मल्होत्रा द्वारा लिखी गयी इस पुस्तक का विमोचन 22 अगस्त को भाजपा नेता भूपेन्द्र यादव के हाथों किया जाना था, लेकिन इस विमोचन कार्यक्रम के कुछ देर पहले ही ब्लूम्सबरी ने इस पुस्तक को न छापने की जानकारी दी। यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर ‘हमला’ नहीं है तो क्या है?

यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि ब्लूम्सबरी पहले इस पुस्तक को प्रकाशित करने के लिए तैयार था और यह पुस्तक प्री ऑर्डर के लिए अमेज़न पर उपलब्ध भी थी। लेकिन जब अपने आप को अभिव्यक्ति की आजादी का मसीहा कहने वाले वामपंथी बुद्धिजीवियों ने सोशल मीडिया पर बिना पुस्तक पढ़े ही इसका विरोध करना शुरू कर दिया तो दबाव में आ कर ब्लूम्सबरी ने किताब को न छापने का फैसला किया। इस आउटरेज़ में वामपंथी लेखकों से ले कर पत्रकार, बॉलीवुड में ऐक्टिविजम से अपना बचाती हुईं स्वरा भास्कर और कांग्रेस समर्थक लोग शामिल थे।

संबंधितपोस्ट

दिल्ली दंगा मामले में कपिल मिश्रा के खिलाफ आगे की जांच पर कोर्ट ने फिलहाल लगाई रोक, पुलिस का दावा- ‘मिश्रा को फंसाने की साज़िश हुई’

जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह को गुस्सा कब आता है…

दिल्ली चुनाव के लिए बेल मांगने पहुंचा दंगाई ताहिर हुसैन, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- ऐसे लोगों को चुनाव लड़ने से रोका जाए

और लोड करें

#ShameOnBloomsburyIndia
You cannot wash your hands by claiming that you are not organising this event. The fact that the chief instigator of rioting, Kapil Mishra, the man asking for violence against Muslims and Dalits endorses the book shows your fascist platforming https://t.co/Mvu1BIgYmv

— Dr Meena Kandasamy (@meenakandasamy) August 22, 2020

Hi @BloomsburyPub , your concern in #India @BloomsburyIndia has announced a book on #DelhiRiots2020 and a guest of honour at the launch is one of the people who is accused on instigating the pogrom, (there is video evidence to support the same accusation) 1/2 https://t.co/I3piEG3iVO

— Swara Bhasker (@ReallySwara) August 21, 2020

 

All authors across the world working with @BloomsburyBooks & @BloomsburyPub should know that their India division propagates fake communal propaganda & tries to justify a pogrom.

To give a platform to hate speech in India while virtue signaling overseas is the new tactic.

— Saket Gokhale (@SaketGokhale) August 21, 2020

Excellent News ! @BloomsburyIndia withdraws publication of the Delhi Riots propaganda literature.
Congratulations to each one of you who raised their voice. https://t.co/BddLHV0J8I

— Arfa Khanum Sherwani (@khanumarfa) August 22, 2020

हालांकि जिस तरह से ब्लूम्सबरी पर दबाव बनाया गया उसमें वामपंथी इतिहासकर William Dalrymple हाथ सबसे अधिक है। पत्रकार तवलीन सिंह के बेटे आतिश तासीर ने William Dalrymple को धन्यवाद करते हुए एक ट्वीट किया और कहा, “मैं इस प्रोपोगेंडा को रोक देने के अपने प्रयासों के लिए Dalrymple का बहुत आभारी हूं। यह उनके बिना नहीं हो सकता था।”

PS: I know we haven’t always got on, but I’m extremely grateful to @DalrympleWill for his efforts in putting a stop to this shameful bit of state propaganda. It could not have happened without him.

