TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    मां काली का अपमान और ममता का मौन: बंगाल में तुष्टीकरण राज की भयावह सच्चाई

    मां काली का अपमान और ममता का मौन: बंगाल में तुष्टीकरण राज की भयावह सच्चाई

    ‘जंगलराज नहीं चाहिए’: बिहार की जीविका दीदियों ने किया साफ, नीतीश पर भरोसा, तेजस्वी के वादे पर नहीं यकीन

    ‘जंगलराज नहीं चाहिए’: बिहार की जीविका दीदियों ने किया साफ, नीतीश पर भरोसा, तेजस्वी के वादे पर नहीं यकीन

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

    महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइनों से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइन से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    अग्निवीर योजना में बड़े बदलाव की तैयारी : ‘अस्थायी’ से ‘स्थायी’ की ओर भारत की नई सैन्य सोच

    अग्निवीर योजना में बड़े बदलाव की तैयारी : ‘अस्थायी’ से ‘स्थायी’ की ओर भारत की नई सैन्य सोच

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइनों से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइन से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    मां काली का अपमान और ममता का मौन: बंगाल में तुष्टीकरण राज की भयावह सच्चाई

    मां काली का अपमान और ममता का मौन: बंगाल में तुष्टीकरण राज की भयावह सच्चाई

    ‘जंगलराज नहीं चाहिए’: बिहार की जीविका दीदियों ने किया साफ, नीतीश पर भरोसा, तेजस्वी के वादे पर नहीं यकीन

    ‘जंगलराज नहीं चाहिए’: बिहार की जीविका दीदियों ने किया साफ, नीतीश पर भरोसा, तेजस्वी के वादे पर नहीं यकीन

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

    महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइनों से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइन से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    अग्निवीर योजना में बड़े बदलाव की तैयारी : ‘अस्थायी’ से ‘स्थायी’ की ओर भारत की नई सैन्य सोच

    अग्निवीर योजना में बड़े बदलाव की तैयारी : ‘अस्थायी’ से ‘स्थायी’ की ओर भारत की नई सैन्य सोच

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइनों से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइन से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

ऑपरेशन सिंदूर से ड्रैगन की खुली पोल: पाकिस्तान की हार में चीन को क्यों हो रहा है दर्द?

पहलगाम हमले के बाद आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान को घुटनों पर आना पड़ा। इससे सबसे ज्यादा झटका चीन को लगा है। आइये जानें क्यों और कैसे?

Shyamdatt Chaturvedi द्वारा Shyamdatt Chaturvedi
12 May 2025
in भारत, रक्षा, रणनीति
China Pakistan Operation Sindoor India

ऑपरेशन सिंदूर से ड्रैगन की खुली पोल

Share on FacebookShare on X

‘हाथी के दांत दिखाने के अलग और चबाने के अलग होते हैं’। भारत और पाकिस्तान के मामले में यही हाल चीन का होता है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव बढ़ा और अब वो थम भी गया। हालांकि, इस पूरे दौर में कोई बेनकाब हुआ तो वो चीन है। ऑपरेशन सिंदूर के गहरे प्रहार के कारण पाकिस्तान को घुटनों पर आना पड़ा। इससे सबसे ज्यादा दर्द हमारे एक अन्य पड़ोसी चीन को हो रहा है। क्योंकि, हमारा ये ऑपरेशन सिंदूर महज आतंक के खिलाफ जंग नहीं था। ये चीनी  हथियारों का भी पोस्टमार्टम भी था। इन्हीं हथियारों के दम पर पाकिस्तान अक्सर गीदड़भभकी देता रहता था। भारतीय सेना ने आतंकवादियों को औकात दिखाते हुए चीन के हथियारों को भी कचरा कर दिया है।

बीजिंग से लेकर इस्लामाबाद तक यह खबर फैली थी कि पाकिस्तान को दिए गए चीनी हथियार भारत को रोक लेंगे। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की नजरें इस ऑपरेशन पर टिकी थीं। क्योंकि वह यह परखना चाहते थे कि उनके हथियार असल जंग में कितने कारगर हैं। लेकिन भारतीय सेना ने न सिर्फ आतंकियों को सबक सिखाया बल्कि चीन के हथियारों की पोल भी खोल दी। ऑपरेशन सिंदूर ने चीन के खोखले दावों और हथियारों की नुमाइश का भंडाफोड़ दिया है। इसी कारण पाकिस्तान के घुटनों में आने से चीन दुख के घोर घने बादलों में चला गया है।

संबंधितपोस्ट

‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइन से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

अग्निवीर योजना में बड़े बदलाव की तैयारी : ‘अस्थायी’ से ‘स्थायी’ की ओर भारत की नई सैन्य सोच

और लोड करें

खुली मेक इन चाइना हथियारों की पोल

ऑपरेशन सिंदूर का निशाना PoK और पाकिस्तान के आतंकी अड्डे थे। हालांकि, इस पर बड़ी बारीकी से बीजिंग की नजरें टिकी हुई थीं। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनकी सेना पल-पल इस ऑपरेशन की निगरानी कर रहे थे। उनका छिपा हुआ मकसद पाकिस्तान को दिए गए उनके हथियारों का जायजा लेना था। चीन, पाकिस्तान और उसकी सेना का इस्तेमाल कर एक तरह से अपने हथियारों का ‘लाइव वॉर-सिमुलेशन’ चला रहा था। लेकिन, पाकिस्तान के मेक इन चाइना हथियारों की पोल खुल गई।

भारत ने दिखाया चाइना का फ्लॉप शो

पाकिस्तान ने इस बार चीन से मिले आधुनिक हथियारों को भारत के खिलाफ झोंक दिया। इनमें ड्रोन, HQ-9P लॉन्ग रेंज एयर डिफेंस सिस्टम, JF-17 फाइटर जेट और PL-15E मिसाइलें शामिल थीं। पाकिस्तान को गुमान था कि ये भारतीय सेना के विजय रथ को रोक देंगे। हालांकि, हुआ ठीक इसके उलट। भारतीय सेना के आगे ये सारे हथियार सुतली बम साबित हुए। PL-15 मिसाइल को तो भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने पलक झपकते ही आसमान में ढेर कर दिया। पंजाब के होशियारपुर में गिरा इसका मलवा चीन के फ्लॉप शो को दिखाता है।

  • चीन के PL-15E का मलबा पंजाब के होशियारपुर में गिरा। ये ड्रैगन के उन्नत तकनीक का नमूना था। इसे भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में उड़ा दिया।
  • चाइना से मिले HQ-9P एयर डिफेंस सिस्टम को लाहौर जैसे बड़े शहरों की सुरक्षा में लगाया गया था। हालांकि, ये सिस्टम भारत की मिसाइलों को रोक नहीं पाया।
  • भारत के खिलाफ पाक ने JF-17 फाइटर जेट के सहारे PL-15 मिसाइलों को दागने लगा तो ये हमारे एयर डिफेंस के सामने भारतीय खेतों में मलबे के ढ़ेर बन गए।

सबसे बुरा हाल तो उस HQ-9P एयर डिफेंस सिस्टम का रहा। इसे पाकिस्तान ने चीन से भारी कीमत पर खरीदा और लाहौर जैसे बड़े शहरों की सुरक्षा के लिए तैनात किया था। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की मिसाइलों में से एक को भी यह सुरक्षा कवच रोक नहीं पाया। ये सिस्टम या तो चला नहीं या फिर मिसफायर करता रहा। वहीं पाकिस्तान के सैन्य ताकत को आसमान की ऊंचाई का सपना दिखाने वाले फाइटर जेट JF-17 भारतीय खेतों में मलबे के ढेर में तब्दील हो गए। जब पाकिस्तान ने PL-15 मिसाइलों के साथ इसका उपयोग किया तो चीनी कॉम्बो फुस्स हो गया।

ताइवान के खिलाफ थी तैयारी

कहा तो यहां तक जाता है कि चीन ऑपरेशन सिंदूर को ताइवान और अमेरिका के संभावित युद्ध की तैयारी के तौर पर देख रहा था। उसे उम्मीद थी कि पाकिस्तान के कंधे पर बंदूक रखकर वह अपने हथियारों की ताकत का प्रदर्शन करेगा। हालांकि, भारतीय सेना ने वह कंधा ही तोड़ दिया। ड्रोन हों या फाइटर जेट, सब कुछ भारत की उन्नत तकनीक और फौज के सामने बौने साबित हुए।

4 साल में 61% बढ़ाया रक्षा सौदा

स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 से 2024 के बीच पाकिस्तान ने हथियार खरीद को 61% बढ़ाया है। इसमें से 81% हिस्सा चीन से आया। यह आंकड़ा बताता है कि पाकिस्तान अपनी रक्षा जरूरतों के लिए पूरी तरह से बीजिंग पर निर्भर हो गया है। चीन ने इस दौरान पाकिस्तान को टाइप 054A फ्रिगेट्स, लंबी दूरी के टोही ड्रोन, उन्नत मिसाइल सिस्टम दिए हैं।

हथियार आपूर्ति का हिस्सा

  • 2020-2024 के बीच पाकिस्तान के कुल हथियार आयात का 81% हिस्सा चीन से आया
  • 2015-2019 की तुलना में 2020-2024 की खरीद 7% अधिक है।
  • चीन के कुल हथियार निर्यात का 63% हिस्सा पाक को गया। लागत करीब 5.28 बिलियन डॉलर है।
  • J-10CE लड़ाकू विमान खरीद हुई। 2022 में 25 विमानों की डिलीवरी पूरी हो गई है।
  • J-35A स्टील्थ जेट खरीदे गए। उनकी डिलीवरी 2026 तक अपेक्षित है।
  • इसके अलावा 679 VT-4 (हैदर) टैंक, टाइप 054A फ्रिगेट्स, PNS रिजवान जहाज, लंबी दूरी के ड्रोन खरीदे गए हैं।

पाकिस्तान चीन के हथियार सौदे में सबसे ज्यादा चर्चा हंगोर-क्लास पनडुब्बी की रही। 8 पनडुब्बियां इसे 5 बिलियन डॉलर में खरीदने की बात हुई है। इसमें से चार की डिलीवरी हो गई है। अभी ये कराची शिपयार्ड में खड़ी है। हालांकि, 4 पनडुब्बियों का ऑर्डर अभी पूरा नहीं हुआ है। पहली पनडुब्बी अप्रैल 2024 में पाकिस्तान को मिली थी। बाकी की डिलीवरी 2028 तक पूरी होगी।

हथियारों को लेकर है पुराना याराना

चीन और पाकिस्तान के बीच हथियारों का व्यापार लंबे समय से चला आ रहा है। यह दोनों देशों के रणनीतिक गठजोड़ का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हालांकि, दक्षिण एशिया का भू-राजनीतिक परिदृश्य तेजी से बदल रहे हैं। इस बदलाव के केंद्र में है चीन और पाकिस्तान का गहराता सैन्य सहयोग। पिछले पांच सालों में चीन ने पाकिस्तान को भारी मात्रा में हथियारों की आपूर्ति की है। आंकड़े बताते हैं कि पाकिस्तान को तीन से करीब 80 फीसदी सैन्य हथियार और उपकरण मिलते हैं।

ये भी पढ़ें: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से भारत ने क्या हासिल किया? 9 पॉइंट में समझें

जब दुश्मन की जोड़ी बन जाए तो समझ लो साजिश बड़ी है। यह कहावत आजकल चीन और पाकिस्तान की जोड़ी पर एकदम फिट बैठती है। एक तरफ पाकिस्तान आतंक की फैक्ट्री बनकर भारत के खिलाफ लड़ता रहता है। दूसरी तरफ चीन हथियारों का डीलर बनकर उसके पीछे खड़ा रहता है। दोनों ने मिलकर भारत को घेरने की साजिश रची। हालांकि, इस बार भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने न सिर्फ आतंक का खात्मा किया, बल्कि इन दोनों के हथियारों की हेकड़ी भी निकाल दी। यही कारण है कि पाकिस्तान के घुटनों में आने के बाद ड्रैगन का दम निकल रहा है।

Tags: ChinaIndiaIndian Armyoperation sindoorPakistanऑपरेशन सिंदूरचीनपाकिस्तानभारतभारतीय सेना
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से भारत ने क्या हासिल किया? 9 पॉइंट में समझें

अगली पोस्ट

भारत के हमले के वक्त कहां छिपा था पाकिस्तान का ‘जिहादी जनरल’ असीम मुनीर? रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

संबंधित पोस्ट

‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइनों से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल
आयुध

‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइन से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

23 October 2025

भारतीय रक्षा व्यवस्था के इतिहास में यह वह मोड़ है, जहां निर्भरता की जगह नियंत्रण ले रहा है, और आयात की जगह आत्मनिर्भरता अपनी पूर्ण...

भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा
अर्थव्यवस्था

भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

23 October 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आसियान शिखर सम्मेलन में वर्चुअल रूप से शामिल होने का निर्णय केवल एक ‘प्रोटोकॉल अपडेट’ नहीं, बल्कि बदलते भारत की कूटनीतिक...

अग्निवीर योजना में बड़े बदलाव की तैयारी : ‘अस्थायी’ से ‘स्थायी’ की ओर भारत की नई सैन्य सोच
भारत

अग्निवीर योजना में बड़े बदलाव की तैयारी : ‘अस्थायी’ से ‘स्थायी’ की ओर भारत की नई सैन्य सोच

23 October 2025

भारतीय सेना में भर्ती की प्रकृति बदल रही है और शायद यह बदलाव केवल नीतिगत नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा दर्शन का संकेत है। जिस अग्निपथ...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why India’s 800-km BrahMos Is a Nightmare for Its Adversaries

Why India’s 800-km BrahMos Is a Nightmare for Its Adversaries

00:06:22

The Congress Party’s War on India’s Soldiers: A History of Betrayal and Fear

00:07:39

How Bursting Firecrackers on Deepavali Is an Ancient Hindu Tradition & Not a Foreign Import

00:09:12

This is How Malabar Gold Betrayed Indians and Preferred a Pakistani

00:07:16

What Really Happened To the Sabarimala Temple Gold Under Left Government?

00:07:21
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited