Google bard: AI के क्षेत्र में ChatGPT ने गर्दा उड़ा रखा है, उसके समक्ष लगभग सभी कंपनियां पानी मांगने लगी है और गूगल भी उन्हीं में से एक है। वो कैसे? जितनी तेज़ी से रॉकेट मंगल ग्रह पर नहीं पहुंचता, उससे भी तेज़ी से ChatGPT ने अपने 1 मिलियन उपभोक्ता बना लिए हैं। अब मरता क्या न करता, गूगल ने भी हड़बड़ी में अपना AI सर्विस लॉन्च कर दिया परंतु यह हड़बड़ी गूगल को बहुत भारी पड़ी है।
हाल ही में लॉन्च किये गए गूगल AI सेवा “बार्ड” का एक प्रोमोशनल वीडियो जारी हुआ, जिसमें पूछे गए कुछ प्रश्नों के उत्तर भी दिखाए गए। परंतु उन उत्तरों में से एक के वायरल होने पर गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट इंक (Alphabet Inc.) को बड़ा झटका लग गया। Google के एआई चैटबॉक्स बार्ड (Bard) के एक विज्ञापन में एक सवाल का गलत जवाब देना इतना महंगा पड़ा कि कंपनी को एक ही झटके में 100 अरब डॉलर का झटका लग गया। परंतु वो प्रश्न क्या था, जिसके कारण गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली और उसे नुकसान हुआ?
असल में बार्ड की लॉन्चिंग के लिए गूगल ने एक इवेंट आयोजित किया था, जिसमें एक GFX विज्ञापन जारी किया गया। इसी विज्ञापन में एक व्यक्ति ने पूछा, “जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कॉप की किस नई खोज के बारे में मैं अपने 9 साल के बच्चे को बता सकता हूं?”
इस प्रश्न के उत्तर में Google bard ने दो उत्तर दिए और दुर्भाग्यवश उसका दूसरा जवाब गलत निकला। बार्ड के अनुसार, इस टेलीस्कोप से हमारे सोलर सिस्टम के बाहर किसी भी ग्रह की पहली तस्वीर ली गई। परंतु वास्तव में नासा (NASA) के अनुसार, वर्ष 2004 में यूरोपियन एडवांस टेलीस्कोप ने स्पेस के एक्सोप्लैनेट्स सदर्न ऑब्जर्वेटरी के सौर मंडल के बाहर के ग्रहों की तस्वीर ली थी। इस गलत जवाब के बाद गूगल के एआई पर सवाल उठने लगे और उसके बाद अल्फाबेट के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली। कंपनी लोगों को अपनी बात को समझाने में नाकाम रही, जिसका खामियाजा कंपनी को भुगतना पड़ा है।
इसी कारण बुधवार को अल्फाबेट के शेयर 9 फीसदी प्रति शेयर गिरकर 99.05 डॉलर पर पहुंच गए। एक सवाल के गलत जवाब से गूगल को 100 अरब डॉलर यानी 82,60,76,00,00,000 रुपये का भारी नुकसान हुआ है।
कुछ क्षेत्र जीवन में ऐसे होते हैं, जहां आश्वस्त होना या अतिआत्मविश्वासी होना आप अफोर्ड नहीं कर सकते हैं। प्रौद्यौगिकी भी एक ऐसा ही क्षेत्र है, जहां आपको निरंतर प्रयासरत रहना है कि आपके उत्पाद में कोई कमी नहीं रहे। परंतु लगता है गूगल इस बात पर कुछ विशेष ध्यान नहीं दे रहा है और माइक्रोसॉफ्ट के chatGPT की देखादेखी जल्दीबाजी में लॉन्च किया गया उसका अपना चैट बॉक्स (Google bard) नाकाम निकला। उसी के पीछे अब 25 वर्षों में पहली बार गूगल को असहजता होने लगी है।
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