कानपुर के कर्नलगंज में हिंदू परिवार पलायन करने पर मजबूर
पहले कैराना फिर बरेली और अब कानपुर का कर्नलगंज। हाल ही में इन तीनों जिलों में एक समानता देखने को मिली है और वह, यह है कि, तीनों जिलों में हिंदू परिवारों को कट्टर मुस्लिमों द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है, जिससे वो पलायन करने पर मजबूर हो रहे हैं। हाल ही में कानपुर के कर्नलगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत रेल पटरी इलाके के 10 हिंदू परिवार डर के माहौल में अपना जीवन व्यतीत कर रहे है। डर की वजह से इन10 परिवारों ने अब अपना घर छोड़ पलायन करने का मन बना लिए है।
दरअसल, न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार रात एक परिवार की बेटी के साथ कानपुर के कर्नलगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत रेल पटरी मोहल्ले के दबंगों ने छेड़छाड़ की थी और भाइयों द्वारा मना करने पर घर में घुसकर मारपीट और दुष्कर्म का प्रयास भी किया गया था। इस मामले की पुलिस शिकायत की जाने के बाद, पुलिस ने 3 लोगों को हिरासत में लिया।
उसके बाद 2 लोगों को छोड़ दिया गया, जिसके बाद वो रह रहे हिंदू परिवारों से बोल रहे है कि, इस्लाम धर्म कबूल कर लो, या अपना घर छोड़ दो। इसके बाद कर्नलगंज थाना क्षेत्र के इलाके रह रहे 10 हिंदू परिवारों ने अपने घर के बाहर “मकान बिकाऊ है” लिखकर, अपना घर छोड़ने पर मजबूर हो गए है।
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पीड़ितों ने स्थानीय सपा विधायक पर भी आरोप लगाया है
न्यूज 18 से अपनी व्यथा सुनाते हुए पीड़ितों के परिवार वालों ने कहा कि, “मोहल्ले के दबंग उनसे दो ही बात करते थे या तो जबरन इस्लाम धर्म कबूल कर लो या फिर मोहल्ला छोड़ दो। वह जबरन दूसरे धर्म को नहीं अपनाएंगे। इसलिए उन्होंने मोहल्ला छोड़ने का फैसला किया है और अब वह इस मोहल्ले से बहुत जल्द कहीं और चले जाएंगे, क्योंकि उन्हें अपनी और अपने परिवार की जान पर खतरा मंडराता दिख रहा है।”
पीड़ितो ने आगे बताया कि, “आफताब नाम एक शख्स लगातार उनको धमका रहा है और यह भी कह रहा है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार बदलते ही समाजवादी पार्टी की सरकार आएगी और तब इस मुकदमे का बदला उनसे बखूबी लिया जाएगा।”
इतना ही नहीं पीड़ितों ने स्थानीय सपा विधायक अमिताभ वाजपेई पर भी आरोप लगाया है। आरोप यह है कि सपा विधायक कट्टर मुस्लिमों को संरक्षण दे रहे हैं।
इस घटना ने एक बार फिर इस्लामिस्टों का असली चेहरा सामने ला दिया है। साथ ही में सपा के मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति भी सभी के समक्ष आ चुका है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वजह से कट्टरपंथियों के अंदर जो भय है, वो भी देखने को मिला है।