TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    संकट का राजनीतिकरण: नैरेटिव युद्ध और क्षेत्रीय शक्ति-राजनीति

    संकट का राजनीतिकरण: नैरेटिव युद्ध और क्षेत्रीय शक्ति-राजनीति

    जॉर्डन के बाद इथियोपिया में भी दिखी ‘कार डिप्लोमेसी’, पीएम मोदी को खुद ड्राइव कर ले  गए इथियोपियन पीेएम अबी अहमद

    जॉर्डन के बाद इथियोपिया में भी दिखी ‘कार डिप्लोमेसी’, पीएम मोदी को खुद ड्राइव कर ले गए इथियोपियन पीेएम अबी अहमद

    बलिदान-दिवस 2025  : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    बलिदान-दिवस 2025 : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    भाजपा में पीढ़ी परिवर्तन का संकेत: नितिन नवीन की नियुक्ति क्या कहती है?t

    भाजपा में पीढ़ी परिवर्तन का संकेत: नितिन नवीन की नियुक्ति क्या कहती है?t

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    sajid akram

    सिडनी हमलावर साजिद अकरम का इंडिया लिंक, तेलंगाना पुलिस ने किया खुलासा

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    बलिदान-दिवस 2025  : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    बलिदान-दिवस 2025 : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    पाकिस्तान, बांग्लादेश, 1971 युद्ध, विजय दिवस

    बाँध कर नदी में खड़ा कराते, बहती थी गोलियों से भूनी हुई लाशें… भारत ने न बचाया होता तो बांग्लादेश कैसे मनाता ‘विजय दिवस’?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    संकट का राजनीतिकरण: नैरेटिव युद्ध और क्षेत्रीय शक्ति-राजनीति

    संकट का राजनीतिकरण: नैरेटिव युद्ध और क्षेत्रीय शक्ति-राजनीति

    जॉर्डन के बाद इथियोपिया में भी दिखी ‘कार डिप्लोमेसी’, पीएम मोदी को खुद ड्राइव कर ले  गए इथियोपियन पीेएम अबी अहमद

    जॉर्डन के बाद इथियोपिया में भी दिखी ‘कार डिप्लोमेसी’, पीएम मोदी को खुद ड्राइव कर ले गए इथियोपियन पीेएम अबी अहमद

    बलिदान-दिवस 2025  : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    बलिदान-दिवस 2025 : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    भाजपा में पीढ़ी परिवर्तन का संकेत: नितिन नवीन की नियुक्ति क्या कहती है?t

    भाजपा में पीढ़ी परिवर्तन का संकेत: नितिन नवीन की नियुक्ति क्या कहती है?t

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    sajid akram

    सिडनी हमलावर साजिद अकरम का इंडिया लिंक, तेलंगाना पुलिस ने किया खुलासा

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    बलिदान-दिवस 2025  : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    बलिदान-दिवस 2025 : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    पाकिस्तान, बांग्लादेश, 1971 युद्ध, विजय दिवस

    बाँध कर नदी में खड़ा कराते, बहती थी गोलियों से भूनी हुई लाशें… भारत ने न बचाया होता तो बांग्लादेश कैसे मनाता ‘विजय दिवस’?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

आखिर लता मंगेशकर से इतना नफरत क्यों करते थे लिबरल्स?

इसके एक नहीं कई कारण हैं!

Yashwant Singh द्वारा Yashwant Singh
7 February 2022
in चर्चित
लता मंगेशकर

Source- Google

Share on FacebookShare on X

देश में अपनी गायकी से अमिट छाप छोड़ने वाली लता मंगेशकर के देहावसान ने इस क्षेत्र में एक रिक्त स्थान छोड़ दिया है। उनके निधन से पूरा राष्ट्र शोकाकुल है। लोग सोशल मीडिया के जरिए उन्हें याद कर रहे हैं। लेकिन हर समाज में कुछ राष्ट्रविरोधी नफरती लोग होते हैं और वह भारत में भी हैं। ध्यान देने वाली बात है कि जब लता मंगेशकर के निधन की खबर सामने आई, हर कोई सन्न रह गया। पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर देश-विदेश की तमाम हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की, लेकिन काफी लोगों ने उनके निधन पर भी उनसे नफरत ही दिखाया। बहुत से लोगों ने अपनी कुंठित मानसिकता को सबके सामने रख दिया हैं। भारत के स्वघोषित लिबरलों ने भी अपने गन्दे विचारों को प्रदर्शित किया। लेकिन क्या आपको मालूम है कि भारत में रहने वाले ये लिबरल लता मंगेशकर से नफरत क्यों करते रहें? इसका उत्तर एकदम सरल और स्पष्ट है। इस आर्टिकल में हम आपको लिबरलों द्वारा लता मंगेशकर से नफरत करने के कारणों से अवगत कराएंगे!

और पढ़ें: ‘सुर साम्राज्ञी’ लता मंगेशकर- जिन्होंने अपने बुनियादी मूल्यों से कभी भी समझौता नहीं किया

संबंधितपोस्ट

अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

इंदिरा गांधी ने किया था सम्मान लेकिन वीर सावरकर से क्यों चिढ़ती है कांग्रेस?

सावरकर पर टिप्पणी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को लगाई फटकार

और लोड करें

1. बचपन से ही राष्ट्रभक्त रहीं लता मंगेशकर

वर्ष 1929 में जन्मी लता मंगेशकर ने भारत को अपनी स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करते हुए और फिर दशकों में विकसित होते हुए देखा। उन्होंने बहुत कम उम्र में अपना करियर शुरू किया और सैकड़ों धुनों को अपनी आवाज दी। उन्होंने कई देशभक्ति गाने गाएं, जो आज भी लोगों की पसंद बने हुए हैं। ‘ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आंख में भर लो पानी’, दिवंगत महान गायिका के सबसे प्रिय देशभक्ति गीतों में से एक है। यह गीत वर्ष 1962 में भारत-चीन युद्ध के दौरान शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि थी। दिल दहला देने वाली इस गाने के धुन ने भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की आंखों में आंसू ला दिए थे।

वहीं, 1965 की फिल्म शहीद का “मेरा रंग दे बसंती चोला” एक ऊर्जावान गीत है, जो हर भारतीय के दिल में बसता है। इस गाने को मुकेश महेंद्र कपूर और लता मंगेशकर ने गाया था। यह आज भी देश के सबसे पसंदीदा गानों में से एक है। साथ ही वर्ष 1971 का गीत “जो समर में हो गया अमर”, स्वर कोकिला का एक और देशभक्ति गीत है। इस गीत के माध्यम से गायक द्वारा भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गई है, जिन्होंने राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। यह महान गायक की आवाज में एक प्रार्थना गीत है।

इसके अलावा लता मंगेशकर और एआर रहमान के वंदे मातरम गाने पर पूरे देश का दिल है। यह गीत वर्ष 1997 में संगीतकार के स्टूडियो एल्बम के एक भाग के रूप में जारी किया गया था। यह मातृभूमि के लिए एक शक्तिशाली श्रद्धांजलि है। वहीं, लता मंगेशकर की सुरीली आवाज हर राष्ट्र प्रेमी के रोंगटे खड़े करने के लिए काफी है। वीर ज़ारा का गाना सबको याद होगा। इस फ़िल्म का गाना “ऐसा देश है मेरा” एक बहुत प्रिय गीत है। इस गाने में लता मंगेशकर की आवाज फिल्म की खूबसूरती में चार चांद लगा देती है। ध्यान देने वाली बात है कि इस गाने को लता मंगेशकर ने 75 वर्ष की आयु में रिकार्ड किया था।

और पढ़ें: ‘बेशर्म’ PTI की कुंठित सोच, लता जी के निधन पर किया घृणास्पद ट्वीट

2. लता मंगेशकर और POTA कानून

लता मंगेशकर ने अपने जीवन में कभी भी बुनियादी मूल्यों से समझौता नहीं किया और वह POTA कानून के समर्थन में रही। गायिका लता मंगेशकर, जो राज्यसभा की मनोनीत सदस्य थी, भले ही एक सक्रिय सांसद न रही हों, लेकिन उन्होंने आतंकवाद निरोधक विधेयक के पक्ष में मतदान किया था, जिसे वर्ष 2002 में संसद के एक दुर्लभ संयुक्त सत्र में पारित किया गया था। मंगेशकर को नवंबर 1999 में संसद के उच्च सदन के लिए भाजपा द्वारा नामांकित किया गया था और उन्होंने 21 नवंबर, 2005 को अपना कार्यकाल पूरा किया।

लता ताई शायद ही कभी राज्यसभा की कार्यवाही में शामिल होती थी। हालांकि, तत्कालीन संसदीय कार्य मंत्री प्रमोद महाजन ने राज्य सभा में सदस्यों की अधिकतम संख्या की उपस्थिति सुनिश्चित की थी, जब 21 मार्च, 2002 को आतंकवाद रोकथाम अध्यादेश को बदलने के लिए सदन ने आतंकवाद रोकथाम विधेयक पर मतदान किया गया था। तब लता मंगेशकर सदन में उपस्थित  हुई थी और उन्होंने POTA के समर्थन में मतदान किया था। एक आरटीआई में यह पता चला कि अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने कभी भी एक सांसद के रूप में प्राप्त भत्ते और चेक को नहीं छुआ। दस्तावेज़ से पता चला कि वेतन लेखा कार्यालय से मंगेशकर को किए गए सभी भुगतान वापस कर दिए गए थे।

3. राम जन्मभूमि को दिया आवाज

बताते चलें कि भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने रविवार की सुबह महान गायिका लता मंगेशकर के निधन पर दुख व्यक्त किया, उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने श्री राम भजन रिकॉर्ड किया था और उन्हें भेजा था, जब वह वर्ष 1990 में सोमनाथ से अयोध्या तक अपनी राम रथ यात्रा शुरू करने वाले थे।

उन्होंने अपने कार्यालय द्वारा जारी एक शोक पत्र में कहा, “लता जी लोकप्रिय गायकों के बीच मेरी हमेशा से पसंदीदा रही हैं और मैं उनके साथ एक लंबे जुड़ाव को साझा करने के लिए भाग्यशाली महसूस करता हूं। मुझे वह समय याद है, जब उन्होंने एक सुंदर श्री राम भजन रिकॉर्ड किया था और मुझे भेजा था, जब मैं सोमनाथ से अयोध्या तक अपनी राम रथ यात्रा करने वाला था।”

उन्होंने “राम नाम मैं जादू ऐसा, राम नाम मन भाये, मन की अयोध्या तब तक सूनी, जब तक राम ना आए” गीत को आंदोलन से जोड़ा और बाद में यह उनकी यात्रा का थीम गीत बन गया। जब राम जन्मभूमि का फैसला आया था, तब लता मंगेशकर जी ने खुलेआम उसका समर्थन किया था।

और पढ़ें: बॉलीवुड और वामपंथी गैंग पश्चिम बंगाल को आगे नहीं बढ़ने देना चाहते

4. वीर सावरकर की रही प्रशंसक

बहुत कम लोग ही ये जानते हैं, लेकिन लता मंगेशकर ने सावरकर को ‘भारत माता का सच्चा सपूत’ करार दिया था और उन्हें पिता के समान बताया। अपने जीवनकाल के दौरान, वीर सावरकर को लता मंगेशकर द्वारा ‘तात्या’ के रूप में संदर्भित किया गया था, जो एक पिता के लिए सम्मान में इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है। पिछले साल, लता मंगेशकर ने स्वतंत्रता सेनानी की जयंती पर याद करते हुए कहा था कि वीर सावरकर का नाम मंगेशकर परिवार के दिलों में अंकित है। उन्होंने यह भी ट्वीट किया था कि वह ‘महान और बहुआयामी व्यक्तित्व’ को उनकी ‘जयंती’ पर सम्मानित कर रही हैं।

खबरों की माने तो लता मंगेशकर ने अपनी किशोरावस्था में समाज सेवा का प्रण लिया था और वह राजनीति में आना चाहती थी, देश सेवा के प्रति उनका जुनून देखने लायक था। इसके लिए वह क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के साथ विचार-विमर्श और परामर्श कर रही थी। एक समय ऐसा भी आया जब लता मंगेशकर समाज के लिए गायन छोड़ने जा रही थी। उस वक्त सावरकर ने उनसे मिलकर, उन्हें समझाया और उन्हें उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर की याद दिलाई, जो उस समय भारतीय शास्त्रीय संगीत में प्रसिद्धि पर थे। अब इतने कारण तो काफी हैं लिबरल गैंग की बैंड बजाने के लिए और यही कारण है कि स्वर कोकिला को लेकर लिबरल इतना जहर उगल रहे हैं!

Tags: राम जन्मभूमिलता मंगेशकरवीर सावरकर
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

‘मुसलमानों के साथ मेरा रिश्ता वैसा ही है जैसा…’, जानें कट्टरपंथी इस्लाम से कैसे निपट रहे हैं योगी?

अगली पोस्ट

सूफ़ीवाद: इस्लामिक कट्टरता का एक मासूम चेहरा!

संबंधित पोस्ट

संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 
चर्चित

संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

13 December 2025

13 दिसंबर 2001—वह तारीख जिसे भारत कभी नहीं भूल सकता। आज से 24 वर्ष पहले ठीक इसी दिन देश की सर्वोच्च लोकतांत्रिक संस्था- संसद भवन...

हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’
इतिहास

हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

12 December 2025

संघ प्रमुख मोहन भागवत और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अंडमान निकोबार में वीर सावरकर की प्रतिमा का अनावरण किया। ये कार्यक्रम वीर सावरकर...

अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश
चर्चित

अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

12 December 2025

अंडमान-निकोबार में शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक ही नहीं, राजनीतिक रूप से भी बेहद अहम रहने वाला है। क्योंकि आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited