पाकिस्तानी फाइटर जेट एफ-16 को मार गिराने वाले भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान पाकिस्तान से वापस लौटने के 6 महीने बाद कॉकपिट में वापसी कर चुके हैं। सोमवार को अभिनंदन ने वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ के साथ मिग -21 के टाइप-69 लड़ाकू विमान के ट्रेनर संस्करण में उड़ान भरी। इसके बाद से वो मीडिया में एक बार फिर से चर्चा का विषय बने हुए हैं लेकिन इस पर भी पाकिस्तान की बोली बोलने वाला एनडीटीवी अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। एनडीटीवी ने इस खबर को सोशल मीडिया पर शेयर करते वक्त अभिनंदन को पाकिस्तान द्वारा पकड़ा गया पायलट बताया।
#WATCH IAF Chief Air Chief Marshal BS Dhanoa flew a sortie with Wg Cdr Abhinandan Varthaman at Air Force Station Pathankot today in a MiG-21 trainer. It's the last sortie flown by IAF Chief in a fighter aircraft before retirement.They took off around 1130 hrs for a 30 min sortie. pic.twitter.com/retSoI3EVl
— ANI (@ANI) September 2, 2019
एनडीटीवी ने ट्विटर पर लिखा, “ ‘अभिनंदन वर्थमान, वो पायलट जो फरवरी में पाकिस्तान द्वारा पकड़ा गया था, उन्होंने वायुसेना प्रमुख के साथ मिग -21 में भरी उड़ान”
#AbhinandanVarthaman #BSDhanoa pic.twitter.com/XWd8nKovb2
— NDTV (@ndtv) September 2, 2019
ऐसा लगता है कि एनडीटीवी के लिए ये कहीं से महत्वपूर्ण नहीं है कि अभिनंदन ने बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान द्वारा किये गये हमले की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के एफ16 को मार गिराया। हां, इस मीडिया संस्थान के लिए ये जरुर महवपूर्ण है कि पाकिस्तान ने हमारे देश के विंग कमांडर को कब्जे में लिया था। तभी तो इस तरह से देश के जांबाज सैनिक का अपमान करते हुए एनडीटीवी ने एक बार फिर से अपना पाकिस्तान प्रेम उजागर किया है । एनडीटीवी को उसकी घटिया पत्रकारिता के लिए सोशल मीडिया पर यूजर्स ने खूब लताड़ लगाई और उसे इस खबर को ठीक करने की सलाह दी।
Fixed it pic.twitter.com/YE3KdgLOgs
— tfipost.com (@tfipost) September 2, 2019
Dear traitors at RNDTV, fixed the headline for you. pic.twitter.com/7BbvOcaTVu
— IAS Smoking Skills (@Smokingskills07) September 2, 2019
एक यूजर ने लिखा, “ये पाकिस्तानी लोग इंडियन प्रोडक्ट को बैन कर रहे हैं लेकिन भारत में अभी भी ये पाकिस्तानी चैनल चलना बंद नहीं हुआ।”
Ye pakistani log indian product ban kar rahe hai.. par india me abhi bhi ye pakistani channel chalna bandh nahi hua.
— SubbuS (@Subbu_06) September 2, 2019
https://twitter.com/srikanthbjp_/status/1168438889809235968
एक यूजर ने कहा कि “ये गद्दारी कब बंद करोगे”
Ranty TV.
Ye Ga-dd-ari kabhi band karoge?
— Arun (@arunv2808) September 2, 2019
इतनी आलोचनाओं के बावजूद एनडीटीवी ने इसपर अभी तक कोई सफाई नहीं दी है और न ही अपनी गलत रिपोर्टिंग के लिए माफ़ी मांगी है।
वैसे ये पहले बार नहीं है जब एनडीटीवी पाकिस्तान का स्टैंड लेता हुआ नजर आया हो। इससे पहले कई बार एनडीटीवी इस तरह की पत्रकारिता कर चुका है। एक ऐसी ही फोटो एनडीटीवी से जुड़ी वायरल हो रही है जिसमें आरोप है कि एनडीटीवी ने अपने चैनल पर चल रहे टिकर में कुलभूषण जाधव को ‘जासूस’ कहा था।
Why's NDTV calling Kulbhushan Jadhav a 'Spy'?
Isn't it Pakistan's line? pic.twitter.com/LwDuRh8B5k
— Ankur Singh (Modi Ka Parivar) (@iAnkurSingh) September 1, 2019
कुलभूषण जाधव मामले में भारत का रुख सख्त रहा है कि कुलभूषण ‘जासूस नहीं’ हैं ये पाकिस्तान है जो हमेशा कुलभूषण जाधव को जासूस कहता रहा है। इसी का हवाला देते हुए पाकिस्तान ने अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में कुलभूषण जाधव पर सैन्य अदालत द्वारा लागू मृत्युदंड को बरकरार रखने की अपील भी की थी। यही नहीं अपने दावों को सिद्ध करने के लिए पाकिस्तान ने भारतीय मीडिया के कुछ पोर्टल का इस्तेमाल सोर्स के रूप में भी किया था।
हद तो तब हो गयी हिजबुल मुजाहिदीन का एक आतंकी कश्मीर के किश्तवाड़ से गिरफ्तार हुआ था तब एनडीटीवी ने उसे हिजबुल मुजाहिदीन का वर्कर बताया था।
Hizb-ul-Mujahideen worker arrested in Kashmir's Kishtwar district https://t.co/l9LwYUCj49 pic.twitter.com/hUfwCRKuan
— NDTV (@ndtv) September 10, 2018
तब भी एनडीटीवी को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था लेकिन फिर भी ये न्यूज़ पोर्टल अपनी निम्न स्तर की पत्रकारिता से बाज नहीं आया।
Hizbul-ul-Mujahideen doesn’t have ‘workers’!
The group has been designated as a terrorist group by India, European Union and United States!
‘Mujahideen’ are 'those who wage jihad'!
Your miserable effort to dignify terrorists-jihadis by calling them ‘workers’ is insanely off!
— Amrita Bhinder 🇮🇳 (@amritabhinder) September 12, 2018
अब शर्मनाक तरीके से एनडीटीवी अपनी रिपोर्टिंग से हमारे शत्रु देश के एजेंडे को बढ़ावा देने में सहयोग कर रहा है। एनडीटीवी के अलावा द क्विंट, वायर स्क्रॉल जैसे न्यूज़ पोर्टल्स कई बार देश विरोधी खबरों को प्रकशित कर अपने आकाओं को खुश करने का प्रयास करते हैं। ऐसे में इस तरह के न्यूज़ पोर्टल्स का बहिष्कार कर देना ही बेहतर है।