1995-2007 के शानदार ऑस्ट्रेलियाई युग के दौरान, टीम स्टीव वॉ, रिकी पोंटिंग, ग्लेन मैकग्रा जैसे महान खिलाड़ियों से भरी थी। हालांकि, उनके आमने-सामने के रवैये के कारण भारतीय दर्शकों ने उन्हें पसंद नहीं किया। लेकिन इसमें सबसे बड़े अपवाद स्वरुप हैं आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज है ब्रेट ली, जो भारतीय उपमहाद्वीप में सबसे लोकप्रिय और सम्मानित ऑस्ट्रेलियाई हैं। क्रिकेट मैदान के बाहर उनका भारत और भारतीयों से विशेष लगाव रहा है।
8 नवंबर 1976 में न्यू साउथ वेल्स में जन्मे ब्रेट ली ने काफी कम उम्र में ही एक खतरनाक तेज गेंदबाज बनने का फैसला कर लिया था। आरंभ से ही उनका कहना था कि, “मैं दुनिया का सबसे तेज गेंदबाज बनना चाहता हूं और ऑस्ट्रेलिया से खेलना चाहता हूं।” आज 718 अंतराष्ट्रीय विकेट के साथ, वह ऑस्ट्रेलिया के तीसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने 380 एकदिवसीय विकेट 23.36 के शानदार औसत से विकेट चटकाए हैं।
वह दक्षिण अफ्रीका में 2003 विश्व कप में उछाल भरे और तेज विकेटों पर सबसे खतरनाक गेंदबाजों में से एक थे। उनकी गेंदबाजी के दौरान स्पीडोमीटर नियमित रूप से 150 किमी/घंटा से अधिक पहुंच जाता था। एक मैच में उन्होंने तकनीकी रूप से मजबूत मार्वन अटापट्टू के स्टंप को उड़ा दिया, उस गेंद की स्पीड 160.7 किमी/घंटा थी। हालांकि, ब्रेट ली विश्व के सबसे तेज गेंदबाज थे, लेकिन उन्होंने शायद ही कभी Bad Boy वाली इमेज के संकेत दिखाए, जो कहा जाता है कि हर तेज गेंदबाजों के पास होता है। वास्तव में ली को दुनिया भर में सबसे विनम्र और प्रिय क्रिकेटरों में से एक माना जाता है।
और पढ़िए: विराट एंड कंपनी ने भारतीय क्रिकेट को कैश से चलने वाला ड्रामा शो बना दिया है
भारत को अपना दूसरा घर मानते हैं ब्रेट ली
जुलाई 2012 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले इस तेज गेंदबाज को मैदान के बाहर अपने आकर्षक और मजाकिया अंदाज के लिए जाना जाता है। ली की भारत में बहुत बड़ी फैन फॉलोइंग भी है। ऐसा लगता है कि भारतीय प्रशंसकों और ली के बीच प्यार की भावना परस्पर है, क्योंकि अनुभवी गेंदबाज ने अतीत में कई मौकों पर भारत के लिए अपनी आत्मीयता व्यक्त की है। एक बार ब्रेट ली ने एक इवेंट में कहा कि भारत उनका ‘दूसरा घर’ है। साल 2013 में एक साक्षात्कार के दौरान इस तेज गेंदबाज ने खुलासा किया था कि भारत उनके लिए विशेष है, क्योंकि वह लंबे समय से देश का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें यहां की संस्कृति पसंद है, जो उन्होंने अपनी हर भारत यात्रा पर देखा था। ब्रेट ली ने यहां तक कहा था कि भारत के लोगों ने उन्हें अपने बेटे के रूप में प्यार दिया है।
ब्रेट ली का भारत के खिलाफ एक शानदार रिकॉर्ड है, उन्होंने सचिन तेंदुलकर को 14 बार, राहुल द्रविड़ को 12 बार, वीरेंद्र सहवाग को 11 बार और वीवीएस लक्ष्मण को 10 बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आउट किया है। बावजूद उसके भारतीय उनसे कभी नफरत नहीं कर पाये। एक बार उन्होंने सचिन को अनजाने में खतरनाक बीमर मार दिया था, जिसके बाद उन्होंने तुरंत सचिन से माफी भी मांगी थी। उनकी यही विनम्रता भारतीयों को पसंद आती है।
ब्रेट ली को है हिंदी भाषा से लगाव
बता दें कि साल 2006 में भारत में खेली गई ICC चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान ब्रेट ली ने भारत की महान गायिका आशा भोंसले के साथ ‘You’re the One For Me’ युगल गीत गाया। उन्हें हिंदी भाषा से कुछ अधिक ही लगाव है। एक बार एक टॉक शो में उन्होंने अपने गिटार पर एक हिंदी गीत ‘मुक़ाबला’ बजाया था। वह सिडनी में एक ‘Fusions Café and Book Shop’ नामक रेस्तरां भी चलाते हैं, जो भारतीय व्यंजनों के लिए लोकप्रिय है। इसके अलावा, उन्होंने फिल्म Victory और UNIndia में मुख्य भूमिका निभाई है। वह भारतीय जनता के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए भारत में विभिन्न चैरिटी कार्यक्रम चलाते हैं।
ली ने ‘Mewsic’ की शुरुआत की, जो 2007 से भारत में एक धर्मार्थ फाउंडेशन है। यह फाउंडेशन संगीत से वंचित लोगों की संगीत में भागीदारी की सुविधा प्रदान करता है। ब्रेट ली भारत में सबसे अधिक पसंद किए जाने वाले ऑस्ट्रेलियाई लोगों में से एक हैं। स्टार स्पोर्ट्स पर उनकी टिप्पणी लाखों भारतीयों द्वारा गहरी दिलचस्पी के साथ देखी जाती है। यही नहीं, उन्होंने पैट कमिंस जैसे खिलाड़ियों को भारत से प्यार करने के लिए प्रेरित किया है। उनकी मैदान पर निर्ममता और उसके बाहर सज्जनता आने वाली पीढ़ी के क्रिकेटरों के लिए एक उदाहरण है। The smiling assassin के नाम से मशहूर ब्रेट ली भारतीयों के दिलों में हमेशा रहेंगे!
और पढ़ें: ‘ये भेदभाव क्यों?’, विराट कोहली की हिपोक्रिसी पर वीरेंद्र सहवाग का तंज