कल रात पीएम मोदी के प्रतिष्ठित मंच पर जाने से पहले तक उनके समर्थकों के दिल में बहुत सारे सवाल थे, अनिश्चितताएं थीं और विपक्ष के समक्ष उनके समर्थक कमजोर पड़ने लगे थे। हालांकि, जैसे ही कल रात पीएम मोदी ने प्रतिष्ठित केंद्र-मंच ग्रहण किया वैसे ही वो समय भी उस कड़ी में जुड़ गया जब उन्होंने पीएम पद का भार सम्भाला था और भारत को बदलने की दिशा में कार्य शुरू किया था।
अपने भाषण में पीएम मोदी ने ब्रिटेन की राजधानी लंदन में वेस्टमिंस्टर के सेंट्रल हॉल से सोशल मीडिया और लोगों द्वारा पूछे गये सभी सवालों का जवाब दिया। उन्होंने अपने वाकपटुता से सभी आलोचकों को चुप करा दिया। दरअसल, पीएम मोदी ने अपने अच्छे भाग्य और अच्छी सलाह देने के लिए अपने आलोचकों को श्रेय दिया और कहा कि आज उन्हीं की वजह से मैंने अपने आप को सुधारा और काम किया और अपने काम की वजह से आज ये उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने अपने जवाब में अपनी अच्छी भावना का प्रदर्शन किया और शायद आलोचकों में से सबसे ज्यादा समझदार गांधी वंशज के लिए वंशवाद की राजनीति पर ये तंज भी था।
जो लोग कठुआ में हुए आठ वर्षीय मासूम बच्ची के साथ रेप की घटना पर पीएम मोदी की चुपी को लेकर सवाल कर रहे थे वो भी अब पीएम मोदी के जवाब से संतुष्ट हो गये होंगे। पीएम मोदी ने सभी को याद दिलाते हुए कहा कि मैंने लाल किले से कहा था कि, ‘बेटियों से सवाल करने वाले बेटों से क्यों नहीं सवाल करते हैं? बेटियों के साथ इस तरह का जघन्य अपराध करने वाला किसी न किसी का तो बेटा ही है।‘ उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा कि इस तरह के जघन्य अपराध पर राजनीति नहीं होनी चाहिए ये अनुचित है और उन्होंने कहा मैंने कभी भी अपने शासन में हो रही रेप की घटनाओं और पिछली सरकारों के समय में हुई रेप की घटनाओं की तुलना नहीं कि क्योंकि ‘बलात्कार बलात्कार होता है’, चाहे वो किसी के शासन में हुआ हो ऐसी घटनाएं देश के लिए शर्म की बात है।
2016 में पाकिस्तान के खिलाफ किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के सवाल पर पीएम मोदी का जवाब शो का मुख्य आकर्षण था। पीएम ने बताया कि कैसे उन्होंने ये सुनिश्चित किया था कि सर्जिकल स्ट्राइक की खबर सबसे पहले पाकिस्तानी अधिकारीयों को दी जाए। उन्होंने इस दौरान पाकिस्तान पर चुटकी लेते हुए कहा कि पाकिस्तानी अधिकारी भारतीय अधिकारियों की कॉल को उठाने से डर रहे थे। बिना किसी हिचकिचाहट के नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को आतंकवाद का ब्रांड बताया और पाकिस्तान ने हाल के दिनों में आतंकी गतिविधियों अंजाम भी दिया है। उन्होंने भारतीय समाज में आतंकवाद के बीज बोने का प्रयास करने वालों को चेतावनी जारी करते हुए कहा कि भारत हमेशा के लिए बदल चुका है।
यूनाइटेड किंगडम में अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने जिस तरह से हमले किये हैं उससे जरुर विपक्ष को ज़ोर का झटका लगना चाहिए। वो विपक्ष जिसने कठुआ और उन्नाव मामले में राजनीतिकरण कर एनडीए सरकार पर निशाना साधा था। विपक्ष को शायद लगने लगा था कि अगर वो उन्नाव और कठुआ मामले को लगातार इसी तरह बढाते रहेंगे तो जनता की नजर में नरेंद्र मोदी की छवि बदल जायेगी और उन्हें इसका फायदा मिल सकेगा। हालांकि, लंदन में पीएम मोदी लाइव कार्यक्रम के जरिये लोगों से जुड़े और विपक्ष की सभी योजनायों को बर्बाद कर दिया। कुछ घंटों की बातचीत में पीएम मोदी ने सफलतापूर्वक विपक्ष की महीनों की कोशिश को तोड़ दिया और उसे उसकी सही जगह दिखा दी। एनडीए सरकार पर हमला करने की बजाय विपक्ष को शायद भारत के लोगों से बातचीत करने के दृष्टिकोण को बदलने पर काम करना चाहिए।