Chiku Khane Ke Fayde
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Chiku Khane Ke Fayde के बारे में साथ ही इससे जुड़े चीकू कब खाना चाहिए के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें.
चीकू एक ऐसा फल है जो स्वाद में रसीला और मीठा होने के साथ-साथ स्वास्थ्यवर्द्धक भी होता है। चीकू आजकल लगभग पूरे साल ही बाजार में मिल जाता है। शरीर में अगर पानी की कमी होती है तो चीकू खाने से डिहाइड्रेशन दूर होने के साथ-साथ पौष्टिकता भी मिलती है। आयुर्वेद के अनुसार चीकू एक ऐसा फल है जिसके अनगिनत लाभ है। चीकू में विटामिन और मिनरल भरपूर मात्रा में पाया जाता है। चलिये आगे चीकू के गुणों और फायदों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
चीकू के फायदे –
फोड़ों को सुखाने में फायदेमंद चीकू –
कभी-कभी कोई घाव या फोड़ा सूखने का नाम नहीं लेता है। कच्चे चीकू के फल को पीसकर फोड़ों में लगाने से फोड़े पककर फूट जाते हैं। चीकू का औषधीय गुण फोड़ो को ठीक करने में मदद करता है।
बुखार में फायदेमंद चीकू –
कभी-कभी बिना किसी कारण के बुखार कम होने का नाम नहीं लेता है। चीकू की छाल का काढ़ा बनाकर 5-10 मिली मात्रा में पिलाने से जीर्ण ज्वर में लाभ होता है। बुखार से जल्दी राहत मिलने में चीकू का काढ़ा बहुत ही फायदेमंद होता है।
एनर्जी –
चीकू फल को एनर्जी यानी ऊर्जा का अच्छा स्रोत माना जाता है। खासकर कि चीकू फ्रूट बार को। दरअसल, इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट शरीर को एनर्जी देने का काम कर सकते हैं। इसके अलावा, चीकू में सुक्रोज और फ्रुक्टोज नामक प्राकृतिक शुगर भी होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में लाभदायक माने जाते हैं।
इम्यूनिटी-
चीकू के लाभ में इम्यूनिटी को बढ़ाना भी शामिल है। गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी हरियाणा द्वारा सपोटा पर किए गए शोध के मुताबिक इसमें मौजूद विटामिन-सी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाकर, शरीर को बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाने और उनसे लड़ने में मदद कर सकता है
. प्रेगनेंसी –
कई फल होते हैं जिन्हें गर्भावस्था के दौरान सेवन करना लाभदायक हो सकता है, उन्हीं फलों में से एक है चीकू। कार्बोहाइड्रेट, प्राकृतिक शुगर, विटामिन-सी जैसे कई आवश्यक पोषक तत्वों की उच्च मात्रा से भरपूर होने के कारण इसे गर्भवतियों और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए चीकू को बेहद फायदेमंद माना जाता है।
पाचन और कब्ज –
पाचन क्रिया में सुधार के लिए फाइबर आवश्यक होता है। फाइबर शरीर में मौजूद खाद्य पदार्थों को पचाने के साथ ही अपशिष्ट पदार्थ को मल के माध्यम से बाहर निकालने में मदद कर सकता है। सपोडिला यानी चीकू में भी फाइबर होता है, इसलिए माना जाता है
चीकू कब खाना चाहिए –
चीकू एक पौष्टिक और स्वादिष्ट फल होता है, इसलिए इसका सेवन आप कभी भी कर सकते हैं। आप सुबह उठने के बाद ब्रश करने के बाद चीकू खा सकते हैं या फिर दोपहर में अथवा शाम को या फिर रात को भी चीकू खा सकते हैं।
FAQ
Ques-चीकू खाने के नुकसान ज्यादा है या फिर फायदे ज्यादा है ?
Ans – इसके फायदे ज्यादा है।
Ques-चीकू का आकार कैसा होता है ?
Ans- चीकू के फल का आकार छोटी वाली आलू के जैसा होता है।
Ques-चीकू का रंग कैसा होता है ?
Ans- यह कत्थई कलर का दिखाई देता है।
Ques-चीकू के अन्य नाम क्या है ?
Ans- कन्दुक-फल, सपोटा, गुदालू, शिमाई-ऐलुप्पई, चिकाली, अमेरिकन बुली, नोजबेरी आदि.
Ques-क्या चीकू कैंसर से बचाने में सहायक होता है ?
Ans- जी हां।
Ques-चीकू की तासीर कैसी होती है ?
Ans- चीकू की तासीर ठंडी होती है।
आशा करते है कि Chiku Khane Ke Faydeके बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए हमसे फेसबुक के माध्यम से जुड़े।