यह कहानी है 2000 से अधिक हाथियों और 184 लोगों की हत्या करने वाले कुख्यात चंदन तस्कर और दस्यु सरगना वीरप्पन की।
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Bajrang Punia

    बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

    कांग्रेस और ममता ने BJP के कथित अभियान को लेकर सवाल उठाए थे

    ‘घर-घर सिंदूर’: दैनिक भास्कर ने तो माफी मांग ली, ममता और कांग्रेस कब मांगेंगे?

    Kolkata Police arrested Sharmistha Panoli from Gurugram

    माफी से नहीं बनी बात! शर्मिष्ठा पनौली गुरुग्राम से गिरफ्तार, कोलकाता पुलिस का एक्शन

    Corona New Variant

    कोरोना का तांडव शुरू: देशभर में 24 घंटे के भीतर 7 लोगों की मौत, दिल्ली में बुजुर्ग ने तोड़ा दम

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कैलाशहर एयरपोर्ट

    ‘चिकन नेक’ तक आया ड्रैगन तो भारत ने 3 दशक पुराने ‘हथियार’ को फिर से किया एक्टिव, जिसने कभी PAK के किये थे दो टूकड़े अब चीन को देगा मुंहतोड़ जवाब

    operation sindoor china pakistan

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद धर्म संकट में ड्रैगन! क्या हथियार व्यापार में पाकिस्तान को धोखा दे रहा है चीन?

    व्हाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने वॉशिंगटन स्थित व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान संबोधित किया (फोटो: सिन्हुआ)

    White House ने एक और जंग रुकवाने का किया दावा, इज़रायल ने अस्थायी युद्धविराम को दी हरी झंडी, गाज़ा में जगी शांति की उम्मीद!

    America Chine communist visas

    कम्युनिस्ट विचार पर अमेरिका का प्रहार, चीनी छात्रों का वीजा होगा रद्द; रुबियो ने बताया कारण

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Bajrang Punia

    बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

    कांग्रेस और ममता ने BJP के कथित अभियान को लेकर सवाल उठाए थे

    ‘घर-घर सिंदूर’: दैनिक भास्कर ने तो माफी मांग ली, ममता और कांग्रेस कब मांगेंगे?

    Kolkata Police arrested Sharmistha Panoli from Gurugram

    माफी से नहीं बनी बात! शर्मिष्ठा पनौली गुरुग्राम से गिरफ्तार, कोलकाता पुलिस का एक्शन

    Corona New Variant

    कोरोना का तांडव शुरू: देशभर में 24 घंटे के भीतर 7 लोगों की मौत, दिल्ली में बुजुर्ग ने तोड़ा दम

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कैलाशहर एयरपोर्ट

    ‘चिकन नेक’ तक आया ड्रैगन तो भारत ने 3 दशक पुराने ‘हथियार’ को फिर से किया एक्टिव, जिसने कभी PAK के किये थे दो टूकड़े अब चीन को देगा मुंहतोड़ जवाब

    operation sindoor china pakistan

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद धर्म संकट में ड्रैगन! क्या हथियार व्यापार में पाकिस्तान को धोखा दे रहा है चीन?

    व्हाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने वॉशिंगटन स्थित व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान संबोधित किया (फोटो: सिन्हुआ)

    White House ने एक और जंग रुकवाने का किया दावा, इज़रायल ने अस्थायी युद्धविराम को दी हरी झंडी, गाज़ा में जगी शांति की उम्मीद!

    America Chine communist visas

    कम्युनिस्ट विचार पर अमेरिका का प्रहार, चीनी छात्रों का वीजा होगा रद्द; रुबियो ने बताया कारण

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

सिर काट खेलता था फुटबॉल, 184 लोगों और 2000 हाथियों का किया कत्ल: कहानी चंदन तस्कर वीरप्पन की जो दुधमुही बच्ची से डर गया

यह कहानी है 2000 से अधिक हाथियों और 184 लोगों की हत्या करने वाले कुख्यात चंदन तस्कर और दस्यु सरगना वीरप्पन की।

Akash Sharma Nayan द्वारा Akash Sharma Nayan
18 October 2024
in इतिहास, क्रिकेट, चर्चित
वीरप्पन

फिल्म वीरप्पन की तस्वीर (फ़ोटो साभार: Hotstar)

Share on FacebookShare on X

एक ऐसा नाम जिसके अपराधों की चर्चा भारत ही नहीं बल्कि विदेशों तक थी। खौफ तमिलनाडू से लेकर केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश तक था। खौफ ऐसा कि उसे पकड़ने के नाम से पुलिस भी दूर भाग खड़ी होती थी। उसके खात्मे के लिए दो राज्यों की सरकारों को 100 करोड़ से अधिक खर्च और 5 करोड़ का इनाम रखना पड़ गया था। कला प्रेमी ऐसा कि फिल्म ‘द गॉडफादर’ 100 बार देखी थी। यह कोई मनगढ़ंत किस्सा नहीं बल्कि सच्ची कहानी है एक ऐसे व्यक्ति की जो दो दशक से अधिक समय तक आतंक का दूसरा नाम बना रहा। यह कहानी है 2000 से अधिक हाथियों और अपनी दुधमुही बेटी सहित 184 लोगों की हत्या करने वाले कुख्यात चंदन तस्कर और दस्यु सरगना पुष्पा नहीं वीरप्पन की।

कौन था वीरप्पन?

18 जनवरी 1952 को तत्कालीन मद्रास के गोपिनाथम गांव में जन्मे वीरप्पन का पूरा नाम कूज मुनिस्वामी वीरप्पन था। एक बेहद ही साधारण परिवार में पले-बढ़े वीरप्पन के आतंक का पर्याय बनने में उसके चाचा का हाथ था। वीरप्पन के चाचा सालवई गौंडर हाथी दांत और चंदन की तस्करी करते थे। वीरप्पन ने महज 17 साल की उम्र में अपने चाचा के साथ काम करके अपराध की दुनिया में पहला कदम रख दिया था। लेकिन पहले कदम में ही उसे एक फॉरेस्ट अधिकारी ने गिरफ्तार कर लिया था, यह साल था 1972।

संबंधितपोस्ट

कांग्रेस विधायक ने उठाए सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सवाल, कहा- बस ‘show off’ था

कांग्रेस शासित कर्नाटक में बीच सड़क पर हिन्दू गौरक्षक की नृशंस हत्या, अंतिम यात्रा की भी नहीं मिली इजाजत

नैनीताल में तनाव: 76 साल के उस्मान ने की 12 साल की मासूम से दरिंदगी, फिर गुस्साई भीड़ ने जो किया…

और लोड करें

वीरप्पन गिरफ्तार तो हो चुका था, लेकिन उसे अधिक दिनों तक सलाखों के पीछे नहीं रखा जा सका। फिर क्या हुआ…? हुआ यह कि वीरप्पन जेल से बाहर आता है और कर डालता है अपने जीवन की पहली हत्या। यह हत्या उस फॉरेस्ट अधिकारी की थी जिसने उसे गिरफ्तार किया था।

वीरप्पन
वीरप्पन (फ़ोटो साभार: HT)

 

वीरप्पन अब भी 17 साल का ही था लेकिन उसके सपने बड़े थे, इसलिए चाचा के साथ उसकी बहुत दिनों तक बनी नहीं। वीरप्पन ने चाचा से अलग होकर अपना धंधा यानी हाथी दांत और चंदन की तस्करी शुरू की। देखते ही देखते ही वह कर्नाटक ही नहीं बल्कि देश का भी सबसे बड़ा चंदन तस्कर बन गया। हालत यह थी कि दक्षिण भारत से हाथी और चंदन दोनों ही गायब होते जा रहे थे और पुलिस वीरप्पन की तलाश कर रही थी। लेकिन वह हर बार चकमा देकर छूमंतर हो जाता था।

वीरप्पन की क्रूरता की दास्तां सुनाने वाले बताते हैं कि वह इतना क्रूर था कि हाथियों को मारने के लिए उनके माथे के बीच में गोलियां मारता था। यही नहीं, अगर उसे किसी पर पुलिस के मुखबिर होने का शक होता तो उसका मरना तय होता था। अगर कोई पुलिसकर्मी उसे पकड़ने की कोशिश करता तो उसे भी अपनी जान गवानी पड़ती थी।

साल 1986 में वीरप्पन का आतंक हद से अधिक बढ़ने पर उसके खात्मे की जिम्मेदारी सीनियर आइएफएस अधिकारी पी. श्रीनिवास को दी गई थी। पी. श्रीनिवास वीरप्पन को पकड़ने में कामयाब भी हो गए थे। लेकिन वीरप्पन तो वीरप्पन था। उसने पुलिस अधिकारियों से कहा कि उसके सिर में दर्द हो रहा है, इसलिए उसे तेल चाहिए। पुलिसकर्मियों ने उसे तेल दे दिया, फिर क्या था। वीरप्पन ने तेल सिर में नहीं बल्कि हाथों में लगाया और हथकड़ी से छुड़ाकर फरार हो गया।

पकड़े जाने के बाद वीरप्पन पी. श्रीनिवास से नाराज था और बदला लेने की फिराक में था। इसके लिए उसने अपने आत्मसमर्पण की झूठी प्लानिंग रची और श्रीनिवास से मिलते ही गोली मारकर  उनकी हत्या कर दी। वीरप्पन यहीं नहीं रुका। पी. श्रीनिवास को मारने के बाद उसने उनका सिर काट दिया और अपने साथियों के साथ उनके सिर से घंटों तक फुटबॉल खेलता रहा।

इसके बाद, वीरप्पन के बढ़ते आतंक के चलते उसके खात्मे के लिए STF यानी स्पेशल टास्क फोर्स बनाई गई। इस फोर्स का उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ वीरप्पन का खात्मा करना था। इसकी जिम्मेदारी सीनियर आईपीएस टी. हरीकृष्णा को दी गई। वीरप्पन को इसकी भनक लग गई और उसने टी. हरीकृष्णा की भी हत्या कर दी।

फिर आता है साल 1993, वीरप्पन को खबर मिली की पुलिस के पेट्रोलिंग स्क्वॉड के प्रमुख लहीम शहीम गोपालकृष्ण उसे पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में उसने तमिलनाडु के कोलाथपुर गांव में एक बड़े बैनर पर गोपालकृष्ण के खिलाफ भद्दी गालियां लिख दीं। गोपालकृष्ण को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने वीरप्पन को पकड़ने का मन बना लिया। इसके लिए वह पूरे दमखम और दलबल के साथ मुखबिरों के बताए ठिकाने की ओर चल पड़े। लेकिन बीच जंगल में ही उनकी पुलिस वैन खराब हो गई। उन्होंने वैन को वहीं छोड़ा और जंगल में तैनात पुलिस से 2 बसें लेकर फिर चल पड़े।

पहली बस में गोपालकृष्ण के साथ 15 मुखबिर, 4 पुलिस जवान और 2 फॉरेस्ट गार्ड समेत कुल 21 लोग सवार थे। इस बस के पीछे आ रही दूसरी बस में 6 लोग थे। बस को पुलिस इंस्पेक्टर अशोक कुमार चला रहे थे। वीरप्पन को गोपालकृष्ण और अन्य पुलिसकर्मियों के आने की खबर मिल चुकी थी। इसलिए उसने पुलिसकर्मियों की हत्या करने के लिए रास्ते में बारूद बिछा दिया। जैसे ही बस बारूद वाले स्थान पर पहुंची, जंगल में छिपे वीरप्पन ने बस में बैठे गोपालकृष्ण को देखकर सीटी बजाई।

इस सीटी का इशारा पाते ही वीरप्पन की गैंग के मेंबर साइमन ने बारूद की सुरंग से जुड़ी 12 वोल्ट की बैटरी के तार जोड़ दिए। एक तेज धमाका हुआ। बस हवा में उछल गई। चारों तरफ लाशों के चिथड़े बिखर गए। पीछे चल रही बस में बैठे इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने बस से उतरकर देखा तो 21 लोग वीरप्पन की क्रूरता का शिकार हो चुके थे।

आतंक फैला रहे वीरप्पन के मन में धीरे-धीरे अब पुलिस का भी खौफ बढ़ रहा था। इस खौफ का कारण उसकी बेटी थी। बेटी वह भी दुधमुही। आप सोच रहे होंगे कि दुधमुही बेटी से भला एक आतंकी क्यों डरेगा? वीरप्पन के इस डर का कारण बेटी का रोना था, दिन में तो किसी तरह वह बेटी को चुप कराकर रखता था। लेकिन रात में बेटी के रोने से पूरा जंगल गूंज उठता था। वीरप्पन को डर था कि रोने की आवाज सुनकर पुलिस उस तक पहुंच सकती है। इसलिए उसने गला घोंटकर बेटी की हत्या कर दी।

कन्नड़ अभिनेता राजकुमार
कन्नड़ अभिनेता राजकुमार (फ़ोटो साभार: Getty Images)

यही नहीं, 30 जुलाई 2000 को उसने कन्नड़ के मशहूर फिल्म स्टार राजकुमार का भी अपहरण कर लिया था। इस दौरान उसने कर्नाटक और तमिलनाडु दोनों राज्यों की सरकारों के नाक में दम कर दिया। लेकिन फिर 108 दिन बाद यानी 15 नवंबर 2000 को वीरप्पन ने राजकुमार को रिहा कर दिया।

कैसे हुआ वीरप्पन का खात्मा?

पुलिस से लेकर एसटीएफ और बीएसएफ तक को नाकों चने चबाने वाले वीरप्पन के सफाए के लिए जून, 2001 में तमिलनाडु की तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता ने आईपीएस अधिकारी के. विजय कुमार को फोन किया और फोन में ही उन्हें एसटीएफ का चीफ नियुक्त कर दिया। अगले दिन विजय कुमार के पास उनकी नियुक्ति का आदेश भी पहुंच चुका था। फिर क्या था, विजय कुमार ने वीरप्पन से जुड़ी खुफिया जानकारी जुटानी शुरू कर दी। इसी दौरान उन्हें पता चला कि मूछों को कलर करते समय वीरप्पन की आंखों में रंग गिर गया था।

इससे उसकी आंख खराब चुकी है। एसटीएफ चीफ विजय कुमार के लिए यह बड़ी खबर थी। इसलिए उन्होंने कुछ पुलिसकर्मियों को वीरप्पन की गैंग में शामिल करा दिया और आंख के इलाज के लिए उसे हॉस्पिटल ले जाने के बहाने जंगल से बाहर लाने की प्लानिंग करने लगे। तारीख तय हुई 18 अक्टूबर 2004, साथ ही तय हुआ कि उसे एंबुलेंस से बाहर से लाया जाएगा।

वीरप्पन को जिस एंबुलेंस से बाहर लाया जाना था, उसमें पहले से ही पुलिस के 2 जवान बैठे हुए थे, जिसमें से एक एंबुलेंस चला रहा था। वहीं वीरप्पन के साथ उसके 2 अन्य साथी भी थे। एंबुलेंस जैसे ही तय किए गए स्थान पर पहुंची, ड्राइवर ने इतनी जोर से ब्रेक लगाया कि सभी लोग बाहर गिर गए। दोनों पुलिसकर्मी वहां से भाग गए। इशारा मिलते ही वीरप्पन की मौत का सामान लेकर तैयार पुलिसकर्मियों ने एंबुलेंस पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी और 20 मिनट तक 338 राउंड धड़ाधड़ गोलियां दागी गईं। जब फायरिंग रुकी तो वीरप्पन समेत उसके दोनों साथी मौत की नींद में सो चुके थे। इस तरह से 20 मिनट में 20 साल तक चले आतंक का अंत हो चुका था।

 

 

स्रोत: वीरप्पन, Veerappan, चंदन तस्कर वीरप्पन,
Tags: CrimeKarnatakaTamilNaduअपराधआतंककर्नाटकतमिलनाडुतस्करी
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

जिनसे शेरशाह सूरी ने भी माँगी माफ़ी: कहानी ‘पद्मावत’ की रचना करने वाले मलिक मुहम्मद जायसी की

अगली पोस्ट

घोटाले में फँसीं अभिनेत्री तमन्ना भाटिया से ED की पूछताछ: जानिए क्या है ₹15000+ करोड़ का घोटाला, जिससे कांग्रेस के भी जुड़े तार

संबंधित पोस्ट

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) अनिल चौहान
चर्चित

CDS ने कहा- पाकिस्तान के साथ बेहतर रिश्ते का दौर खत्म; भारत के नुकसान को लेकर भी की बात

31 May 2025

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) अनिल चौहान ने शनिवार (31 मई) को सिंगापुर में पाकिस्तान के उस दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया है...

केरल के CM विजयन (बाएं) और RSS के प्रचारक डॉ. मधु (दाएं)
चर्चित

‘जातिवादी रैपर’ को संरक्षण! RSS प्रचारक को जेल: वामपंथी-जिहादी गठबंधन के इशारे पर काम कर रही केरल सरकार?

31 May 2025

केरल के कोल्लम जिले में एक धार्मिक समारोह के दौरान दिए गए भाषण के चलते राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वरिष्ठ प्रचारक और ‘केसरी’ साप्ताहिक...

‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारत ने पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों को उड़ा दिया था
चर्चित

‘ऑपरेशन शील्ड’: पाकिस्तान की सीमा से सटे कई राज्यों में आज होगी मॉक ड्रिल

31 May 2025

राष्ट्रीय सुरक्षा तैयारियों को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के तहत, शनिवार को पाकिस्तान के साथ सीमा साझा करने वाले कई राज्यों और केंद्र...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited