TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    BJP Leader Jamal Siddiqui On Muslims

    ‘मुसलमान राम-कृष्ण के वंशज’, क्या है जमाल सिद्दीकी के बयान का आधार?

    PM Modi In Kanpur

    शुभम के परिवार से मिलेंगे PM मोदी, पहलगाम में आतंकियों ने की थी हत्या

    रेवंत रेड्डी ने राफेल को लेकर पीएम मोदी से सवाल पूछा है

    ‘पाकिस्तान का PR कर रही कांग्रेस’: राहुल गांधी के बाद तेलंगाना के CM रेवंत रेड्डी ने पूछा- ‘भारत के कितने राफेल गिरे?’

    Naxalite Kunjam Hidma Arrested in Koraput

    डेडलाइन से पहले डेड होगा नक्सलवाद! पुलिस के हत्थे चढ़ा कुंजम हिडमा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कैलाशहर एयरपोर्ट

    ‘चिकन नेक’ तक आया ड्रैगन तो भारत ने 3 दशक पुराने ‘हथियार’ को फिर से किया एक्टिव, जिसने कभी PAK के किये थे दो टूकड़े अब चीन को देगा मुंहतोड़ जवाब

    operation sindoor china pakistan

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद धर्म संकट में ड्रैगन! क्या हथियार व्यापार में पाकिस्तान को धोखा दे रहा है चीन?

    व्हाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने वॉशिंगटन स्थित व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान संबोधित किया (फोटो: सिन्हुआ)

    White House ने एक और जंग रुकवाने का किया दावा, इज़रायल ने अस्थायी युद्धविराम को दी हरी झंडी, गाज़ा में जगी शांति की उम्मीद!

    America Chine communist visas

    कम्युनिस्ट विचार पर अमेरिका का प्रहार, चीनी छात्रों का वीजा होगा रद्द; रुबियो ने बताया कारण

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    BJP Leader Jamal Siddiqui On Muslims

    ‘मुसलमान राम-कृष्ण के वंशज’, क्या है जमाल सिद्दीकी के बयान का आधार?

    PM Modi In Kanpur

    शुभम के परिवार से मिलेंगे PM मोदी, पहलगाम में आतंकियों ने की थी हत्या

    रेवंत रेड्डी ने राफेल को लेकर पीएम मोदी से सवाल पूछा है

    ‘पाकिस्तान का PR कर रही कांग्रेस’: राहुल गांधी के बाद तेलंगाना के CM रेवंत रेड्डी ने पूछा- ‘भारत के कितने राफेल गिरे?’

    Naxalite Kunjam Hidma Arrested in Koraput

    डेडलाइन से पहले डेड होगा नक्सलवाद! पुलिस के हत्थे चढ़ा कुंजम हिडमा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कैलाशहर एयरपोर्ट

    ‘चिकन नेक’ तक आया ड्रैगन तो भारत ने 3 दशक पुराने ‘हथियार’ को फिर से किया एक्टिव, जिसने कभी PAK के किये थे दो टूकड़े अब चीन को देगा मुंहतोड़ जवाब

    operation sindoor china pakistan

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद धर्म संकट में ड्रैगन! क्या हथियार व्यापार में पाकिस्तान को धोखा दे रहा है चीन?

    व्हाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने वॉशिंगटन स्थित व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान संबोधित किया (फोटो: सिन्हुआ)

    White House ने एक और जंग रुकवाने का किया दावा, इज़रायल ने अस्थायी युद्धविराम को दी हरी झंडी, गाज़ा में जगी शांति की उम्मीद!

    America Chine communist visas

    कम्युनिस्ट विचार पर अमेरिका का प्रहार, चीनी छात्रों का वीजा होगा रद्द; रुबियो ने बताया कारण

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

महाकुंभ: भारत की सांस्कृतिक विरासत की अक्ष्क्षुण यात्रा

पौराणिक कथाएँ और कुंभ मेला

Dr Alok Kumar Dwivedi द्वारा Dr Alok Kumar Dwivedi
17 January 2025
in चर्चित, ज्ञान
Mahakumbh 2025

Mahakumbh 2025

Share on FacebookShare on X

योगी सरकार के नेतृत्व में संगम नगरी प्रयागराज इन दिनों 144 वर्षों बाद आयोजित 45 दिवसीय महाकुंभ (MahaKumbh 2025) के ऐतिहासिक और भव्य क्षणों की साक्षी बन रही है। अब तक लगभग 7 करोड़ श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान कर चुके हैं, जबकि महाकुंभ के शुरुआती तीन दिनों में ही 3 करोड़ से अधिक भक्तों ने अपनी आस्था प्रकट करते हुए स्नान किया है।

त्रिवेणी में करोड़ों श्रद्धालुओं की मोक्ष की कामना
MahaKumbh में करोड़ों श्रद्धालुओं की मोक्ष की कामना
भारत की सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक आस्था की यह अद्वितीय यात्रा न केवल वर्तमान में आस्था का संगम है, बल्कि पौराणिक कथाओं में वर्णित अमृत कुंभ की दिव्य कथा से भी जुड़ी हुई है। पुराणों में वर्णित कथा के अनुसार, ऋषि दुर्वासा के शाप से इंद्र और अन्य देवता शक्तिहीन हो गए। असुरों ने इसका लाभ उठाकर देवताओं को पराजित कर दिया। संकट से बचने के लिए देवताओं ने भगवान विष्णु से सहायता मांगी। विष्णुजी ने उन्हें असुरों के साथ मिलकर क्षीरसागर का मंथन कर अमृत निकालने का सुझाव दिया। प्राचीन काल में देवताओं और दानवों ने मिलकर समुद्र मंथन किया था। इस मंथन से 14 दुर्लभ रत्न प्रकट हुए, जिनमें अमृत से भरा कुंभ (घट) भी शामिल था। जब अमृत का कुंभ प्रकट हुआ, तो देवराज इंद्र के पुत्र जयंत उसे लेकर आकाश में उड़ गए।

दैत्यगुरु शुक्राचार्य के निर्देश पर दानवों ने जयंत का पीछा किया और अमृत-कुंभ को छीनने का प्रयास किया। देवताओं और दानवों के बीच यह संघर्ष 12 दिव्य दिनों (जो मनुष्यों के 12 वर्षों के बराबर होते हैं) तक चला। इस दौरान सूर्य, चंद्र और देवगुरु बृहस्पति ने अमृत-कुंभ की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस संघर्ष के दौरान, प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में अमृत की कुछ बूँदें गिर गईं। यही कारण है कि इन चार स्थानों को पवित्र तीर्थ माना जाता है, और यहां प्रत्येक 12वें वर्ष कुंभ का आयोजन होता है।

संबंधितपोस्ट

‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

कभी हिन्दुओं को बताया था तालिबानी आज सुनवाई के दौरान राजीव धवन ने कहा- हिंदू धर्म के लिए मंदिर अनिवार्य नहीं

स्वयं को अत्यधिक संयमित और आदर्श दिखाना कभी-कभी कायरता भी हो जाती है: पहलगाम नरसंहार की पृष्ठभूमि में भारत की नीति का पुनर्विचार

और लोड करें

कुंभ मेला: आयोजन की तिथि और स्थान निर्धारण का रहस्य

कुंभ मेला भारतीय ज्योतिषीय गणनाओं और ग्रहों की विशेष स्थिति पर आधारित है। इसके आयोजन में सूर्य, बृहस्पति, चंद्रमा, और शनि की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। कुंभ मेले की तिथि और स्थान का निर्धारण ज्योतिषीय राशियों के आधार पर किया जाता है। जब सूर्य और बृहस्पति एक विशेष राशि में प्रवेश करते हैं, तो उसी समय कुंभ मेले का आयोजन होता है।

पौराणिक कथा के अनुसार,

  •  चंद्रमा ने अमृत को बहने से बचाया।
  •  गुरु (बृहस्पति) ने कलश को छिपाया।
  • सूर्य ने कलश को टूटने से बचाया।
  • शनि ने इंद्र के कोप से रक्षा की।

इसीलिए इन ग्रहों की विशेष युति को कुंभ मेला आयोजन के लिए शुभ माना जाता है।

स्थान और तिथि निर्धारण के नियम

1. प्रयागराज

  • जब बृहस्पति वृषभ राशि में और सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तब कुंभ मेले का आयोजन प्रयागराज में किया जाता है।
  • यह स्थान पौराणिक दृष्टि से विशेष है क्योंकि अमृत कलश की रक्षा में सूर्य, चंद्र, गुरु, और शनि ने अपनी भूमिका निभाई थी।

2. हरिद्वार

  • जब सूर्य मेष राशि और बृहस्पति कुंभ राशि में प्रवेश करते हैं, तब हरिद्वार में कुंभ मेले का आयोजन होता है।

3. नासिक

  • जब सूर्य और बृहस्पति सिंह राशि में प्रवेश करते हैं, तब यह मेला नासिक में मनाया जाता है।

4. उज्जैन

  •  जब बृहस्पति सिंह राशि में और सूर्य मेष राशि में प्रवेश करते हैं, तब उज्जैन में कुंभ मेले का आयोजन होता है।
  • उज्जैन में कुंभ को सिंहस्थ कुंभ कहा जाता है, क्योंकि इसका संबंध सिंह राशि से है।

 

चक्र और आयोजन का क्रम

  • हर 12 वर्ष बाद कुंभ मेले का आयोजन एक ही स्थान पर होता है, क्योंकि बृहस्पति को एक चक्र पूरा करने में 12 वर्ष लगते हैं।
  • निर्धारित चार स्थानों (प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक, उज्जैन) में हर तीन वर्ष में बारी-बारी से कुंभ का आयोजन होता है।

गंगा की केन्द्रीयता और कुंभ मेले का सांस्कृतिक महत्व

अमृत के मिथक से जुड़ी एक अन्य व्याख्या यह है कि वैदिक काल में “अमृत” का अर्थ खाद्यान्न था। (डी.पी. दुबे, ‘कुंभ मेला-महाकुंभ में एक वैकल्पिक व्याख्या’, संपादक नीलाभ, लखनऊ टाइम ऑफ इंडिया, 2013, 99-101) महाकाव्य और पौराणिक युग में गंगा और जल को विशेष महत्व प्रदान करते हुए उनकी व्याख्या बदल गई। वैदिक युग में खाद्यान्न भारत में कृषि की शुरुआत और समृद्धि का प्रतीक था, जबकि पौराणिक काल में गंगा को जीवनदायिनी और कृषि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानते हुए अमृत का प्रतीक बना दिया गया।

कुंभ मेले का आयोजन इसी अमृत से संबंधित पौराणिक कथा और गंगा के महत्व को उत्सव के रूप में मनाने का माध्यम है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, जिन चार स्थानों पर अमृत की बूंदें गिरी थीं, उनमें हरिद्वार और प्रयागराज गंगा के तट पर स्थित हैं। नासिक, जो गोदावरी नदी के तट पर स्थित है, को पुराणों में ‘गौतमी गंगा’ के नाम से भी संबोधित किया गया है (ब्रह्म पुराण, 78.77)। उज्जैन का गंगा से प्रतीकात्मक संबंध स्कंद पुराण (अवन्त्य-खंड; II29, 33, 42) में वर्णित है। यहां शिप्रा नदी के दक्षिणी तट पर स्थित “गंगेश्वर” शिवलिंग गंगा के साथ इसके सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जुड़ाव को दर्शाता है।

इस प्रकार, गंगा और अन्य नदियां न केवल धार्मिक और पौराणिक दृष्टि से बल्कि कृषि और जीवन के पोषण के प्रतीक के रूप में भी भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। गंगा और उससे जुड़ा अनुष्ठानिक स्नान कुंभ मेले के केंद्र में है। गंगा का जल पौराणिक कथाओं के अनुसार अमृत के समान है। गुप्त काल (चौथी-पांचवीं शताब्दी) में गंगा की मूर्तिकला में कुंभ प्रमुख रूप से उभरकर सामने आया। यह दर्शाता है कि गंगा और कुंभ का सांस्कृतिक महत्व केवल धार्मिक नहीं, बल्कि ऐतिहासिक रूप से भी गहराई से जुड़ा हुआ है।

कुंभ पर्व के सामाजिक और आध्यात्मिक पहलू

कुंभ मेला श्रद्धा, आस्था, और एकता का अनुपम प्रतीक है। लाखों तीर्थयात्री, साधक, और दानकर्ता इसमें सम्मिलित होते हैं। गंगा, यमुना और संगम तट पर आरती, स्नान, भजन, प्रवचन और धार्मिक आयोजन मुख्य आकर्षण होते हैं। भारत में नदियाँ, पर्वत, और वृक्ष प्राचीन काल से ईश्वर के प्रतीक माने गए हैं। नदियों के तट पर आरती की परंपरा इसी आस्था का प्रतीक है।

MahaKumbh 2025
महाकुंभ

कुंभ मेले में न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक आयोजन भी होते हैं, जो इसे वैश्विक स्तर पर विशिष्ट पहचान प्रदान करते हैं। इस प्रकार कुंभ मेला न केवल आध्यात्मिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि भारतीय संस्कृति, एकता, और श्रद्धा का जीवंत उदाहरण भी है। कुंभ पर्व में साधु-संतों और गृहस्थों की समान रूप से भागीदारी होती है। स्नान के बाद श्रद्धालु कुंभ क्षेत्र में अन्न, वस्त्र, धन, या शुद्ध घी से भरे कलश का दान करते हैं। संपन्न व्यक्ति अपनी सामर्थ्य के अनुसार दान-पुण्य करते हैं। कुंभ मेले का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू संतों और महात्माओं के सत्संग का सुअवसर है।

यहां एकत्रित महात्मा और विद्वान जनहित और लोककल्याण के लिए विचार-विमर्श करते हैं। भारतीय संस्कृति में प्रारम्भिक काल से ही दान, पुण्य और तीर्थस्नान की समृद्ध परंपरा रही है। ऋग्वेद(10.117) के अनुसार, धनवान व्यक्ति गरीब याचक को संतुष्ट करे, और उसकी नज़र को लंबे रास्ते पर लगाए, धन कभी किसी के पास आता है, कभी किसी के पास, और कारों के पहियों की तरह हमेशा घूमता रहता है। मूर्ख व्यक्ति निरर्थक परिश्रम से भोजन जीतता है। वह भोजन – मैं सच कहता हूँ – उसका विनाश करेगा, वह किसी भरोसेमंद दोस्त को नहीं खिलाता, किसी ऐसे व्यक्ति को नहीं जो उससे प्यार करे। सारा दोष उसी का है जो बिना किसी सहभागी के खाता है।

वृहदारण्यक उपनिषद (5.2.3) के अनुसार, एक अच्छे एवं विकसित व्यक्ति की तीन विशेषताएँ हैं – आत्म-संयम (दम), सभी संवेदनशील जीवन के लिए करुणा या प्रेम (दया), और दान (दान)।

तदेत्तत्रयं शिक्षेद् दमं दानं दयामिति , महाकाव्य महाभारत के आदि पर्व के अध्याय 91 में कहा गया है कि व्यक्ति को पहले ईमानदारी से धन अर्जित करना चाहिए, फिर दान करना चाहिए। अपने पास आने वालों का आतिथ्य करना चाहिए। किसी भी जीवित प्राणी को कभी दर्द नहीं देना चाहिए, और जो कुछ भी वह खाता है, उसका एक हिस्सा दूसरों के साथ साझा करना चाहिए।

इसी प्रकार आधुनिक जीवन की माँगों से भरी दुनिया में, महाकुंभ मेला एकजुटता, पवित्रता और ज्ञान के प्रतीक के रूप में सामने आता है। यह शाश्वत यात्रा एक मजबूत अनुस्मारक के रूप में कार्य करती है कि मानवता के विविध मार्गों के बावजूद, हम मौलिक रूप से एकजुट हैं – शांति, आत्म-साक्षात्कार और पवित्रता के लिए एक अटूट सम्मान की एक आम खोज। अनुष्ठानों और प्रतीकात्मक कर्मों से परे, यह तीर्थयात्रियों को आंतरिक विचारों में संलग्न होने और पवित्रता के साथ अपने संबंध को गहरा करने का अवसर देता है। इस तरह से महाकुंभ का यह आयोजन आध्यात्मिक, वैज्ञानिक और आर्थिक महत्व रखते हुये सामाजिक समरसता एवं आध्यात्मिक जागरूकता को प्रेरित करता हुआ समृद्ध भारत की सांस्कृतिक कहानी लिखता है।

स्रोत: महाकुम्भ, महाकुम्भ 2025 महाकुंभ, महाकुंभ आध्यात्मिक महत्त्व, अध्यात्म, हिन्दू, पौराणिक कथाएँ, कुंभ मेला, कुम्भ, वेद, ऋग्वेद और कुम्भ, महाभारत, हरिद्वार, नासिक, प्रयागराज, उज्जैन, Mahakumbh, Mahakumbh 2025, Mahakumbh, Mahakumbh Spiritual Significance, Spirituality, Hinduism, Mythological Stories, Kumbh Mela, Kumbh, Vedas, Rigveda and Kumbh, Mahabharata, Haridwar, Nashik, Prayagraj, Ujjain
Tags: HaridwarHinduismKumbhKumbh MelaMahabharataMahakumbhMahakumbh 2025Mahakumbh Spiritual SignificanceMythological StoriesNashikPrayagrajRigveda and KumbhSpiritualityUjjainVedasअध्यात्मउज्जैनऋग्वेद और कुम्भकुंभ मेलाकुम्भनासिकपौराणिक कथाएँप्रयागराजमहाकुंभ आध्यात्मिक महत्त्वमहाकुम्भमहाकुम्भ 2025 महाकुंभमहाभारतवेदहरिद्वारहिन्दू
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

MahaKumbh 2025: धार्मिक आस्था और आर्थिक समृद्धि का अद्वितीय संगम

अगली पोस्ट

5 साल में 700% बढ़ी मनीष सिसोदिया की संपत्ति, पत्नी की आय में 500% का इजाफा: बेटे के विदेश में 3 खाते

संबंधित पोस्ट

‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारत ने पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों को उड़ा दिया था
चर्चित

‘ऑपरेशन शील्ड’: पाकिस्तान की सीमा से सटे कई राज्यों में आज होगी मॉक ड्रिल

31 May 2025

राष्ट्रीय सुरक्षा तैयारियों को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के तहत, शनिवार को पाकिस्तान के साथ सीमा साझा करने वाले कई राज्यों और केंद्र...

शुभम द्विवेदी के परिवार से मिले पीएम मोदी
चर्चित

पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी के परिवार से मिले पीएम मोदी, यूपी को दी ₹47600 करोड़ की सौगात

30 May 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (30 मई) को उत्तर प्रदेश के कानपुर पहुंचे। इस दौरान पीएम मोदी ने कानपुर में लगभग 47,600 करोड़ रुपये की लागत...

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
चर्चित

‘पाकिस्तान के चार टुकड़े…’: नौसेना का ज़िक्र कर राजनाथ सिंह ने कह दी बड़ी बात

30 May 2025

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि 1971 इसका गवाह है, कि जब भारतीय नौसेना हरकत में आई थी, तो पाकिस्तान एक से...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited