बॉलीवुड निर्देशक हंसल मेहता को कौन नहीं जानता? लीक से हटकर फिल्म्स बनाने के लिए सदैव चर्चा में रहने वाले हंसल मेहता पूर्व स्टॉक ब्रोकर हर्षद मेहता पर बनी वेब सीरीज़ ‘Scam 1992’ के लिए बेहद प्रसिद्ध हुए हैं। लेकिन उनका एक स्याह पहलू भी है, जो हाल ही में एक ट्वीट एक्सचेंज में खुलके सामने आया है।
हंसल मेहता भी अनुराग कश्यप, अनुभव सिन्हा और सुधीर मिश्रा के बराबर कट्टर वामपंथी हैं, लेकिन इन तीनों के मुकाबले वे ज्यादातर शांत रहते हैं। हालांकि, कोविड के बढ़ते मामलों के बीच पीएम मोदी को नीचा दिखाने के नाम पर उन्होंने तंज कसने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। इसी बीच उन्होंने पाकिस्तान में कोविड के बढ़ते मामलों का हालचाल पूछा।
हंसल मेहता ने अपने ट्वीट में लिखा था कि, ‘सिर्फ सोच रहा हूं, जितनी खराब हालात भारत में हैं क्या ऐसे हालात पाकिस्तान में होंगे? मेरा मतलब है कोविड के हालात’। इसके जवाब में देव मेहता नामक यूजर ने ट्वीट किया, “हाँ मैं बता दूंगा, बशर्तें आप वहाँ स्थाई तौर पर बस जाओ”। हंसल को लगा कि यह कोई ऐरा गैर यूजर है, इसलिए उन्होंने ट्वीट किया, “आप पहले टिकट भेजो”।
लेकिन देव मेहता को कुछ और ही सूझा था। देव मेहता ने जवाब में ट्वीट किया, “मैं टिकट भेज दूँ तो आपको मुझे खर्च किए गए पैसों का दस गुना भेजना होगा”। इसके बाद जब हंसल मेहता ने कहा कि शर्तें न थोपिए, तो फिर देव मेहता ने मुंबई से दुबई और फिर दुबई से कराची की बुक की गई टिकट की कॉपी शेयर करते हुए कहा, “शर्त तो मैंने अपने पहली ट्वीट में ही डाल दी थी, और मैं मज़ाक नहीं करता” ।
इसके बाद तो हंसल मेहता को मानो सांप ही सूंघ गया। उन्होंने तुरंत ही अपने ट्वीट्स को protected श्रेणी में डाल दिया, और 24 घंटों तक अपना अकाउंट ही नहीं खोला।
लेकिन जैसे ही उनका अकाउंट पुनः पब्लिक हुआ, हंसल मेहता किसी नाराज फूफा की भांति भाजपा को कोसने लगे और आईटी सेल का जाप करने लगे। Hansal Mehta ने ट्वीट किया, “भक्त ट्रोल्स की कुछ ज्यादा ही सप्लाई बढ़ गई है। अमित मालवीय जी, सुन रहे हो आप?” इससे पहले जिस यूजर ने Hansal Mehta को अकांउट बंद करने पर मजबूर किया था उसकी प्रोफाइल को रिपोर्ट कर हंसल मेहता ने पुलिस से शिकायत तक कर डाली। अब UAE की टिकट भेजना मुस्लिम विरोधी कैसे है ये मेहता ही बता सकते!
There is a problem of too many in the supply side of bhakt trolls. The demand side needs to be managed better. @amitmalviya Sun rahe ho aap?
— Hansal Mehta (@mehtahansal) April 19, 2021
लेकिन एक सोशल मीडिया की बहस में यदि आप इस तरह से व्यवहार कर रहे हैं, तो समझ जाइए कि आप के पास अपनी बात सिद्ध करने के लिए कोई स्पष्ट तथ्य नहीं है। जिस प्रकार से हंसल मेहता एक व्यक्ति द्वारा पाकिस्तान की टिकट थमाये जाने पर बौखला गए, उससे स्पष्ट होता है कि वे भी अनुराग कश्यप जैसे वामपंथियों से अधिक भिन्न नहीं है, बस उन्होंने शराफत का चोला ज्यादा दिनों तक पहन रखा था।