किसान आंदोलन को लेकर उत्तर भारत में किसान संगठनों ने खूब उत्पात मचा रखा है। केन्द्र द्वारा पारित कृषि कानूनों के विरोध में 11 दौर की सरकार से बातचीत के बावजूद किसानों का भ्रम दूर नहीं हुआ है। ऐसे में इन सभी किसान संगठनों ने तय किया है कि ये लोग दिल्ली में एक ट्रैक्टर रैली का आयोजन करेंगे। दूसरी ओर इस पूरे कांड का उत्तर प्रदेश पर कोई खास असर नहीं पड़ा है।
इसके चलते किसान नेता राकेश टिकैत अब उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को धमकी देने पर उतर आए हैं, जो दिखाता है कि वो अब पंजाब-हरियाणा की तरह ही यूपी में भी ये कथित किसान नेता और वक्तव्यों से दंगाई व्यक्ति नोएडा को अस्थिर करने की तैयारी कर रहा है।
दिल्ली में गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रस्तावित किसानों की ट्रैक्टर रैली को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार काफी सख्त हो गई है। इस मुद्दे पर यूपी पुलिस प्रशासन किसान नेताओं को नजरबंद करने के साथ ही तथाकथित किसानों के ट्रैक्टरों को भी जब्त करने की सख्ती बरतने लगा है।
सीएम ने इसको लेकर सख्त आदेश जारी किया है कि राज्य में किसानों द्वारा और विपक्षियों द्वारा किसी भी तरह की अराजकता फैलाई जाए, तो उसे तुरंत काबू में किया जाए। इस तरह के आदेशों के चलते ही अराजकता फैलाने वाले किसान दिल्ली जाने के लिए यूपी से निकले तो, लेकिन उनके ट्रैक्टरों के लिए तेल नहीं था।
यूपी में किसानों को लेकर की गई सख्ती से तथाकथित किसान नेता काफी परेशान हैं। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धमकी दी है कि वो भी अपने यहां एक आंदोलन करवाना चाहते हैं। राकेश टिकैत ने कहा, “किसानों को उनके ट्रैक्टर में डीजल भरने के लिए पेट्रोल पंप के मालिक तेल नहीं दे रहे हैं। पेट्रोल पंप के मालिकों को उत्तर प्रदेश की यूपी सरकार द्वारा आदेश भी मिलें हैं। योगी सरकार ये न समझे कि वो डीजल देने से रोककर राज्य में किसानों के आंदोलनों रोक नहीं सकती है।” राकेश टिकैत ने योगी को धमकी देते हुए कहा, “क्या योगी सरकार भी यूपी में किसानों का आंदोलन कराना चाहती है।”
किसान आंदोलन को लेकर योगी सरकार शुरु से ही सख्त रही है। पंजाब, हरियाण, राजस्थान में कांग्रेस सरकार की शह पर किसानों ने खूब अराजकता फैलाई है,लेकिन उत्तर प्रदेश में ये स्थिति नहीं बन पाई। योगी सरकार की सख्त नीति और कानून व्यवस्था की देन ही है कि यूपी में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी अराजकता फैलाने के मंसूबों के साथ सड़क पर तो उतरी, लेकिन उनकी बदनीयती लागू न हो सकी। नतीजा ये कि योगी सरकार किसान आंदोलन के बीच कानून व्यवस्था को काबिज रखने में सफल रही।
योगी सरकार की इसी सख्ती के कारण यूपी में किसान आंदोलन पूरी तरह फेल हो गया और इसी कारण राकेश टिकैत जैसे अराजक किसान नेता बीजेपी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को आंदोलन की धमकी दे रहे हैं जबकि उनकी स्थिति इतनी खराब है कि यूपी पुलिस उन्हें नोएडा तक में अराजकता फैलाने नहीं देगी।