— Aatish Taseer (@AatishTaseer) August 22, 2020

बता दें कि, जब वामपंथी लॉबी का आउटरेज़ शुरू हुआ था तभी William Dalrymple ने ट्वीट करते हुए इस बात का संकेत दे दिया था कि, वे इस पुस्तक को प्रकाशित होने से रोकेंगे। उन्होंने अन्य लेखकों को भी टैग करते हुए ब्लूम्सबरी पर दबाव बनाने को कहा था।

As are several other Bloomsbury authors

— William Dalrymple (@DalrympleWill) August 21, 2020

पुस्तक की तीन लेखिकाओं में से एक प्रोफेसर सोनाली चितलकर ने अमर उजाला को बताया कि, यह बेहद दुखद है कि एक लोकतांत्रिक देश में पुस्तक लिखकर कुछ कहने की कोशिश को रोकने का प्रयास किया जा रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि, पुस्तक को प्रकाशित करने से रोकने के लिए ब्लूम्सबरी पर चौतरफा दबाव डाला गया। यह करने वाले वही लोग हैं जो स्वयं को अभिव्यक्ति की आजादी का सबसे बड़ा समर्थक बताते हैं।

हालांकि अब ब्लूम्सबरी को उसके इस कदम के लिए परिणाम भी भुगतने होंगे। कई जानेमाने लेखकों ने ब्लूम्सबरी से अपनी किताब न छपवाने का फैसला कर लिया। इसमें सबसे आगे हैं वैज्ञानिक और लेखक आनंद रंगनाथन। उन्होंने ट्विटर पर घोषणा की कि यदि ब्लूम्सबरी अपना निर्णय वापस नहीं लेती है, तो वो और उनके साथी लेखक ब्लूम्सबरी द्वारा दी गई अग्रिम राशि को वापस कर देंगे और अपनी आने वाली पुस्तक को इस पब्लिशिंग हाउस द्वारा प्रकाशित नहीं करवाएँगे। बता दें कि आनंद रंगनाथन और शीतल रंगनाथन द्वारा लिखी गयी Forgotten Heroes of Indian Science नामक पुस्तक अगले वर्ष प्रकाशित होने वाली थी। यही नहीं, उनकी की दो पुस्तक ब्लूम्सबरी से पहले ही प्रकाशित हो चुकी हैं।

https://twitter.com/ARanganathan72/status/1297183548965707776?s=20

इसके बाद लेखक संदीप देव ने भी यही घोषणा की और कहा कि मैं एक लेखक के रूप में Bloomsbury India से अपनी सारी पुस्तकें वापस लेने की घोषणा करता हूं। उन्होंने आगे कहा कि, “मेरी अब तक ब्लूम्सबरी से छह पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं और करीब 9 Title उनके पास है। मैं अपने सभी टाइटल और पुस्तकें Bloomsbury India से वापस लेने की घोषणा करता हूं। साथ ही भविष्य में अपनी एक भी पुस्तक इस प्रकाशन से प्रकाशित न करवाने का वचन भी अपने पाठकों को देता हूं।“

मैं एक लेखक के रूप में @BloomsburyIndia से अपनी सारी पुस्तकें वापस लेने की घोषणा करता हूं।#bloomsburyindia ने लेफ्ट-लॉबी के दबाव में #DelhiRiots2020 का पब्लिकेशन कैंसल किया है। यह विचारों की हत्या है।
@pubbloomsbury @advmonikaarora @KapilMishra_IND @ippatel @DrPrernaMalhotr pic.twitter.com/XeKtgJDOX8

— संदीप देव #SandeepDeo (@sdeo76) August 22, 2020

वहीं जाने माने लेखक संजीव सानयाल ने भी यही घोषणा की कि, वह भविष्य में कभी ब्लूम्सबरी से अपनी किताब नहीं छपवाएंगे। बता दें कि कुछ दिनों पहले इन्होंने लेफ्ट ब्रिगेड द्वारा प्रकाशन के क्षेत्र को नियंत्रित करने और वैचारिक सेंसरशिप का मुद्दा उठाया था।

I have have not read the book in question & have no idea if it is good or bad. However, this is obviously not a quality control problem but about censorship.

I commit to never publish a book with @BloomsburyIndia
2/n

— Sanjeev Sanyal (@sanjeevsanyal) August 22, 2020

इसके बाद कई लेखक उनके समर्थन में आ गए जिसमें हर्ष मधुसूदन, राजीव मंत्री, वीर सावरकर की बायोग्राफी लिखने वाले विक्रम संपथ और कंचन गुप्ता प्रमुख थे।

Fully agree with @sanjeevsanyal . Not having read the book, I'm not endorsing it's contents. But it's baffling that a publisher like @BloomsburyIndia junks it not because it was bad writing or low on facts but who the authors chose to launch! Never heard of such inanities ! (1/n) https://t.co/oenEQtfG1X

— Dr. Vikram Sampath, FRHistS (@vikramsampath) August 22, 2020

Loathsome 'cancel culture' rears its unsightly head in #India as @BloomsburyIndia dumps book on Delhi riot under pressure from bully #LeftLiberal activists and Islamists. Book was due to be published in September. This is a new low. All who believe in freedom should protest. 1/n pic.twitter.com/BoDhAKuK3k

— Kanchan Gupta (Hindu Bengali Refugee)🇮🇳 (@KanchanGupta) August 22, 2020

दिल्ली दंगों के दौरान किस तरह से आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन ने PFI और उमर खालिद जैसे चरमपंथियों के साथ मिल कर दिल्ली को जलाया था, यह किसी से छुपा नहीं है। लेकिन लेफ्ट ब्रिगेड इसे कवर अप करना चाहता है और यह चाहता है कि इस्लामिस्टों द्वारा किए गए दंगों का सच किसी को पता न चले। इसी कारण उन्होंने अपनी पूरी कोशिश करते हुए ‘Delhi Riots 2020: The Untold Story’ के प्रकाशन को रुकवाया। हालांकि उनके मंसूबे कामयाब नहीं होंगे क्योंकि कई भारतीय प्रकाशकों जैसे गरुड़ प्रकाशन ने इस पुस्तक को पब्लिश करने की घोषणा कर दी है। आम जनता को भी यह प्रण लेना होगा कि अभिव्यक्ति की आजादी को कैद करने वाले ब्लूम्सबरी का इस तरह से बॉयकॉट किया जाए कि, उसे यह आने वाले कई वर्षों तक याद रहे।

Tags: अभिव्यक्ति की आजादीदिल्ली दंगाब्लूम्सबरी
शेयर143ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

“हमारे समुद्र में आओ और फायदा उठाओ”- चीन ने पार्सेल द्वीप पर बमवर्षक लगाए तो वियतनाम ने भारत से मांगी मदद

अगली पोस्ट

“कम्युनिस्ट शासित केरल में जाओ और हिंदुओं के खिलाफ एकजुट हो जाओ”, ज़ाकिर नाइक का मुस्लिमों को आवाहन

संबंधित पोस्ट

Golden Temple Amritsar
चर्चित

स्वर्ण मंदिर में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, सिमरनजीत मान ने भिंडरावाले को बताया शहीद

6 June 2025

पंजाब में कुछ लोग हमेशा ही खालिस्तान का झंडा उठाए रहते हैं। उन्हें जब भी मौका मिलता है वो इस बात का प्रदर्शन करने से...

Lucknow Police Encounter
चर्चित

लखनऊ में 3 साल की बच्ची से दरिंदगी, 24 घंटे में पुलिस ने एनकाउंटर में किया ढेर

6 June 2025

लखनऊ में तीन साल की बच्ची से रेप के मामले में पुलिस ने आरोपी दीपक वर्मा को मुठभेड़ में मार गिराया है। घटना बुधवार देर...

Mahua Moitra Pinaki Mishra
Uncategorized

65 के पिनाकी मिश्रा की हुईं 50 की महुआ मोइत्रा, गठबंधन पर क्यों हो रही इन विवादों की चर्चा?

5 June 2025

जब बात नशे की हो तो देश में पारंपरिक महुआ शराब का नाम आ ही जाता है। एक ऐसा पेड़ जो कई गुणों से भरपूर...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited