हमारे पड़ोसी देश का प्रशासन और उसकी सेना ने कई वर्षों से अपनी जनता को इस बहकावे में रखा है कि वे भारत...
‘’बलं विद्या च विप्राणां राज्ञः सैन्यं बलं।‘’ यानी विद्या ही ब्राह्मणों का बल है, राजा का बल सेना है। आचार्य चाणक्य ने अर्थशास्त्र...
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