TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    छोटे मंदिरों के लिए खुशखबरी, TTD ने मूर्तियों और माइक सेट पर दी भारी छू

    TTD की बड़ी पहल: छोटे मंदिरों को रियायती दरों पर मिलेंगी मूर्तियां और माइक सेट

    सुप्रीमकोर्ट

    गिरफ्तारी से पहले जमानत से इनकार पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, कहा—बोलने की आज़ादी पर नहीं लग सकती रोक

    बांग्लादेश

    हिंदू दीपू दास की इस्लामी भीड़ के हाथों बर्बर हत्या उस्मान हादी हत्याकांड का ‘साइड इफेक्ट’ नहीं है, ये मजहबी कट्टरता को आत्मसात कर चुके बांग्लादेश का नया सच है

    ‘The journey within’: श्रीखंड कैलाश से आत्मबोध तक की यात्रा

    ‘The journey within’: श्रीखंड कैलाश से आत्मबोध तक की यात्रा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    sajid akram

    सिडनी हमलावर साजिद अकरम का इंडिया लिंक, तेलंगाना पुलिस ने किया खुलासा

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    goa mukti diwas

    गोवा मुक्ति दिवस: राष्ट्रीय सम्मान और संकल्प का प्रतीक

    kakori hatyakand

    क्रान्ति की मशाल : काकोरी कांड के अमर नायक पंडित रामप्रसाद ‘बिस्मिल’

    kakori hatya kand

    बलिदान दिवस : देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले अमर

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    छोटे मंदिरों के लिए खुशखबरी, TTD ने मूर्तियों और माइक सेट पर दी भारी छू

    TTD की बड़ी पहल: छोटे मंदिरों को रियायती दरों पर मिलेंगी मूर्तियां और माइक सेट

    सुप्रीमकोर्ट

    गिरफ्तारी से पहले जमानत से इनकार पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, कहा—बोलने की आज़ादी पर नहीं लग सकती रोक

    बांग्लादेश

    हिंदू दीपू दास की इस्लामी भीड़ के हाथों बर्बर हत्या उस्मान हादी हत्याकांड का ‘साइड इफेक्ट’ नहीं है, ये मजहबी कट्टरता को आत्मसात कर चुके बांग्लादेश का नया सच है

    ‘The journey within’: श्रीखंड कैलाश से आत्मबोध तक की यात्रा

    ‘The journey within’: श्रीखंड कैलाश से आत्मबोध तक की यात्रा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    sajid akram

    सिडनी हमलावर साजिद अकरम का इंडिया लिंक, तेलंगाना पुलिस ने किया खुलासा

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    goa mukti diwas

    गोवा मुक्ति दिवस: राष्ट्रीय सम्मान और संकल्प का प्रतीक

    kakori hatyakand

    क्रान्ति की मशाल : काकोरी कांड के अमर नायक पंडित रामप्रसाद ‘बिस्मिल’

    kakori hatya kand

    बलिदान दिवस : देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले अमर

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

त्रिपुरा : वह बंगाल है, जिसने अतीत में भारत का नेतृत्व किया था

भारतीयता का प्रत्यक्ष प्रमाण है त्रिपुरा चुनाव!

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
29 November 2021
in चर्चित
त्रिपुरा बंगाल
Share on FacebookShare on X

त्रिपुरा के निकाय चुनाव का परिणाम आ चुका है और भाजपा को प्रचंड जीत मिली है। त्रिपुरा के लोगों ने जिस उत्साह के साथ भाजपा को वोट दिया है, उससे यह स्पष्ट हो गया है कि आज का बंगाल त्रिपुरा है और आने वाले समय में त्रिपुरा उसी तरह से भारत का नेतृत्व करेगा, जिस प्रकार से सदियों पहले बंगाल ने किया था। अब आप सोच रहे होंगे कि त्रिपुरा को बंगाल क्यों कहा हमने? पश्चिम बंगाल क्यों नहीं!

जब भी बात बंगाल की आती है या कहीं भी बंगाल की चर्चा होती है, तो आज के दौर में केवल एक ही भागौलिक क्षेत्र मस्तिष्क में उभर कर सामने आता है। यह क्षेत्र है पश्चिम बंगाल का। पर क्या केवल पश्चिम बंगाल ही बंगाल है? क्या ऐतिहासिक तौर पर भी ऐसा ही रहा है? क्या कोई अन्य क्षेत्र बंगला भाषी नहीं है? आखिर क्यों इस भाषाई क्षेत्र को केवल एक राज्य के भूगोल तक सीमित कर दिया गया है? क्या कोई अन्य राज्य नहीं है, जहां बंगाली बहुसंख्यक हों?

संबंधितपोस्ट

बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

मणिपुर को जल्द मिल सकता है नया मुख्यमंत्री, भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने टटोली प्रदेश में सरकार गठन की संभावनाएं

अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

और लोड करें

और पढ़ें : त्रिपुरा में 20 साल तक CM पद पर बैठा था गरीब बकरा, अब उसे बिप्लब देब के रूप में एक शेर मिला है!

भारतीयता का सबसे बड़ा उदाहरण है त्रिपुरा चुनाव

बीते रविवार को त्रिपुरा में नगर निकाय चुनावों के नतीजे घोषित हुए। बीजेपी ने इन चुनावों में क्लीन स्वीप करते हुए 334 सीटों में से 329 सीटों पर जीत का परचम लहराया। चुनावों से पहले TMC द्वारा हिंसा की आग से त्रिपुरा को भी जलाने प्रयास विफल रहा और भगवा पार्टी की प्रचंड जीत हुई। इससे पहले, बीजेपी ने 112 सीटों पर निर्विरोध जीत हासिल कर ली थी, वहीं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने तीन, TIPRA और तृणमूल कांग्रेस को 1-1 सीट से सब्र करना पड़ा था।

त्रिपुरा के लोगों का यह विश्वास दिखाता है कि कैसे लोगों को अब कम्युनिस्ट (तानाशाही)  विचाराधारा से मोहभंग हो चुका है और किसी भी हालत में कम्युनिस्ट विचारधारा, चाहे वो कम्युनिस्ट पार्टी की हो या फिर TMC की हो, स्वीकार नहीं की जाएगी। TMC की हार ने सामान्य ‘विशेषज्ञों’ को चौंका दिया है, जो यह घोषणा कर रहे थे कि बंगाली पहचान के कारण, टीएमसी चुनाव जीतेगी। हालांकि, त्रिपुरा के लोग, अधिकांश बंगाली हैं और वे ममता के Idea Of Bengal से अपने आप को संबंधित नहीं रखना चाहते हैं। वहीं, त्रिपुरा नगर निकाय चुनाव देश के लिए एक उदाहरण भी है कि कैसे देश को ठीक इसी प्रकार भारतीयता को प्रचंड बहुमत से अपनाने की जरुरत है।

और पढ़ें : यहां खेला न होबे: TMC चाहती थी त्रिपुरा में निकाय चुनाव रुकवाना, सुप्रीम कोर्ट ने कर दिया खेल

बंगाल सिर्फ एक भौगोलिक क्षेत्र नहीं है!

ऐतिहासिक तौर पर देखा जाए तो बंगाल का भी इतिहास कुछ इसी तरह का रहा है। चाहे वो बौद्धिक स्तर पर हो या राजनीतिक स्तर पर बंगाल ने देश का नेतृत्व किया है। आज का त्रिपुरा भी ऐतिहासिक रूप से उसी बंगाल और बंगाली प्रभाव का भाग रहा है। इस मिथ्या को जानबूझकर एक क्षेत्र तक सीमित कर दिया गया है। बंगाल एक शब्द है, जो भारत के पूर्व में उन लोगों या बंगालियों की भूमि के रूप में संदर्भित किया जाता है, जिन्हें एक अलग accent के लिए जाना जाता है।

सन 1880 में बनाए गए बंगाल के मानचित्र को देखा जाए तो बंगाल का क्षेत्र आज के उड़ीसा, झारखंड और बिहार के कुछ भाग के साथ पूरे बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा सहित असम और अरुणाचल प्रदेश एवं नागालैंड तक विस्तृत है। यह मानचित्र दर्शाता है कि ऐतिहासिक रूप से इसी भूमि को बंगाल कहा जाता था। लेकिन आज इसे एक राजनीतिक भगौलिक मानचित्र तक सीमित कर दिया गया है। आज जिस इतिहास पर पश्चिम बंगाल गर्व करता है, वह उसका इतिहास नहीं है, बल्कि पूरे बंगाल का इतिहास है।

Source: Wiki

श्रीकृष्ण का आलख जगाने वाले चैतन्य महाप्रभु पश्चिम बंगाल से नहीं बल्कि बंगाल से थे। अमेरिका के शिकागो में अपने भाषण से दुनिया को स्तब्ध करने वाले स्वामी विवेकानंद पश्चिम बंगाल से नहीं, बल्कि बंगाल से थे क्योंकि उस समय न तो पश्चिम बंगाल था और न ही बांग्लादेश। रविंदरनाथ टैगोर का साहित्यिक विरासत सिर्फ पश्चिम बंगाल की नहीं है बल्कि पूरे बंगाल की है। उनके द्वारा लिखे गीत को बांग्लादेश के राष्ट्रीय गान के रूप में भी उपयोग किया जाता है, इससे बड़ा प्रमाण क्या होगा कि बंगाल केवल पश्चिम बंगाल तक तक सीमित नहीं है।

और पढ़ें : महाराष्ट्र दंगे: उद्धव सरकार ने विरोध करने पर हिंदुओं को किया गिरफ़्तार और कुछ मुसलमानों को भी!

क्या रहा है बंगाली हिंदुओं का इतिहास?

गौरतलब है कि त्रिपुरा को कभी एक आदिवासी राज्य के रूप में जाना जाता था, लेकिन इसके शासकों ने हमेशा राज्य में बंगाली बुद्धिजीवियों का स्वागत किया है। 1905 में, लॉर्ड कर्जन ने राज्य को मुस्लिम बहुसंख्यक और हिंदू बहुसंख्यक विभाजन में विभाजित करने का फैसला किया। हालांकि, 1911 में राज्य को फिर से एक करना पड़ा। 1951 की जनगणना के अनुसार, त्रिपुरा की जनजातियों में राज्य का 48.65 प्रतिशत हिस्सा था, जबकि 51.35 प्रतिशत पर विभिन्न लोग थे, जिनमें से अधिकांश बंगाली हिंदू थे।

त्रिपुरा में इन बंगाली हिंदुओं में, हिंदुओं का एक बड़ा हिस्सा वे बंगाली थे, जो 1947 में बंगाल के विभाजन के बाद पूर्वी पाकिस्तान से चले गए थे। वर्तमान में त्रिपुरा में लगभग 2.2 मिलियन बंगाली हिंदू हैं, जो कुल आबादी का 60% से अधिक है और वे राज्य के सबसे बड़े जातीय समूह हैं। धर्म माणिक्य प्रथम के शासन के दौरान पंद्रहवीं शताब्दी के मध्य में त्रिपुरा के राजाओं का एक इतिहास, राजमाला बंगाली में लिखे जाने के लिए कमीशन किया गया था। वीर चंद्र माणिक्य से शुरुआत करते हुए रवींद्रनाथ टैगोर तक ये सभी महापुरुष माणिक्यों के प्रिय अतिथि थे।

पश्चिम बंगाल के नकली प्रभुत्व को समाप्त करें!

त्रिपुरा में लगभग 70 प्रतिशत बंगाली हैं, ऐसे में, ममता बनर्जी यह सोच रहीं थीं कि जैसे उन्होंने पश्चिम बंगाल में TMC कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी से चुनाव जीता था, वही त्रिपुरा में भी किया जा सकता है। चुनावी रणनीतिकारों ने यह मानकर एक घातक गलती की कि दोनों बंगाली एक ही हैं। आज पश्चिम बांगल में ममता बनर्जी ने जिस तरह से वोट बैंक के लिए राज्य का इस्लामिकरण किया है, उसे देश के अन्य क्षेत्र के बंगाली जनता ने भी देखा है और ममता बनर्जी पर कोई भरोसा नहीं करना चाहता है।

और पढ़ें : नौकरी चाहने वालों के लिए सबसे खराब शहर है कोलकाता, आधिकारिक आंकड़े दिखा रहे हैं आईना

पश्चिम बंगाल एक भगौलिक क्षेत्र है और बंगाल एक भगौलिक के साथ-साथ सांस्कृतिक पहचान भी है, जो विस्तृत है, जिसका विस्तार त्रिपुरा तक है। आज जिस प्रकार से त्रिपुरा में पार्टी कैडरों के ठोस समर्थन से लैस बिप्लब देब एक मजबूत राजनीतिक नेता के रूप में उभर रहे हैं। इसने मूल बंगाली भावना को एक बड़ा प्रोत्साहन दिया है, जो अंततः राष्ट्र के विकास की ओर अग्रसर हुआ है। ऐसे में, यह कहना गलत नहीं होगा कि एक बार फिर से अरबिंदो घोष और स्वामी विवेकानंद जैसे मूल बंगालियों की भावना राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ने के लिए तैयार है। मूल बंगालियों के लिए अब समय आ गया है कि वे अपनी पहचान पर जोर दें और असल में उचित बंगाली पहचान की क्षितिज पर आधुनिक पश्चिम बंगाल के नकली प्रभुत्व को समाप्त करें।

Tags: त्रिपुराबंगाली अस्मिताभाजपाभारतीयताममता बनर्जी
शेयर245ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

राष्ट्रपति चुनाव 2022: भीम सिंह हो सकते हैं भाजपा के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार

अगली पोस्ट

न्यायपालिका या विधायिका नहीं बल्कि अतिरिक्त न्यायिक बुद्धिजीवियों के कारण भारत की न्यायिक प्रक्रिया धीमी है

संबंधित पोस्ट

युवराज सिंह, रॉबिन उथप्पा, सोनू सूद पर ED का बड़ा एक्शन, जब्त की करोड़ों की संपत्ति
क्रिकेट

सट्टेबाजी केस: ED का बड़ा एक्शन, युवराज सिंह समेत कई सेलेब्स की संपत्तियां जब्त

20 December 2025

अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग के एक बड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कड़ा रुख अपनाते हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह समेत...

बांग्लादेश
चर्चित

हिंदू दीपू दास की इस्लामी भीड़ के हाथों बर्बर हत्या उस्मान हादी हत्याकांड का ‘साइड इफेक्ट’ नहीं है, ये मजहबी कट्टरता को आत्मसात कर चुके बांग्लादेश का नया सच है

20 December 2025

बांग्लादेश इस समय गहरी अस्थिरता से गुज़र रहा है। दुर्भाग्य से ये अस्थिरता सिर्फ राजनैतिक नहीं है, ये नैतिक और सामाजिक भी है। अलग भाषाई...

सैरंग राजधानी मिजोरम को सीधा दिल्ली से जोड़ती है
चर्चित

असम में हाथियों से टकराने के बाद सैरंग राजधानी एक्सप्रेस पटरी से उतरी, 8 हाथियों की मौत, सभी यात्री सुरक्षित

20 December 2025

दिल्ली को मिज़ोरम की राजधानी आइजोल से जोड़ने वाली सैरंग राजधानी एक्सप्रेस आज तड़के हादसे का शिकार हो गई। ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना तब हुई जब...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited