TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू-  14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू- 14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू-  14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू- 14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

हिमाचल प्रदेश की छोटी काशी (Choti Kashi), के भव्य मंदिर और पर्यटन स्थल

छोटी काशी यानी 81 मंदिरों का एक मायावी शहर

Utkarsh Upadhyay द्वारा Utkarsh Upadhyay
12 August 2021
in संस्कृति
छोटी काशी मंदिर
Share on FacebookShare on X

छोटा काशी हिमाचल एक आध्यात्मिक हिल स्टेशन – Choti Kashi 

मंडी, जिसे हिमाचल प्रदेश राज्य की छोटी काशी (Choti Kashi) के रूप में जाना जाता है, वह 81 मंदिरों का एक मायावी शहर है। इसलिए, इसमें यह मजबूत आध्यात्मिक खिंचाव है जो आपको यहां पहुंचने के लिए विवश ही कर देता है। हालाँकि, यहाँ केवल यह पवित्र मंदिर नहीं हैं जो आपका ध्यान आकर्षित करते हैं;  यह शहर झिलमिलाती झीलों और लुभावने परिदृश्यों से भी भरा हुआ है।

हिमाचल प्रदेश का जिला मंडी (छोटी काशी) का क्षेत्रफ़ल 3,950 वर्ग किलोमीटर है और इस जिले में पर 3374 गाँव है आमतौर पर यहाँ पर हिंदी, पहाड़ी मंडयाली भाषाएँ बोली जाती है। मंडी (छोटी काशी) की सरकारी आकड़ों के अनुसार जनसँख्या 999,777 जिसमे 498,065 पुरुष और 501,712 महिलाएं है।

संबंधितपोस्ट

प्रवासी ‘दर्जी’ हिमाचल की महिलाओं के लिए खतरा

“सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

और लोड करें

छोटी काशी, वो छोटा पहाड़ी क्षेत्र (हिल स्टेशन) है, जो जगमगाती रेवलसर झील और माता कुआ रानी मंदिर के प्रशंसकों का गढ़ है। यहाँ घूमने आने वाले पर्यटकों का मूल उद्देश्य ही मन और आत्मा दोनों को नीरवता, अमन और शांत प्रदान करने का होता है। इसलिए इन दोनों जाने-माने दो सबसे अधिक देखे जाने वाले स्थान सभी पर्यटकों की पहली पसंद होते हैं।

छोटी काशी सिख, हिंदू और बौद्ध समुदायों के लोगों द्वारा पूजनीय स्थान है। यह शहर पवित्र रेवलसर झील के चारों ओर समाहित होते हुए बसा है, जहां किनारे पर आपको पद्मसंभव की 12 मीटर ऊंची प्रतिमा मिलेगी – जो इस जगह का मुख्य आकर्षण है। ऐसी मान्यता है कि, गुरु पद्मसंभव (गुरु रिनपोछे) की आत्मा आज भी इस झील में नदी में बहने वाले एक छोटे से रूप में निवास करती है;  यही कारण है कि झील सभी तिब्बतियों के लिए पवित्र है।

यह भी पढ़ें- सनातन धर्म : धार्मिक कथा संग्रह

छोटी काशी के सबसे प्रसिद्ध मंदिर : Famous Temples of Choti Kashi in Hindi 

छोटी काशी के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में भूतनाथ मंदिर, शिकारी देवी मंदिर, त्रिलोकीनाथ मंदिर पंचवक्त्र मंदिर और एक गुरुद्वारा है जो सिख धर्म के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह को समर्पित है।

 bhootnath temple choti kashi
source : rgyan

भूतनाथ मंदिर – छोटी काशी – Bhootnath Temple Choti Kashi

छोटी काशी का सुप्रसिद्ध भूतनाथ मंदिर का निर्माण आज से पुरे 500 वर्ष पहले हुआ था और आपको जानकर आश्चर्य होगा की इतना ही समय छोटी काशी के अर्थात मंडी नगर की स्थापना को भी हो चूका है। इस नगर और पवित्र मंदिर का निर्माण वर्ष 1521 में राजा अजबर सेन जी के द्वारा करवाया गया था। भूतनाथ मंदिर की कथा भी काफी रोचक है, और यहाँ के निवासी बताते है की आज जहाँ पर मदिर स्थित है वहां पर आज से 500 साल पहले जंगल था और यहाँ पर गाय के चरने का स्थान था।

एक गाय प्रत्येक दिन आकर एक शिला पर दूध अर्पित करती थी, जिस कारण से वह गाय घर पर ना के बराबर दूध देती थी जिससे इस गाय के स्वामी को जिज्ञासा हुई और उसने गाय के चरने के स्थान पर रुक कर पड़ताल करनी चाही की कहीं और कोई व्यक्ति तो गाय का दूध नहीं दुह रहा है परन्तु जब उसे वास्तविकता का ज्ञान हुआ तो वह अचंभित हो गया और साथ ही यह बात पुरे राज्य में आग की तरह फैल गई।

जब पुरे राज्य में इस घटना की चर्चा जोरों पर थी तभी राजा को शिव जी ने स्वप्न में सम्पूर्ण घटनाक्रम से अवगत कराया और राजा ने भक्ति भाव से इस मंदिर का निर्माण करवाया। कहते है की मंदिर जी में विराजित शिवलिंग अनघढ़ है और प्राकृतिक है और वही शिवलिंग है जिस पर गऊ माता अपना दूध अर्पित करती थी। यह मूर्ति पूरी तरह से प्राकृतिक है।

और पढ़े : लद्दाख की राजधानी कहाँ है और यहाँ कैसे पहुंचे?

त्रिलोकीनाथ मंदिर – मंडी, हिमाचल प्रदेश – Trilokinath Temple Choti Kashi

जिस राज्य का राजा इतना धर्मात्मा हो उस राज्य की रानी साक्षात् लक्ष्मी स्वरूपा ही रही होगी और इसका प्रमाण मिलता है श्री त्रिलोकीनाथ मंदिर से। जी हाँ त्रिलोकी नाथ मंदिर जी का निर्माण छोटी काशी अर्थात मंडी के राजा श्री अजबर सेन जी की पत्नी और रानी सुल्तान देवी जी ने करवाया था। यह मंदिर व्यास नदी के दायें किनारे पुल के पार स्थित है और पंचवक्त्र मंदिर के सामने ही स्थित है जिसके बारे में आप आगे पढ़ेंगे।

मंदिर जी के गर्भ गृह में त्रिमुखी शिवजी की पार्वती माँ सहित मूर्ति है। त्रिलोकीनाथ मंदिर जी के परिसर में एक अत्यंत ही प्राचीन और छोटा मंदिर स्थित है जो की त्रिलोकीनाथ मंदिर जी से काफी समय पूर्व से स्थित जान पड़ता है। मंदिर जी का परिसर, मूर्तियां नक्काशी और दृश्य सभी मनोहारी है और छोटी काशी को वास्तविक काशी जितना ही रमणीय और जीवंत बनाती है।

पंचवक्त्र मंदिर – मंडी, हिमाचल प्रदेश 

त्रिलोकीनाथ मंदिर के सामने और व्यास नदी के बायें तट पर बना मंदिर जी पंचवक्त्र शिव जी की भव्य प्रतिमा के कारण अद्भुत है और पंचवक्त्र मंदिर जी के सभामंडप के चारों स्तम्भों पर उत्कृष्ट नक्काशी की गई है जो अत्यंत ही मनोहारी है।

पंचवक्त्र मंदिर जी का निर्माण राजा श्री सिद्धसेन ने करवाया था, राजा सिद्धसेन की तंत्र विद्या में गहरी आस्था थी और कहते है की पंचवक्त्र शिव जी की मूर्ति तंत्र शास्त्र के अनुसार ही बनाई गई है। पंचवक्त्र शिव जी की मूर्ति शिव जी के पांच नामों क्रमशः ईशान, पुरुष, अघोर, काम संज्ञक और ब्रह्मा संज्ञक के प्रतिक के रूप में विराजित है, और पंचवक्त्र शिव जी की भव्य प्रतिमा मंदिर जी की प्रमुख विशेषता है।

मंडी को  भव्य और रोचक परिदृश्य कुछ मजेदार गतिविधियों जैसे ट्रेकिंग, नाइट सफारी, पर्वतारोहण और स्कीइंग बनाते हैं। वन्यजीव उत्साही (Wildlife Enthusiasts) शिकारी देवी वन्यजीव अभयारण्य (Shikari Devi Wildlife Sanctuary) में जा सकते हैं, जो तेंदुए, गोरल, मोनाल, काले भालू, भौंकने वाले हिरण, कस्तूरी मृग, हिमालयी काले भालू और हिमालयी पाम सिवेट सहित जानवरों की कई प्रजातियों का घर है।

यह भी पढ़ें – गणपति बप्पा मोरया (Ganpati Bappa Morya) बोलिए और भगवान गणेश होने का मतलब समझिए

पराशर झील – मंडी

हिमाचल प्रदेश का जिला मंडी, में एक और आकर्षण, इसकी खूबसूरत पराशर झील है; और उस तक पहुंचने का सबसे अच्छा तरीका ट्रेकिंग है। यहां पहुंचने के लिए आपको जंगलों से और छोटे गांवों से गुजरना होगा, लेकिन यह सब परिश्रम अंत में मिलने वाली सुख की अनुभूति के सामने कुछ नहीं है क्योंकि यह धौलाधार रेंज का 180-डिग्री दृश्य प्रस्तुत करता है जो झील को घेरता है। वहीं ट्रेक के लिए एक और रोचक स्थान समुद्र तल से 3300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित जंझेहली भी है।

छोटी काशी (मंडी) कैसे पहुंचे – How to reach Choti Kashi in Hindi?

हिमाचल प्रदेश के इस भव्य क्षेत्र मंडी को छोटी काशी (Choti Kashi), नाम से भी विख्यात है यहां से निकटतम हवाई अड्डा भुंतर हवाई अड्डा (कुल्लू) है, जो मंडी से लगभग 60 किमी दूर है। दिल्ली, शिमला, धर्मशाला, पठानकोट और चंडीगढ़ जैसे प्रमुख शहर कुल्लू से हवाई मार्ग से अच्छी तरह जुड़े हुए हैं।

यदि आप मंडी अन्य मार्ग से जाना चाहते है तो आप भारत के विभिन्न जगहों से वाया दिल्ली मंडी पहुंच सकते है, आप अपने जिले से ट्रेन से या बस से दिल्ली आ कर यह से मंडी की ओर जाने वाली बस की यात्रा से आसानी से मंडी पहुंच सकते है। मंडी (छोटा काशी) एक सांस्कृतिक और पर्यटन नगरी है अतः आपको यहाँ पर कई धर्मशालाएं और अतिथिगृह आसनी से उपलब्ध हो जायेंगे। पुनः कोविड की महामारी के बीच यात्रा करने से बचें और नियमों का पालन करें।

और पढ़े : केरल की आर्थिक राजधानी कहाँ है? और कैसे पहुंचे?

Tags: छोटी काशीहिमाचल प्रदेश
शेयर38ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

हिमंता की चेतावनी के बाद लाइन पर आया ULFA, अब नहीं करेगा स्वतंत्रता दिवस का बॉयकॉट

अगली पोस्ट

‘यहां छात्रों का विकास नहीं’, NCPCR की मांग अल्पसंख्यक संस्थानों को मुख्यधारा में लाया जाये

संबंधित पोस्ट

भारतीय दर्शन और संविधान
इतिहास

भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

2 December 2025

भारतीय ज्ञान परंपरा में नागरिकता (Citizenship) का विचार आधुनिक “राज्य–नागरिक” (State–Citizen) ढाँचे से भले अलग रहा हो, पर इसका इतिहास अत्यंत प्राचीन, समृद्ध और बहुआयामी...

तालोम रुकबो
इतिहास

अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

1 December 2025

कुछ ऐसे राष्ट्रनायक हुए हैं, जिनके योगदान को सामने लाने में इतिहास ने हमेशा कोताही बरती है। अरुणाचल प्रदेश के तालोम रुकबो भी उन्ही में...

26 नवंबर भारतीय संविधान दिवस
इतिहास

संविधान दिवस: भारतीय चिंतन परंपरा की दृष्टि से संविधान 

26 November 2025

भारत में संविधान दिवस  प्रतिवर्ष  26 नवंबर को मनाया जाता है। यह मात्र एक स्मृति-दिवस नहीं, बल्कि उस ऐतिहासिक क्षण का उत्सव है जब 1949...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited