इन दिनों ममता बनर्जी के अजब गजब नखरे सभी देख रहे होंगे। चाहे वह अपना ‘टूटा पैर’ लेकर व्हीलचेयर पर राज्य का दौरा करना हो, या फिर पीएम मोदी को उल्टा सीधा सुनाना हो, ममता बनर्जी ने अपनी ओर से बंगाल की जनता का ‘मनोरंजन’ करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। लेकिन एक वायरल ऑडियो क्लिप ने ममता बनर्जी के उस स्याह पहलू को उजागर किया है, जिसके बारे में जानते तो सब हैं, परंतु बोलना शायद ही कोई चाहता हो।
लेकिन उस ऑडियो क्लिप में ऐसा क्या है, जिसके कारण अब ममता बनर्जी को शायद ही कोई वोट देना चाहे? इस वायरल ऑडियो क्लिप की बात करें तो हिंदुस्तान समाचार की रिपोर्ट के अनुसार, “उक्त ऑडियो क्लिप में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीतलकूची से तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार प्रतिम रॉय से कथित तौर पर यह कहती सुनाई दे रही हैं कि वह सीआईएसएफ कर्मियों द्वारा चलाई गई गोली से मारे गए चार लोगों के शवों के साथ रैली निकालें”।
बता दें कि सीतलकूची वही जगह है, जहां 10 अप्रैल को चौथे चरण के मतदान के दौरान स्थानीय लोगों के कथित हमले और रायफल छीनने की कथित कोशिश के बाद केंद्रीय बलों की गोलीबारी में चार लोग मारे गए थे। तथाकथित ऑडियो में ममता बनर्जी टीएमसी उम्मीदवार प्रतिम रॉय से यह कहती सुनाई देती हैं कि मतदान खत्म होने तक गुस्सा शांत रखें। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, “ममता बनर्जी कथित तौर पर यह कहती सुनाई दे रही हैं, ‘पार्थ दिमाग ठंडा कर वोट करो उसके बाद इसका विचार हम करेंगे। मैं सभी CRPF को गिरफ्तार करवाऊंगी। मृत शव अभी रख दो कल मृत शव को ले के रैली करेंगे। आज परिवार वालों को कह देना कोई भी मृत शरीर न लें।”
हालांकि, यह कोई हैरानी की बात नहीं है, क्योंकि जो ममता बनर्जी चुनाव आयोग द्वारा लगाए गए प्रतिबंध हटते ही सीतलकूची के हमले में मारे गए उपद्रवियों के परिवारवालों से ही मिलने जाती हो, और जो इस हमले के पीछे सीआईडी द्वारा अर्धसैनिक बलों के विरुद्ध जांच पड़ताल के आदेश दे दे, उसके लिए तो ये बाएँ हाथ का खेल होगा। यदि ये ऑडियो शतप्रतिशत सत्य है, तो ये इसी बात को उजागर करता है कि सत्ता के लालच में ममता बनर्जी किस हद तक गिरने को तैयार है।
सुनिए कैसे ममता बनर्जी सीतलकूची में शवों के साथ जुलूस निकालना चाहती थी। वो SP और IC को फ़साना चाहती थी… NPR और डिटेन्शन सेंटर की झूठी अफ़वा फैला कर, अल्पसंख्यकों का वोट अपनी तरफ़ करना चाहती थी…
कूच बिहार के ज़िला अध्यक्ष और सीतलकूची से TMC के उम्मीदवार से कही ये बातें… pic.twitter.com/WWeYgx9GWj
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) April 16, 2021
Post the violence in Sitalkuchi, Mamata Banerjee wanted to take out procession with bodies of those who died trying to capture booth 126. She spoke about framing the SP and IC for doing their job, asked TMC’s candidate to spread misinformation about detention centers to scare Ms. pic.twitter.com/517u7IulKH
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) April 16, 2021
अब इन खुलासों पर भाजपा कैसे चुप रहती? भाजपा के सोशल मीडिया प्रभारी अमित मालवीय ने CRPF को फँसाने की रणनीति को उजागर करने वाले ऑडियो क्लिप को शेयर करते हुए बताया, “यहाँ ममता यह कहते हुए सुनाई दे रही हैं, ‘मामला इस तरह का बनाया जाए कि पुलिस अधीक्षक (कूचबिहार) और केंद्रीय बलों के कर्मियों-दोनों को फंसाया जा सके’। क्या किसी मुख्यमंत्री से ऐसी उम्मीद की जाती है? वह केवल अल्पसंख्यकों के वोट हासिल करने के लिए भय का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रही है”।
TMC signifies VULTURE CULTURE- of feasting on death for petty political gains.
TMC should be ashamed of themselves. https://t.co/7X3idhNByP
— Jagat Prakash Nadda (Modi Ka Parivar) (@JPNadda) April 16, 2021
वहीं, दूसरी ओर भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने आरोप लगाते हुए ट्वीट किया कि राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस तुच्छ राजनीतिक स्वार्थ के लिए लोगों की मौत पर राजनीति कर रही है। उसे खुद पर शर्म आनी चाहिए”।
सच कहें तो ममता बनर्जी के लीक हुए इस ऑडियो क्लिप से एक बात तो स्पष्ट है – ममता अब ऐसे व्यवहार कर रही हैं, जो किसी भी कीमत पर कुर्सी नहीं छोड़ना चाहती, चाहे इसके लिए अधर्म की सारी सीमाएँ ही क्यों न पार करनी पड़े।