TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    जंगलराज बनाम सुशासन की वापसी! बिहार में बीजेपी का शब्द वार, ‘महालठबंधन’ की छवि को ध्वस्त करने की सुनियोजित रणनीति

    महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’

    महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    कर्पूरी की धरती से पीएम मोदी का संकल्प: लालटेन का युग खत्म, सुशासन का सवेरा शुरू

    कर्पूरी की धरती से पीएम मोदी का संकल्प: लालटेन का युग खत्म, सुशासन का सवेरा शुरू

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइनों से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइन से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    बीबीसी की निराशा और भारत का शांत Gen Z: सड़कों पर आग की नहीं, नवाचार और सुधार की क्रांति

    बीबीसी की निराशा और भारत का शांत Gen Z: सड़कों पर आग की नहीं, नवाचार और सुधार की क्रांति

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    जंगलराज बनाम सुशासन की वापसी! बिहार में बीजेपी का शब्द वार, ‘महालठबंधन’ की छवि को ध्वस्त करने की सुनियोजित रणनीति

    महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’

    महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    कर्पूरी की धरती से पीएम मोदी का संकल्प: लालटेन का युग खत्म, सुशासन का सवेरा शुरू

    कर्पूरी की धरती से पीएम मोदी का संकल्प: लालटेन का युग खत्म, सुशासन का सवेरा शुरू

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइनों से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइन से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    बीबीसी की निराशा और भारत का शांत Gen Z: सड़कों पर आग की नहीं, नवाचार और सुधार की क्रांति

    बीबीसी की निराशा और भारत का शांत Gen Z: सड़कों पर आग की नहीं, नवाचार और सुधार की क्रांति

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

ब्राह्मण परिवार ने गरीबी के कारण खुदकुशी कर ली, ब्राह्मणों को ‘अत्याचारी’ बताने वालों शर्म करो

बिहार में 5 जनों का ब्राह्मण परिवार फांसी के फंदे पर झूल गया। इससे बड़ी त्रासदी कोई और नहीं हो सकती।

Chaman Kumar Mishra द्वारा Chaman Kumar Mishra
6 June 2022
in मत
ब्राह्मण परिवार ने गरीबी के कारण खुदकुशी कर ली, ब्राह्मणों को ‘अत्याचारी’ बताने वालों शर्म करो

Source: News Aroma

Share on FacebookShare on X

सच से मुंह मोड़ लेना उसे स्वीकार करने से ज्यादा आसान होता है। बिल्कुल यही हमारे देश में हो रहा है। हिंदुस्तान में आज हर बुरी चीज के लिए ब्राह्मणों को दोषी ठहराया जाता है। जातिवाद के लिए सबसे ज्यादा ब्राह्मण को दोष दिया जाता है। उन्हें पानी पी-पीकर गालियां दी जाती हैं। फेमिनिस्ट अपनी हर बात में ब्राह्मणों को दोषी ठहराते हैं- वो भी ब्राह्मणों को कुचल देना चाहते हैं। इस्लामिस्टों का उद्देश्य भी यही है कि किसी तरह से ब्राह्मणों को खत्म कर दिया जाए। वामपंथी और कथित उदारवादी भी देश की हर सामाजिक समस्या के लिए ब्राह्मणों को दोषी ठहराते हैं।

ब्राह्मण विरोधी नैरेटिव

ऐसा नहीं है कि यह कुछ ही वर्षों में होने लगा हो- ऐसा ही होता आया है- संविधान बना तो उसमें ग़रीब दलितों को-शोषितों को-वंचितों को आरक्षण दे दिया गया? ब्राह्मणों को कुछ नहीं दिया गया। क्या ब्राह्मण ग़रीब नहीं होते हैं? वो आरक्षण चलता रहा- आज तक चल रहा है। आर्थिक तौर पर पिछड़ों के लिए मोदी सरकार ने 10 फीसदी आरक्षण की बात जरूर की है लेकिन उससे कितना बदलाव होता है- उसे देखने के लिए इंतजार करना पड़ेगा।

संबंधितपोस्ट

बलिदानी मेजर की ब्राह्मण पहचान छिपाई, पत्नी की ईसाई पहचान दिखाई: कमल हासन-उदयनिधि स्टालिन की फिल्म में प्रोपेगंडा

कर्नाटक चुनाव : असली जमीनी कवरेज। पेश है हमारा Karnataka Exit Poll

क्या Brahmin Welfare Board लगाएगी एमपी बीजेपी की नैया पार?

और लोड करें

और पढ़ें: कांग्रेस के गुंडों द्वारा 5000 ब्राह्मणों के नरसंहार की अनसुनी कहानी

हिंदुस्तान में आजादी के बाद से एक नैरेटिव तैयार किया गया- नैरेटिव कि ब्राह्मणों ने दूसरी जाति के लोगों को प्रताड़ित किया- ब्राह्मणों ने दूसरी जाति के लोगों को आगे नहीं बढ़ने दिया- ब्राह्मणों ने दूसरी जाति के लोगों को पढ़ने नहीं दिया- इसी नैरेटिव के आस-पास वर्षों तक चर्चाएं हुईं- इसी नैरेटिव के आस-पास वर्षों तक सरकारों ने अपनी राजनीति की। इसी नैरेटिव के आस-पास वर्षों तक योजनाएं बनी- नीतियां बनी और उनका क्रियान्वयन किया गया।

केंद्र से लेकर राज्य सरकारों तक ने करीब-करीब इसी नैरेटिव के आसपास अपनी योजनाओं को लागू किया। ब्राह्मणों को इग्नोर करते गए। छोड़ते गए। दूसरी जातियों को देते गए। संपन्न करते गए। अल्पसंख्यकों को भी देते गए क्योंकि उनसे वोट चाहिए था। ब्राह्मणों की जनसंख्या कम है- तो वो कभी किसी के वोट बैंक नहीं बन पाए। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि जो नैरेटिव सेट किया गया- जो नैरेटिव पूरे देश में और विदेशों में फैलाया गया- जिस नैरेटिव की वज़ह से कितने ही ब्राह्मणो को अपनी जिंदगी खोनी पड़ी- क्या उस नैरेटिव में कोई सच्चाई है?

ब्राह्मण परिवार ने की खुदकुशी

आज के इस लेख में हम इस नैरेटिव पर विस्तार से चर्चा करेंगे लेकिन उससे पहले आप समझ लीजिए कि देश में ब्राह्मणों की स्थिति कितनी दयनीय है। इसे समझने के लिए बहुत ज्यादा आंकड़ों की या फिर रिसर्च की हमें ज़रूरत नहीं है। बिहार में हाल ही में जो दर्दनाक घटना घटित हुई है- वो घटना ही इस बात को समझने के लिए काफी है कि देश में ब्राह्मणों की स्थिति कितनी दयनीय है?

और पढ़ें: कांग्रेस नेता से लेकर UP के नए डिप्टी सीएम तक, मिलिए योगी 2.0 के सबसे बड़े ब्राह्मण चेहरे ब्रजेश पाठक से

बिहार के समस्तीपुर में एक गांव है मऊ। यह गांव विद्यापतिनगर थाने में पड़ता है। इसी गांव के एक घर में एक पूरे परिवार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवार के सभी 5 सदस्य रस्सी से लटके हुए मिले। समस्तीपुर के जिस परिवार ने फांसी लगाकर अपनी जिंदगी ख़त्म कर ली वो एक ब्राह्मण परिवार था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मनोज झा ऑटो चलाकर व खैनी बेचकर अपने परिवार का पेट पालते थे। लेकिन ऑटो से 5 सदस्यों के परिवार को पालना मुमकिन नहीं हो रहा था, ऐसे में परिवारीजनों का पेट भरने के लिए मनोज झा को दूसरे लोगों से कर्ज भी लेना पड़ा। कर्ज ले तो लिया था लेकिन वो लौटाने की स्थिति में नहीं थे।

ऐसे में कर्ज देने वालों ने उन्हें डांटना-धमकाना शुरु कर दिया। एक तो घर में खाने के लिए कुछ नहीं- ऊपर से दूसरों की डांट और फटकार भी- यह सबकुछ मनोज बर्दाश्त नहीं कर पाया और अपने पूरे परिवार के साथ फंदे से लटक गया। घर में यह लोग फांसी के फंदे से लटके हुए मिले- 45 साल के मनोज झा, 65 साल की मनोज झा की मां सीता देवी, क्रमश: 10 और 7 साल के मनोज झा के पुत्र सत्यम कुमार और शिवम कुमार, 38 साल की मनोज झा की पत्नी सुंदरमणि देवी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इससे पहले मनोज झा के पिता रविकांत झा ने भी ग़रीबी और बदहाली से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी। बेटी की शादी करने के लिए उन्होंने भी कर्ज लिया था- कर्ज चुका नहीं पाने पर उन्होंने आत्महत्या कर ली थी।

और पढ़ें: अज़ीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी ने इस्लामोफोबिया के फर्जी आरोप में ‘ब्राह्मण छात्र’ को सस्पेंड किया

समस्तीपुर का यह पूरा परिवार जाति से ब्राह्मण था। इस पूरे परिवार के ऊपर सवर्ण होने का ठप्पा लगा था। सवर्ण होने के कारण इस परिवार को सरकारी सुविधाएं नहीं मिलती थी। यह परिवार सरकार की हर उस योजना से वंचित था, जिसमें उसे होना चाहिए था, बस इसलिए क्योंकि वो ब्राह्मण पैदा हुआ था। उसका ब्राह्मण पैदा होना मानो उसके लिए श्राप बन गया हो।

पूरी जिंदगी ग़रीबी में काटी- भुखमरी में काटी- रिक्शा चलाया- भूखे रहा- एक झोपड़ी में 5-5 लोग रहते थे- पिता ने आत्महत्या कर ली- इसके बाद भी वो ‘अत्याचारी ब्राह्मण’ कहा गया- इसके बाद भी उसे सरकारी योजनाओं का लाभ उस तरह नहीं मिला जैसा दूसरी जातियों को मिलता है- अंत में उसकी भी हिम्मत टूट गई- और पूरे परिवार के साथ वो भी अपने पिता की तरह फांसी के फंदे पर लटक गया।

यह है ब्राह्मणों की स्थिति

तो यह है देश का ब्राह्मण- जिसे दिन-रात, सुबह-शाम, सर्दी-गर्मी- गालियां दी जाती हैं। वामपंथी, कथित उदारवादी, जातिवादी बुद्धिजीवी और अर्बन नक्सल जिस ब्राह्मण की दिन-रात आलोचना करते हैं- यही है वो ब्राह्मण।

अब यहां पर हमें एक बात और समझनी चाहिए कि ब्राह्मणों को इस देश में कोई आरक्षण नहीं मिलता। ब्राह्मणों को इस देश में सरकारी सुविधाएं उस तरह से नहीं मिलती जैसी दूसरी जातियों को मिलती हैं। ब्राह्मणों को इस देश में कोई राजनीतिक पार्टी वोट बैंक नहीं समझती। ब्राह्मणों के लिए मीडिया में कोई संवेदनशीलता नहीं है। इसके साथ-साथ ब्राह्मण ‘विक्टिम कार्ड’ भी नहीं खेल सकता क्योंकि वो ब्राह्मण है।

और पढ़ें: रतलाम की घटना दान-दक्षिणा की नहीं, ब्राह्मण विरोध की कहानी है

यही वज़ह है कि देश में हर दिन ब्राह्मण आर्थिक तौर पर नीचे और नीचे जा रहे हैं। फ्रांस के पत्रकार फ्रेंन्कॉइस गोटियर (Francois Gautier) ने 2007 में सर्वे रिपोर्ट जारी की थी। उस रिपोर्ट के अनुसार– आज आपको किसी भी सरकारी ऑफ़िस में ब्राह्मण टॉयलेट साफ करते हुए मिल जाएंगे। रिपोर्ट के अनुसार उस वक्त दिल्ली में 50 सुलभ शौचालय थे, इन सभी सुलभ शौचालाय की साफ-सफाई और देख-रेख का काम ब्राह्मण ही करते थे। दिल्ली के पटेल नगर में 50 फीसदी रिक्शाचालक ब्राह्मण हैं।

बनारस में ज्यादातर रिक्शाचालक ब्राह्मण हैं। आंध्र-प्रदेश में घरों में काम करने वालों में 75 फीसदी आबादी ब्राह्मणों की है। इसी तरह से और भी तमाम आंकड़े हैं जो दिखाते हैं कि ब्राह्मणों की स्थिति दिन पर दिन बदतर होती जा रही है- इसके बाद भी ब्राह्मणों के विरुद्ध अभी भी दिन-रात नैरेटिव सेट किया जाता है।

क्या आपने कभी कोशिश की है कि इस बात को समझा जाए कि ब्राह्मणों के विरुद्ध इस तरफ का ज़हरीला अभियान क्यों वर्षों से चलाया जा रहा है? इसके पीछे एक मुख्य वज़ह है कि यह लोग जो ब्राह्मण विरोध करते हैं- जो ब्राह्मणों को खत्म कर देना चाहते हैं- दरअसल यह लोग हिंदू धर्म के विरोधी हैं। मूलत: इनका उद्देश्य हिंदू धर्म को बदनाम करना और उससे कमाई करना है।

और पढ़ें: ‘बनिया और ब्राह्मण मेरे जेब में है’, वो बयान जो पी मुरलीधर राव ने कभी दिया ही नहीं

यह लोग जानते हैं कि हिंदुत्व को खत्म करने के लिए पहले ब्राह्मणों को बर्बाद करना पड़ेगा और वही इन लोगों ने इतने वर्षों में किया है। ऐसे में अब वक्त आ गया है कि इस सच्चाई को सामने लाया जाए कि ब्राह्मणों के विरुद्ध फैलाई गई नफरत दरअसल हिंदुत्व के विरुद्ध फैलाई गई नफरत है। इसके साथ ही हर उस नैरेटिव का काउंटर किया जाना चाहिए जो ब्राह्मण विरोधी माहौल तैयार करते हैं। सरकारों को भी इस तरह सोचना होगा कि ग़रीबी जाति देखकर नहीं आती है। एक ब्राहमण- एक विप्र-एक पुजारी भी ग़रीब हो सकता है। उसकी तरफ भी सरकार को ध्यान देना चाहिए।

TFI के बेहतरीन वीडियो यहां देखिए:

Tags: Bihar Suicide caseBrahminsबिहार आत्महत्या मामलाबिहार में आत्महत्याब्राह्मणसमस्तीपुर केस
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

कश्मीरी हिंदुओं का उपहास उड़ाने वाली ‘AAP’ और ‘रजा अकादमी’ अब उनके लिए ही प्रोटेस्ट कर रही है

अगली पोस्ट

भारत को उन देशों को जवाब देना चाहिए जिन्होंने गेहूं को अस्वीकार कर दिया

संबंधित पोस्ट

ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम
चर्चित

जंगलराज बनाम सुशासन की वापसी! बिहार में बीजेपी का शब्द वार, ‘महालठबंधन’ की छवि को ध्वस्त करने की सुनियोजित रणनीति

25 October 2025

बिहार में चुनावी रणभेरी बज चुकी है और बीजेपी ने अपने तीर अब सिर्फ विपक्ष पर नहीं, बल्कि उसकी छवि और स्मृति पर साध दिए...

महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’
मत

महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’

24 October 2025

संघ अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर चुका है। पूरे भारतवर्ष में संघ के शताब्दी वर्ष के कार्यक्रम हो रहे हैं । इन सौ वर्षो...

ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम
चर्चित

ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

24 October 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आसियान समिट में वर्चुअल रूप से शामिल होने का निर्णय लिया है। पहली नज़र में यह एक साधारण प्रशासनिक फैसला प्रतीत...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why Mahua Moitra Agreed with a Foreign Hate-Monger Who Insulted Hindus!

Why Mahua Moitra Agreed with a Foreign Hate-Monger Who Insulted Hindus!

00:07:31

The Nepal Template: How BBC Is Subtly Calling for ‘Gen Z’ Riots in India?

00:08:13

Bihar Files: When Scam Money Didn’t Reach Minister’s House but Landed at ‘Boss’ Residence

00:06:22

Why India’s 800-km BrahMos Is a Nightmare for Its Adversaries

00:06:22

The Congress Party’s War on India’s Soldiers: A History of Betrayal and Fear

00:07:39
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited