‘विनाश काले विपरीते बुद्धि’, ये वाक्य आपने अपने बाल्यकाल में अवश्य सुना होगा, और इसका अर्थ भी स्पष्ट है – विनाश के समय विवेक स्वत: नष्ट हो जाता है। पीएम मोदी की सुरक्षा में जो चूक हुई, और जिस प्रकार से पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी मामले से पल्ला झाड़ते हुए दिखाई दिए, उससे स्पष्ट होता है कि वे अब किसी भी प्रकार से अपने आप को फिरोज़पुर मामले से दूर रखना चाहते हैं।
पीएम मोदी के साथ क्या हुआ, इसके बारे में कोई विशेष शोध की आवश्यकता नहीं। गृह मंत्रालय ने एक स्पष्ट जांच समिति का गठन किया है और साथ ही साथ उक्त क्षेत्र से जुड़े सभी उच्चाधिकारियों को तलब किया है। इन गतिविधियों से बौखलाए सीएम चन्नी कुछ यूं ट्वीट करते दिखाई दिए –
जिसे कर्त्तव्य से ज़्यादा जान की फ़िक्र हो, उसे भारत जैसे देश में बड़ी जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए !
– सरदार वल्लभभाई पटेल pic.twitter.com/zefpEroVAF
— Charanjit Singh Channi (@CHARANJITCHANNI) January 7, 2022
सरदार पटेल के आदर्शों को ‘स्मरण’ करते हुए चरणजीत ने पीएम मोदी के ‘सुरक्षा चूक’ को ड्रामेबाज़ी सिद्ध करने का प्रयास किया, जबकि उन्ही के उपमुख्यमंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने स्वीकारा कि चूक पंजाब सरकार की ही थी, केंद्र सरकार की नहीं। ‘रिपब्लिक भारत’ से बात करते हुए पंजाब के डिप्टी सीएम रंधावा ने कहा कि पंजाब पुलिस और प्रधानमंत्री की सुरक्षा में लगी ‘विशेष सुरक्षा बल (SPG)’ की बैठकें हुई थी, जिसमें IB के लोग भी शामिल रहे थे। उन्होंने कहा कि उन बैठकों में कहीं भी राज्य के गृह मंत्री को प्रतिभागी नहीं बनाया जाता है। रंधावा ने स्पष्ट रुप से कहा कि तय रूट के साथ एक वैकल्पिक रूट भी लगना चाहिए था, जो नहीं हो पाया।
लेकिन उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की तर्ज पर सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने अपनी सफाई में कहा कि यह सारी गलती पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार की थी, क्योंकि राज्य सरकार ने पहले ही बता दिया कि स्थिति अनुकूल नहीं है और वे सुरक्षा प्रदान नहीं करा पाएंगे। चन्नी के आधिकारिक बयान के अनुसार, “पीएम मोदी की सुरक्षा में कोई सेंध नहीं लगी है। शुरुआत में पीएम मोदी को हवाई यात्रा करनी थी, लेकिन अंतिम क्षण में यात्रा की योजना बदल दी गई। योजना में बदलाव ही सुरक्षा में चूक के लिए दोषी है।”
लेकिन सीएम चन्नी उतने पर नहीं रुके। हाल ही एक रैली में उन्होंने पीएम मोदी का उपहास उड़ाते हुए कहा, “भटिंडा एयरपोर्ट से वापस जाते हुए कहा कि अपने सीएम को कहना कि शुक्र है मैं ज़िंदा लौट आया। ओए न गोली चोली, न पत्थर बरसाए, कोई पास नहीं आया, आपको खरोंच तक नहीं आए। तो कैसे आप ‘जीवित’ बच के आ गए? मुझे इस बात पर हैरानी है!” –
https://twitter.com/MeghBulletin/status/1479507765127114753
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लेकिन वास्तविकता तो कुछ और ही है। असल में सीएम चन्नी, उनके चाटुकार और खालिस्तानी उग्रवादी चाहे जितने दावे कर ले, परंतु अब उनके उपद्रवी तौर-तरीकों से जनता भी तंग आने लगी है। एक ओर जहां पंजाब के उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी को विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा, तो वहीं चरणजीत सिंह चन्नी को वास्तव में घेराव का सामना करना पड़ा, और इस वीडियो क्लिप से आप स्पष्ट समझ सकते हैं कि वे इस पूरे प्रकरण से निपटने में कितने असमर्थ हैं –
Channi made to run, couldn’t face BJP workers in Punjab
Real Punjabis started fighting back ✊pic.twitter.com/r5V3fQcX1j
— Flt Lt Anoop Verma (Retd.) 🇮🇳 (@FltLtAnoopVerma) January 7, 2022
अब जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है, इतना तो तय है कि चरणजीत सिंह चन्नी ने अपने विनाश को निमंत्रण दिया है। इसके अलावा जिस प्रकार से वे परिस्थितियों पर भड़क रहे हैं, उससे स्पष्ट होता है कि चाहे कुछ भी हो जाए, परंतु चन्नी तब तक नहीं रुकेंगे, जब तक वह पंजाब में कांग्रेस का समूल विनाश नहीं कर देते।