TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Sambhal Ziaur Rahman

    सपा सांसद के घर बिजली चोरी! फिर रोशन होगा जियाउर्रहमान का मकान; 1.91 करोड़ का बिल 6 लाख में कैसे निपटा?

    प्रीत गिल के साथ राघव चड्ढा (Photo - X/@PreetKGillMP)

    ‘पंजाब में खालिस्तानी तुष्टिकरण की इंदिरा गांधी वाली नीति दोहरा रही है AAP’

    G 7 Summit PM Modi In Canada

    क्यों अहम है 10 साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कनाडा दौरा?

    CRIME TFI MEDIA

    और कितने राजा रघुवंशी? शादी से पहले नजमा ने प्रेमी से मंगेतर को मरवाया, बदायूं में बाल-बाल बचा युवक

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Pakistan India Defence Budget

    पाकिस्तान ने 20% बढ़ाया रक्षा बजट लेकिन भारत की तुलना में कितना है?

    DGMO Lieutenant General Rajiv Ghai Promoted

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई का प्रमोशन, अब संभालेंगे सेना की रणनीतिक कमान

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ईरान का मोसाद पर हमला करने का दावा

    इज़रायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के हेडक्वार्टर पर ईरान ने किया हमला

    अमेरिका पहुंचे असीम मुनीर की भारी बेइज़्ज़ती, लोगों ने लगाए ‘पाकिस्तानियों के कातिल और गीदड़, गीदड़’ के नारे

    अमेरिका पहुंचे असीम मुनीर की भारी बेइज़्ज़ती, लोगों ने लगाए ‘पाकिस्तानियों के कातिल और गीदड़, गीदड़’ के नारे

    आयरलैंड में ‘अविवाहित महिलाओं’ के सैकड़ों नवजातों की कब्र की खुदाई शुरू; चर्च की निगरानी में मौत से उठेगा पर्दा!

    आयरलैंड में ‘अविवाहित महिलाओं’ के सैकड़ों नवजातों की कब्र की खुदाई शुरू; चर्च की निगरानी में मौत से उठेगा पर्दा!

    Gaurav Kundi

    पुलिस की नस्लभेदी बर्बरता: ऑस्ट्रेलिया में हिंदू शख्स की मौत, पुलिस ने घुटनों से दबाई थी गौरव कुंडी की गर्दन

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हर एक ग्रह को 3 नक्षत्र का स्वामी माना गया है

    केवल ग्रह ही नहीं नक्षत्र भी बनते हैं कर्म, स्वभाव और भाग्य के कारक

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    संगीत सम्राट तानसेन के जीवन के अज्ञात पहलुओं को जानने का खजाना है राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    बिरसा मुंडा

    ‘मैं देह नहीं…जंगल का पुश्तैनी दावेदार हूँ’: जानिए कैसे पादरी के बेटे ने हिला दी थी ब्रिटिश हुकूमत की नींव – बिरसा मुंडा पुण्यतिथि पर विशेष

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Sambhal Ziaur Rahman

    सपा सांसद के घर बिजली चोरी! फिर रोशन होगा जियाउर्रहमान का मकान; 1.91 करोड़ का बिल 6 लाख में कैसे निपटा?

    प्रीत गिल के साथ राघव चड्ढा (Photo - X/@PreetKGillMP)

    ‘पंजाब में खालिस्तानी तुष्टिकरण की इंदिरा गांधी वाली नीति दोहरा रही है AAP’

    G 7 Summit PM Modi In Canada

    क्यों अहम है 10 साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कनाडा दौरा?

    CRIME TFI MEDIA

    और कितने राजा रघुवंशी? शादी से पहले नजमा ने प्रेमी से मंगेतर को मरवाया, बदायूं में बाल-बाल बचा युवक

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Pakistan India Defence Budget

    पाकिस्तान ने 20% बढ़ाया रक्षा बजट लेकिन भारत की तुलना में कितना है?

    DGMO Lieutenant General Rajiv Ghai Promoted

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई का प्रमोशन, अब संभालेंगे सेना की रणनीतिक कमान

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ईरान का मोसाद पर हमला करने का दावा

    इज़रायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के हेडक्वार्टर पर ईरान ने किया हमला

    अमेरिका पहुंचे असीम मुनीर की भारी बेइज़्ज़ती, लोगों ने लगाए ‘पाकिस्तानियों के कातिल और गीदड़, गीदड़’ के नारे

    अमेरिका पहुंचे असीम मुनीर की भारी बेइज़्ज़ती, लोगों ने लगाए ‘पाकिस्तानियों के कातिल और गीदड़, गीदड़’ के नारे

    आयरलैंड में ‘अविवाहित महिलाओं’ के सैकड़ों नवजातों की कब्र की खुदाई शुरू; चर्च की निगरानी में मौत से उठेगा पर्दा!

    आयरलैंड में ‘अविवाहित महिलाओं’ के सैकड़ों नवजातों की कब्र की खुदाई शुरू; चर्च की निगरानी में मौत से उठेगा पर्दा!

    Gaurav Kundi

    पुलिस की नस्लभेदी बर्बरता: ऑस्ट्रेलिया में हिंदू शख्स की मौत, पुलिस ने घुटनों से दबाई थी गौरव कुंडी की गर्दन

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हर एक ग्रह को 3 नक्षत्र का स्वामी माना गया है

    केवल ग्रह ही नहीं नक्षत्र भी बनते हैं कर्म, स्वभाव और भाग्य के कारक

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    संगीत सम्राट तानसेन के जीवन के अज्ञात पहलुओं को जानने का खजाना है राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    बिरसा मुंडा

    ‘मैं देह नहीं…जंगल का पुश्तैनी दावेदार हूँ’: जानिए कैसे पादरी के बेटे ने हिला दी थी ब्रिटिश हुकूमत की नींव – बिरसा मुंडा पुण्यतिथि पर विशेष

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

‘एक अभेद्य किला बनाकर Buddhism पर हमला करो’, चीन को अब तिब्बत हारने का डर, क्योंकि अब भारत, US, ताइवान दलाई लामा के साथ हैं

शी जिनपिंग के लिए तिब्बत एक बड़ी चिंता बन गयी है

Shikhar Srivastava द्वारा Shikhar Srivastava
31 August 2020
in मत
‘एक अभेद्य किला बनाकर Buddhism पर हमला करो’, चीन को अब तिब्बत हारने का डर, क्योंकि अब भारत, US, ताइवान दलाई लामा के साथ हैं
Share on FacebookShare on X

चीन की दुश्मनी दुनिया में दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। ऐसे में राष्ट्रपति शी जिनपिंग की पहली चिंता यही है कि वह अपने घरेलू राजनीति में ऐसे मुद्दों को जल्द से जल्द सुलझाएं जो चीन की आंतरिक अस्थिरता का कारण बन सकते हैं। उन्हें चिंता है कि यदि ऐसा करने में विलंब हुआ तो उनके प्रतिद्वंदी जैसे अमेरिका और भारत चीन की कमजोरीयों का फायदा उठा सकते हैं।

ऐसे कई ज्वलनशील आंतरिक मुद्दों में से एक मुद्दा तिब्बत का भी है। तिब्बत पर चीन ने 1951 में आक्रमण कर कब्जा कर लिया था। तब पश्चिमी देशों ने चीन के इस आक्रामक नीति का खुलकर विरोध नहीं किया था। किंतु अब जिनपिंग को इस बात की चिंता है कि हांगकांग की तरह तिब्बत मुद्दे को भी पश्चिमी देश चीन पर हमले के लिए उपयोग कर सकते हैं।

संबंधितपोस्ट

सपा सांसद के घर बिजली चोरी! फिर रोशन होगा जियाउर्रहमान का मकान; 1.91 करोड़ का बिल 6 लाख में कैसे निपटा?

‘पंजाब में खालिस्तानी तुष्टिकरण की इंदिरा गांधी वाली नीति दोहरा रही है AAP’

इज़रायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के हेडक्वार्टर पर ईरान ने किया हमला

और लोड करें

SCMP की रिपोर्ट के अनुसार चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने तिब्बती जनता को अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई के बारे में शिक्षित करने के लिए तिब्बत पर कम्युनिस्ट राष्ट्र की सर्वोच्च स्तरीय बैठक “स्थिरता बनाए रखने में एक अभेद्य किला बनाने” के लिए कहा है।

जिनपिंग तिब्बत की स्थिरता के लिए इतने जागरूक इसलिए हो गए हैं क्योंकि हाल फिलाल में भारत तथा अमेरिका ने तिब्बत मुद्दे पर अधिक सख्त रुख अपनाने के संकेत दिए हैं।

जिनपिंग ने यह बयान चीन में आयोजित होने वाली तिब्बत मामलों से जुड़ी सातवीं संगोष्ठी के अवसर पर दिया है। यह संगोष्ठी 2015 में पहली बार आयोजित की गई थी, तथा इसमें प्रत्येक वर्ष चीन की सेना के उच्च अधिकारियों के साथ ही अन्य प्रशासनिक अधिकारियों, न्यायाधीशों की भी उपस्थिति रहती है।

कुछ ही दिनों पहले यह खबर आई थी कि चीन के विदेश मंत्री यांग ली भी तिब्बत की यात्रा पर गए थे। यह सभी खबरें साफ बताती हैं कि चीन भारत और अमेरिका के रवैया से घबराया हुआ है।

बता दें कि भारत के धर्मशाला में तिब्बत से आए शरणार्थियों द्वारा एक निष्कासित सरकार चलाई जाती है। यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) ने केंद्रीय तिब्बती प्रशासन को एक मिलियन डॉलर का अनुदान भी दिया था ताकि तिब्बती लोगों के वित्तीय और सांस्कृतिक पहचान को मजबूत किया जा सके। यह आर्थिक मदद भले ही छोटी थी लेकिन यह साफ संदेश देती है कि अमेरिका आने वाले समय में भारत के साथ मिलकर तिब्बत के मुद्दे को जरूर उठाएगा। यही नहीं अमेरिका ने ‘रीसिप्रोकल एक्सेस टू तिब्बत’ एक्ट के तहत चीनी अधिकारियों के एक समूह के वीजा पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही अमेरिका ने ये भी स्पष्ट किया कि अमेरिका चीन और विदेशों में स्थायी आर्थिक विकास, पर्यावरण संरक्षण और तिब्बती समुदायों की मानवीय स्थितियों को आगे बढ़ाने के लिए काम करना जारी रखेगा। अमेरिकी सांसद स्कॉट पैरी ने तिब्बत से संबंधित एक बिल को अमेरिका की संसद में पेश किया था जो यह कहता है कि “अमेरिका की सरकार तिब्बत को, पीपल्स रिपब्लिक ऑफ़ चाइना से अलग, एक स्वतंत्र देश के रूप में स्वीकार करे”।

भारत और अमेरिका के अलावा दुनियाभर के देशों से भी दलाई लामा को समर्थन मिल रहा है। पिछले साल अमेरिकी राजदूत सैमुअल डी. ब्राउनबैक ने दलाई लामा के साथ मैक्लोडगंज स्थित उनके आवास में मुलाकात की थी। इस दौरान अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल भी उनके साथ था तब ब्राउनबैक के कहा था कि उनकी यात्रा का मुख्य उद्देश्य चीन व दुनिया के अन्य देशों को यह संदेश देना है कि अमेरिका सरकार तिब्बती लोगों, दलाई लामा और दलाई के उत्तराधिकारी को चुनने के अधिकार का पूरी तरह समर्थन करती है।हाल ही में, अपने जन्मदिन पर दलाई लामा को चीन के दूसरे कट्टर-दुश्मन, ताइवान सरकार से भी मुखर समर्थन मिला। ताइवान के समर्थकों को अपने जन्मदिन के संदेश में, दलाई लामा ने कहा था, ‘मैं एक बार फिर ताइवान आना चाहता हूं। अगर राजनीतिक परिदृश्य बदलता है तो संभव है कि मैं वहां आकर आप सबसे मिलूं। मैं ऐसी उम्मीद करता हूं। हालात चाहे जैसे भी हों, मैं आध्यात्मिक रूप से हमेशा आपसे जुड़ा रहूंगा।’ ताइवान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि नोबेल विजेता दलाई लामा की यात्रा के संबंध में कोई आवेदन मिलता है तो सरकार नियमानुसार फैसला लेगी। दोनों पक्षों के सुविधानुसार जब भी दलाई लामा आएंगे, ताइवान उनका स्वागत करेगा।

यही नहीं तिब्बत का मुद्दा स्लोवाकिया जैसे देशों में भी गूंज रहा है। मई के महीने में, 22 स्लोवाक सांसदों के एक समूह ने संयुक्त बयान जारी कर चीन के खिलाफ पचनच लामा की अवैध हिरासत की निंदा की थी। तब सभी ने बयान में कहा था, “चीन द्वारा Gedhun Choekyi Nyima और उनके परिवार के खिलाफ ही नहीं बल्कि सभी तिब्बतियों के खिलाफ अपराध जारी है।”

वही दलाई लामा के चुनाव के मुद्दे की बात करें तो यहां भी भारत और अमेरिका साथ मिलकर चीन के खिलाफ एकजुट दिखते हैं। तिब्बती मान्यताओं के अनुसार दलाई लामा न सिर्फ तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु हैं बल्कि वे तिब्बती राष्ट्र के राजनीतिक प्रतिनिधि भी हैं। दलाई लामा का चुनाव तिब्बती मान्यताओं के अनुसार एक पवित्र धार्मिक अनुष्ठान है किंतु इसके राजनीतिक निहितार्थ भी है।

यही कारण है कि चीन किसी ऐसे व्यक्ति को दलाई लामा का पद देना चाहता है जो चीन की नीतियों का समर्थन करें, क्योंकि वर्तमान दलाई लामा भारत में निवास करते हैं इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि अगले दलाई लामा भी भारत की भूमि पर ही चुने जाएं और उन्हें लामा का पद संभालने हेतु भारत में ही प्रशिक्षण मिले।

अमेरिका तिब्बती मान्यताओं में दलाई लामा के महत्त्व को समझता है यही कारण है कि जैसे ही चीन ने नए दलाई लामा के चयन की बात कही, अमेरिका ने चीन के दावों को खारिज कर दिया। अमेरिका ने स्पष्टता से अपना पक्ष रखते हुए कहा कि अगले दलाई लामा का चयन किसी अंतरराष्ट्रीय संस्था में ही हो सकता है क्योंकि लामा संस्कृति को मानने वाले पूरे विश्व में फैले हुए।

अब तक भारत की तिब्बत को लेकर नीति यह थी कि भारत ने दलाई लामा को शरण तो दे रखी थी लेकिन तिब्बत की राजनीतिक स्वतंत्रता या चीन से अलग अस्तित्व की बात को नहीं उठाता था। किंतु अब यह नीति बदल गई है। हाल ही में प्रसार भारती में तिब्बती भाषा में एक कार्यक्रम प्रसारित करके चीन को यह संदेश दे दिया था कि भारत के लिए तिब्बत चीन से अलग राष्ट्र है।

जहां अमेरिका के लिए तिब्बत कूटनीतिक महत्व का मुद्दा है भारत के लिए यह भावनात्मक मुद्दा भी है। ऐसे में यह दोनों देश मिलकर तिब्बत मुद्दे पर चीन के लिए मुसीबतें खड़ी कर सकते हैं। यही कारण है कि शी जिनपिंग तिब्बत की आंतरिक सुरक्षा को लेकर इतने चिंतित हो गए हैं।

शेयर66ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

चीन का यूरोपीय दुस्वप्न खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा, अब चेक गणराज्य ने वन चाइना पॉलिसी की उड़ाई धज्जियां

अगली पोस्ट

‘योगी का बुलडोजर मोड चालू’, अपराधियों के अवैध निर्माण हटवाएगी सरकार, इसका खर्चा भी वसूलेगी

संबंधित पोस्ट

गृह मंत्री शाह को रामलला की मूर्ति भेंट करते CM योगी आदित्यनाथ
मत

डबल इंजन का शक्ति प्रदर्शन: शाह-योगी की तस्वीरों से ध्वस्त हो जाएगा ‘मतभेद’ का नैरेटिव ?


15 June 2025

कहते हैं कि राजनीति में शब्दों से ज्यादा प्रभाव प्रतीकों का होता है। इसीलिए रविवार को लखनऊ के डिफेंस एक्सपो मैदान पर हुए पुलिस भर्ती...

Veer Savarkar Congress And Indira Gandhi
चर्चित

इंदिरा गांधी ने किया था सम्मान लेकिन वीर सावरकर से क्यों चिढ़ती है कांग्रेस?

28 May 2025

विनायक दामोदर सावरकर जिन्हें 'स्वातंत्र्यवीर' के रूप में जाना जाता है। वो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख क्रांतिकारी थे। उनकी भूमिका और विचारधारा आज...

पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा
मत

पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

14 May 2025

जैसे-जैसे खाड़ी देश आधुनिक बन रहे हैं और पाकिस्तान को पैसा देना बंद कर रहे हैं, इस्लामाबाद उन्हें “सच्चे इस्लाम” से भटकता हुआ मानता है।...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

R.P. Singh Exposes AAP: Following Indira's Model of Separatist Appeasement?

R.P. Singh Exposes AAP: Following Indira's Model of Separatist Appeasement?

00:11:04

kamakhya Devi and the Power of Menstruation: Ambubachi Mela Explained.

00:04:47

From love to murder- how five plots took down raja raghuvanshi

00:04:38

Marriage gone murderous: expert explains the gruesome murder case.

00:13:01

An Israeli tells why Israel hit Iran | Middle East Crisis |

00:33:03
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited