TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    मुजफ्फरपुर का गोलू हत्याकांड: जंगलराज की सबसे भयावह दास्तान

    मुजफ्फरपुर का गोलू हत्याकांड: जंगलराज की सबसे भयावह दास्तान

    INDIA-Pakistan match

    BCCI के लिए संदेश: ‘काली पट्टी’ बांधो या न बांधों- पहलगाम के जख्म ‘हरे’ ही रहेंगे

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    Operation Polo

    ऑपरेशन पोलो: जब दिल्ली में बम गिराने जा रहा था पाकिस्तान

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    मुजफ्फरपुर का गोलू हत्याकांड: जंगलराज की सबसे भयावह दास्तान

    मुजफ्फरपुर का गोलू हत्याकांड: जंगलराज की सबसे भयावह दास्तान

    INDIA-Pakistan match

    BCCI के लिए संदेश: ‘काली पट्टी’ बांधो या न बांधों- पहलगाम के जख्म ‘हरे’ ही रहेंगे

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    Operation Polo

    ऑपरेशन पोलो: जब दिल्ली में बम गिराने जा रहा था पाकिस्तान

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

“वामपंथी मूर्ख नहीं हैं, उनके लिए अल्पसंख्यक बस मुस्लिम हैं”, ऋषि सुनक पर रो रहे हैं

इनकी कुंठा लाइलाज है!

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
25 October 2022
in विश्व
अल्पसंख्यक

Source- TFI

Share on FacebookShare on X

आखिर वही हुआ जिसकी सबको कई दिनों से प्रतीक्षा थी। 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर अब एक अंग्रेज़ नहीं, एक देसी का शासन होगा। ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक दीपावली के शुभ अवसर पर निर्विरोध रूप से ब्रिटेन के प्रधानमंत्री चुने गए हैं। वो ब्रिटेन के प्रथम हिन्दू एवं प्रथम अश्वेत प्रधानमंत्री बने हैं। परंतु क्या इन सब बातों के लिए वो चर्चा में हैं? क्या वो इसलिए चर्चा में है कि वो किस तरह से ब्रिटेन को संकट से उबारने में सहायता करेंगे? बिल्कुल नहीं। ऋषि सुनक चर्चा में है तो वामपंथियों की कृपा से, जो बधाई भी दे रहे हैं तो तंज का तड़का लगाकर। इस लेख में हम आपको वामपंथियों की इसी घृणित और कुत्सित विचारधारा से अवगत कराएंगे, जो अब इस बात पर रो रहे हैं कि ऋषि सुनक ने इनके ‘अल्पसंख्यक’ की पारंपरिक परिभाषा कैसे बदल दी।

और पढ़ें: रिवर्स कॉलोनाइजेशन? भारतीयों ने यूके की अर्थव्यवस्था में योगदान दिया, अब यूके के नए वित्त मंत्री इसे चला रहे हैं

संबंधितपोस्ट

बिहार बनाम तमिलनाडु? चिदंबरम के बयान से गरमाई क्षेत्रीय राजनीति

पाकिस्तान को क्लीन चिट: चिदंबरम के बयान से बवाल, भाजपा बोली इतनी जल्दी क्यों है?

एअर इंडिया विमान दुर्घटना: अमेरिकी और ब्रिटिश एजेंसियां भारतीय जमीन पर जांच क्यों कर रही हैं?

और लोड करें

वामपंथियों का ‘अल्पसंख्यक’ राग तो सुनिए

दरअसल, हाल ही में लिज़ ट्रस के त्यागपत्र देने के बाद ब्रिटेन के कंजरवेटिव पार्टी में चुनाव हुआ कि कौन ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनेगा। इस परिप्रेक्ष्य में ऋषि सुनक ने दावेदारी पेश की। कंजरवेटिव पार्टी में पीएम पद की उम्मीदवारी के लिए 100 सांसदों का समर्थन जरूरी था लेकिन पेनी मोर्डेंट चुनाव में खड़े होने के लिए आवश्यक सांसदों का समर्थन जुटाने में नाकाम रही। वहीं, बोरिस जॉनसन पहले ही उम्मीदवारी की दौड़ से पीछे हट चुके थे। ऐसे में ऋषि सुनक के ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया। सुनक के ब्रिटेन का पीएम चुने जाने की खबर आते होते ही सोशल मीडिया पर भारत का कोहिनूर हीरा वापस लौटाने की मांग तेज हो गई। ऋषभ नाम के एक यूजर ने लिखा, “द एम्पायर स्ट्राइक्स बैक! ऋषि सुनक होंगे ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री। कोहिनूर ​हीरा वापस भिजवा दें।” –

The Empire Strikes Back! #RishiSunak to be the next UK Prime Minister.
.
.
.
.
.
Ps: Kohinoor bhijwa de wapis pic.twitter.com/NXZpIG0uHb

— Rishabh(Insert $8) (@pint_of_saffron) October 24, 2022

पर कुछ महानुभाव ऐसे भी थे, जिन्हें यहाँ भी एजेंडा एजेंडा खेलना सर्वोपरि लगा। उदाहरण के लिए पलानीयप्पन चिदंबरम को देख लीजिए। महोदय ट्वीट करते हैं, “पहले कमला हैरिस, अब ऋषि सुनक, अमेरिका और यूके के नागरिकों ने अपने गैर बहुसंख्यक नागरिकों को सहृदय स्वीकारा है और उच्च पदों पर आसीन किया है। समय आ चुका है कि भारत भी इससे सीख ले, विशेषकर वो पार्टी जो बहुसंख्यकवाद को बढ़ावा देती है” –

First Kamala Harris, now Rishi Sunak

The people of the U.S. and the U.K have embraced the non-majority citizens of their countries and elected them to high office in government

I think there is a lesson to learned by India and the parties that practise majoritarianism

— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) October 24, 2022

लगता है बच्चे को टॉफी नहीं मिली, पर इनपर बाद में आते हैं। शशि थरूर इनके सुर में सुर मिलाते हुए कहते हैं, “अगर ये होता है, तो ये बहुत ही दुर्लभ होगा, वो भी अंग्रेज़ों द्वारा कि एक अल्पसंख्यक को सबसे शक्तिशाली पद पर बिठाया गया हो। चूंकि हम भारतीय इनके [ऋषि सुनक के] पद पर आसीन होने का उत्सव मना रहे हैं, तो हम भी पूछना चाहते हैं, क्या ऐसा भारत में हो सकता है?” –

और पढ़ें: नंबी नारायणन को लेकर दोबारा से अपनी घृणित चाल चल रहे हैं वामपंथी

If this does happen, I think all of us will have to acknowledge that theBrits have done something very rare in the world,to place a member of a visible minority in the most powerful office. As we Indians celebrate the ascent of @RishiSunak, let's honestly ask: can it happen here? https://t.co/UrDg1Nngfv

— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) October 24, 2022

Breaking: Rishi Sunak to be next British PM: a PM of Indian origin on Diwali day: a glass ceiling has been well and truly broken. Let’s celebrate diversity in Britain and yes, hopefully in India too! #RishiSunak

— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) October 24, 2022

ठहरिए, ये तो मात्र प्रारंभ है। जब बात भारत को नीचा दिखाने की हो तो अपनी महबूबा मुफ्ती कैसे पीछे रहती? महोदया ने ट्वीट किया, “ये बड़े आनंद की बात है कि यूके का प्रथम भारतीय मूल का पीएम मिलेगा। पूरा भारत सही मायनों में इसका उत्सव मना रहा है परंतु हमें याद रखना होगा कि UK में एक अल्पसंख्यक प्रधानमंत्री बना है, जबकि हमारे यहां अल्पसंख्यकों को CAA एवं NRC जैसे विभाजक एवं भेदभावपूर्ण अधिनियमों द्वारा शोषण का सामना करना पड़ता है” –

Proud moment that UK will have its first Indian origin PM. While all of India rightly celebrates, it would serve us well to remember that while UK has accepted an ethnic minority member as its PM, we are still shackled by divisive & discriminatory laws like NRC & CAA.

— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 24, 2022

पता नहीं क्यों परंतु ऐसे ही अवसरों पर “मुन्नाभाई” का वो डायलॉग स्मरण होता है, जिसे अगर इनकी भाषा में परिवर्तित करें, “वो अल्पसंख्यक बनने के लिए मुस्लिम होना जरूरी है क्या?” ऐसा क्यों? असल में ये वही वामपंथी हैं, जो कभी चाहते ही नहीं थे कि ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनें क्योंकि वह मूल रूप से सनातनी हैं, अपने संस्कृति से समझौता नहीं करते इत्यादि। अब चूंकि वह प्रधानमंत्री बन चुके हैं तो इसलिए उनकी आड़ में वे पूछ रहे हैं कि अल्पसंख्यक प्रधानमंत्री कब बनेगा?

अल्पसंख्यकों का मतलब मुस्लिम ही नहीं होता

एक बात बताओ, ये अल्पसंख्यक प्रधानमंत्री क्या होता है और अल्पसंख्यक माने मुसलमान ही क्यों? क्या सिख, जैन, बौद्ध इत्यादि अल्पसंख्यक नहीं होते? यूं तो भारत को खोल खोल के अपनी जन्म पत्री नहीं बनानी चाहिए परंतु हमारे यहां एक गैर हिन्दू प्रधानमंत्री यानी मनमोहन सिंह पूरे दस वर्ष तक देश की सत्ता पर आसीन थे। ठीक है, वह केवल नाम के प्रधानमंत्री थे परंतु वह थे तो सही और जिसके हाथ में कमान थी, वह कौन सा बहुसंख्यक समाज से आती थीं? सोनिया गांधी भी तो कैथोलिक ईसाई है न! इसपर क्या राय है मेरे प्यारे वामपंथी बंधुओं?

हमारे सर्वोच्च पद यानी भारत के राष्ट्रपति पद को एक बार नहीं, दो बार नहीं अपितु अनेकों बार अल्पसंख्यकों द्वारा ग्रहण किया गया है, जिनमें से तीन बार तो मुसलमानों द्वारा ग्रहण किया गया है। उपराष्ट्रपति का पद भी अल्पसंख्यकों द्वारा कई बार ग्रहण किया गया है और सच पूछो तो कैबिनेट मंत्री की सूची गिनने चलिए तो अल्पसंख्यकों की संख्या गिनते गिनते माथे पर बल पड़ जाएंगे।

अब आते हैं मुख्य मुद्दे पर, जिसके कारण वामपंथी अधिक चिढ़े हुए हैं। ब्रिटिश वित्त मंत्री रहते हुए ऋषि सुनक ने कहा था कि भारत-ब्रिटेन के बीच वित्तीय सेवा के क्षेत्र में मुक्त व्यापार समझौते यानी एफटीए को लेकर अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने यह तक कहा था कि दोनों देशों में एफटीए पर वार्ता के साथ घनिष्ठ आदान-प्रदान की रोमांचक उम्मीद है। अगर एफटीए पर बात बनती है तो भारत में इंवेस्टमेंट आने की आपार संभावनाएं होंगी, जिससे अर्थव्यवस्था को और शक्ति मिल पाएगी। प्रथम दृष्टया तो यही जान पड़ता है कि भारत के साथ घनिष्ठ संबंध की सुनक बात करते हैं और तो और भारत के संदर्भ में एफटीए को लेकर भी वो सकारात्मक रवैया रखते हैं।

भारतीय मूल का होने मात्र से समर्थन करना कितना सही

ये तो हुई एफटीए की बात। पर यही नहीं, हमें यह समझना होगा कि कुछ मुद्दों पर ब्रिटिश के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन बोलते कुछ थे और करते कुछ थे जिसमें सबसे पहला बिंदु खालिस्तान समर्थन का था। भारत के अनेकों खालिस्तानी आतंकी ब्रिटेन में शरण लेकर बैठे हैं और ब्रिटेन के कानूनों का उन्हें बड़ा लाभ मिलता है। बोरिस जॉनसन का कहना था कि वो इन आतंकियों पर कार्रवाई करेंगे लेकिन उनकी कथनी और करनी में बड़ा अंतर था और यह भारत ब्रिटेन के संबंधों के बीच कमजोरी की एक अहम वजह था। ऐसे में यह माना जा रहा है कि ऋषि सुनक के आने से ब्रिटेन का रुख भारत के प्रति सकारात्मक रहेगा और भारत के दुश्मनों पर ब्रिटिश सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी।

परंतु इसका अर्थ ये भी नहीं है कि ऋषि सुनक बहुत दूध के धुले है। ज़रूरी नहीं कि भारतीय मूल का होने मात्र से किसी का समर्थन कर देना चाहिए। अगर भारतीय होना इतना ही काम आता तो आज कमला हैरिस वो न होती जो वो हैं। हैरिस के मामले में यह काफी स्पष्ट था और जैसे ऋषि सुनक की उम्मीदवारी का समर्थन किया जा रहा था ठीक उसी तरह भारतीय जड़ों के कारण कमला हैरिस के चुनाव का स्वागत किया गया था। हालांकि, परिणाम क्या रहा वो सबके सामने है। उसी हैरिस-बाइडन प्रशासन ने कश्मीर पर पाकिस्तान समर्थक प्रस्ताव पारित किया।

हैरिस के अतिरिक्त एक ऐसे भारतीय भी रहे हैं जिन्होंने अमेरिकी बनने के बाद स्वयं को भारतीय होने से ही अलग कर लिया था। अमेरिका के लुसियाना के पूर्व गवर्नर भारतीय मूल के बॉबी जिंदल ने अमेरिका में रह रहे भारतीयों को पाठ पढ़ाते हुए कहा था कि “खुद को भारतीय अमेरिकी कहना बंद करें।” उन्होंने स्वयं को भी भारतीय-अमेरिकी कहे जाने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि “उनके माता-पिता भारत से अमेरिका, अमेरिकी बनने आए थे, न कि भारतीय अमेरिकी।” ऐसे में ऋषि सुनक के प्रधानमंत्री बनने मात्र से यह सुनिश्चित नहीं होगा कि भारत और यूके में सब चंगा सी।

और पढ़ें: ‘वामपंथी मीडिया पोर्टल्स’ को दाना पानी देने वाले IPSMF और CPR पर पड़ा आयकर विभाग का छापा

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें.

Tags: अल्पसंख्यकऋषि सुनकपी चिदंबरमब्रिटिशवामपंथी बिरादरी
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

हिंदू त्योहारों पर वामपंथियों के नैरेटिव की निकली हवा, तो अब ‘धुंध-धुंध’ चिल्लाने लगे

अगली पोस्ट

“वो तुम्हें एक भी त्योहार नहीं मनाने देंगे”, नवरात्रों के बाद अब दिवाली पर भी गुजरात में सांप्रदायिक हिंसा

संबंधित पोस्ट

गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा
इतिहास

गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

15 September 2025

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में कई मोर्चे हैं—कुछ किताबों के पहले पन्नों पर दर्ज हैं, तो कुछ हाशिये पर दबे रह गए। 1947 में...

भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम
अमेरिकाज़

भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

15 September 2025

जब भारतीय नौसेना का युद्धपोत आईएनएस त्रिकंद भूमध्यसागर की लहरों पर उतरा, तो यह सिर्फ एक साधारण तैनाती नहीं थी। यह उस भारत की पहचान...

भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी
अर्थव्यवस्था

भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

15 September 2025

फरवरी की ठंडी सुबह, वाशिंगटन के व्हाइट हाउस से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान आया—“भारत टॉप ऑफ द पैक है, लेकिन हमें रेसिप्रोकल टैरिफ चाहिए।”...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

How China’s Military Reach Rises on the Backs of Its Silenced Citizens?

How China’s Military Reach Rises on the Backs of Its Silenced Citizens?

00:08:27

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

00:06:37

Epic Battle of Saragarhi : A Tale of Unmatched Bravery That Every Indian Should Know

00:07:14

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

00:06:42

‘The Bengal Files’ Exposing Bengal’s Darkest Chapter – What Mamata Won’t Show!

00:05:37
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited