TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    'साबित करो कि वे रोहिंग्या हैं': बीजेपी शासित राज्यों में 'बंगाली' मजदूरों को हिरासत में लेने पर भड़कीं ममता बनर्जी

    ममता बनर्जी ने फिर अवैध रोहिंग्याओं का बचाव किया, घुसपैठियों पर भाजपा की कार्रवाई पर सवाल उठाए

    मध्य प्रदेश के खरगोन में एआईएमआईएम की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी

    आखिर ऐसा क्या हुआ कि मध्य प्रदेश में AIMIM की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी?

    पंजाब में आप का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ हथियार

    पंजाब में AAP का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ बन सकता है हथियार

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान

    पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान

    अमेरिका को पीछे छोड़ेगा ये बॉम्बर, 12000 किलोमीटर की रेंज के साथ भारत बनाएगा स्टील्थ जेट

    अमेरिका को पीछे छोड़ेगा ये बॉम्बर, 12000 किलोमीटर की रेंज के साथ भारत बनाएगा स्टील्थ जेट

    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल (Photo: U.S. Marine Corps)

    अमेरिकी एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल को भारत में बनाने की तैयारी, दुश्मन देश के टैंकों के लिए है काल

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    बांग्लादेश में शेख हसीना का गढ़ बना युद्ध का मैदान, चार की मौत, हिन्दू युवक की छाती में मारी गोली

    बांग्लादेश में शेख हसीना का गढ़ बना युद्ध का मैदान; चार की मौत, हिंदू युवक की छाती में मारी गोली

    बलूचिस्तान में बम विस्फोट में 29 पाक सैनिकों की मौत; BLA ने ली जिम्मेदारी, कहा- आज़ादी तक जंग जारी रहेगी

    बलूचिस्तान में बम विस्फोट में 29 पाक सैनिकों की मौत; BLA ने ली जिम्मेदारी, कहा- आज़ादी तक जंग जारी रहेगी

    कैलिफोर्निया की असेंबली मेंबर हैं जस्मीत बैंस (FILE PHOTO)

    खालिस्तान का समर्थन और भारत विरोधी सोच: कौन हैं अमेरिका में सांसद का चुनाव लड़ रहीं जस्मीत बैंस?

    भिखारियों पर टिप्पणी के बाद इस देश की मंत्री को देना पड़ा इस्तीफा, जानें पूरा मामला

    भिखारियों पर टिप्पणी के बाद इस देश की मंत्री को देना पड़ा इस्तीफा, जानें पूरा मामला

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    'साबित करो कि वे रोहिंग्या हैं': बीजेपी शासित राज्यों में 'बंगाली' मजदूरों को हिरासत में लेने पर भड़कीं ममता बनर्जी

    ममता बनर्जी ने फिर अवैध रोहिंग्याओं का बचाव किया, घुसपैठियों पर भाजपा की कार्रवाई पर सवाल उठाए

    मध्य प्रदेश के खरगोन में एआईएमआईएम की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी

    आखिर ऐसा क्या हुआ कि मध्य प्रदेश में AIMIM की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी?

    पंजाब में आप का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ हथियार

    पंजाब में AAP का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ बन सकता है हथियार

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान

    पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान

    अमेरिका को पीछे छोड़ेगा ये बॉम्बर, 12000 किलोमीटर की रेंज के साथ भारत बनाएगा स्टील्थ जेट

    अमेरिका को पीछे छोड़ेगा ये बॉम्बर, 12000 किलोमीटर की रेंज के साथ भारत बनाएगा स्टील्थ जेट

    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल (Photo: U.S. Marine Corps)

    अमेरिकी एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल को भारत में बनाने की तैयारी, दुश्मन देश के टैंकों के लिए है काल

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    बांग्लादेश में शेख हसीना का गढ़ बना युद्ध का मैदान, चार की मौत, हिन्दू युवक की छाती में मारी गोली

    बांग्लादेश में शेख हसीना का गढ़ बना युद्ध का मैदान; चार की मौत, हिंदू युवक की छाती में मारी गोली

    बलूचिस्तान में बम विस्फोट में 29 पाक सैनिकों की मौत; BLA ने ली जिम्मेदारी, कहा- आज़ादी तक जंग जारी रहेगी

    बलूचिस्तान में बम विस्फोट में 29 पाक सैनिकों की मौत; BLA ने ली जिम्मेदारी, कहा- आज़ादी तक जंग जारी रहेगी

    कैलिफोर्निया की असेंबली मेंबर हैं जस्मीत बैंस (FILE PHOTO)

    खालिस्तान का समर्थन और भारत विरोधी सोच: कौन हैं अमेरिका में सांसद का चुनाव लड़ रहीं जस्मीत बैंस?

    भिखारियों पर टिप्पणी के बाद इस देश की मंत्री को देना पड़ा इस्तीफा, जानें पूरा मामला

    भिखारियों पर टिप्पणी के बाद इस देश की मंत्री को देना पड़ा इस्तीफा, जानें पूरा मामला

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

भारत-पाकिस्तान संघर्ष ने अमेरिका की छवि को किया धूमिल

स्वदेशी ताकत और रणनीतिक स्वतंत्रता ने भारत को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया, जबकि अमेरिका की वैश्विक नेतृत्व क्षमता पर उठे सवाल

The Thoughtful Indian द्वारा The Thoughtful Indian
22 June 2025
in AMERIKA, चर्चित, भारत
2025 के इंडो-पाक युद्ध

भारत बनाम पाकिस्तान 2025: अमेरिकी प्रभाव पर भारत की आत्मनिर्भर चोट

Share on FacebookShare on X

2025 में हुए चार दिवसीय इंडो-पाक युद्ध का प्रभाव केवल भारतीय उपमहाद्वीप तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसने वैश्विक स्तर पर अमेरिका की दोबारा नेतृत्व कायम करने की कोशिशों को भी गहरा झटका दिया। यह केवल अमेरिका की सैन्य साख को ही नहीं, बल्कि उसकी वैश्विक प्रभुत्व की छवि को भी चुनौती देता है। भारत अब रणनीतिक स्वतंत्रता और विविध साझेदारियों के साथ उभर रहा है, जिससे अमेरिका के पारंपरिक प्रभावी साधन अब कम प्रभावशाली साबित हो रहे हैं। बदलते वैश्विक परिदृश्य में अमेरिका को अब एक अधिक आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी भारत से निपटना पड़ रहा है, जो अपनी राह खुद तय कर रहा है।

निर्णायक जीत, लेकिन अमेरिका को भारी नुकसान

मई 2025 में हुआ यह युद्ध भले ही चार दिन चला और भारत की निर्णायक जीत के साथ समाप्त हुआ, लेकिन सबसे अधिक रणनीतिक नुकसान पाकिस्तान को नहीं, बल्कि अमेरिका को हुआ। दशकों से अमेरिका खुद को वैश्विक सैन्य और कूटनीतिक शक्ति का केंद्र मानता रहा है, लेकिन इस दक्षिण एशियाई संघर्ष में न केवल उसकी हथियार प्रणालियाँ विफल रहीं, बल्कि उसका रणनीतिक साझेदार भी हार गया और उसकी वैश्विक साख को सीधी चोट पहुंची।

संबंधितपोस्ट

खालिस्तान का समर्थन और भारत विरोधी सोच: कौन हैं अमेरिका में सांसद का चुनाव लड़ रहीं जस्मीत बैंस?

अमेरिकी दूतावास की चेतावनी: भारतीय नागरिकों द्वारा शॉपलिफ्टिंग की बढ़ती घटनाएं, क्या भारत को अब सख्त कदम उठाने चाहिए?

अमेरिका को पीछे छोड़ेगा ये बॉम्बर, 12000 किलोमीटर की रेंज के साथ भारत बनाएगा स्टील्थ जेट

और लोड करें

भारत की यह जीत अमेरिका की सहायता के बिना, मुख्यतः स्वदेशी या गैर-पश्चिमी प्रणालियों के सहारे हासिल हुई। यह केवल एक क्षेत्रीय संघर्ष नहीं था, बल्कि वैश्विक भू-राजनीतिक व्यवस्था में एक बड़ा परिवर्तन था। अमेरिका, जो कभी विश्व व्यवस्था का निर्विवाद संरक्षक माना जाता था जो अब सैन्य, कूटनीतिक और वैचारिक रूप से कमजोर दिख रहा है।

भारत की सफलता, अमेरिका की असफलता

पाकिस्तान ने युद्ध में अमेरिकी और चीनी प्रणालियों का उपयोग किया- जैसे पुराने फाइटर जेट, मिसाइल डिफेंस सिस्टम, और निगरानी उपकरण, जो भारतीय वायु प्रभुत्व को रोकने में पूरी तरह विफल रहे। वहीं भारत ने रूसी S-400, फ्रांसीसी राफेल, इज़रायली ड्रोन और अपने स्वदेशी हथियारों जैसे आकाश मिसाइल, पिनाका रॉकेट और सॉफ़्टवेयर-आधारित कमांड सिस्टम का सफलतापूर्वक उपयोग किया।

यह युद्ध न केवल अमेरिकी और चीनी प्रणालियों की विफलता को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कोई आधुनिक सेना बिना U.S.-NATO ढांचे का हिस्सा बने निर्णायक विजय प्राप्त कर सकती है। भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता और युद्ध में बढ़त ने यह संदेश दिया कि पश्चिमी रक्षा निर्भरता के विकल्प न केवल मौजूद हैं, बल्कि प्रभावी भी हैं।

अमेरिकी रक्षा उद्योग पर संकट

अमेरिकी सैन्य-औद्योगिक तंत्र-लगभग 900 अरब डॉलर का एक विशाल पारिस्थितिकी तंत्र जो अमेरिका की आर्थिक और रणनीतिक शक्ति का आधार है, इस युद्ध का एक अदृश्य लेकिन बड़ा पीड़ित रहा। दशकों से अमेरिकी हथियारों की बिक्री “अतुलनीय प्रदर्शन” के दावे के साथ होती रही, लेकिन अब ग्राहक और पर्यवेक्षक उस दावे पर सवाल उठा रहे हैं।

पाकिस्तान की हार ने अमेरिकी हथियारों की विश्वसनीयता को नुकसान पहुँचाया, जबकि भारत के कम लागत वाले, स्वदेशी हथियारों ने युद्ध में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया। इससे लॉकहीड मार्टिन, बोइंग, रेथियॉन और नॉर्थरॉप ग्रुम्मन जैसे अमेरिकी रक्षा दिग्गजों की साख को गहरी चोट लगी है।

यहाँ तक कि कई यूरोपीय NATO देश जो खुद को अमेरिका द्वारा कमज़ोर या उपेक्षित महसूस कर रहे हैं, अब भारतीय हथियार प्रणालियों में रुचि दिखा रहे हैं। तुर्की की असफल प्रणालियाँ, इज़राइल की ईरान युद्ध में व्यस्तता, और अमेरिका की महंगी हथियार नीति भारत के लिए नए बाजार खोल रही है।

अमेरिका की पारंपरिक रणनीति और भारत

अमेरिका ने लंबे समय से उन देशों को नियंत्रित करने के लिए गुप्त और प्रत्यक्ष हस्तक्षेपों का सहारा लिया जो उसकी विश्वदृष्टि से सहमत नहीं थे। इसके उदाहरण हैं:

  • ईरान (1953): प्रधानमंत्री मोसद्देक को हटाया गया
  • ग्वाटेमाला (1954): राष्ट्रपति आर्बेन्स को हटा दिया गया
  • चिली (1973): अलेन्दे को CIA समर्थित तख्तापलट में हटाया गया
  • कांगो (1961): लुमुम्बा की हत्या में अमेरिकी भूमिका
  • इंडोनेशिया (1965): सुहार्तो को सत्ता में लाने में सहयोग
  • इराक (2003): झूठे बहानों पर युद्ध
  • यूक्रेन (2004, 2014): NATO-समर्थित सत्ता परिवर्तन

ये अमेरिका की पुरानी रणनीतियाँ थीं: तख्तापलट करवाना, सिविल सोसाइटी को हथियार बनाना, जातीय/वैचारिक विभाजन को बढ़ावा देना, आर्थिक दबाव बनाना, और मीडिया व शिक्षा संस्थानों के ज़रिए कथा निर्माण करना।

भारत पर यह रणनीति क्यों नहीं चलेगी

  1. रणनीतिक स्वतंत्रता
    भारत अमेरिकी सैन्य या वित्तीय सहायता पर निर्भर नहीं है। रूस, फ्रांस, जापान, UAE, और BRICS जैसे साझेदारों के साथ मजबूत संबंध अमेरिका की दबाव नीति को अप्रभावी बनाते हैं।
  2. पश्चिमी निर्भरताओं से अलगाव
    चिप्स से लेकर हथियारों तक, भारत आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। युद्ध ने यह दिखा दिया कि भारत पश्चिमी तकनीक के बिना भी प्रभावी सैन्य कार्रवाई कर सकता है।
  3. मज़बूत लोकतांत्रिक और सार्वजनिक ढांचा
    अमेरिका जिस मीडिया और NGO रणनीति से अन्य देशों को प्रभावित करता रहा है, वह भारत में सफल नहीं हो सकती। भारत की राजनीतिक परिपक्वता, गैर-राजनीतिक सेना, और अधिक सचेत नागरिक समाज बाहरी हस्तक्षेप को रोकते हैं।
  4. ग्लोबल साउथ के साथ एकजुटता
    BRICS, SCO, I2U2, जैसे मंचों में भारत की सक्रिय भूमिका उसे अमेरिकी दबाव से बचाती है। ये संगठन भारत को वैकल्पिक वित्तीय और राजनीतिक संरक्षण प्रदान करते हैं।
  5. अमेरिका की आंतरिक कमज़ोरियाँ
  • कमजोर शिक्षा व्यवस्था
  • घरेलू निर्माण का संकट
  • संसाधनों और तकनीक के लिए विदेशों पर निर्भरता
  • समाज में गहरा ध्रुवीकरण
  • यूरोप का अमेरिकी नेतृत्व से मोहभंग

अमेरिका के विकल्प: घटती प्रभावशीलता

हालाँकि अमेरिका भारत की वृद्धि को रोकने की कोशिश कर सकता है, लेकिन अब उसके हथकंडे कम प्रभावी हैं:

  • आतंकवाद विरोधी के नाम पर पाकिस्तान को फिर से हथियार देना
  • पुराने, झुकने वाले नेताओं को समर्थन देना
  • NGO के ज़रिए आंतरिक अस्थिरता पैदा करना
  • टेक्नोलॉजी एक्सपोर्ट पर रोक लगाना
  • भारतीय वैज्ञानिकों को वीज़ा या निगरानी के ज़रिए निशाना बनाना
  • भारत की छवि को ‘तानाशाही’ या ‘राष्ट्रवादी’ बताकर बदनाम करना

लेकिन भारत अब इन सभी चालों से वाकिफ है। और दुनिया भी अब उतनी अमेरिका-केंद्रित नहीं रही।

आर्थिक उपनिवेशवाद का अंत और नया भारत

भारत का उदय एक व्यापक बदलाव का हिस्सा है-एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में आर्थिक उपनिवेशवाद के खिलाफ आवाज़ उठ रही है। IMF-World Bank-डॉलर आधारित ढांचे से निकल कर देश अब डिजिटल करेंसी, बार्टर ट्रेड, और गैर-डॉलर व्यापार की ओर बढ़ रहे हैं।

भारत की बहुपक्षीयता, समावेशी विकास, और दक्षिण-दक्षिण सहयोग पर आधारित नीति वैश्विक मंचों पर एक नैतिक विकल्प प्रस्तुत कर रही है। इसके विपरीत, अमेरिकी मॉडल अब शोषणकारी और पुराना लगता है।

निष्कर्ष: अमेरिका की दुविधा, भारत की घड़ी

यह युद्ध केवल पाकिस्तान की हार नहीं थी; यह अमेरिकी सैन्य अजेयता के भ्रम का अंत था। इससे एक ऐसे राष्ट्र का उदय हुआ जो अमेरिकी दबावों से मुक्त है, संरचनात्मक रूप से, वैचारिक रूप से और रणनीतिक रूप से। भारत न तो 1953 का ईरान है, न 2003 का इराक, और न ही 1991 का रूस। यह एक मज़बूत लोकतंत्र है, जिसकी जड़ें सभ्यता में गहरी हैं, जिसकी अर्थव्यवस्था और तकनीक तेजी से बढ़ रही है। और यह अमेरिका को हटाने के लिए नहीं, बल्कि उसकी बनाई हुई व्यवस्था से आगे निकलने के लिए तैयार है। दुनिया बदल चुकी है। यूरोप दूरी बना रहा है, ग्लोबल साउथ आगे बढ़ रहा है, और अमेरिका खुद ही अपने भीतर उलझा है। भारत अब वह राष्ट्र बन गया है जिसे रोका नहीं जा सकता।

Tags: AfricaAmericaAsiaIMF-World Bank-डॉलरIndiaIndia Vs PakistanIranlatinPakistantechnologyWarअमेरिकी मॉडल'इंडो-पाक युद्ध 2025:उपनिवेशवाद
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

अगली पोस्ट

ईरान में न्यूक्लियर साइट्स पर US की स्ट्राइक: जानें कहां व कैसे हुए ये हमले और ट्रंप, नेतन्याहू व ईरान ने क्या कहा?

संबंधित पोस्ट

पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान
आयुध

पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान

17 July 2025

देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस), जनरल अनिल चौहान ने राष्ट्र और सशस्त्र बलों को ज़ोरदार और उत्साहजनक संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पुरानी...

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल
चर्चित

जय भीम योजना में ₹145 करोड़ का घोटाला: वंचितों की ‘शिक्षा क्रांति’ को केजरीवाल सरकार ने कैसे बनाया फर्जीवाड़े की पाठशाला?

17 July 2025

दिल्ली में वंचित तबके के होनहार बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए शुरू की गई जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना अब भारी विवादों में...

कैसे बचेगी निमिषा प्रिया, क्या है अल्लाह का किसास कानून? यमन में जिसकी हो रही मांग, जानें पूरा मामला
भारत

कैसे बचेगी निमिषा प्रिया, क्या है अल्लाह का किसास कानून? यमन में जिसकी हो रही मांग, जानें पूरा मामला

16 July 2025

यमन की जेल में सजा काट रही केरल की नर्स निमिषा प्रिया की फांसी को लेकर भले ही थोड़ी राहत की खबर आई हो, लेकिन...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

The Butcher of Pahalgam: Sulaiman — Trained by ISI, Pakistan’s Commando-Turned-Terrorist

The Butcher of Pahalgam: Sulaiman — Trained by ISI, Pakistan’s Commando-Turned-Terrorist

00:04:13

Congress’s Rohith Vemula Bill: Caste Polarization Masquerading as Reform

00:07:33

Bhima Koregaon Won’t Be Repeated; Maharashtra’s Special Act to Wipe Out Urban Naxals.

00:06:06

Conqueror of the Seas: Rajendra Chola and the Rise of Naval Bharat

00:07:47

How UPI went global? Why Namibia Adopted It?

00:07:20
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited