TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर मासूमियत पर बरसा लाल आतंक

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ऑपरेशन पोलो के बाद सरदार पटेल का झुक कर अभिवादन करते हैदराबाद के निजाम

    हैदराबाद का भारत में पूर्ण विलय: जब पटेल ने कहा- नेहरू अपने आप को समझते क्या हैं? आज़ादी की लड़ाई दूसरे लोगों ने भी लड़ी है

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर मासूमियत पर बरसा लाल आतंक

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ऑपरेशन पोलो के बाद सरदार पटेल का झुक कर अभिवादन करते हैदराबाद के निजाम

    हैदराबाद का भारत में पूर्ण विलय: जब पटेल ने कहा- नेहरू अपने आप को समझते क्या हैं? आज़ादी की लड़ाई दूसरे लोगों ने भी लड़ी है

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

रुस, जापान के साथ आया फ्रांस, पूर्वी चीन सागर में मिलकर देंगे चीन को टक्कर

टोक्यो ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में शामिल होकर फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने संदेश दे दिया है।

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
25 July 2021
in एशिया पैसिफिक
रुस, जापान के साथ आया फ्रांस, पूर्वी चीन सागर में मिलकर देंगे चीन को टक्कर
Share on FacebookShare on X

पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर में चीन का मुकाबला करने के लिए फ्रांस और जापान एकजुट होने जा रहे हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने शुक्रवार को टोक्यो ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में शामिल होकर यह संदेश भी दे दिया है। ध्यान देने वाली बात यह है कि वो जी7 देशों के एकमात्र राष्ट्राध्यक्ष थे जिन्होंने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी।

यही नहीं शनिवार को जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इंडो पैसिफिक  क्षेत्र को मुक्त बनाने के लिए सुरक्षा संबंधों को मजबूत करने पर सहमति जताई। दो महीने की अवधि में दोनों नेताओं के बीच यह दूसरी आमने-सामने की बैठक है, जो दर्शाती है कि हाल के दिनों में जापान और फ्रांस के बीच घनिष्ठ संबंध कैसे बढ़े हैं।

संबंधितपोस्ट

“सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर

हैदराबाद का भारत में पूर्ण विलय: जब पटेल ने कहा- नेहरू अपने आप को समझते क्या हैं? आज़ादी की लड़ाई दूसरे लोगों ने भी लड़ी है

और लोड करें

इंडो पैसिफिक क्षेत्र में बढ़ते चीनी आक्रामकता ने विश्व शक्तियों को अपना ध्यान इस ओर करने के लिए मजबूर कर दिया है। अब चीन के खिलाफ अपनी लड़ाई में फ्रांस, जापान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।

पूर्वी चीन सागर में सेनकाकू द्वीप को लेकर जापान का चीन के साथ विवाद है।  अब, जापान ने पूर्वी चीन सागर में अपने हितों की रक्षा के लिए फ्रांस का भी समर्थन हासिल कर लिया है। प्रत्येक बीतते दिन के साथ, विश्व समुदाय चीन के खिलाफ एकजुट होता दिखाई दे रहा है।

शनिवार को जापान और फ्रांस के नेताओं के बीच आमने-सामने की लंच मीटिंग हुई जो करीब 80 मिनट तक चली। बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में हांगकांग और शिनजियांग में CCP द्वारा मानवाधिकारों के उल्लंघन को “गंभीर चिंता” के रूप में संदर्भित किया गया है।  निक्केई एशिया के अनुसार, बयान में यह भी कहा गया है कि दोनों देश 2019 में सहमत जापान-फ्रांस सहयोग के रोडमैप के अनुसार भारत-प्रशांत क्षेत्र में तटीय देशों में समुद्री सुरक्षा और बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर देंगे।

प्रधान मंत्री योशीहिदे सुगा ने यहां तक ​​​​कहा, “मुझे खुशी है कि स्वतंत्र इंडो पैसिफिक के लिए जापान और फ्रांस के बीच सहयोग ठोस रूप से प्रगति कर रहा है।”

बता दें कि मई में, फ्रांस का “Jeanne d’Arc” प्रशिक्षण स्क्वाड्रन जापान पहुंचा था। जापान के क्यूशू द्वीप पर रक्षा प्रशिक्षण के लिए फ्रांसीसी सेना ने जापानी ग्राउंड सेल्फ-डिफेंस फोर्स और यूएस मरीन कॉर्प्स के साथ भाग लिया था। फ्रांस चीन को एक स्पष्ट संदेश भेजने का प्रयत्न कर रहा है कि उसकी मौजूदगी भी पूर्वी चीन सागर और इंडो पैसिफिक में है।

जापान पहले ही रूस को अपने पक्ष में करने में कामयाब हो गया है, और दोनों देश रणनीतिक Sakhalin Island को सहयोग और संयुक्त रूप से विकसित करना चाहते हैं। प्रभावी रूप से, व्लादिमीर पुतिन ने जापान को रूस के सुदूर पूर्व क्षेत्र में भी पहुंच प्रदान कर दी है, और यह चीन के लिए बुरी खबर है।

इस बीच, मास्को दोनों देशों के बीच उत्तर-पश्चिमी प्रशांत द्वीपों पर संयुक्त आर्थिक गतिविधियों के लिए “अभूतपूर्व” प्रस्तावों पर भी विचार किया जा रहा है।  शुक्रवार को सुरक्षा परिषद की बैठक में, पुतिन ने कहा कि प्रधान मंत्री Mikhail Mishustin  ने संयुक्त गतिविधियों से संबंधित प्रस्ताव रखे हैं जो “बिल्कुल अद्वितीय और अभूतपूर्व” हैं और जिन्हें टोक्यो के साथ उठाया जाएगा।

TFI ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि फ्रांसीसी नौसेना के चीफ ऑफ स्टाफ एडमिरल पियरे वैंडियर भी इंडो पैसिफिक में अपनी उपस्थिति को लेकर उत्सुक हैं। तब उन्होंने कहा था, “हम इस क्षेत्र में अपनी उपस्थिति प्रदर्शित करना चाहते हैं और जापान-फ्रांस सहयोग के बारे में एक संदेश भेजना चाहते हैं। यह चीन के लिए एक संदेश है। यह बहुपक्षीय साझेदारी के बारे में एक संदेश है।”

पूर्वी चीन सागर वह क्षेत्र है जिसमें चीन पिछले कुछ समय से आक्रामक तरीके से काम कर रहा है। यहीं पर बीजिंग जापान के साथ क्षेत्रीय विवादों में उलझा हुआ है और यहीं पर ताइवान भी स्थित है। इसलिए, फ्रांस का पूर्वी चीन सागर में प्रवेश करना, बीजिंग के लिए एक प्रभावी संकेत है कि ताइवान को भी फ्रांस का अप्रत्यक्ष समर्थन है। इसके अतिरिक्त, जापानी सेनकाकू द्वीप समूह, जिस पर चीन दावा करता है और डियाओयू कहता है, वह भी यहां स्थित हैं।

वहीं यूनाइटेड किंगडम ने भी घोषणा की है कि वह इंडो पैसिफिक में स्थायी रूप से दो युद्धपोत तैनात करेगा। पहले से ही, ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ विमानवाहक पोत और एस्कॉर्ट जहाज सितंबर में जापान जाने के लिए तैयार हैं, जो F-35B स्टील्थ जेट से लैस हैं। महारानी एलिजाबेथ को दो विध्वंसक, दो युद्धपोत, दो सहायक जहाजों और अमेरिका और नीदरलैंड से जहाजों द्वारा ले जाया जा रहा है। इस कारण चीन का गुस्सा सातवें आसमान पर है।

और पढ़े: क्या कारण है कि जापान के उग्र स्वभाव के बावजूद चीन उसके खिलाफ कोई कदम उठाने की हिम्मत नहीं करता?

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा है कि चीन अपने आसपास के जल में नेविगेशन और ओवरफ्लाइट की स्वतंत्रता का सम्मान करता है और यह अधिकार “अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार सभी देशों को प्राप्त है।” उन्होंने आगे कहा, “हालांकि बीजिंग, चीन के खिलाफ बढ़ते एक्शन का दृढ़ता से विरोध करता है,” किसी भी प्रकार का सैन्य संकेत “चीन की संप्रभुता और सुरक्षा को कमजोर करता है, और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को नुकसान पहुंचाता है।”

यानी देखा जाए तो दुनिया भर से ताकतें पूर्वी चीन सागर पर उतर रही हैं, और बीजिंग द्वारा अब छोटे देशों को परेशान करने का समय निश्चित रूप से समाप्त हो चुका है। अब, Free World Order की सामूहिक शक्ति चीन के अक्रमक रवैया को सहन नहीं करेगी।

शेयर25ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

‘मेरे पति Erotica बनाते हैं Porn नहीं’, पूछताछ के दौरान पति के बचाव में उतरीं शिल्पा शेट्टी

अगली पोस्ट

मोदी विरोध का ईनाम Jawahar Sircar को TMC ने बड़ा प्रमोशन देकर दे दिया है

संबंधित पोस्ट

भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम
अमेरिकाज़

भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

15 September 2025

जब भारतीय नौसेना का युद्धपोत आईएनएस त्रिकंद भूमध्यसागर की लहरों पर उतरा, तो यह सिर्फ एक साधारण तैनाती नहीं थी। यह उस भारत की पहचान...

चीन दुनिया के सामने खुद को शक्तिशाली दिखाता है, जबकि अपने ही देशवासियों से असुरक्षित महसूस करता है
एशिया पैसिफिक

चीन भले ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्ति हो- लेकिन ड्रैगन के इस ‘शक्ति प्रदर्शन’ के पीछे  नागरिकों के उत्पीड़न की अंतहीन कहानियां छिपी हैं

9 September 2025

चीन आज दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सैन्यशक्ति है। लेकिन वो सिर्फ बड़ी ताकत ही नहीं है, बल्कि वो अपनी ताक़त को ग्लोबल स्टेज पर...

भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद
AMERIKA

भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

5 September 2025

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वरिष्ठ व्यापार सलाहकार पीटर नवारो का मामला अब महज एक प्रशासनिक विवाद नहीं रह गया है। यह भारत के सम्मान...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

How China’s Military Reach Rises on the Backs of Its Silenced Citizens?

How China’s Military Reach Rises on the Backs of Its Silenced Citizens?

00:08:27

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

00:06:37

Epic Battle of Saragarhi : A Tale of Unmatched Bravery That Every Indian Should Know

00:07:14

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

00:06:42

‘The Bengal Files’ Exposing Bengal’s Darkest Chapter – What Mamata Won’t Show!

00:05:37
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited