TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

रतलाम की घटना दान-दक्षिणा की नहीं, ब्राह्मण विरोध की कहानी है

रतलाम में महालक्ष्मी मंदिर के पुजारी द्वारा दक्षिणा में मिले पैसों को अपनी जेब में रखने पर मचा बवाल!

Aniket Raj द्वारा Aniket Raj
23 November 2021
in मत
दक्षिणा
Share on FacebookShare on X

कहते हैं जब शासन न्यायोचित होता है तब धर्म, न्याय और राज्य स्वयं ही सर्वांगीण विकास की ओर उन्मुख होने लगते हैं। 2014 में भारत की जनता ने एक न्यायोचित शासक को चुना जो “धर्मो रक्षति रक्षतः” के मार्ग पर चलनेवाला है। एकाएक धर्म और धार्मिक महानुभावों का गौरव लौटने लगा। सरकार ने कभी 10% आरक्षण देकर तो कभी भाजपा शासित कर्नाटक सरकार ने अर्थदान देकर इनके सामर्थ्य और महत्व को सुनिश्चित किया। स्वाभाविक रूप से भगवाधारियों के उदय से राष्ट्रविरोधी तत्व सबसे ज्यादा भयक्रांत होते हैं। इसी क्रम में हाल के दिनों में एक पुजारी द्वारा दक्षिणा दानपत्र में डालने के बजाए जेब में रखने का वीडियो वामपंथियो द्वारा वायरल किया गया।

महालक्ष्मी मंदिर की घटना

रतलाम के प्रसिद्ध महालक्ष्मी मंदिर में पांच दिवसीय दीपोत्सव के दौरान एक पुजारी का वीडियो सामने आया। वीडियो में मंदिर के पुजारी दक्षिणा में मिले पैसों को दान पेटी में डालने की बजाय अपनी जेब में रखते नजर आ रहे थे।

संबंधितपोस्ट

शिवलिंग पर पांव रख इमरान ने बनाई Reel, गुस्साए लोगों ने पुलिस के सामने ही कर दी धुनाई

बलिदानी मेजर की ब्राह्मण पहचान छिपाई, पत्नी की ईसाई पहचान दिखाई: कमल हासन-उदयनिधि स्टालिन की फिल्म में प्रोपेगंडा

क्या Brahmin Welfare Board लगाएगी एमपी बीजेपी की नैया पार?

और लोड करें

वीडियो के वायरल होने के बाद कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने मामले की जांच के आदेश दिए तथा एसडीएम अभिषेक गहलोत ने पुजारी को नोटिस जारी कर मामले पर जवाब मांगा है।

इस बात पर हिंदू संगठन उग्र हो गए। संस्था के कार्यकर्ताओं ने मंदिर पहुंचकर पुजारी का सम्मान किया और उनकी दक्षिणा उनको लौटते हुए प्रशासन को फिर से कार्रवाई करने की चुनौती दी।

विवाद अत्यंत सरल है और उससे भी सरल है इसका न्याय। परंतु, इसके लिए हिन्दू धर्म को लेकर आपकी अवधारणा पूर्णतः स्पष्ट और अंतरात्मा अत्यंत जागृत होनी चाहिए। विवाद में दो पक्ष है- हिन्दू समाज और सरकार, विवाद का कारण है- पुजारी द्वारा पैसे जेब में रखना।

क्योंकि प्रशासन का कहना है कि यह मंदिर सरकारी नियंत्रण में है। इसमें आने वाले दान पर सरकार का अधिकार होता है। इसलिए, प्रशासन ने पुजारी को नोटिस जारी किया है।

सरकार शक्ति का प्रयोग कर हमारे सांस्कृतिक और धार्मिक प्रतिष्ठानों पर नियंत्रण तो स्थापित कर लेती है पर, हमारी धार्मिक पुस्तकों के पृष्ठों को पलटने में पीछे रह जाती है। शायद, इसीलिए ऐसे कुतर्क गढ़े जाते हैं। इन पुस्तकों को पढ़ा तो हमने भी नहीं है बस पूर्वजों की बताई परंपरा के अनुरूप इनका पालन करते हैं। शायद, इसीलिए ऐसे कुतर्कों के आगे हम ढह जाते हैं। चलिये, हम अपने पाठकों को समझाते हैं कि आखिर सरकार इस मामले में क्यों गलत है और कितनी गलत है?

अतः, सबसे पहले हमें इस प्रश्न को समझना होगा कि पुजारी ने जो पैसे अपनी जेब में रखे वो क्या थे? उत्तर है- पुजारी ने अपनी जेब में जो पैसे रखे वो दान नहीं, दक्षिणा थे। हिंदू समाज में निःस्वार्थ रूप से देने/प्रदान करने को तीन तरीकों से वर्गीकृत किया जा सकता है: दक्षिणा, भिक्षा और दान। दक्षिणा सेवा शुल्क है जिसे अंग्रेज़ी में repayment कहते हैं। भिक्षा एक प्रकार का परोपकार है, जिसमें पाने वाला व्यक्ति देनेवाले का ऋणी होता है। इसे अंग्रेज़ी में alms कहते हैं। जबकि दान उत्कृष्ट मानवीय धर्म है, जिसमें देनेवाला निःस्वार्थ भाव से बस अर्पण करता है और प्राप्त करनेवाला भी चुकाने के किसी बंधन से मुक्त होता है। लेकिन अर्थ अक्सर भ्रमित करने वाले होते हैं, क्योंकि लोग अज्ञानतावश एक ही शब्द का अलग-अलग संदर्भों में अलग-अलग उपयोग करते हैं। आपका भ्रमित होना भी नैसर्गिक है क्योंकि अंग्रेजीयत के मुक़ाबले आपकी सनातन संस्कृति की शब्दावली इतनी सम्पन्न जो है।

मंदिर के पुजारी ने भक्तों को विधि विधान से पूजन कराया। इसके बदले में उन्हे अपने यजमान से दक्षिणा स्वरूप पैसे प्राप्त हुए जिसका एकमेव अधिकारी मंदिर का पुजारी ही है।

दक्षिणा की परंपरा

“The Cost of Poor Brahmin” नामक अपनी पुस्तक में निधीन शोभना बताते हैं कि प्रमुख रूप से पश्चिमी भारत में पेशवा शासन के दौरान दक्षिणा को ब्राह्मणों के लिए एक आधिकारिक बंदोबस्ती के रूप में स्थापित किया गया था। पेशवा शासन के तहत, दक्षिणा पर वार्षिक खर्च कभी भी दस लाख रुपये से कम नहीं था। सन 1758 में, पेशवा बाजीराव के दौरान यह राशि अठारह लाख रुपये तक पहुंच गई। इस दक्षिणा के बदले धार्मिक संस्थानों से जुड़े लोग और मंदिर के पुजारियों ने मराठा साम्राज्य की हर स्तर पर मदद की, राज्य को अपनी सेवा दी।

यह सेवा शिक्षण से लेकर शासन- प्रशासन, कर, अर्थ, न्याय, धर्म, रक्षा और राज्य संचालन तक फैली हुई थी। हिन्दू समाज उस सनातन संस्कृति का संवाहक है जिसके धर्मावलम्बियों ने धर्म और धार्मिक संस्थानो का प्रयोग कर कभी शासन पर नियंत्रण नहीं किया, ना ही जनता के शोषक बने। हमारे धर्म संस्थान और मंदिर तो हमेशा जनता के सेवक और राज्य के संवर्धक बनकर रहे। विश्वास ना आए तो केरल के नम्बूदरी ब्राह्मण और पद्मनाभ मंदिरों को देखिये। इन्हीं दान-दक्षिणा और मंदिरों के बदौलत हम सोने की चिड़िया कहलाए।

कालांतर में जब राष्ट्र स्वतंत्र हुआ तब इन्हीं पुजारियों ने मंदिरों को राष्ट्र के अर्थ संसाधन में परिवर्तित कर दिया और खुद के लिए रखी बस दो जून की रोटी खाने लायक दक्षिणा। राष्ट्र को सम्पदा सम्पन्न करने के लिए इन्हीं पुजारियों ने मंदिरों के कपाट खोल दिये और खुद के लिए रखा बस एक जोड़ी भगवा। इतना महान कृत्य उन्होंने तब किया, जब अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक प्रतिष्ठान अपने संस्थान का संचालन स्वयं करते हैं, चाहे मस्जिद हो या चर्च। इसके अलावा मौलवियों और पादरियों को कई राज्यों में अलग से वेतन दिया जाता है और इससे भी दुखदायी स्थिति तो यह है कि केवल हिंदुओं के ही मंदिर सरकारी नियंत्रण में हैं।

मजाल है किसी कलक्टर साहब की, जो किसी मौलवी द्वारा रखे गए ज़कात या फिर खैरात पर सवाल उठा दें। एक सत्यनिष्ठ, धर्मनिष्ठ पुजारी पर लंछान लगा उसे दान-दक्षिणा के पचड़े में फंसाना शर्मिंदगी का विषय है और मंदिर हो ही नियंत्रण में रखना सरकार के मक्कारी का परंतु, आपकी अज्ञानता और चुप्पी क्या चिंतन और दुर्भाग्य का विषय नहीं है? दो वाक्यों के साथ आप विचार करिएगा।

“परशुराम नें तो दुनिया जीती

पर शासन का मोह कहाँ था

दधीचि ने तो हड्डी दे दी

पर, इंद्रासन का लोभ कहाँ था

और आपको लगता है उस पुजारी को 50 रूपए का लोभ था। शर्म आनी चाहिए समाज को।”

Tags: दक्षिणाब्राह्मणमहालक्ष्मी मंदिररतलाम
शेयर44ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

कभी देश का 40वां सबसे स्वच्छ शहर था नोएडा, आज वह टॉप-10 में है

अगली पोस्ट

UK ने चुपचाप COVAXIN को दी मंजूरी!

संबंधित पोस्ट

ऑपरेशन सिंदूर 2:0
मत

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

21 November 2025

पाकिस्तान एक आतंकी मुल्क है और इसमें शायद ही किसी को कोई संशय हो, ख़ुद पाकिस्तान के मित्र भी न सिर्फ इसे अच्छी तरह जानते...

शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं
चर्चित

कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

21 November 2025

कांग्रेस के नेता देश ही नहीं विदेशों में भी जाकर लोकतंत्र बचाने की दुहाई देते रहते हैं। लेकिन जब बारी आंतरिक लोकतंत्र की आती है...

आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश
चर्चित

दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

17 November 2025

NIA ने स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली में लाल किले के पास हुआ धमाका, सामान्य हमला नहीं बल्कि फिदायीन हमला था। यानी आई-20 कार...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited