भारत में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 15-16% के बीच मानी जाती है और उनका एकमुश्त वोट मिलना चुनावी राजनीति में बड़े फायदे का सौदा है।
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    मणिपुर को जल्द मिल सकता है नया मुख्यमंत्री,  भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने टटोली प्रदेश में सरकार गठन की संभावनाएंू

    मणिपुर को जल्द मिल सकता है नया मुख्यमंत्री, भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने टटोली प्रदेश में सरकार गठन की संभावनाएंू

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्” के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    वंदे मातरम् के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    मणिपुर को जल्द मिल सकता है नया मुख्यमंत्री,  भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने टटोली प्रदेश में सरकार गठन की संभावनाएंू

    मणिपुर को जल्द मिल सकता है नया मुख्यमंत्री, भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने टटोली प्रदेश में सरकार गठन की संभावनाएंू

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्” के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    वंदे मातरम् के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

बड़ा मुस्लिम हितैषी कौन? राहुल, प्रियंका, अखिलेश…सभी में लगी है होड़

भारत में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 15-16% के बीच मानी जाती है और उनका एकमुश्त वोट मिलना चुनावी राजनीति में बड़े फायदे का सौदा है।

Shiv Chaudhary द्वारा Shiv Chaudhary
18 December 2024
in मत
बड़ा मुस्लिम हितैषी कौन? राहुल, प्रियंका, अखिलेश…सभी में लगी है होड़
Share on FacebookShare on X

भारत की राजनीति में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच संघर्ष और विवाद का लंबा इतिहास तो रहा ही है, लेकिन आजकल एक चलन जो राजनीति में नज़र आ रहा है वो विपक्षी दलों के बीच आपस में संघर्ष का है। देश में विपक्षी दलों के बीच चल रहे इस संघर्ष के केंद्र में मुस्लिम वोटर्स हैं। भारत की राजनीति में पिछले कुछ वर्षों में एक आम धारणा रही है कि मुस्लिमों का वोट बीजेपी के अलावा अन्य दलों को ही मिलता है। भारत में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या करीब 15-16% के बीच मानी जाती रही है और पार्टियों को उनका एकमुश्त वोट मिलना चुनावी राजनीति में अक्सर जीत की गारंटी के रूप में देखा गया है। ऐसे में मुस्लिम राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव, ममता बनर्जी और असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेता खुद को बड़ा मुस्लिम हितैषी साबित करने की होड़ में लगे हुए हैं।

राहुल गांधी की बदली हुई राजनीति

राहुल गांधी इस समय कांग्रेस पार्टी के सबसे बड़े चेहरे हैं और मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में उनका एक ही लक्ष्य नज़र आ रहा है कि वे कैसे मुस्लिमों को और पिछड़े वर्ग को अपने पाले में करें। हालांकि, कांग्रेस लंबे समय से मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करती रही है और उन्हें बड़ी संख्या में मुस्लिमों का वोट भी मिलता रहा है लेकिन 2014 के बाद कांग्रेस अपने न्यूनतम स्तर पर चली गई तो मुस्लिम क्षेत्रीय दलों के पाले में जाना शुरू हो गए थे। बीजेपी की बड़ी जीत के बाद राहुल ने सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति शुरू की और वे चुनावों से पहले अलग-अलग मंदिरों में दिखाई देने लगे। इससे चलते उनका हिंदुओं का वोट बैंक तो शायद ही मजबूत हुआ लेकिन मुस्लिम मतदाता उनसे और दूर खिसकने लगे।

संबंधितपोस्ट

बिहार में पहले चरण में बंपर वोटिंग से पीएम मोदी गदगद, विपक्ष हतप्रभ और एनडीए का आत्मविश्वास आसमान पर

ट्रंप भी मानने को मजबूर: राहुल गांधी और विपक्ष की बयानबाज़ी बेअसर, भारत ने F-16 गिरा कर पाकिस्तान की नाक कटवाई

वोट के लिए कितनी नीचता तक गिर सकते हैं नेता? राहुल गांधी के सेना वाले बयान ने भारत में जाति की राजनीति पर उठाए गंभीर सवाल

और लोड करें

धीरे-धीरे कांग्रेस और राहुल को यह बात समझ आई तो उन्होंने खुद को बड़ा मुस्लिम हितैषी साबित करना शुरू कर दिया। अमेठी के सांसद के तौर पर राहुल गांधी का चुनाव लड़ने के लिए मुस्लिम बहुल वायनाड चले जाने की वजह मुस्लिम तुष्टिकरण के अलावा और क्या हो सकती है? 2019 के चुनाव में वे अमेठी के साथ-साथ केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़े और जहां अमेठी में उन्हें हार मिली, वहीं वे वायनाड में बड़े अंतर से जीते। खुद को मुस्लिमों का हितैषी साबित कर सकें, इस प्रयास में वो लगातार हिंदू धर्म को निशाने पर लेते हैं। राहुल गांधी ने ‘हिंदुत्ववादी और हिंदू’ की एक अतार्किक बहस को जन्म दिया और समाज में खाई पैदा करने की कोशिश शुरू की।

राहुल गांधी ने संसद के भीतर हिंदुओं को हिंसक बताने जैसे बयान भी दिए, जिस पर हंगामा भी हुआ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक को उन्हें टोकना पड़ा। बीजेपी पर हिंसक और संविधान विरोधी होने जैसे तमाम तरह के आरोप लगाने वाले राहुल गांधी ने अमेरिका के एक कार्यक्रम में मुस्लिम लीग को पूरी तरह सेक्युलर बताया था (याद रहे कि प्रियंका गांधी के उपचुनाव में कांग्रेस और इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के बीच गठबंधन रहा)।

सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति में फेल हो चुकी कांग्रेस और उसके नेता अपने मुद्दे को भी पूरी तरह भूल चुके हैं। राहुल गांधी कभी संसद में खड़े होकर महाभारत के एकलव्य से जुड़ी फर्जी कहानियां सुनाते हैं, तो कभी हिंदू धर्म में जिस तपस्या को सर्वोत्तम स्थान दिया जाता है उसकी भद्दी परिभाषा गढ़कर मज़ाक उड़ाते हैं। मनुस्मृति पर सवाल उठाना तो जैसे राहुल गांधी का पसंदीदा शग़ल है। इन सबके पीछे मकसद यही है कि वे खुद को बीजेपी के साथ साथ हिंदुत्व विरोधी दिखा कर ख़ुद को मुस्लिम हितों का रहनुमा साबित कर सकें। भारत में मनुस्मृति हिंदू धर्म की इकलौती किताब तो है नहीं लेकिन वे फिर भी सिर्फ उसी को निशाना बनाते हैं। राहुल कभी दूसरे धर्म के ग्रंथों पर इस तरह की टिप्पणियां करते कभी नज़र नहीं आते हैं।

राहुल के निशाने पर पिछड़े, तो प्रियंका साध रहीं मुस्लिम वोट बैंक!

प्रियंका गांधी कुछ ही दिन पहले ही लोक सभा में आई हैं और वो मुस्लिम बहुल वायनाड से चुनाव लड़ीं, वही सीट जिस पर उनके भाई राहुल गांधी ने जीत दर्ज की थी। हालांकि, राहुल गांधी ने रायबरेली के लिए वायनाड की सीट छोड़ दी थी। हाल ही में प्रियंका संसद में ‘फिलिस्तीन की आजादी’ लिखा हुआ बैग लेकर पहुंची थीं, इसके पीछे का मकसद भी एक वर्ग विशेष को खुश करना ही माना जा रहा है। हालांकि इस पर हैरान नहीं होना चाहिए, क्योंकि अगर प्रियंका लोकसभा पहुँच सकी हैं, तो उनकी जीत में मुस्लिम लीग की बड़ी भूमिका है। हालांकि जब उनके इस कदम की आलोचना हुई तो प्रियंका अगले दिन बांग्लादेश में हो रही हिंसा से जुड़े शब्दों वाला बैग लेकर पहुंच गई।

अब प्रियंका को खुद को सॉफ्ट हिंदुत्व से दूर भी रखना था और चिंता भी जतानी थी तो उन्होंने बैग पर लिखवाया ‘बांग्लादेश के हिंदुओं और ईसाइयों के साथ खडे़ हो‘। बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की जितनी खबरें आई हैं उनके मुकाबले ईसाइयों के साथ हुए अत्याचार की नहीं आई हैं।(केरल में ईसाइयों की संख्या अच्छी खासी है) हालांकि, हिंसा किसी के साथ भी हो वो कतई जायज़ नहीं है लेकिन प्रियंका इसके ज़रिए शायद खुद को हिंदुत्व से जोड़े जाने से बचाना ही चाहती हैं।

प्रियंका गांधी मौजूदा समय में बेशक वायनाड से सांसद हैं लेकिन उनकी राजनीति का बड़ा वक्त उत्तर प्रदेश में बीता है। कांग्रेस की महासचिव के तौर पर भी उनके पास उत्तर प्रदेश की ही जिम्मेदारी थी। पिछले साल उत्तर प्रदेश में जब राम मंदिर का उद्घाटन हुआ तो इतने बड़े सांस्कृतिक पुनरुत्थान कार्यक्रम में शामिल होने की बात तो दूर कांग्रेस ने उसे राजनीति ही बता दिया था। कांग्रेस की किसी और बड़े नेता को छोड़िए उत्तर प्रदेश की राजनीति कर रहीं प्रियंका गांधी भी आज तक राम मंदिर के दर्शन के लिए नहीं पहुंची हैं, इसके पीछे क्या वजह हो सकती है?

संसद में प्रियंका गांधी

संसद में प्रियंका गांधी ही नहीं सपा भी मुस्लिम हितैषी बनने में पीछे नहीं

मौजूदा लोकसभा को देखें तो बीजेपी और कांग्रेस के बाद अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी तीसरे सबसे बड़ी पार्टी है। लोकसभा में जब ‘एक देश, एक चुनाव’ से जुड़े विधेयक पर चर्चा हो रही थी तो आज़मगढ़ से सपा के सांसद धर्मेंद्र यादव ने इसे ‘मुस्लिम विरोधी’ बता दिया। अब एक ऐसा विधेयक जिसका दूर-दूर तक मुस्लिम समाज से कोई लेना-देना ना हो उसे लेकर इस तरह की टिप्पणी करने की वजह मुस्लिम तुष्टिकरण के अलावा क्या ही हो सकती है। ये हाल सिर्फ धर्मेंद्र यादव का नहीं है बल्कि पूरी समाजवादी पार्टी ही इस रंग में रंगी हुई है। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव खुल्लम-खुल्ला मुस्लिमों की पैरोकारी करते नज़र आते हैं। यहां तक कि उन्होंने माफियाओं को भी मठाधीशों से जोड़ दिया था।

अखिलेश यादव पर मुस्लिमों के समर्थन के लिए सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ पोस्ट करने के आरोप भी लगे हैं। लंबे समय से अखिलेश यादव की पार्टी MY यानी मुस्लिम यादव के समीकरण पर चलती रही थी। पिछले कुछ समय में जब राहुल के ‘हिंदू विरोध’ के बाद जब मुस्लिम वोटों का कांग्रेस की और शिफ्ट होने का खतरा बना तो अखिलेश ने भी और अधिक तीव्रता के साथ मुस्लिमों का कथित तुष्टिकरण शुरू कर दिया है, ताकि वो कांग्रेस के मुकाबले ख़ुद को ज्यादा बड़ी मुस्लिम हितैषी साबित कर सकें।

मुस्लिम वोटों की लड़ाई में किसका फायदा?

यही स्थिति देश में ज्यादातर बीजेपी विरोधी पार्टियों की है, उनमें होड़ मची है कि वे खुद को मुस्लिमों को बड़ी हितैषी साबित कर पाएं। वजह मुस्लिमों का वोटिंग पैटर्न है, दरअसल मुस्लिम उसे ही एकसाथ वोट दे रहे हैं जो उन्हें बीजेपी के टक्कर में खड़ी दिखाई देती है। फिर चाहे वो पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी हों, दिल्ली में अरविंद केजरीवाल हों या फिर बिहार में तेजस्वी यादव। हालांकि, इससे उल्टा उन्हीं को नुक़सान हुआ है। महाराष्ट्र विधानसभा और यूपी के कुंदरकी के नतीजे इसी का प्रतीक हैं और ये नतीजे बताते हैं कि हिंदुस्तान में वोट जिहाद की राजनीति नहीं चलने वाली, फिर भी कांग्रेस को अपनी सियासी ज़मीन बचाए रखने के लिए शायद और कोई रास्ता नज़र नहीं आ रहा।

स्रोत: मुस्लिम वोट बैंक, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव, ममता बनर्जी, असदुद्दीन ओवैसी, एकलव्य, मनुस्मृति, मुस्लिम समाज, राम मंदिर, Muslim Vote Bank, Rahul Gandhi, Priyanka Gandhi, Akhilesh Yadav, Mamta Banerjee, Asaduddin Owaisi, Eklavya, Manusmriti, Muslim Samaj, Ram Mandir
Tags: Akhilesh YadavAsaduddin OwaisiEklavyaMamta BanerjeeManusmritiMuslim SamajMuslim Vote BankPriyanka GandhiRahul GandhiRam Mandirअखिलेश यादवअसदुद्दीन ओवैसीएकलव्यप्रियंका गांधीमनुस्मृतिममता बनर्जीमुस्लिम वोट बैंकमुस्लिम समाजराम मंदिरराहुल गाँधी
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

पहले होते थे ‘एक देश, एक चुनाव’, कांग्रेस के एक तानाशाही कदम ने कर दिया सब गुड़-गोबर

अगली पोस्ट

भोजपुरी को वैश्विक रंगमंच पर स्थापित करने वाले भिखारी ठाकुर, बिना स्कूली ज्ञान के लिख दीं 29 किताबें

संबंधित पोस्ट

आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश
चर्चित

दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

17 November 2025

NIA ने स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली में लाल किले के पास हुआ धमाका, सामान्य हमला नहीं बल्कि फिदायीन हमला था। यानी आई-20 कार...

अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी
चर्चित

अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

10 November 2025

पूर्वोत्तर भारत, जिसे कभी दिल्ली की नीतिगत दृष्टि में हाशिए का इलाका माना जाता था, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृष्टि में भारत के विकास...

वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण
इतिहास

वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

10 November 2025

भारत के राजनीतिक और सांस्कृतिक इतिहास में वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं, बल्कि एक चेतना और राष्ट्र की आत्मा का उद्घोष रहा है। यह...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

How Javelin Missiles Will Enhance India’s Anti-Tank Dominance?

How Javelin Missiles Will Enhance India’s Anti-Tank Dominance?

00:06:47

This is How China Spread Disinformation After Operation Sindoor

00:06:27

How DRDO’s New Laser System Can Destroy Drones at 5 KM Range?

00:04:31

How Nehru Turned His Own Birthday Into Children’s Day

00:05:01

Why AH-64 Apaches Made a Mysterious Return To U.S. On Their Delivery Flight To India?

00:06:07
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited