उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में अनुसूचित जाति (SC वर्ग) की एक नाबालिग बच्ची से हुए गैंगरेप केस में पुलिस ने अब चौथे आरोपित को भी गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपित का नाम जाबिर है जो उत्तराखंड के काशीपुर में एक अस्पताल में नौकरी करता था। हिन्दू समूहों और अन्य संगठनों ने इस मामले में अब उस मौलाना की गिरफ्तारी की माँग उठाई है जिस पर पीड़िता को धर्मान्तरण के लिए उकसाने का आरोप है। मौलाना द्वारा पीड़िता को दी गई एक किताब ही जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है।
भगतपुर थानाक्षेत्र की इस घटना में 2 दिन पहले थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया था। इसी के साथ थाने के 2 सब इंस्पेक्टरों को भी सस्पेंड कर दिया गया है। नए थाना प्रभारी ने चार्ज संभालते ही चौथे आरोपित जाबिर को भी खोज निकाला। इस पूरे मामले की जाँच डिप्टी एसपी ठाकुरद्वारा कर रहे हैं। फ़िलहाल उनकी तरफ से घटना में शामिल कथित मौलाना के बारे में अभी तक कोई बयान नहीं दिया गया है।
TFI द्वारा अपनी ग्राउंड रिपोर्ट में जुटाई गई जानकारी के मुताबिक मुख्य आरोपित सलमान के अब्बा भी इस्लामिक प्रचारक हैं। वह अक्सर अलग-अलग प्रदेशों व जिलों में इस्लामी तकरीरें करने जाते रहते हैं। सलमान के अब्बा लम्बे समय तक भगतपुर थानाक्षेत्र की ही एक मस्जिद में इमाम भी रहे हैं। जेल भेजे गए कुछ आरोपितों के घर ग्राम समाज यानी सरकारी की जमीन पर भी बने होने की बात सामने आई है।
रियाज़ पर पहले से दर्ज थी एक अन्य रेप की FIR
TFI द्वारा जुटाई गई एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक मुरादाबाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार चारों आरोपितों में से एक रियाज़ पर पहले से ही रेप का एक केस पेंडिंग है। यह केस फरवरी 2025 में रियाज़ के ही गाँव की एक विवाहिता महिला ने दर्ज करवाया था। इस मामले में रियाज़ फरार चल रहा था। पुलिस को पहले से दर्ज रेप के इस केस की जाँच में क्या प्रमाण मिले थे इसकी जानकारी अभी तक सार्वजानिक नहीं की गई है।