भारत के अनमोल रतन श्री रतन टाटा जी का बुधवार 9 अक्टूबर की रात मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया । 86 की उम्र में उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। रतन टाटा एक बहुत बड़े बिजनेसमैन थे और साथ ही लोगों की मदद करने में बहुत विश्वास रखते थे । बॉलीवुड सेलेब्स भी उनके निधन पर शोक जता रहे है। रतन टाटा के निधन पर अमिताभ बच्चन ने लगभग 12 घंटे बाद पोस्ट शेयर किया है। उन्होंने कहा वह काफी बिजी थे।
भारतीय सिनेमा के महानायक अमिताभ बच्चन ने प्रसिद्ध उद्योगपति और रतन टाटा के निधन पर शोक जताया है। अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर इमोशनल पोस्ट शेयर किया है,जिसे पढ़कर फैंस भावुक हो गए। उन्होंने लिखा, रतन टाटा जी के निधन के साथ एक युग समाप्त हो गया। वो एक अत्यंत सम्मानित, विनम्र और भवीष्य दृष्टि लीडर थे, जिनकी दृष्टि और संकल्प अद्वितीय थे।
अमिताभ बच्चन और रतन टाटा का पुराना रिश्ता रहा है। जब पहली बार रतन टाटा ने बॉलीवुड में फिल्म प्रोड्यूस की थी उसमें अमिताभ बच्चन लीड रोल में थे। ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुई थी लेकिन इसके बावजूद अमिताभ बच्चन और रतन टाटा का रिश्ता मजबूत रहा।
रतन टाटा के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं कि वो फिल्मों के भी शौकीन थे, शहीद इसीलिए उन्होंने बॉलीवुड में भी हाथ आजमाने की सोची। 2004 में रिलीज हुई ‘ऐतबार’ रोमांटिक साइकोलॉजिकल थ्रिलर फिल्म थी, जिसका निर्देशन हॉरर फिल्मों के लिए जाने जाने वाले विक्रम भट्ट ने किया था। जतिन कुमार के साथ मिल कर रतन टाटा ने इसे को-प्रोड्यूस किया था। ये 1996 की एक हॉलीवुड फिल्म ‘फियर’ से प्रेरित थी। ये फिल्म रोमांटिक रिश्तों के एक डार्क साइड को एक्सप्लोर करती है – किसी के प्रति बहुत अधिक आसक्ति और रिश्ते की कहानी।
हालाँकि, साढ़े 9 करोड़ रुपए के बजट में बनी ‘ऐतबार’ 8 करोड़ रुपए की कमाई भी नहीं कर सकी। ये एकमात्र फिल्म है, जिसका रतन टाटा का निर्माण किया था। समीक्षकों ने भी इसकी आलोचना की थी और कहा था कि ऐसे विषयों पर कई बार फ़िल्में बन चुकी हैं। फिल्म में जॉन अब्राहम और बिपाशा बासु भी मुख्य किरदार में थे।
रतन टाटा का व्यक्तित्व और योगदान
रतन टाटा, जो टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष रहे, भारतीय उद्योग जगत में एक अत्यधिक सम्मानित और प्रेरणादायक नाम थे। उन्होंने न केवल भारत में बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपने नेतृत्व और दृष्टिकोण से अपनी पहचान बनाई। रतन टाटा का जीवन परोपकार और व्यवसायिक नैतिकता का प्रतीक रहा। उन्होंने समाज के हर वर्ग के लिए काम किया, चाहे वह गरीबों के लिए सस्ते घर हों या फिर युवाओं के लिए रोजगार के अवसर।
रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा समूह ने अनेक कीर्तिमान स्थापित किए, जिनमें टाटा मोटर्स की नैनो कार, जगुआर लैंड रोवर की खरीद और टाटा स्टील की कोरस अधिग्रहण जैसी महत्वपूर्ण उपलब्धियां शामिल हैं। उनका मानना था कि व्यवसाय का प्रमुख उद्देश्य केवल लाभ कमाना नहीं है, बल्कि समाज की भलाई के लिए काम करना भी है। उन्होंने अपने जीवन में हमेशा इस सिद्धांत को महत्व दिया और टाटा ट्रस्ट के माध्यम से करोड़ों लोगों की मदद की।
रतन टाटा ने अपने जीवन में जो कुछ किया, वह केवल एक व्यवसायी के तौर पर नहीं, बल्कि एक सच्चे समाजसेवी के रूप में किया। उन्होंने निस्वार्थ भाव से समाज के हर वर्ग के लिए काम किया, चाहे वह उद्योग हो, शिक्षा हो, स्वास्थ्य हो, या गरीबों की सहायता हो। उनके जैसे महान व्यक्ति के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
रतन टाटा के निधन पर देशभर में शोक
रतन टाटा के निधन पर न केवल बॉलीवुड बल्कि पूरे देश में शोक की लहर है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उद्योग जगत और अन्य प्रतिष्ठित हस्तियों ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी है। रतन टाटा का निधन भारतीय उद्योग और समाज के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि वह न केवल एक महान उद्योगपति थे, बल्कि समाज सेवा और परोपकार के क्षेत्र में भी अग्रणी थे।
रतन टाटा की समाज सेवा और उनके द्वारा चलाई गईं विभिन्न परियोजनाएं हमेशा उन्हें एक विशेष स्थान दिलाएंगी। उनके द्वारा स्थापित टाटा ट्रस्ट और अन्य समाजसेवी संस्थाओं के माध्यम से उनके द्वारा किया गया कार्य समाज के सबसे कमजोर वर्गों तक पहुंचा।
रतन टाटा के निधन पर अमिताभ बच्चन का भावुक संदेश इस बात का प्रमाण है कि रतन टाटा का जीवन न केवल व्यवसाय जगत में बल्कि हर व्यक्ति के जीवन में एक गहरा प्रभाव छोड़ गई है। उनका योगदान और उनका व्यक्तित्व हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेगा। अमिताभ बच्चन ने उनके निधन को एक युग का अंत कहा, और यह सच भी है, क्योंकि रतन टाटा जैसा व्यक्ति इतिहास में एक अनमोल रतन के रूप में याद किया जाएगा।