TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Golden Temple Amritsar

    स्वर्ण मंदिर में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, सिमरनजीत मान ने भिंडरावाले को बताया शहीद

    Lucknow Police Encounter

    लखनऊ में 3 साल की बच्ची से दरिंदगी, 24 घंटे में पुलिस ने एनकाउंटर में किया ढेर

    Mahua Moitra Pinaki Mishra

    65 के पिनाकी मिश्रा की हुईं 50 की महुआ मोइत्रा, गठबंधन पर क्यों हो रही इन विवादों की चर्चा?

    Sharmistha Panoli Calcutta High Court

    शर्मिष्ठा पनोली को जमानत के साथ हिदायत, कोर्ट रूम में क्या हुआ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    Donald Trump Quiet Skies Program Elon Musk

    एलन मस्क से विवाद के बीच डोनाल्ड ट्रंप को क्यों बंद करना पड़ा ‘क्विट स्काईज’ प्रोग्राम?

    ट्रंप बनाम मस्क

    ट्रंप बनाम मस्क: जानें इस हाई-प्रोफाइल ब्रेकअप का भारत पर क्या होगा असर!

    एपस्टीन के साथ मेलानिया और डोनाल्ड ट्रंप

    The Epstein files: घिनौना काम करने वाले ट्रंप के ‘दोस्त’ जेफ्री एपस्टीन के रहस्यमई अंत में छिपे हैं कौन से काले राज़?

    आइलैंड में लगभग सभी लैंडफिल साइट्स पूरी क्षमता पर पहुंच गई हैं (Photo - Canva)

    बाली की बड़ी पहल: पानी की छोटी बोतलें होंगी बैन, पर्यावरण को मिलेगी राहत

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Golden Temple Amritsar

    स्वर्ण मंदिर में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, सिमरनजीत मान ने भिंडरावाले को बताया शहीद

    Lucknow Police Encounter

    लखनऊ में 3 साल की बच्ची से दरिंदगी, 24 घंटे में पुलिस ने एनकाउंटर में किया ढेर

    Mahua Moitra Pinaki Mishra

    65 के पिनाकी मिश्रा की हुईं 50 की महुआ मोइत्रा, गठबंधन पर क्यों हो रही इन विवादों की चर्चा?

    Sharmistha Panoli Calcutta High Court

    शर्मिष्ठा पनोली को जमानत के साथ हिदायत, कोर्ट रूम में क्या हुआ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    Donald Trump Quiet Skies Program Elon Musk

    एलन मस्क से विवाद के बीच डोनाल्ड ट्रंप को क्यों बंद करना पड़ा ‘क्विट स्काईज’ प्रोग्राम?

    ट्रंप बनाम मस्क

    ट्रंप बनाम मस्क: जानें इस हाई-प्रोफाइल ब्रेकअप का भारत पर क्या होगा असर!

    एपस्टीन के साथ मेलानिया और डोनाल्ड ट्रंप

    The Epstein files: घिनौना काम करने वाले ट्रंप के ‘दोस्त’ जेफ्री एपस्टीन के रहस्यमई अंत में छिपे हैं कौन से काले राज़?

    आइलैंड में लगभग सभी लैंडफिल साइट्स पूरी क्षमता पर पहुंच गई हैं (Photo - Canva)

    बाली की बड़ी पहल: पानी की छोटी बोतलें होंगी बैन, पर्यावरण को मिलेगी राहत

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

इन 3 कारणों से Z श्रेणी की सुरक्षा नहीं चाहते हैं असदुद्दीन ओवैसी

ओवैसी तुम्हारे 'मायाजाल' में नहीं फंसेगी जनता!

Shashwat Singh द्वारा Shashwat Singh
8 February 2022
in चर्चित
इन 3 कारणों से Z श्रेणी की सुरक्षा नहीं चाहते हैं असदुद्दीन ओवैसी
Share on FacebookShare on X

“असत्य को जीत का मंत्र पता नहीं होता है, इस कारण असत्य वह जीवन भर केवल षड़यंत्र रचते रहता है”

कुछ ऐसा ही हाल भारत में लोकसभा सांसद और AIMIM पार्टी के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का है। कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश के हापुड़ में ओवैसी के काफिले पर उस समय फायरिंग की गई थी, जब वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनाव संबंधी कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद दिल्ली लौट रहे थे। हालांकि, हापुड़ पुलिस ने गोलीबारी में शामिल दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि कई टीमें मामले की जांच कर रही हैं। पुलिस ने इस संदर्भ में कहा कि ओवैसी की गाड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 24 के हापुड़-गाजियाबाद खंड पर छिजारसी टोल प्लाजा के पास से गुजर रही थी, तब यह घटना घटी। वहीं, असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ।

और पढ़ें: ओवैसी की सलामती के लिए चढ़ाई गई 101 बेज़ुबानों की बलि, PETA ने साधी चुप्पी

संबंधितपोस्ट

जहाज और कश्तियों की जंग में ‘डूबते’ मुस्लिम

दिल्ली चुनाव परिणाम: मुस्लिम बहुल सीटों पर कैसा रहा BJP का प्रदर्शन, कितना खेला कर पाए औवेसी?

तिरुपति के लड्डू को लेकर विवाद के बाद TTD का बड़ा फैसला, गैर-हिंदू गतिविधियों को लेकर हटाए गए 18 कर्मचारी

और लोड करें

ओवैसी ने Z श्रेणी की सुरक्षा से किया इंकार

ओवैसी ने हिंदी में ट्वीट करते हुए लिखा, “कुछ देर पहले छिजारसी टोल गेट पर मेरी गाड़ी पर गोलियाँ चलाई गयी। 4 राउंड फ़ायर हुए। 3-4 लोग थे, सब के सब भाग गए और हथियार वहीं छोड़ गए। मेरी गाड़ी पंक्चर हो गयी, लेकिन मैं दूसरी गाड़ी में बैठ कर वहाँ से निकल गया। हम सब महफ़ूज़ हैं। अलहमदु’लिलाह।“ वहीं, सोशल मीडिया पर इस बात की भी चर्चा हो रही है कि यूपी चुनाव में अपनी ज़मीन तलाश रहे ओवैसी ने यह घटना अपने ही इशारे पर कराई है। जिस प्रकार पहले भी कई बार राजनेता अपने ऊपर हमला कराकर लाइमलाइट लेने का प्रयास करते है, ठीक वही प्रयास ओवैसी भी अजमा रहे हैं।

कुछ देर पहले छिजारसी टोल गेट पर मेरी गाड़ी पर गोलियाँ चलाई गयी। 4 राउंड फ़ायर हुए। 3-4 लोग थे, सब के सब भाग गए और हथियार वहीं छोड़ गए। मेरी गाड़ी पंक्चर हो गयी, लेकिन मैं दूसरी गाड़ी में बैठ कर वहाँ से निकल गया। हम सब महफ़ूज़ हैं। अलहमदु’लिलाह। pic.twitter.com/Q55qJbYRih

— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) February 3, 2022

वहीं, इस घटना के बाद भारत सरकार ने असदुद्दीन ओवैसी को z श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने की घोषणा की लेकिन बाद ओवैसी ने खुद केंद्र द्वारा दी गई जेड सुरक्षा को खारिज कर दिया। ओवैसी ने कहा कि “वह मरने से नहीं डरते हैं, लेकिन ‘ए श्रेणी के नागरिक’ के रूप में रहना चाहते हैं।” बताते चलें कि मामले की गंभीरता को देखते हुए अमित शाह ने सोमवार को संसद में कहा, “ओवैसी पर हमले का फिर से आकलन किया गया है और उन्हें एक बुलेटप्रूफ वाहन और जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। लेकिन, मौखिक जानकारी के अनुसार उन्होंने इसे मानने से इनकार कर दिया है। मैं उनसे केंद्र सरकार द्वारा उन्हें दी गई सुरक्षा को स्वीकार करने का अनुरोध करता हूं।”

ऐसे में सवाल उठना स्वाभाविक है कि भारत सरकार द्वारा दी जा रही Z श्रेणी की सुरक्षा से ओवैसी क्यों मना कर रहे हैं? चलिए हम आपको बताते हैं। दरअसल, इसके पीछे तीन कारण हैं।

पहला कारण: ओवैसी पर कोई हमला नहीं हुआ

दरअसल, ओवैसी पर हुए हमले को लेकर अब आम जनमानस भी शक करने लगी है। ओवैसी द्वारा दिखाए गए उनकी कार की तस्वीर में कार के सबसे निचले बिंदु पर दो बुलेट शॉट हैं। हम कोई विशेषज्ञ नहीं हैं लेकिन जब एक हत्यारा अपने लक्ष्य को साधना चाहता है तो वह शरीर के महत्वपूर्ण हिस्सों यानी ऊपरी धड़ को निशाना बनाता है। लेकिन गोलियों के छेद से पता चलता है कि हत्यारों ने उनके ऊपरी शरीर को निशाना नहीं बनाया था। हत्यारे जानते थे कि असदुद्दीन ओवैसी भारत के सबसे हाई-प्रोफाइल नेताओं में से एक हैं।

उनके प्रति किसी भी तरह की अप्रिय घटना की गहन जांच की जाएगी। यह सब जानते हुए हत्यारों ने अपनी बंदूकें घटना स्थल पर ही छोड़ दी, जोकि एक मूर्खता प्रतीत है। वहीं, इस बात की पूरी संभावना है कि बंदूकों पर उनकी उंगलियों के निशान जांचकर्ताओं के निपटान में उपलब्ध बायोमेट्रिक्स डेटा के ढेर से मेल खाएंगे। ऐसे में, कहा जा सकता है कि इस घटना को जानबूझकर अंजाम दिया गया। वहीं, इस नाटकीय घटनाक्रम से ऐसा प्रतीत होता है कि ओवैसी पर कोई हमला हुआ हीं नहीं है ।

दूसरा कारण: खुद पर एक और हमला करवा सकते हैं ओवैसी

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता असदुद्दीन ओवैसी मुस्लिम समुदाय के राष्ट्रीय नेता बनने की ओर अग्रसर हैं। उनका चुनावी आधार हैदराबाद के अलावा अब महाराष्ट्र और बिहार के साथ दुसरे राज्यों में भी फैल गया है। पिछले साल हुए बंगाल चुनाव में मुसलमानों द्वारा दरकिनार होने के बाद ओवैसी अब अपने ऊपर हमला का मुद्दा उछाल कर मुसलमानों को भावुक और दिग्भ्रमित करना चाहते हैं ताकि आगामी उत्तर प्रदेश चुनाव में मुसलामानों का वोट पूरी तरह से अपने पाले में ला सकें। ओवैसी यह समझ चुके हैं कि मुसलामानों को रिझाना है तो इस तरह के सियासी चाल चलना जरुरी है। ऐसा पूरा अनुमान है कि उत्तर प्रदेश चुनाव के समय मुस्लिम वोट बैंक की लालसा में ओवैसी खुद पर फिर से ऐसे ही नाटकीय हमला करवा सकते हैं।

और पढ़ें: ओवैसी की हत्या के लिए किसी ने नौसिखिए हमलावर को चुना किंतु हमारे अनुमान में ओवैसी खुद ही हैं

तीसरा कारण: सहानुभूति दिखाकर मुस्लिम वोट बैंक हथियाना

ओवैसी Z श्रेणी की सुरक्षा को खारिज कर अधिक से अधिक मुसलमानों को अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हैं। ओवैसी ने अब अपने आपको महान साबित करने के लिए स्वांग रचाना शुरू कर दिया है। किसी मझे हुए फ़िल्मी अभिनेता की तरह उन्होंने कहा है कि “मुझे Z-श्रेणी की सुरक्षा नहीं चाहिए। मैं चुप नहीं रहने वाला… मुझ पर गोली चलाने वालों के खिलाफ UPA क्यों नहीं लगाया गया? मुझे सुरक्षा नहीं चाहिए, लेकिन आप उनके खिलाफ UPA लागू करें। मैं जीना चाहता हूं, बोलो। मुझे जीने के लिए आवाज उठानी है। गरीब सुरक्षित रहेंगे तभी मेरा जीवन सुरक्षित रहेगा। अगर संविधान गरीबों, कमजोरों और अल्पसंख्यकों को सुरक्षा प्रदान करता है, तो मैं भी सुरक्षित रहूंगा। मुझे पता है कि हम में से प्रत्येक के लिए मृत्यु होगी।”

बता दें कि ओवैसी जिस उद्देश्य से यूपी की राजनीति में आए थे, उन्हें जनता से उस तरह की प्रतिक्रिया मिलती नहीं दिख रही है। मुस्लिम मतदाताओं के वोटों का ध्रुवीकरण करने की तीव्र इच्छा के साथ आए असदुद्दीन ओवैसी को राज्य में पहले से स्थापित पार्टियों ने बहुत पीछे छोड़ दिया है। एक दौर था जब ओवैसी ओमप्रकाश राजभर के साथ चुनाव लड़ने की बात कर रहे थे, आज वही राजभर स्वयं अखिलश यादव के साथ हमजोली हो चले हैं।

ऐसे में, इन सब बातों से वो देश के मुसलमानों की सहानुभूति बटोरना चाहते हैं। इसमें कोई दोराय नहीं है कि पिछले कुछ वर्षों से ओवैसी देश में मुसलमानों के हितैषी बन कर उभरे हैं। वहीं, विभिन्न राज्यों में विधानसभा के चुनाव के दौरान उनकी पार्टी हर एक राज्य में चुनाव लड़ रही है। वो मुसलामानों का वोट प्राप्त करने के लिए कुछ भी कर गुजरने के लिए तैयार हैं। चाहे फिर राजनीतिक नाटक या फिर कथाकथित खुद पर हमला ही क्यों न कराना पड़े!

Tags: AIMIMअसदुद्दीन ओवैसीजेड सिक्यूरिटी
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

PM मोदी ने विपक्ष पर किए 10 बड़े प्रहार, विरोधियों को किया धराशायी!

अगली पोस्ट

भारतीयों के दबाव में झुकी हुंडई इंडिया, बिना शर्त मांगी माफी

संबंधित पोस्ट

World bank
चर्चित

विश्व बैंक की रिपोर्ट में दिखा मोदी युग के आर्थिक बदलाव का असर, 26.9 करोड़ लोग बेहद गरीबी से बाहर

7 June 2025

मोदी सरकार के नेतृत्व में पिछले एक दशक में भारत ने अत्यधिक गरीबी को कम करने की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है।...

एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप के बीच जारी है 'जंग'
चर्चित

ट्रंप से लड़ाई के बीच एलन मस्क को लेकर भारत का बड़ा एलान

6 June 2025

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क के बीच चल रही 'जंग' के बीच भारत में इंटरनेट और संचार...

जम्मू-कश्मीर में पीएम मोदी ने पाकिस्तान को सुनाई खरी-खरी
चर्चित

भारत में दंगे कराना चाहता था पाकिस्तान लेकिन…: जम्मू-कश्मीर से पीएम मोदी का कड़ा संदेश, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर कही ये बात

6 June 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के कटरा में ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि अब...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited