TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    जंगलराज की जड़ें: बिहार के अंधेरे दौर की शुरुआत

    जंगलराज : लालू-राबड़ी राज की स्याह विरासत

    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    यूएन में भारत का प्रहार: पाकिस्तान की असफलता और भारत की मजबूती का खुलासा

    यूएन में भारत का प्रहार: पाकिस्तान की असफलता और भारत की मजबूती का खुलासा

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    जंगलराज की जड़ें: बिहार के अंधेरे दौर की शुरुआत

    जंगलराज : लालू-राबड़ी राज की स्याह विरासत

    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    जंगलराज की जड़ें: बिहार के अंधेरे दौर की शुरुआत

    जंगलराज : लालू-राबड़ी राज की स्याह विरासत

    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    यूएन में भारत का प्रहार: पाकिस्तान की असफलता और भारत की मजबूती का खुलासा

    यूएन में भारत का प्रहार: पाकिस्तान की असफलता और भारत की मजबूती का खुलासा

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    जंगलराज की जड़ें: बिहार के अंधेरे दौर की शुरुआत

    जंगलराज : लालू-राबड़ी राज की स्याह विरासत

    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

गाय राज्यमाता: साधुओं की लाशें… करपात्री महाराज का इंदिरा को वो शाप, जो 18 साल बाद हुआ सच

महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने गाय को राज्यमाता का दर्जा दिया है। 1966 में करपात्रीजी महाराज ने गोवधबंदी के लिए देशभर में साधु-संतों की मुहिम चलाई थी।

Sudhakar Singh द्वारा Sudhakar Singh
30 September 2024
in चर्चित, राजनीति
गाय राज्यमाता: साधुओं की लाशें… करपात्री महाराज का इंदिरा को वो शाप, जो 18 साल बाद हुआ सच

करपात्रीजी महाराज ने गोरक्षा के लिए 1966 में किया था ऐतिहासिक आंदोलन

Share on FacebookShare on X

सनातन धर्म के लिए गाय माता का रूप है। उसमें देवी-देवताओं के निवास करने की मान्यता है। गोरक्षा के लिए हिंदू संगठनों की मुहिम कई राज्यों में देखने को मिलती रही है। अब महाराष्ट्र से अच्छी खबर यह है कि वहां गाय को राज्यमाता का दर्जा मिल गया है। देश के गोरक्षा आंदोलन ने वह दौर भी देखा है, जब सैकड़ों साधुओं ने अपना बलिदान दिया था। पूर्ण गोवधबंदी के लिए हजारों साधुओं ने दिल्ली में डेरा डाल दिया था। उनका नेतृत्व कर रहे थे महान गोरक्षक स्वामी करपात्रीजी महाराज। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उन्होंने चुनौती दी थी। करपात्री महाराज के उस ऐतिहासिक आंदोलन ने देश को हिला दिया था। पुलिस फायरिंग में साधुओं के नरसंहार से आहत करपात्री महाराज ने इंदिरा गांधी को शाप दिया था। वह शाप 18 साल बाद सच भी साबित हुआ।

गोवधबंदी विधेयक के खिलाफ नेहरू

संबंधितपोस्ट

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने मतदाता धोखाधड़ी और घुसपैठियों की सांठगांठ को लेकर कांग्रेस पर साधा निशाना

कांग्रेस के पीछे कॉर्पोरेट का पैसा? भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने इंदिरा गांधी पर लगाया यह आरोप

विदेशी जासूसों का अड्डा था राजीव गांधी का PMO, निशिकांत दूबे का कांग्रेस पर जोरदार हमला

और लोड करें

आजाद हिंदुस्तान में सबसे पहले विनोबा भावे ने पूर्ण गोवधबंदी की मांग उठाई। पदयात्राओं में वह इस मांग को जनता के बीच उठाते रहे। कुछ राज्यों में गोवधबंदी कानून अमल में भी आए। पंडित जवाहरलाल नेहरू के दौर में हिंदू महासभा की तरफ से एक कोशिश हुई। हिंदू महासभा के अध्यक्ष निर्मल चंद्र चटर्जी ने 1955 में संसद में एक विधेयक पेश किया। लेकिन नेहरू इसके खिलाफ थे। लोकसभा में पंडित नेहरू ने कहा, ‘मैं गोवधबंदी के खिलाफ हूं। सदन को यह विधेयक रद्द कर देना चाहिए। राज्य सरकारों से भी मेरी अपील है कि ऐसे विधेयक पर कोई कार्यवाही न करें।‘ यानी नेहरू के जीतेजी गोवधबंदी के मुद्दे पर कुछ हो नहीं सका। उसके बाद आया इंदिरा गांधी का दौर। 1965-66 में स्वामी करपात्रीजी महाराज और प्रभुदत्त ब्रह्मचारी के नेतृत्व में देश के हजारों साधु-संतों ने गोरक्षा अभियान शुरू किया। उस आंदोलन का किस्सा जानने से पहले आपको बताते हैं कि करपात्रीजी महाराज कौन थे?

कौन थे करपात्रीजी महाराज

1907 में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के भटनी गांव में स्वामी करपात्रीजी महाराज का जन्म हुआ। छोटी उम्र में ही सत्य का ज्ञान होने के बाद उन्होंने घर छोड़ दिया। देश-विदेश में सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार करते रहे। उनका नाम हरनारायण ओझा था। दीक्षा के बाद उनका नाम हरींद्र नाथ सरस्वती पड़ गया।  लेकिन उनकी ख्याति करपात्रीजी महाराज के नाम से हुई। वह ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य ब्रह्मानंद सरस्वती के शिष्य थे। उनके नाम के पीछे छिपी दास्तां भी दिलचस्प है। तपस्या के दौरान उन्होंने पात्र यानी बर्तन का त्याग कर दिया था। वह दिन में सिर्फ एक बार हाथ की अंजुलि में जितना भोजन समाता था, उतना ही करते थे। कर यानी हाथ में भोजन करने की वजह से उनको करपात्रीजी महाराज के नाम से लोग जानते थे। 24 घंटे में एक बार भोजन, जमीन पर शयन, चरणपदयात्रा और एक पैर पर खड़े होकर तपस्या। यह कठोर जीवन उनकी दिनचर्या थी। वह प्रकांड विद्वान भी थे। उनके लिखे प्रचलित ग्रंथों में रामायण मीमांसा, रामराज्य, वेदार्थ पारिजात, विचार पीयूष और मार्क्सवाद हैं। करपात्रीजी को धर्मसम्राट की उपाधि भी मिली हुई थी।

इंदिरा गांधी से करपात्रीजी का टकराव 

करपात्रीजी महाराज के नेतृत्व में साधु-संत सड़कों पर थे। इसी बीच जयप्रकाश नारायण ने इंदिरा गांधी को चिट्ठी लिखी। उसका मजमून कुछ यूं था- भारत एक हिंदू बहुल देश है। ऐसे में गोहत्या प्रतिबंध कानून क्यों नहीं लाया जा सकता? लेकिन इंदिरा गांधी ने जेपी की यह सलाह नहीं मानी। गोरक्षा महाभियान का दिल्ली में विराट प्रदर्शन हुआ। इंदिरा गांधी के सामने चुनाव भी करीब आ रहे थे। इंदिरा ने आखिरकार करपात्रीजी महाराज से जीत का आशीर्वाद मांगा। वचन दिया कि चुनाव जीतते ही अंग्रेजों के जमाने से चल रहे गायों के सभी कत्लखाने बंद हो जाएंगे। चुनाव इंदिरा जीत गईं, लेकिन इसके बाद करपात्रीजी से किए वादे को टालती रहीं। ऐसे में स्वामी जी को एक बार फिर आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा। तारीख- 7 नवंबर 1966। लाखों साधु-संत गोवधबंदी कानून की मांग करते हुए संसद के बाहर धरना देने लगे। करपात्रीजी महाराज के साथ  रामचंद्र वीर भी थे, जिन्होंने आमरण अनशन का ऐलान किया था। करपात्री महाराज के इस आंदोलन में ज्योतिष पीठ, द्वारका पीठ और जगन्नाथ पुरी के शंकराचार्य, रामानंदाचार्य, नाथ संप्रदाय और हजारों की संख्या में नागा साधु शामिल थे। लाल किला मैदान से शुरू हुई पदयात्रा संसद भवन तक पहुंच गई। जिस रास्ते से यह पदयात्रा निकल रही थी, वहां लोग फूलों की वर्षा कर रहे थे।

संसद के बाहर जुटे संत, संघर्ष        

हरियाणा के करनाल से जनसंघ के सांसद थे स्वामी रामेश्वरानंद। उग्र संतों से उन्होंने कहा कि संसद में घुसकर सांसदों को बाहर लाया जाए, तभी गोहत्या रोकने का कानून बनेगा। स्वामी रामेश्वरानंद आर्य समाज से जुड़े हुए थे। उन्होंने कहा, ‘यह सरकार गोहत्या रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाएगी। इस सरकार को झकझोरना होगा।‘ इन सबके बीच ट्रांसपोर्ट भवन के पास शरारती तत्वों ने कुछ गाड़ियों में आग लगा दी। संसद के दरवाजे बंद हो गए और चारों ओर धुआं उठने लगा।

इंदिरा ने दिए फायरिंग के आदेश 

इंदिरा गांधी को पूरे घटनाक्रम की सूचना दी गई, तो उन्होंने निहत्थे संतों और करपात्रीजी महाराज पर फायरिंग के आदेश दे दिए। पुलिस ने संतों और गोरक्षकों की भीड़ पर पहले लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले बरसाए। इसके बाद साधु-संतों और गोरक्षकों की भीड़ पर अंधाधुंध फायरिंग होने लगी। अपुष्ट आंकड़ों के मुताबिक पुलिस की गोली से तकरीबन 250 निर्दोष साधु-संत मारे गए। दिल्ली में कर्फ्यू जैसे हालात थे। हजारों संतों को जेल में डाल दिया गया और मीडिया को सेंसर कर दिया गया। मासिक पत्रिका कल्याण ने बाद में अपने गौ अंक विशेषांक में इस घटना का विस्तार से वर्णन किया था। गोरखपुर से छपने वाली कल्याण में करपात्रीजी महाराज के हवाले से इंदिरा गांधी के लिए कहा गया, ‘मुझे इस बात का दुख नहीं कि तूने निर्दोष साधुओं की हत्या कराई, बल्कि तूने गोहत्या करने वालों को छूट देकर पाप किया है। यह माफी के लायक नहीं है। गोपाष्टमी के दिन ही तेरे वंश का नाश होगा।‘ इस हत्याकांड से क्षुब्ध तत्कालीन गृहमंत्री गुलजारी लाल नंदा ने त्यागपत्र दे दिया। उन्होंने पूरी घटना के लिए अपने साथ ही इंदिरा सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। संत रामचंद्र वीर 166 दिन तक अनशन पर रहे, जो उनकी मृत्यु के साथ खत्म हुआ।

18 साल बाद सच हुआ शाप

गोपाष्टमी को गोपूजा का सबसे बड़ा दिन माना जाता है। 1966 में उसी दिन देश की राजधानी में साधुओं का नरसंहार हुआ था। स्वामी करपात्रीजी के एक शिष्य ने बताया था कि करपात्रीजी ने इंदिरा गांधी को शाप दिया कि जिस तरह से निहत्थे साधु-संतों पर फायरिंग करके नरसंहार किया गया है, उनका भी यही हाल होगा। बताया जाता है कि संसद के सामने साधुओं की लाशें थीं। दुख के सागर में डूबे करपात्री महाराज ने रोते हुए यह शाप दिया। इस घटना के 18 साल बीत गए। तारीख- 31 अक्टूबर 1984। यह गोपाष्टमी का दिन था। दिल्ली के 1-सफदरजंग रोड स्थित आवास पर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके अंगरक्षकों बेअंत सिंह और सतवंत सिंह ने अंधाधुंध गोलियां बरसाते हुए हत्या कर दी। और इस तरह करपात्रीजी महाराज की कही बात सच साबित हुई। करपात्रीजी महाराज का निधन 7 फरवरी 1982 को माघ शुक्ल चतुर्दशी के दिन वाराणसी के केदारघाट पर हुआ। उनकी इच्छा के अनुसार केदारघाट स्थित मां गंगा की गोद में ही उन्हें जलसमाधि दे दी गई। गोरक्षा आंदोलन के लिए उनका अद्भुत योगदान आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा।

महाराष्ट्र में गाय को राज्यमाता दर्जा           

महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की महायुति सरकार ने गाय को राज्यमाता का दर्जा दे दिया है। कैबिनेट की बैठक में राज्य सरकार ने यह फैसला लिया। राज्य में इसी साल विधानसभा चुनाव हैं, ऐसे में शिंदे सरकार के इस कदम  को अहम माना जा रहा है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने फैसले की जानकारी देते हुए कहा, ‘देसी गाय हमारे किसानों के लिए एक वरदान है। इसलिए हमने राज्यमाता का दर्जा देने का फैसला लिया है। हमने देसी गोमाता के परिपोषण और चारे के लिए मदद देने का निर्णय लिया है।‘ शिंदे कैबिनेट की बैठक में देसी गायों के पालन-पोषण के लिए 50 रुपये प्रतिदिन की सब्सिडी योजना लागू करने का भी फैसला लिया गया है। गोशालाओं की आय कम होने की वजह से उन्हें यह सब्सिडी देने पर मुहर लगाई गई है।

Tags: Anti Cow Slaughter ActCow Protection movementCow Rajmata StatusEknath ShindeIndira GandhiKarpatri Ji MaharajMaharashtra Cow Rajmataइंदिरा गाँधीकरपात्रीजी कौन थेकरपात्रीजी महाराजगोरक्षा आंदोलनगोवधबंदी कानूनगोहत्यामहाराष्ट्र्
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

एयरपोर्ट कर्मचारियों पर भड़के अविमुक्तेश्वरानंद: चोला संत का लेकिन लक्षण नेता वाले, पदवी भी है विवाद में

अगली पोस्ट

J&K चुनाव: कश्मीर घाटी नहीं, जम्मू की मैदानी सीटें तय करेंगी सरकार!

संबंधित पोस्ट

सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?
आयुध

सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

18 September 2025

पाकिस्तान इस समय जिस तथाकथित “रणनीतिक रक्षा समझौते” का ढोल पीट रहा है, उसकी असलियत कुछ और है। इस्लामाबाद इसे ऐसे पेश कर रहा है...

जंगलराज की जड़ें: बिहार के अंधेरे दौर की शुरुआत
इतिहास

जंगलराज : लालू-राबड़ी राज की स्याह विरासत

18 September 2025

बिहार की राजनीति में जब “जंगलराज” शब्द उभरा, तो यह किसी विपक्षी नेता की गढ़ी हुई परिभाषा नहीं थी। यह उस दौर की सच्चाई थी,...

रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान
चर्चित

रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

17 September 2025

भारत की राजनीति में नेताओं की चर्चा अक्सर उनके चुनावी भाषणों, जनसभाओं की भीड़ या बड़े नारों तक सीमित रहती है। लेकिन जब केंद्रीय मंत्री...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Inside the Waqf Case: What SC’s Interim Order Really Means?

Inside the Waqf Case: What SC’s Interim Order Really Means?

00:19:34

Where Is Kerala Heading? | The Shocking Truth of CPM’s Hate Towards Hindus

00:05:16

How China’s Military Reach Rises on the Backs of Its Silenced Citizens?

00:08:27

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

00:06:37

Epic Battle of Saragarhi : A Tale of Unmatched Bravery That Every Indian Should Know

00:07:14
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited