• About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
TFI Official Merchandise
TFI English
TFI Global
रविवार, जून 26, 2022
TFIPOST
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    RB Sreekumar – The scourge of India is now finally behind bars

    आरबी श्रीकुमार: देश को दशकों पीछे ले जाने वाला अंतत: जेल में पहुंच ही गया

    noida

    दिल्ली, गुरुग्राम की बजाय अब नोएडा और ग्रेटर नोएडा में घर क्यों ख़रीद रहे हैं लोग?

    IB

    भारत की ख़ुफिया एजेंसियों में हुआ यह नया बदलाव बहुत महत्वपूर्ण है

    chai-lassi-and-sattu-the-three-horsemen-of-pakistans-economic-revival

    चाय, लस्सी और सत्तू से पाकिस्तान अपनी अर्थव्यवस्था में ‘क्रांतिकारी सुधार’ करने जा रहा है

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    piyush PLI

    अब कपड़ा उद्योग में नहीं रहेगा बांग्लादेश का वर्चस्व, भारत जल्द लेकर आ रहा है PIL स्कीम

    india america

    भारत-रूस नज़दीक क्या आए, अमेरिका तो दोबारा पाकिस्तान को पालने लगा

    Zomato acquires Blinkit

    Zomato ने 4,447 करोड़ में Blinkit का अधिग्रहण कर लिया

    Covid Rashan

    मुफ्त राशन योजना पर लग सकती है रोक, वित्त मंत्रालय ने गिनाए कई महत्वपूर्ण कारण

    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    VIPINRAWAT

    पूर्व सीडीएस दिवंगत जनरल बिपिन रावत के दिमाग की उपज है ‘अग्निपथ योजना’

    CDS

    CDS की नियुक्ति के प्रावधान में पीएम मोदी ने जो बदलाव किए हैं, उसके मायने समझ लीजिए

    एमके-1 मिसाइल

    भारत की इस स्वदेशी मिसाइल से थर-थर कांप रहे हैं दुश्मन देश

    भारत और जापान

    जापान ने भारत के लिए खोल दिये अपने शस्त्रागार के द्वार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    america

    अमेरिका को अपना लोकतंत्र ‘रिपेयर’ करने की ज़रूरत है, भारत से सीख सकते हैं

    chai-lassi-and-sattu-the-three-horsemen-of-pakistans-economic-revival

    चाय, लस्सी और सत्तू से पाकिस्तान अपनी अर्थव्यवस्था में ‘क्रांतिकारी सुधार’ करने जा रहा है

    india america

    भारत-रूस नज़दीक क्या आए, अमेरिका तो दोबारा पाकिस्तान को पालने लगा

    lAC

    जो मलेशिया कभी विरोध करता था आज भारत का LCA तेजस लेने के लिए गिड़गिड़ा रहा है

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    mainpuri

    मैनपुरी के गणेशपुर गांव में खुदाई से मिले हथियार हिंदुओं की अत्याधुनिकता का प्रमाण देते हैं

    chaapekar

    गोंडया आला रे! चापेकर बंधु के शौर्य का कोई जवाब नही

    बीयर योगा

    ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ मनाना अच्छी बात है लेकिन अब पश्चिमी शैली में ढलते जा रहा है योग

    saptrishi

    मानवता के मार्गदर्शक हैं भारत के महान 7 संत, जिन्हें कहा जाता है सप्तर्षि

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    Item Number

    आइटम नंबर – फिल्म उद्योग को लील रहा है यह ‘कैंसर’

    gangs Of Wasepur

    गैंग्स ऑफ वासेपुर– भारत की सबसे महत्वपूर्ण गैंगस्टर फिल्मों में से एक

    कार्तिक आर्यन करण जौहर

    कार्तिक आर्यन जैसे स्टार के लिए करण जौहर कौन है?

    karan jauhar

    करण जौहर, वापसी के बारे में भूल ही जाओ क्योंकि अब तुमसे न हो पाएगा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
TFIPOST
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    RB Sreekumar – The scourge of India is now finally behind bars

    आरबी श्रीकुमार: देश को दशकों पीछे ले जाने वाला अंतत: जेल में पहुंच ही गया

    noida

    दिल्ली, गुरुग्राम की बजाय अब नोएडा और ग्रेटर नोएडा में घर क्यों ख़रीद रहे हैं लोग?

    IB

    भारत की ख़ुफिया एजेंसियों में हुआ यह नया बदलाव बहुत महत्वपूर्ण है

    chai-lassi-and-sattu-the-three-horsemen-of-pakistans-economic-revival

    चाय, लस्सी और सत्तू से पाकिस्तान अपनी अर्थव्यवस्था में ‘क्रांतिकारी सुधार’ करने जा रहा है

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    piyush PLI

    अब कपड़ा उद्योग में नहीं रहेगा बांग्लादेश का वर्चस्व, भारत जल्द लेकर आ रहा है PIL स्कीम

    india america

    भारत-रूस नज़दीक क्या आए, अमेरिका तो दोबारा पाकिस्तान को पालने लगा

    Zomato acquires Blinkit

    Zomato ने 4,447 करोड़ में Blinkit का अधिग्रहण कर लिया

    Covid Rashan

    मुफ्त राशन योजना पर लग सकती है रोक, वित्त मंत्रालय ने गिनाए कई महत्वपूर्ण कारण

    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    VIPINRAWAT

    पूर्व सीडीएस दिवंगत जनरल बिपिन रावत के दिमाग की उपज है ‘अग्निपथ योजना’

    CDS

    CDS की नियुक्ति के प्रावधान में पीएम मोदी ने जो बदलाव किए हैं, उसके मायने समझ लीजिए

    एमके-1 मिसाइल

    भारत की इस स्वदेशी मिसाइल से थर-थर कांप रहे हैं दुश्मन देश

    भारत और जापान

    जापान ने भारत के लिए खोल दिये अपने शस्त्रागार के द्वार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    america

    अमेरिका को अपना लोकतंत्र ‘रिपेयर’ करने की ज़रूरत है, भारत से सीख सकते हैं

    chai-lassi-and-sattu-the-three-horsemen-of-pakistans-economic-revival

    चाय, लस्सी और सत्तू से पाकिस्तान अपनी अर्थव्यवस्था में ‘क्रांतिकारी सुधार’ करने जा रहा है

    india america

    भारत-रूस नज़दीक क्या आए, अमेरिका तो दोबारा पाकिस्तान को पालने लगा

    lAC

    जो मलेशिया कभी विरोध करता था आज भारत का LCA तेजस लेने के लिए गिड़गिड़ा रहा है

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    mainpuri

    मैनपुरी के गणेशपुर गांव में खुदाई से मिले हथियार हिंदुओं की अत्याधुनिकता का प्रमाण देते हैं

    chaapekar

    गोंडया आला रे! चापेकर बंधु के शौर्य का कोई जवाब नही

    बीयर योगा

    ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ मनाना अच्छी बात है लेकिन अब पश्चिमी शैली में ढलते जा रहा है योग

    saptrishi

    मानवता के मार्गदर्शक हैं भारत के महान 7 संत, जिन्हें कहा जाता है सप्तर्षि

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    Item Number

    आइटम नंबर – फिल्म उद्योग को लील रहा है यह ‘कैंसर’

    gangs Of Wasepur

    गैंग्स ऑफ वासेपुर– भारत की सबसे महत्वपूर्ण गैंगस्टर फिल्मों में से एक

    कार्तिक आर्यन करण जौहर

    कार्तिक आर्यन जैसे स्टार के लिए करण जौहर कौन है?

    karan jauhar

    करण जौहर, वापसी के बारे में भूल ही जाओ क्योंकि अब तुमसे न हो पाएगा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
TFIPOST
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के ‘इस्लामिक भाईचारे’ वाली कवच में छेद के समान है क्रिकेट

BCCI ही संवार सकता है अफगान क्रिकेट की हालत!

Aniket Raj
द्वारा Aniket Raj
30 अप्रैल 2022
in क्रिकेट
0
भारत अफगानिस्तान

Source- TFI

71
व्यूज़
Share on FacebookShare on Twitter

अमेरिका ने अफगानिस्तान को नरक की आग में झोंक दिया। इस युद्धग्रस्त देश में सब कुछ विनाश के कगार पर है। इसी विनाशकरी अवस्था में फंसे हैं ‘अफगानिस्तान में भारत के निवेश।’ अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद भारत का बहुत कुछ दांव पर है। ढेर सारे निवेश के अलावा हमारी सांस्कृतिक और कूटनीतिक संपत्ति भी दांव पर है। ऊपर से पाकिस्तान इस्लामिक कट्टरपंथ के नाम पर अफगानिस्तान में अपनी जड़ें मजबूत कर रहा है। एक ओर जहां पाकिस्तान की सीमा अफगानिस्तान से मिलती है तो वही दूसरी ओर भारत अफगानिस्तान से कोई सीमा साझा नहीं करता। लेकिन ध्यान देने वाली बात है कि पाकिस्तान के साथ सीमा साझा करने वाला यह देश पाकिस्तान पर थोड़ा भी भरोसा नहीं करता।

ऐसे में भारत के पास ऐसा क्या है, जो अफगान और वहां के लोगों को भारत से जोड़ सकता है। एक चीज़ तो भारतीय सिनेमा है लेकिन तालिबानी सरकार आने के बाद भारतीय सिनेमा की स्थिति अफगानिस्तान में खतरे में है। अतः अफगानिस्तान के लोगों को भारत से जोड़ने वाली एकमात्र चीज़ है- ‘क्रिकेट’। हालांकि, पिछले टी-20 विश्व कप में तालिबान ने अफगान क्रिकेट टीम का आयोजक बनने से इनकार कर दिया था और अंतिम समय में टीम के कप्तान मोहम्म्द नबी ने टीम के खर्च का बेड़ा उठाया।

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि यह देश पाकिस्तान से इतर भारत में लंबे समय से अपना होम ग्राउंड चुनते आया है और भारत की सरजमीं पर अन्य देशों के साथ कई सीरीज भी खेल चुका है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भारत में होम ग्राउंड इसलिए चुने थे क्योंकि स्वदेश में लगातार हिंसा के चलते मैच संभव नहीं था और क्रिकेट से जुड़ी सुविधाओं की कमी थी। वहीं, भारत में सुविधाएं भी बेहतर थी और अन्य टीमों को आने में भी कोई परेशानी नहीं थी, ऐसे में बीसीसीआई ने मदद की पेशकश की थी। अब अफगानिस्तान में तालिबान का शासन है, जिसके कारण इस खेल का भविष्य अधर में लटक गया है। हालांकि, बोर्ड की मदद से खिलाड़ी टी20 वर्ल्ड कप 2022 की अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं। ऐसे में अब समय है कि बीसीसीआई एक बार फिर अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड को जीवंत करने की ओर कदम बढ़ा सकता है और इसके साथ ही पाकिस्तान को साइडलाइन करते हुए भारत-अफगानिस्तान के लोगों की कनेक्टिविटी को बेहतर बना सकता है।

और पढ़ें: दिनेश कार्तिक: मोस्ट अंडररेटेड विकेटकीपर जिसे अभी तक किया जा रहा है दरकिनार

मोदी-गनी का दौर

ध्यान देने वाली बात है कि बेंगलुरु के स्टेडियम में जब भारत के खिलाफ अफगानिस्तान की टीम अपनी पहली टेस्ट मैच खेलने उतरी तो मैच शुरू होने से पहले भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अफगानिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति अशरफ गनी दोनों के बयानों को मैदान और लाइव टेलीविजन दर्शकों के लिए पढ़ा गया। यह बात शायद हमारे पाठकों को याद होगी। इसे न सिर्फ भारत और अफगानिस्तान के बीच प्रथम मैत्री श्रृंखला के रूप में जाना जाता है, बल्कि दोनों देशों के बीच व्यापक संबंधों के लिए क्रिकेट कितना महत्वपूर्ण है, यह उस ओर भी इंगित करता है।

अपने बयान में पीएम मोदी ने राष्ट्र-निर्माण संस्था के रूप में अफगान क्रिकेट टीम की क्षमता और इसके लिए भारत के समर्थन पर ध्यान देते हुए कहा- “आज क्रिकेट अफगानिस्तान के लोगों के लिए एकजुट करने वाली ताकत है। भारत इस यात्रा में अफगानिस्तान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने पर गर्व महसूस करता है। ये उपलब्धियां चुनौतीपूर्ण और कठिन परिस्थितियों में मिली हैं। यह सभी चुनौतियों से पार पाने और एक उद्देश्यपूर्ण, स्थिर, एकजुट और शांतिपूर्ण राष्ट्र के लिए आकांक्षाओं को साकार करने के लिए अदम्य अफगान भावना को प्रदर्शित करता है।”

गनी ने भी भारत के उपकार पर बयान देते हुए कहा था कि “अफगानिस्तान के राष्ट्रपति के रूप में मैं भारत के खिलाफ उनके पहले टेस्ट मैच का स्वागत करता हूं। मुझे उन लोगों पर गर्व है जिन्होंने सदी की शुरुआत में अफगानिस्तान में क्रिकेट को चैंपियन बनाया और खुद पर विश्वास किया कि एक दिन अफगानिस्तान दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ खेलेगा।“

अफगान में क्रिकेट का जन्म

दरअसल, अफगानिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति अपने बयानों से अफगान क्रिकेट की मूल कहानी की ओर इशारा कर रहे थे। 1980 के दशक में सोवियत आक्रमण के बाद विस्थापित आबादी के बच्चों ने पेशावर के आसपास शरणार्थी शिविरों में इसे खेलना शुरू किया। 2000 के दशक की शुरुआत में अफगानिस्तान लौटने पर उत्साही लोगों ने एक राष्ट्रीय टीम बनाने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा शुरू करने के लिए आवश्यक औपचारिक संरचनाएं बनाना शुरू किया।

आपको बताते चलें कि पिछले साल अपने खेल को मजबूत करते हुए, अफगानिस्तान को टेस्ट-प्लेइंग का दर्जा दिया गया था। इसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की पूर्ण सदस्यता प्रदान की। सीमित संसाधनों और स्पष्ट आंतरिक कठिनाइयों वाले देश द्वारा कम समय में प्राप्त की गई यह एक अविश्वसनीय उपलब्धि रही है। भारत ने न सिर्फ अफगानिस्तान को घरेलू मैदान दिये, बल्कि अमूल जैसी संस्था उनकी आयोजक भी बनी। आपको जानकार हैरानी होगी कि अमूल हर साल अफगानिस्तान में 200 करोड़ का व्यापार करता है।

इस साल भी अफगानिस्तान के राशिद खान ने गुजरात टाइटन्स की कप्तानी कर इतिहास रच दिया। अब समय आ गया है कि भारत अपने क्रिकेट शक्ति का प्रयोग कर आईपीएल में अधिक से अधिक अफगानी खिलाड़ियों को स्थान दे क्योंकि यही खिलाड़ी आने वाले समय में भारत के राजदूत के रूप में काम करेंगे और क्रिकेट भारत-अफगान सम्बन्धों की आधारशिला बनेगी। इस बार लेग स्पीनर राशिद खान के अलावा अफगानिस्तान के 17 क्रिकेटरों ने आईपीएल 2022 की नीलामी के लिए पंजीकरण कराया था। इनकी संख्या को और बढ़ाया जाना चाहिए ताकि भारत इस खेल के माध्यम से अफगानिस्तान में और मजबूत हो सके।

और पढ़ें: भारत ने विश्व को महानतम क्रिकेटर्स और कुछ महा-विचित्र अंपायर्स दिए हैं

Tags: अफगानिस्तान क्रिकेटबीसीसीआईमोदी सरकार
शेयरट्वीटभेजिए

पिछली पोस्ट

भारत विरोधी सरकारी बाबुओं के लिए एंटीडोट के समान है मिशन कर्मयोगी

अगली पोस्ट

भाजपा को देश के हर राज्य में चुनाव जिताने के लिए पीएम मोदी ही काफी नहीं होंगे

Aniket Raj

Aniket Raj

अधिवक्ता ( सर्वोच्च न्यायालय) हिंदी स्तंभकार (TFI Media) दक्षिणपंथी-हिन्दू-राष्ट्रवादी ।। यत: धर्मोस्ततो जय: ।।

प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

  • सर्वाधिक पढ़े गए
  • टिप्पणियाँ
  • नवीनतम
“धौंसिये को औकात बता दी”, अजय देवगन ने करण जौहर की दादागिरी उतार उसे माफी मांगने पर मजबूर कर दिया

“धौंसिये को औकात बता दी”, अजय देवगन ने करण जौहर की दादागिरी उतार उसे माफी मांगने पर मजबूर कर दिया

24 जून 2020
चीन, ऑस्ट्रेलिया,

‘जांच तो होकर रहेगी, चाहे जितना रो लो’, ऑस्ट्रेलिया ने ड्रैगन को उसी की भाषा में मजा चखा दिया

29 अप्रैल 2020
G7

दुनिया के 7 बड़े देश एक बात पर हुए सहमत – हम सब चीन के खिलाफ हैं

18 अप्रैल 2020
जापान, चीन

‘हमारी जल सीमा से तुरंत निकल लो’, East China Sea में घुसपैठ करने जा रहे चीनियों को जापानी नौसेना ने खदेड़ा

10 मई 2020
रवीश कुमार

यदि रवीश कुमार मेरे सवालों का ठीक ठीक उत्तर दे दें, तो मैं लिखना छोड़ दूंगा

सरकारी बैंक

प्रिय बैंक कर्मचारियों, अपनी हड़ताल जारी रखें, PSB का निजीकरण होकर रहेगा

संदीप मिश्रा

अखबार के एक मैट्रिमोनियल कॉलम से शुरू हुई प्रेम और देश प्रेम की कहानी

संजय झा

यक्ष – संजय झा संवाद: ऐसे प्रश्न और ऐसे उत्तर जो आपको सोचने पर मजबूर कर देंगे

america

अमेरिका को अपना लोकतंत्र ‘रिपेयर’ करने की ज़रूरत है, भारत से सीख सकते हैं

26 जून 2022
piyush PLI

अब कपड़ा उद्योग में नहीं रहेगा बांग्लादेश का वर्चस्व, भारत जल्द लेकर आ रहा है PIL स्कीम

26 जून 2022
RB Sreekumar – The scourge of India is now finally behind bars

आरबी श्रीकुमार: देश को दशकों पीछे ले जाने वाला अंतत: जेल में पहुंच ही गया

26 जून 2022
noida

दिल्ली, गुरुग्राम की बजाय अब नोएडा और ग्रेटर नोएडा में घर क्यों ख़रीद रहे हैं लोग?

26 जून 2022

इस सप्ताह लोकप्रिय

Shopping Mall culture is losing its sheen in India
प्रीमियम

भारत के शॉपिंग मॉल ‘डेड मॉल’ या ‘जॉम्बी मॉल’ क्यों बन रहे हैं?

द्वारा Chaman Kumar Mishra
19 जून 2022
PARLE-g
प्रीमियम

एक या दो दशक में Parle-G बिस्किट का उत्पादन बंद करने पर विवश हो जाएगी पारले कंपनी

द्वारा Chaman Kumar Mishra
22 जून 2022
फ्लिपकार्ट
चर्चित

कभी भारत में फ्लिपकार्ट की बोलती थी तूती, अब चीन की गोद में जा बैठा

द्वारा Deeksha Sharma
16 जून 2022
ललितादित्य
प्रीमियम

भारत के अवेन्जर्स– जिन्होंने अरबी आक्रान्ताओं को 313 वर्ष भारतवर्ष में घुसने तक नहीं दिया

द्वारा Animesh Pandey
18 जून 2022
karan jauhar
चलचित्र

करण जौहर, वापसी के बारे में भूल ही जाओ क्योंकि अब तुमसे न हो पाएगा

द्वारा Animesh Pandey
19 जून 2022

©2022 TFI Media Private Limited

  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFI Official Merchandise
TFI English
TFI Global
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships

©2022 TFI Media Private Limited

Follow us on Twitter

and never miss an insightful take by the TFIPOST team

Follow @tfipost_in