TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

    आधुनिक भारत को जोड़ने वाले ‘योग पुरुष’ हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    सीएम हिमंत का आरोप

    हिंदू नामों से कांग्रेस के लिए किया जा रहा है ‘ऑनलाइन जिहाद’! असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने समझाया पूरा खेल

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    Falcon 2000 जेट (Photo- Blade.com)

    भारत में पहली बार बनेंगे Falcon 2000 जेट: रिलायंस और Dassault की ऐतिहासिक साझेदारी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    खामेनेई और डोनाल्ड ट्रंप

    ईरान पर अमेरिका का हमला: क्या ‘स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज़’ को बंद कर बदला लेंगे खामेनेई?

    अमेरिका के हमलों को जहां नेतन्याहू ने ऐतिहासिक बताया है तो वहीं ईरान ने इनकी निंदा की है

    ईरान में न्यूक्लियर साइट्स पर US की स्ट्राइक: जानें कहां व कैसे हुए ये हमले और ट्रंप, नेतन्याहू व ईरान ने क्या कहा?

    2025 के इंडो-पाक युद्ध

    भारत-पाकिस्तान संघर्ष ने अमेरिका की छवि को किया धूमिल

    पिज़्ज़ा = युद्ध?

    युद्ध और पिज़्ज़ा: क्या पेंटागन की भूख भविष्य के टकरावों की भविष्यवाणी करती है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पुरी की रथ यात्रा ना केवल एक धार्मिक उत्सव है बल्कि यह एक सांस्कृतिक यात्रा भी है

    हाथी रूप में दर्शन, मौसी के घर विश्राम और रसगुल्ला से मनुहार: पढ़ें पुरी रथ यात्रा की अनकही कहानियां

    हर एक ग्रह को 3 नक्षत्र का स्वामी माना गया है

    केवल ग्रह ही नहीं नक्षत्र भी बनते हैं कर्म, स्वभाव और भाग्य के कारक

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    संगीत सम्राट तानसेन के जीवन के अज्ञात पहलुओं को जानने का खजाना है राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

    आधुनिक भारत को जोड़ने वाले ‘योग पुरुष’ हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    सीएम हिमंत का आरोप

    हिंदू नामों से कांग्रेस के लिए किया जा रहा है ‘ऑनलाइन जिहाद’! असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने समझाया पूरा खेल

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    Falcon 2000 जेट (Photo- Blade.com)

    भारत में पहली बार बनेंगे Falcon 2000 जेट: रिलायंस और Dassault की ऐतिहासिक साझेदारी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    खामेनेई और डोनाल्ड ट्रंप

    ईरान पर अमेरिका का हमला: क्या ‘स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज़’ को बंद कर बदला लेंगे खामेनेई?

    अमेरिका के हमलों को जहां नेतन्याहू ने ऐतिहासिक बताया है तो वहीं ईरान ने इनकी निंदा की है

    ईरान में न्यूक्लियर साइट्स पर US की स्ट्राइक: जानें कहां व कैसे हुए ये हमले और ट्रंप, नेतन्याहू व ईरान ने क्या कहा?

    2025 के इंडो-पाक युद्ध

    भारत-पाकिस्तान संघर्ष ने अमेरिका की छवि को किया धूमिल

    पिज़्ज़ा = युद्ध?

    युद्ध और पिज़्ज़ा: क्या पेंटागन की भूख भविष्य के टकरावों की भविष्यवाणी करती है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पुरी की रथ यात्रा ना केवल एक धार्मिक उत्सव है बल्कि यह एक सांस्कृतिक यात्रा भी है

    हाथी रूप में दर्शन, मौसी के घर विश्राम और रसगुल्ला से मनुहार: पढ़ें पुरी रथ यात्रा की अनकही कहानियां

    हर एक ग्रह को 3 नक्षत्र का स्वामी माना गया है

    केवल ग्रह ही नहीं नक्षत्र भी बनते हैं कर्म, स्वभाव और भाग्य के कारक

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    संगीत सम्राट तानसेन के जीवन के अज्ञात पहलुओं को जानने का खजाना है राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

त्रिपुरा : वह बंगाल है, जिसने अतीत में भारत का नेतृत्व किया था

भारतीयता का प्रत्यक्ष प्रमाण है त्रिपुरा चुनाव!

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
29 November 2021
in चर्चित
त्रिपुरा बंगाल
Share on FacebookShare on X

त्रिपुरा के निकाय चुनाव का परिणाम आ चुका है और भाजपा को प्रचंड जीत मिली है। त्रिपुरा के लोगों ने जिस उत्साह के साथ भाजपा को वोट दिया है, उससे यह स्पष्ट हो गया है कि आज का बंगाल त्रिपुरा है और आने वाले समय में त्रिपुरा उसी तरह से भारत का नेतृत्व करेगा, जिस प्रकार से सदियों पहले बंगाल ने किया था। अब आप सोच रहे होंगे कि त्रिपुरा को बंगाल क्यों कहा हमने? पश्चिम बंगाल क्यों नहीं!

जब भी बात बंगाल की आती है या कहीं भी बंगाल की चर्चा होती है, तो आज के दौर में केवल एक ही भागौलिक क्षेत्र मस्तिष्क में उभर कर सामने आता है। यह क्षेत्र है पश्चिम बंगाल का। पर क्या केवल पश्चिम बंगाल ही बंगाल है? क्या ऐतिहासिक तौर पर भी ऐसा ही रहा है? क्या कोई अन्य क्षेत्र बंगला भाषी नहीं है? आखिर क्यों इस भाषाई क्षेत्र को केवल एक राज्य के भूगोल तक सीमित कर दिया गया है? क्या कोई अन्य राज्य नहीं है, जहां बंगाली बहुसंख्यक हों?

संबंधितपोस्ट

खतरे में आदिवासी अस्मिता: तालाब में नहा रहीं महिलाओं से 30 मुस्लिम युवकों ने की छेड़छाड़, ग्रामीणों ने किया कैद

भाजपा मुख्यमंत्री ने बकरीद पर कुर्बानी के लिए परोसी गाय, पार्टी के गौ रक्षा अभियान को किया तार-तार

कोलकाता में बकरीद के बाद सड़कों पर खून और गंदगी: ‘संस्कृति’ या सरकार की असफलता?

और लोड करें

और पढ़ें : त्रिपुरा में 20 साल तक CM पद पर बैठा था गरीब बकरा, अब उसे बिप्लब देब के रूप में एक शेर मिला है!

भारतीयता का सबसे बड़ा उदाहरण है त्रिपुरा चुनाव

बीते रविवार को त्रिपुरा में नगर निकाय चुनावों के नतीजे घोषित हुए। बीजेपी ने इन चुनावों में क्लीन स्वीप करते हुए 334 सीटों में से 329 सीटों पर जीत का परचम लहराया। चुनावों से पहले TMC द्वारा हिंसा की आग से त्रिपुरा को भी जलाने प्रयास विफल रहा और भगवा पार्टी की प्रचंड जीत हुई। इससे पहले, बीजेपी ने 112 सीटों पर निर्विरोध जीत हासिल कर ली थी, वहीं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने तीन, TIPRA और तृणमूल कांग्रेस को 1-1 सीट से सब्र करना पड़ा था।

त्रिपुरा के लोगों का यह विश्वास दिखाता है कि कैसे लोगों को अब कम्युनिस्ट (तानाशाही)  विचाराधारा से मोहभंग हो चुका है और किसी भी हालत में कम्युनिस्ट विचारधारा, चाहे वो कम्युनिस्ट पार्टी की हो या फिर TMC की हो, स्वीकार नहीं की जाएगी। TMC की हार ने सामान्य ‘विशेषज्ञों’ को चौंका दिया है, जो यह घोषणा कर रहे थे कि बंगाली पहचान के कारण, टीएमसी चुनाव जीतेगी। हालांकि, त्रिपुरा के लोग, अधिकांश बंगाली हैं और वे ममता के Idea Of Bengal से अपने आप को संबंधित नहीं रखना चाहते हैं। वहीं, त्रिपुरा नगर निकाय चुनाव देश के लिए एक उदाहरण भी है कि कैसे देश को ठीक इसी प्रकार भारतीयता को प्रचंड बहुमत से अपनाने की जरुरत है।

और पढ़ें : यहां खेला न होबे: TMC चाहती थी त्रिपुरा में निकाय चुनाव रुकवाना, सुप्रीम कोर्ट ने कर दिया खेल

बंगाल सिर्फ एक भौगोलिक क्षेत्र नहीं है!

ऐतिहासिक तौर पर देखा जाए तो बंगाल का भी इतिहास कुछ इसी तरह का रहा है। चाहे वो बौद्धिक स्तर पर हो या राजनीतिक स्तर पर बंगाल ने देश का नेतृत्व किया है। आज का त्रिपुरा भी ऐतिहासिक रूप से उसी बंगाल और बंगाली प्रभाव का भाग रहा है। इस मिथ्या को जानबूझकर एक क्षेत्र तक सीमित कर दिया गया है। बंगाल एक शब्द है, जो भारत के पूर्व में उन लोगों या बंगालियों की भूमि के रूप में संदर्भित किया जाता है, जिन्हें एक अलग accent के लिए जाना जाता है।

सन 1880 में बनाए गए बंगाल के मानचित्र को देखा जाए तो बंगाल का क्षेत्र आज के उड़ीसा, झारखंड और बिहार के कुछ भाग के साथ पूरे बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा सहित असम और अरुणाचल प्रदेश एवं नागालैंड तक विस्तृत है। यह मानचित्र दर्शाता है कि ऐतिहासिक रूप से इसी भूमि को बंगाल कहा जाता था। लेकिन आज इसे एक राजनीतिक भगौलिक मानचित्र तक सीमित कर दिया गया है। आज जिस इतिहास पर पश्चिम बंगाल गर्व करता है, वह उसका इतिहास नहीं है, बल्कि पूरे बंगाल का इतिहास है।

Source: Wiki

श्रीकृष्ण का आलख जगाने वाले चैतन्य महाप्रभु पश्चिम बंगाल से नहीं बल्कि बंगाल से थे। अमेरिका के शिकागो में अपने भाषण से दुनिया को स्तब्ध करने वाले स्वामी विवेकानंद पश्चिम बंगाल से नहीं, बल्कि बंगाल से थे क्योंकि उस समय न तो पश्चिम बंगाल था और न ही बांग्लादेश। रविंदरनाथ टैगोर का साहित्यिक विरासत सिर्फ पश्चिम बंगाल की नहीं है बल्कि पूरे बंगाल की है। उनके द्वारा लिखे गीत को बांग्लादेश के राष्ट्रीय गान के रूप में भी उपयोग किया जाता है, इससे बड़ा प्रमाण क्या होगा कि बंगाल केवल पश्चिम बंगाल तक तक सीमित नहीं है।

और पढ़ें : महाराष्ट्र दंगे: उद्धव सरकार ने विरोध करने पर हिंदुओं को किया गिरफ़्तार और कुछ मुसलमानों को भी!

क्या रहा है बंगाली हिंदुओं का इतिहास?

गौरतलब है कि त्रिपुरा को कभी एक आदिवासी राज्य के रूप में जाना जाता था, लेकिन इसके शासकों ने हमेशा राज्य में बंगाली बुद्धिजीवियों का स्वागत किया है। 1905 में, लॉर्ड कर्जन ने राज्य को मुस्लिम बहुसंख्यक और हिंदू बहुसंख्यक विभाजन में विभाजित करने का फैसला किया। हालांकि, 1911 में राज्य को फिर से एक करना पड़ा। 1951 की जनगणना के अनुसार, त्रिपुरा की जनजातियों में राज्य का 48.65 प्रतिशत हिस्सा था, जबकि 51.35 प्रतिशत पर विभिन्न लोग थे, जिनमें से अधिकांश बंगाली हिंदू थे।

त्रिपुरा में इन बंगाली हिंदुओं में, हिंदुओं का एक बड़ा हिस्सा वे बंगाली थे, जो 1947 में बंगाल के विभाजन के बाद पूर्वी पाकिस्तान से चले गए थे। वर्तमान में त्रिपुरा में लगभग 2.2 मिलियन बंगाली हिंदू हैं, जो कुल आबादी का 60% से अधिक है और वे राज्य के सबसे बड़े जातीय समूह हैं। धर्म माणिक्य प्रथम के शासन के दौरान पंद्रहवीं शताब्दी के मध्य में त्रिपुरा के राजाओं का एक इतिहास, राजमाला बंगाली में लिखे जाने के लिए कमीशन किया गया था। वीर चंद्र माणिक्य से शुरुआत करते हुए रवींद्रनाथ टैगोर तक ये सभी महापुरुष माणिक्यों के प्रिय अतिथि थे।

पश्चिम बंगाल के नकली प्रभुत्व को समाप्त करें!

त्रिपुरा में लगभग 70 प्रतिशत बंगाली हैं, ऐसे में, ममता बनर्जी यह सोच रहीं थीं कि जैसे उन्होंने पश्चिम बंगाल में TMC कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी से चुनाव जीता था, वही त्रिपुरा में भी किया जा सकता है। चुनावी रणनीतिकारों ने यह मानकर एक घातक गलती की कि दोनों बंगाली एक ही हैं। आज पश्चिम बांगल में ममता बनर्जी ने जिस तरह से वोट बैंक के लिए राज्य का इस्लामिकरण किया है, उसे देश के अन्य क्षेत्र के बंगाली जनता ने भी देखा है और ममता बनर्जी पर कोई भरोसा नहीं करना चाहता है।

और पढ़ें : नौकरी चाहने वालों के लिए सबसे खराब शहर है कोलकाता, आधिकारिक आंकड़े दिखा रहे हैं आईना

पश्चिम बंगाल एक भगौलिक क्षेत्र है और बंगाल एक भगौलिक के साथ-साथ सांस्कृतिक पहचान भी है, जो विस्तृत है, जिसका विस्तार त्रिपुरा तक है। आज जिस प्रकार से त्रिपुरा में पार्टी कैडरों के ठोस समर्थन से लैस बिप्लब देब एक मजबूत राजनीतिक नेता के रूप में उभर रहे हैं। इसने मूल बंगाली भावना को एक बड़ा प्रोत्साहन दिया है, जो अंततः राष्ट्र के विकास की ओर अग्रसर हुआ है। ऐसे में, यह कहना गलत नहीं होगा कि एक बार फिर से अरबिंदो घोष और स्वामी विवेकानंद जैसे मूल बंगालियों की भावना राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ने के लिए तैयार है। मूल बंगालियों के लिए अब समय आ गया है कि वे अपनी पहचान पर जोर दें और असल में उचित बंगाली पहचान की क्षितिज पर आधुनिक पश्चिम बंगाल के नकली प्रभुत्व को समाप्त करें।

Tags: त्रिपुराबंगाली अस्मिताभाजपाभारतीयताममता बनर्जी
शेयर245ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

राष्ट्रपति चुनाव 2022: भीम सिंह हो सकते हैं भाजपा के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार

अगली पोस्ट

न्यायपालिका या विधायिका नहीं बल्कि अतिरिक्त न्यायिक बुद्धिजीवियों के कारण भारत की न्यायिक प्रक्रिया धीमी है

संबंधित पोस्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति डॉ. मसूद पेजेशकियन (Photo - MEA)
चर्चित

PM मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति से की बात, जानें अमेरिका की स्ट्राइक के बाद क्या बोला भारत?

22 June 2025

अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर हालिया हमले के बाद बढ़ते तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति डॉ. मसूद पेजेशकियन...

2025 के इंडो-पाक युद्ध
AMERIKA

भारत-पाकिस्तान संघर्ष ने अमेरिका की छवि को किया धूमिल

22 June 2025

2025 में हुए चार दिवसीय इंडो-पाक युद्ध का प्रभाव केवल भारतीय उपमहाद्वीप तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसने वैश्विक स्तर पर अमेरिका की दोबारा नेतृत्व...

सीएम हिमंत का आरोप
चर्चित

हिंदू नामों से कांग्रेस के लिए किया जा रहा है ‘ऑनलाइन जिहाद’! असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने समझाया पूरा खेल

21 June 2025

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य की कांग्रेस पार्टी पर एक बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए राजनीतिक माहौल को और अधिक गर्म कर...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

when the God leaves the temple to be with his devotees.

when the God leaves the temple to be with his devotees.

00:05:31

R.P. Singh Exposes AAP: Following Indira's Model of Separatist Appeasement?

00:11:04

kamakhya Devi and the Power of Menstruation: Ambubachi Mela Explained.

00:04:47

From love to murder- how five plots took down raja raghuvanshi

00:04:38

Marriage gone murderous: expert explains the gruesome murder case.

00:13:01
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited