जब जो बाइडन ने घोषणा की कि वे सत्ता में आते ही प्रवासियों के अमेरिका आगमन का रास्ता सुगम बना देंगे, तो शायद ही कोई जानता था कि वे किस मुसीबत को आमंत्रण दे रहे हैं। सत्ताधारी डेमोक्रेट पार्टी द्वारा प्रवासियों के आवागमन को अनियंत्रित रूप से होने देने के कारण अब अमेरिका में ड्रग माफिया को भी काफी फायदा हो रहा है, और कहीं न कहीं इसमें जो बाइडन भी मददगार रहे है।
लेकिन ये कैसे हुआ? दरअसल बाइडन के चुनावी वादे के अनुसार प्रवासियों को अमेरिका में प्रवेश करने पर कोई विशेष रोकटोक नहीं है। चाहे वे वैध हो या अवैध, बाइडन के अमेरिका में सभी प्रवासियों का स्वागत है। लेकिन ये नीति अब असामाजिक तत्वों, विशेषकर ड्रग माफिया को बढ़ावा दे रही है। इससे अमेरिकी तो अमेरिकी, मेक्सिको के निवासी और प्रशासनिक अधिकारी तक काफी चिंतित है।
टेक्सास के राज्यपाल ग्रेग एबॉट ने अमेरिका, विशेष टेक्सास में बढ़ते अपराधों के लिए बाइडन के प्रवासी नीतियों को दोषी ठहराया। उनके अनुसार बाइडन की प्रवासी नीतियों के कारण मेक्सिको से अमेरिका में घुसपैठ करने वाले ड्रग माफिया की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। उनके खुद के बॉर्डर इन्स्पेक्शन में सामने आया कि बॉर्डर पर आने वाले बच्चों की संख्या 4200 से अधिक पहुँच गई है।
ग्रेग एबॉट के अनुसार, “बॉर्डर पैट्रोल अफसरों का मानना है कि बाइडन प्रशासन की नीतियों के कारण जाने अनजाने ड्रग कार्टेल को बढ़ावा दिया गया है। जिन प्रवासियों को टीवी पर देख के आप भावुक हो रहे हैं, उन्ही के दम पर ये कार्टेल काफी कमाई कर रही है”
लेकिन बात यहीं पर नहीं रुकती। एबॉट ने आगे यह भी कहा कि पिछली बार की तुलना में इस बार 1 लाख से अधिक घुसपैठिये बार्डर पर कर इधर आ चुके है। पिछले साल कुल मिलाकर 90000 बार घुसपैठ हुई। इनमें 800 ऐसे अपराधी पकड़े गए हैं, जो पहले भी कई बार अमेरिका द्वारा पकड़े जा चुके हैं। इनमें एमएस 13 की कुख्यात गैंग भी शामिल है, जो 70 और 80 के दशक में लॉस एंजेलिस में भी काफी सक्रिय थी, और इनमें अधिकतम एल साल्वाडोर के सदस्य भी हैं।
इन सब से क्या सिद्ध होता है? कहीं न कहीं जो बाइडन ने अपनी प्रवासी नीतियों से अमेरिका को स्वीडन बनाने की दिशा में अपने कदम बढ़ाए हैं। जिस प्रकार से प्रवासियों को बेरोकटोक अमेरिका में घुसने दिया गया, उससे अमेरिका में, विशेषकर टेक्सास जैसे राज्यों में अपराध दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। जो ड्रग कार्टेल का खौफ 21 वीं सदी के प्रारंभ होते होते काफी हद तक अमेरिका में खत्म हो चुका था, वह अब फिर से अपना सर उठाने लगा है। प्रवासियों के घुसपैठ के कारण कानून व्यवस्था को बढ़ते खतरे को देखते हुए जो बाइडन ने फिलहाल प्रवासियों से अमेरिका न आने की अपील की है, लेकिन अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत!