TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    खरगे की मांग बनाम RSS: डर के साथ कब तक भारतीय राजनीति में कब तक खड़ी रह पाएगी कांग्रेस

    खरगे की मांग बनाम RSS: डर के साथ कब तक भारतीय राजनीति में कब तक खड़ी रह पाएगी कांग्रेस

    जब गमछा बना राजनीति का संदेश: पीएम मोदी की प्रतीक-प्रधान चुनावी रणनीति और जनता से सीधा जुड़ाव

    जब गमछा बना राजनीति का संदेश: पीएम मोदी की प्रतीक-प्रधान चुनावी रणनीति और जनता से सीधा जुड़ाव

    अतुल लिमये संघ के सह सरकार्यवाह हैं

    अरुण कुमार की जगह सह सरकार्यवाह अतुल लिमये संभालेंगे संघ-भाजपा के बीच समन्वय की कमान, संगठन में बदलाव से पहले मिली भाजपा-संघ संबंधों को साधने की बड़ी जिम्मेदारी

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    तालिबान ने की पाकिस्तान की इंटरनेशनल बेइज्जती, ऐसा सुनाया कि शायद मुल्ला मुनीर को नींद भी न आए

    तालिबान ने की पाकिस्तान की इंटरनेशनल बेइज्जती, ऐसा सुनाया कि शायद मुल्ला मुनीर को नींद भी न आए

    क्या नेताजी सचमुच 1945 में मारे गए थे? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    क्या नेताजी का निधन सचमुच 1945 विमान हादसे में हुआ था? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    नगीना मस्जिद हमला

    जब सरदार पटेल पर मुस्लिम भीड़ ने किया था जानलेवा हमला:  घटना तो दूर 86 वर्षों तक हमलावरों के नाम भी सामने क्यों नहीं आने दिए गए ?

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    क्या नेताजी सचमुच 1945 में मारे गए थे? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    क्या नेताजी का निधन सचमुच 1945 विमान हादसे में हुआ था? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    खरगे की मांग बनाम RSS: डर के साथ कब तक भारतीय राजनीति में कब तक खड़ी रह पाएगी कांग्रेस

    खरगे की मांग बनाम RSS: डर के साथ कब तक भारतीय राजनीति में कब तक खड़ी रह पाएगी कांग्रेस

    जब गमछा बना राजनीति का संदेश: पीएम मोदी की प्रतीक-प्रधान चुनावी रणनीति और जनता से सीधा जुड़ाव

    जब गमछा बना राजनीति का संदेश: पीएम मोदी की प्रतीक-प्रधान चुनावी रणनीति और जनता से सीधा जुड़ाव

    अतुल लिमये संघ के सह सरकार्यवाह हैं

    अरुण कुमार की जगह सह सरकार्यवाह अतुल लिमये संभालेंगे संघ-भाजपा के बीच समन्वय की कमान, संगठन में बदलाव से पहले मिली भाजपा-संघ संबंधों को साधने की बड़ी जिम्मेदारी

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    तालिबान ने की पाकिस्तान की इंटरनेशनल बेइज्जती, ऐसा सुनाया कि शायद मुल्ला मुनीर को नींद भी न आए

    तालिबान ने की पाकिस्तान की इंटरनेशनल बेइज्जती, ऐसा सुनाया कि शायद मुल्ला मुनीर को नींद भी न आए

    क्या नेताजी सचमुच 1945 में मारे गए थे? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    क्या नेताजी का निधन सचमुच 1945 विमान हादसे में हुआ था? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    नगीना मस्जिद हमला

    जब सरदार पटेल पर मुस्लिम भीड़ ने किया था जानलेवा हमला:  घटना तो दूर 86 वर्षों तक हमलावरों के नाम भी सामने क्यों नहीं आने दिए गए ?

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    क्या नेताजी सचमुच 1945 में मारे गए थे? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    क्या नेताजी का निधन सचमुच 1945 विमान हादसे में हुआ था? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

इस वरिष्ठ पत्रकार ने राजदीप सरदेसाई की कथित ‘निष्पक्ष’ पत्रकारिता की खोली पोल

Mahima Pandey द्वारा Mahima Pandey
19 May 2019
in मत
इस वरिष्ठ पत्रकार ने राजदीप सरदेसाई की कथित ‘निष्पक्ष’ पत्रकारिता की खोली पोल
Share on FacebookShare on X

अपनी एजेंडावादी पत्रकारिता कर वामपंथी गुट की आंखों का तारा बन चुके पत्रकार राजदीप सरदेसाई अपनी निम्न स्तर की पत्रकारिता की वजह से अक्सर चर्चा में रहते हैं। कई बार तो वो  पक्षपाती पत्रकारिता के लिए शर्मिंदगी का सामना भी कर चुके हैं। फिर भी वो अपनी हरकतों से बाज नहीं आते। और तो और बड़े ही शर्मनाक तरीके से वो अन्य पत्रकारों को ये सिखाने की कोशिश करते हैं कि उन्हें किस तरह के सवाल भाजपा से खासकर पीएम मोदी से पूछने चाहिए। खैर, हर मोदी विरोधी को गले लगाने वाले वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई से उम्मीद भी यही थी। अब इनकी दोहरी पत्रकारिता पर इनके संस्थान के सहयोगी पत्रकार भी सवाल उठाने लगे हैं लेकिन इसपर बात करने से पहले उनकी एक रीसेंट कवरेज पर नजर डाल लेते हैं। 19 मई को यानि की आज पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लोकसभा चुनाव शुरू हो गये हैं लेकिन इससे पहले राजदीप सरदेसाई पहुंच गये वाराणसी। खुद को निष्पक्ष कहने वाले राजदीप सरदेसाई जैसे पत्रकार अपना कैमरा लेकर एजेंडा चलाने वाराणसी पहुंच गये लेकिन उनका ये दांव उन्हीं पर भारी पड़ गया। दरअसल, उन्हें हर सवाल का जवाब जनता से मिला लेकिन एक सवाल जब जनता ने पूछा उनका चेहरा लाल पड़ गया।

अब लोकसभा चरण का आखिरी मतदान है और वाराणसी भी उन शहरों में से एक है जहां मतदान हो रहे हैं तो राजदीप सरदेसाई अपना एजेंडा साधने से कैसे पीछे रहते। हालांकि, जब वाराणसी पहुंचे होंगे तो उन्हें पहले की तुलना में बदलाव भी नजर आया होगा लेकिन फिर भी वो आम जनता से मोदी ने क्या किया है, कहा है विकास, बताइए।। जैसे सवाल किये।

संबंधितपोस्ट

नागपुर के दंगाइयों के बचाव में उतरे राजदीप सरदेसाई

‘इंडियन एक्सप्रेस’ का फर्जी फैक्ट-चेक, राजदीप ने ट्रम्प को बताया झूठा: मोदी को हटाना चाहता था जो USAID, उसके बचाव में उतरा गैंग

‘बजट के बाद से बिहार विरोधियों का धुआं-धुआं’: पिछड़े राज्य को फायदा मिला तो राजदीप-दलाल गैंग को दर्द क्यों?

और लोड करें

दरअसल, जैसे ही चुनाव प्रचार की रफ़्तार वाराणसी में थमी वो चाय पर चर्चा के नाम पर आम जनता के बीच पहुंचे और सीधे सवाल करते हैं कि क्या ये सही है कि आपने इसे बीजेपी का गढ़ बना दिया है.. तो उन्हें जवाब मिलता है ये पत्रकारों, साहित्यों शिक्षकों समेत सभी का गढ़ है। इसके बाद वो सवाल करते हैं कि गुजरात से पीएम मोदी यहां आये साल 2014 में और एक बार फिर से वो यहां से चुनाव लड़ रहे हैं। क्या आप बता सकते हैं अब तक क्या बदलाव आये हैं? पॉजिटिव भी नेगेटिव भी दोनों बताइए इसपर चाय पर चर्चा पर बैठे एक शख्स ने कहा, आप साल 2014 में भी यहां आये होंगे..आपको तब और आज में काफी बदलाव नजर आया होगा। यहां सडक से लेकर घर तक बदलाव हुआ है। आज वाराणसी के सोच में बदलाव हुआ है। उनके हर सवाल पर उन्हें तगड़ा जवाब मिला लेकिन वो राजदीप कहां मानने वाले थे वो बार बार पीएम मोदी के खिलाफ कुछ सुनने की उत्सुकता में अब मार्केटिंग से काशी को जोड़ दिया और पूछा कि अब मारकेटिंग से ज्यादा काशी को काम की जरूरत है इसपर एक शख्स ने कहा, ‘अभी आपने कहा कि ये कांग्रेस का कभी गढ़ हुआ करता है। जरा आप कांग्रेस के समय के एक कार्य को गिना दीजिये…आप तो सालों से पत्रकारिता कर रहे हैं..। मैं आपको गिनवा दूंगा कैंसर हॉस्पिटल यहां बना, मडुवाडीह बना, गंगा पहले से साफ़ हो चुकी है..सारनाथ से लंका तक रोड बन गयी। एक पूल 17 सालों से बन रहा था जो योगी के शासनकाल में पूरा हुआ। आपका सवाल तो यही हुआ कि सचिन ने 100 सेंचुरी मारी लेकिन आप कह रहे हैं और उन्होंने किया क्या है..? अब इससे राजदीप की बोलती बंद हो गयी तो उन्होंने मुद्दे को ही घुमा दिए ..और हिंदू राष्ट्रवाद, नोटबंदी पर घुमा दिया लेकिन इसपर भी उन्हें करारा जवाब दिया। वो फिर भी ऐसे व्यक्ति की तलाश में निकले कि कोई तो मोदी विरोधी मिले लेकिन अफ़सोस उन्हें ऐसा कोई नहीं मिला..तब उन्होंने इसे भी इलेक्शन कैंपेन का नाम दे दिया। धर्म जाति तो उनके इस कवरेज में और बांटने का काम शुरू कर दिया।

वैसे राजदीप सरदेसाई के मन में भरे पीएम मोदी के प्रति भरी नफरत ही है जो वरिष्ठ पत्रकार अंजना ओम कश्यप को ये सुझाव देते हैं कि उन्हें किस तरह के सवाल पीएम मोदी और भाजपा से पूछने चाहिए.. आप खुद देखिये ..इस ट्वीट को:

RT iAnkurSingh: Rajdeep Sardesai giving lectures on how to ask questions to anjanaomkashyap.

I agree, Anjana shld learn taking interviews from sardesairajdeep, like the tough questions he asked from Sonia Gandhi. pic.twitter.com/YzD6CfpY4Q

— Ranjitsinh Chudasama (@bk_chudasama) May 18, 2019

लेकिन वो खुद यूपीए की चेयरपरसन से सास-बहु वाले सवाल पूछते हुए नजर आये जिसके लिए उन्हें सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल भी किया गया था।

एक पत्रकार हैं। ऑन एअर सवाल पूछने का कोचिंग सेंटर खोल लिया है। एक बार मशहूर इंटरव्यू में सास बहू से आगे वो सवाल पूछ नहीं पाए। सबको सर्टिफ़िकेट देना इनका काम है। दरवाज़े के बाहर खड़े होने की छटपटाहट !

— Anjana Om Kashyap (@anjanaomkashyap) May 18, 2019

अब उनकी सहयोगी वरिष्ठ पत्रकार अंजना ओम कश्यप ने ही राजदीप सरदेसाई की कथित ‘निष्पक्ष’ पत्रकारिता पर सवाल उठा दिए हैं और राजदीप पर हमला करते हुए कहा कि “एक पत्रकार हैं। ऑन एअर सवाल पूछने का कोचिंग सेंटर खोल लिया है। एक बार मशहूर इंटरव्यू में सास बहू से आगे वो सवाल पूछ नहीं पाए। सबको सर्टिफ़िकेट देना इनका काम है। दरवाज़े के बाहर खड़े होने की छटपटाहट !” अंजना ने राजदीप सरदेसाई की उसी सास-बहु वाले सवाल को लेकर उनपर निशाना साधा और उनकी पत्रकारिता की पोल खोल दी।

News Today: Rahul Gandhi running away to contest in a seat where the majority is a minority says PM Modi: are we back to Hindu-Muslim election rhetoric? Who benefits from polarised politics? That’s the main debate on @IndiaToday at 9 pm

— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) April 1, 2019

कई मौकों पर राजदीप सरदेसाई की पत्रकारिता में दोहरे मापदंड हमें साफ नज़र आते हैं। एक तरफ तो वे भाजपा के नेताओं के बयानों को तोड़-मरोड़ कर उनमें अपना एंगल डालने की कोशिश करते हैं तो वहीं कांग्रेस के नेताओं के खुलेआम सांप्रदायिक बयानों पर वे लगातार चुप्पी साधे रहते हैं। पत्रकारिता का ऐसा निम्न स्तर अति निंदनीय है और किसी भी लोकतंत्र के लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण है।

 

 

Tags: भारतीय मीडियाराजदीप सरदेसाई
शेयर333ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

नेटफ्लिक्स का एंटी हिन्दू प्रोपेगेंडा एक बार फिर आया सामने

अगली पोस्ट

PM मोदी की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाने वाले राहुल गांधी को अंजना की खुली चुनौती

संबंधित पोस्ट

खरगे की मांग बनाम RSS: डर के साथ कब तक भारतीय राजनीति में कब तक खड़ी रह पाएगी कांग्रेस
चर्चित

खरगे की मांग बनाम RSS: डर के साथ कब तक भारतीय राजनीति में कब तक खड़ी रह पाएगी कांग्रेस

1 November 2025

भारतीय राजनीति का इतिहास केवल सत्ता की लड़ाई तक सीमित नहीं है। यह उस देश के सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों, उसकी चेतना और राष्ट्रनिर्माण के...

जब गमछा बना राजनीति का संदेश: पीएम मोदी की प्रतीक-प्रधान चुनावी रणनीति और जनता से सीधा जुड़ाव
चर्चित

जब गमछा बना राजनीति का संदेश: पीएम मोदी की प्रतीक-प्रधान चुनावी रणनीति और जनता से सीधा जुड़ाव

1 November 2025

मुजफ्फरपुर की धूप तप रही थी, लेकिन मौसम से अधिक गर्मी उस मैदान में थी, जहां हजारों लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करने के...

तेजस्वी का प्रण बनाम एनडीए का संकल्प: बिहार में ‘वोटर मोहिनी’ का खेल और जीत का गणित
चर्चित

तेजस्वी का प्रण बनाम एनडीए का संकल्प: बिहार में ‘वोटर मोहिनी’ का खेल और जीत का गणित

31 October 2025

बिहार की राजनीति में चुनावी घोषणापत्र अब केवल कागज पर लिखे वादों का पुलिंदा नहीं, बल्कि रणनीतिक शतरंज की बिसात बन चुके हैं। एक तरफ...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Will India Finally Know The Truth About Netaji’s Death?

Will India Finally Know The Truth About Netaji’s Death?

00:08:41

When Grief Met Greed: The Shocking Story of a Father & Bengaluru’s Bribe Chain

00:07:45

How ‘Grokipedia’ Seeks to Correct Perceived Ideological Biases in India-Related Wikipedia Articles”

00:08:17

When Animal Activism Crosses the Line: The Dangerous Side of "Pet Lovers

00:07:36

The Night Before Kashmir’s Fate Was Decided — The battle of Kashmir and Role of RSS |

00:07:40
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited