TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

    बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

    पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा: ममता बनर्जी का भाजपा पर हमला, लोकतंत्र पर गहरा सवाल

    पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा: ममता बनर्जी का भाजपा पर हमला, लोकतंत्र पर गहरा सवाल

    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    ‘हनक’ वाली राजनीति के आदी रहे हरियाणा में ‘सादगी’ से दिल कैसे जीत रहे हैं नायब सिंह सैनी?

    ‘हनक’ वाली राजनीति के आदी रहे हरियाणा में ‘सादगी’ से दिल कैसे जीत रहे हैं नायब सिंह सैनी?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    Modi government removes GST on health and life insurance

    Health और Life इंश्योरेंस पर GST खत्म कर मोदी सरकार ने ‘दादागीरी’ के खिलाफ बहुत बड़ा दांव चल दिया है, लेकिन कैसे ?

    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    दिपावली से पहले बड़ा तोहफा, जीएसटी में बड़ा बदलाव: क्या सस्ता, क्या महंगा–पूरी लिस्ट देखें

    दीपावली से पहले बड़ा तोहफा, जीएसटी में बड़ा बदलाव: क्या सस्ता, क्या महंगा पूरी लिस्ट देखें

    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    अब भारत में नहीं चलेगा विदेशी षड्यंत्र: एंटी-नेशनल गतिविधियों में शामिल विदेशियों को डिटेंशन कैंप से सीधा डिपोर्ट करेगी मोदी सरकार

    अब भारत में नहीं चलेगा विदेशी षड्यंत्र: एंटी-नेशनल गतिविधियों में शामिल विदेशियों को डिटेंशन कैंप से सीधा डिपोर्ट करेगी मोदी सरकार

    ट्रंप की ट्रेड शिकायतें: भारत को निशाना बनाना राजनीति है, सच्चाई नहीं

    ट्रंप की ट्रेड शिकायतें: भारत को निशाना बनाना राजनीति है, सच्चाई नहीं

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    ट्रम्प टैरिफ के बीच 'स्वदेशी' फिर चर्चा में है

    सभ्यता की आत्मा से आत्मनिर्भर भारत तक का रास्ता है “स्वदेशी”- लेकिन ‘ब्रांड प्रेमी’ हिंदुस्तानियों को स्वदेशी से जोड़ना चुनौती से कम नहीं

    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    जापान की गोपनीय फाइलें और अधूरा सच: क्या अब खत्म होगा नेताजी सुभाष चंद्र बोस का रहस्य?

    जापान की गोपनीय फाइलें और अधूरा सच: क्या अब खत्म होगा नेताजी सुभाष चंद्र बोस का रहस्य?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

    बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

    पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा: ममता बनर्जी का भाजपा पर हमला, लोकतंत्र पर गहरा सवाल

    पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा: ममता बनर्जी का भाजपा पर हमला, लोकतंत्र पर गहरा सवाल

    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    ‘हनक’ वाली राजनीति के आदी रहे हरियाणा में ‘सादगी’ से दिल कैसे जीत रहे हैं नायब सिंह सैनी?

    ‘हनक’ वाली राजनीति के आदी रहे हरियाणा में ‘सादगी’ से दिल कैसे जीत रहे हैं नायब सिंह सैनी?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    Modi government removes GST on health and life insurance

    Health और Life इंश्योरेंस पर GST खत्म कर मोदी सरकार ने ‘दादागीरी’ के खिलाफ बहुत बड़ा दांव चल दिया है, लेकिन कैसे ?

    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    दिपावली से पहले बड़ा तोहफा, जीएसटी में बड़ा बदलाव: क्या सस्ता, क्या महंगा–पूरी लिस्ट देखें

    दीपावली से पहले बड़ा तोहफा, जीएसटी में बड़ा बदलाव: क्या सस्ता, क्या महंगा पूरी लिस्ट देखें

    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    अब भारत में नहीं चलेगा विदेशी षड्यंत्र: एंटी-नेशनल गतिविधियों में शामिल विदेशियों को डिटेंशन कैंप से सीधा डिपोर्ट करेगी मोदी सरकार

    अब भारत में नहीं चलेगा विदेशी षड्यंत्र: एंटी-नेशनल गतिविधियों में शामिल विदेशियों को डिटेंशन कैंप से सीधा डिपोर्ट करेगी मोदी सरकार

    ट्रंप की ट्रेड शिकायतें: भारत को निशाना बनाना राजनीति है, सच्चाई नहीं

    ट्रंप की ट्रेड शिकायतें: भारत को निशाना बनाना राजनीति है, सच्चाई नहीं

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    ट्रम्प टैरिफ के बीच 'स्वदेशी' फिर चर्चा में है

    सभ्यता की आत्मा से आत्मनिर्भर भारत तक का रास्ता है “स्वदेशी”- लेकिन ‘ब्रांड प्रेमी’ हिंदुस्तानियों को स्वदेशी से जोड़ना चुनौती से कम नहीं

    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    बांग्लादेश: हिंदुओं के लिए नर्क, दुनिया की चुप्पी और भारत की जिम्मेदारी

    जापान की गोपनीय फाइलें और अधूरा सच: क्या अब खत्म होगा नेताजी सुभाष चंद्र बोस का रहस्य?

    जापान की गोपनीय फाइलें और अधूरा सच: क्या अब खत्म होगा नेताजी सुभाष चंद्र बोस का रहस्य?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

धामी और सावंत से सबक – ‘रघुवर दास सिंड्रोम’ से भाजपा को हर कीमत पर बचना चाहिए

संभलना जरुरी है, वरना यह सिंड्रोम बर्बाद कर देगा!

Utkarsh Upadhyay द्वारा Utkarsh Upadhyay
11 March 2022
in राजनीति
रघुबर दास सिंड्रोम

Source- Google

Share on FacebookShare on X

जब किस्मत ख़राब हो, तो ऊंट पर बैठे आदमी को भी कुत्ता काट लेता है। कुछ ऐसा ही हाल सत्ता पर काबिज बड़े-बड़े नेताओं का इस चुनाव में हुआ और मात्र इस चुनाव में ही नहीं, बल्कि बीते कई चुनावों में ऐसे नेता “रघुवर दासस सिंड्रोम” से ग्रसित होकर घर बैठने पर मजबूर हो गए हैं। रघुवर दासस झारखण्ड के वो मुख्यमंत्री रहे हैं, जिन्होंने राज्य में पूरे 5 वर्ष का शासन बिना खतरे के किया। एक नेता और शासक के तौर पर भी झारखण्ड में उनका कोई सानी नहीं था, वो हार गए क्योंकि वो न ही योगी बन पाए और न बन पाए हिमंता बिस्वा सरमा। वो रघुवर दासस बने रहने के कारण सत्ता से बेदखल हो गए। अब यही हाल उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और अन्य कई भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों का है, जिनकी हालत रघुवर दासस जैसी हो जाएगी और बीते गुरूवार को आए चुनावी नतीजों में इसका ट्रेलर भी आ गया। ध्यान देने वाली बात है कि इस चुनाव में भाजपा के कई धुरंधर नेता “रघुवर दासस सिंड्रोम” के शिकार हो गए।

और पढ़ें: योगी-मोदी देश के वो नेता हैं जिन्होंने सफलतापूर्वक परिवार के भीतर वोटों का बंटवारा किया है!

संबंधितपोस्ट

बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा: ममता बनर्जी का भाजपा पर हमला, लोकतंत्र पर गहरा सवाल

दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

और लोड करें

आखिर क्या है रघुवर दासस सिंड्रोम?

राजनीति संभावनाओं और समीकरणों का खेल है, जिनके बनते और बिगड़ने में लेशमात्र भी समय नहीं लगता। आज का राजा कल का रंक और फ़कीर हो सकता है इसको समझना बेहद आवश्यक है। रघुवर दासस भाजपा के उन कर्म प्रधान मुख्यमंत्रियों में से एक थे, जिनके सिर कई बड़ी और अहम उपलब्धियां दर्ज़ हैं। सर्वप्रथम वो झारखण्ड के सबसे पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री बने थे, जिन्होंने पहले बार अपना पूरा 5 साल का कार्यकाल बिना किसी रुकावट के पूर्ण किया। यद्यपि वो 2019 में विधानसभा चुनाव हार गए और राज्य में JMM के हेमंत सोरेन सरकार बनाने में कामयाब हो गए। इससे रघुवर दासस की छवि और उनके कद को कम नहीं आंका जा सकता, क्योंकि वास्तव में रघुवर दासस सर्वमान्य नेता थे।

Additionally, Jharkhand saw its most peaceful 5 years, transparent tendering processes, negligible corruption, frantic construction of roads and other infrastructure under his reign.

— Atul Kumar Mishra (@TheAtulMishra) March 10, 2022

रघुवर दासस के कार्यकाल में कई निर्णय पहली बार लिए गए, जिनको छूने में भी अन्य दलों और नेताओं की जड़ें हिलती थी। पत्थलगड़ी गिरोह के सफाईकर्मी समुदाय से आने वाले रघुवर दासस को झारखंड का पहला गैर-आदिवासी मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने ऐतिहासिक कदम उठाया था। मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही रघुवर दासस ने अवैध रूप से संचालित टेरेसा के एनजीओ पर कार्रवाई करने का पहली बार कदम उठाया। उनके निर्देशन में धार्मिक धर्मांतरण पर प्रतिबंध लगाने वाला देश का पहला राज्य झारखंड बना था। यह झारखंड में रघुवर दासस की सरकार ही थी, जिसने कड़े और सख्त कदमों के तहत पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) पर प्रतिबंध लगाया था और ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य भी बना था। ध्यान देने वाली बात है कि दास के नेतृत्व में ही जबरन और अवैध धर्मांतरण को रोकने के प्रयास के तहत झारखंड धर्मांतरितों के लिए लाभ रोकने वाला देश का पहला राज्य बना था।

निश्चित रूप से, इसके अतिरिक्त झारखंड ने रघुवर दासस के नेतृत्व में अपने सबसे शांतिपूर्ण 5 साल, पारदर्शी टेंडर प्रक्रिया, लेश मात्र भी भ्रष्टाचार न होना, सड़क निर्माण और अन्य बुनियादी ढांचे को उनके शासनकाल में देखा। ऐसा कहा जा सकता है कि उन्होंने झारखंड को विकास की पटरी पर ला दिया था। इसके बावजूद वो विधानसभा चुनाव हार गए। लोग इसके पीछे सरयू राय विवाद को उनके पतन के लिए जिम्मेदार ठहरा सकते हैं, लेकिन यह सच नहीं है। उन्होंने आ बैल मुझे मार वाली स्थिति की तरह अपने ही हाथ से अपनी राजनीतिक हत्या करने का काम किया। क्योंकि उन्होंने काम तो बहुत किए लेकिन अपने काम को प्रदर्शित करने में विफल साबित हुए और हेमंत सोरेन उनकी कुर्सी हथिया ले गए।

रघुवर दासस सिंड्रोस से ग्रसित हैं कई दिग्गज नेता

यहीं से पैदा होता है “रघुवर दासस सिंड्रोम” का बीज, काम करने में काम 21 पर दिखाने में निल बटे सन्नाटा। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें दृश्यता की पूर्ण कमी के कारण अभूतपूर्व कार्य करने के बावजूद बड़े-बड़े नेता चुनाव हार जाते हैं। भाजपा के कई मुख्यमंत्री हैं, जो रघुवर दास सिंड्रोम के कारण गर्त में समा गए और कई ऐसे हैं, जो आगामी भविष्य में उसी विकार के कारण रसातल में जाएंगे। पुष्कर सिंह धामी एक अच्छे नेता हैं, लेकिन “रघुवर दासस सिंड्रोम” का हालिया सबसे प्रमुख उदाहरण वही हैं। यह सिंड्रोम उत्तराखंड के पूर्व के दोनों रावत सीएम पर भी हावी था। ध्यान देने वाली बात है कि त्रिवेन्द्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत दोनों नेता के तौर पर सक्षम और प्रभावशाली थे, पर काम को प्रचारित और प्रदर्शित कैसे किया जाए उससे कोसों दूर थे और निस्संदेह वो दोनों भी “रघुवर दास सिंड्रोम” से संक्रमित थे।

There are many BJP CMs who fell due to Raghubar Das syndrome and there are many who will fall due to the same disorder.

Pushkar Singh Dhami is a nice guy, but a prime example of Raghubar Das syndrome. The 2 TS Rawats were too infected with the same bug.

— Atul Kumar Mishra (@TheAtulMishra) March 10, 2022

आने वाले समय में भाजपा शासित कई अन्य राज्यों में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल सकता है, जहां सरकार तो भाजपा बना लेगी पर जिसके नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे वो ही फ्लॉप साबित होंगे। इस श्रृंखला में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, गुजरात के सीएम भूपेंद्र भाई पटेल आदि शामिल हैं। निश्चित रूप से ये सभी अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन इस अच्छे काम का कोई अर्थ ही नहीं जब उसे कोई जानता ही नहीं। प्रचार और प्रसार के बगैर सरकार काम करती जाए और धरातल पर उस काम की चर्चा ही न हो, तो वो काम कितना भी जन-उपयोगी क्यों न हो उसकी महत्ता कम ही रहती है। इसी रीति से भाजपा को अब अपने मुख्यमंत्रियों की कार्यशैली को निचोड़ने की आवश्यकता है, नहीं तो हर बार यही होता रहेगा और एक दिन सभी नेता “रघुवर दासस सिंड्रोम” का दर्द लिए घर पर बाम मलते दिखाई देंगे।

यूं तो गोवा में भाजपा ने अप्रत्याशित जीत दर्ज़ कर अपना किला बचा लिया, तो वहीं इससे प्रमोद सावंत की साख भी बचना भाजपा के लिए अप्रत्याशित ही था। मनोहर पर्रिकर के जाने के बाद से ही गोवा में भाजपा अपने अस्तित्व को कठघरे में खड़ा पाती है। लक्ष्मीकांत पारशेखर जैसे मौकापरास्त नेताओं की दगा झेल चुकी भाजपा राज्य में अपने हर नेता को कमोबेश उसी हाल में पाती है। ऐसे में प्रमोद सावंत भी अबतक भाजपा के कार्यों और सरकार को जनता से सीधा जोड़ने में थोड़े ही सही पर विफल रहे हैं। इसी बीच अब जब उन्हें पुनः राज्य की गद्दी मिल गई है। ऐसे में उन्हें भाजपा को राज्य में मनोहर पर्रिकर के कार्यकाल वाली भाजपा बनाने का दायित्व लेना पड़ेगा।

और पढ़ें: मुस्लिम बहुल इलाकों में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत का कारण क्या है?

रघुवर दासस सरीखे नेताओं से भरी हुई है भाजपा 

यह तो हुए “रघुवर दासस सिंड्रोम” से ग्रसित नेताओं के हाल, इनमें कई अपवाद ऐसे हैं जिनके काम को एक राज्य की जनता तक सीमित कतई नहीं माना जा सकता है। इनमें सबसे बड़े उदाहरण उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं, जिनकी PAN INDIA अपील किसी से छिपी नहीं है। योगी सरीखे युवा राजनेता असम में क्रांति लाने वाले हिमंता बिस्वा सरमा हों, त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देब हो या अनुभवी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान। कम से कम समय में अपने काम के बूते पर अपनी छवि निखारने वाले हिमंता और बिप्लब की जितनी प्रशंसा की जाए कम ही होगी। लाल सलाम के गढ़ में सेंध लगाने और जनता से सीधा संवाद कर सरकार चलाने वाले यह दोनों मुख्यमंत्री अपने काम से अपनी छवि को बड़ा बना चुके हैं। शिवराज सिंह चौहान का मध्यप्रदेश में जननेता वाला आधार उनको प्रभावी नेता बनाता है।

एक नेता जिनके काम को हर जगह स्वीकार्यता मिलती है, वो हैं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस। यह तो घर के भेदी कुछ नेता थे जिन्होंने शिवसेना को सत्ता में रखने की लालसा में सरकार बना रही भाजपा को विपक्षी बना दिया और मुख्यमत्री बन रहे देवेंद्र फडणवीस को विपक्ष का नेता बना दिया। जिस तरह का जनादेश भाजपा को मिला था, यदि शिवसेना को सीटें देने के बजाय भाजपा खुद से लड़ती तो आज की स्थिति काफी अलग होती। ध्यान देने वाली बात है कि देवेंद्र फडणवीस ने राज्य में अपनी बड़ी छवि बनाने के साथ ही काम भी किया और वो काम जनता के सामने प्रदर्शित भी हुआ।

बात का सार यही है कि भाजपा रघुवर दासस सरीखे नेताओं से भरी हुई है। एक बढ़िया शासक और नेता होने के बाद भी प्रचार-प्रसार में लचर हालत उनके पतन का प्रमुख कारण बनती जा रही है। ऐस में अच्छे नेता जो राज्य को एक बेहतर जगह बनाने के लिए दिन-रात काम करते हैं, लेकिन वो दोबारा जीत  हासिल करने के लिए संघर्ष करते दिख जाते हैं, ऐसे में इसे संगठनात्मक कमी कहा जाए तो इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। भाजपा को या तो इन ‘अच्छे लोगों’ के स्थान पर लोकप्रिय चेहरों को स्थापित करना चाहिए या उन्हें चुनाव जीतना सिखाना चाहिए कि कैसे काम बोलता है के साथ-साथ काम दिखाना भी ज़रूरी होता है।

और पढ़ें: अब जान लीजिए कि उत्तराखंड ने बीजेपी को क्यों चुना?  

Tags: पुष्कर सिंह धामीभाजपारघुवर दास सिंड्रोम
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

AAP का पंजाब की सत्ता में आना किसी दु:स्वप्न से कम नहीं है

अगली पोस्ट

एक बेहतरीन नेता हैं जयंत चौधरी लेकिन सपा की घंटी बांधे हुए हैं

संबंधित पोस्ट

बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास
चर्चित

बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

4 September 2025

बिहार की राजनीति में 2025 का विधानसभा चुनाव एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है। भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने यह स्पष्ट कर दिया...

पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा: ममता बनर्जी का भाजपा पर हमला, लोकतंत्र पर गहरा सवाल
चर्चित

पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा: ममता बनर्जी का भाजपा पर हमला, लोकतंत्र पर गहरा सवाल

4 September 2025

पश्चिम बंगाल की राजनीति एक बार फिर उबाल पर है। गुरुवार को विधानसभा में ऐसा हंगामा हुआ जिसने राज्य के लोकतंत्र पर गहरे सवाल खड़े...

टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?
AMERIKA

टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

4 September 2025

अमेरिका और भारत के बीच हालिया टैरिफ विवाद ने वैश्विक राजनीति में एक नई बहस को जन्म दिया है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Suhana Khan in Trouble? Alleged Fake Farmer Claim and the ₹22 Crore Land Deal

Suhana Khan in Trouble? Alleged Fake Farmer Claim and the ₹22 Crore Land Deal

00:05:55

IAF’s Arabian Sea Drill: Is it A Routine exercise or Future Warfare Preparation?

00:05:26

Ganesha’s Empire Beyond Bharat: The Forgotten History of Sanatan Dharma in Asia

00:07:16

The Truth Behind Infiltration, Political Appeasement, and the Battle for Identity.

00:06:28

USA’s Real Problem With India is Not Russian oil ! America’s Double Standard Exposed yet Again.

00:06:12
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited