पाकिस्तान ने पड़ोसी देश अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में हवाई हमला कर दिया है जिनमें अब तक कम-से-कम 46 लोगों की मौत हो गई है। इस हमले में मारे गए लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। यह इस साल दूसरा मौका है जब पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर बड़ा हमला किया है। अफगानिस्तान ने इस हमले को अंतर्राष्ट्रीय संधि का उल्लंघन बताते हुए इसका बदला लेने की बात कही है। लंबे समय से दोनों देशों के बीच हालात तनावपूर्ण हैं और अफगानिस्तान में 2021 में तालिबान के कब्ज़े के बाद से दोनों देशों के बीच तनातनी है और दर्जनों हमले किए जा चुके हैं। दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की आड़ में एक अघोषित युद्ध लड़ रहे हैं और यह लंबे समय से जारी है।
अफगानिस्तान-पाकिस्तान में क्या है विवाद?
अफगानिस्तान-पाकिस्तान के बीच तनाव की मुख्य वजह सीमा विवाद और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) है। तालिबान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच की अंतरराष्ट्रीय सीमा ‘डूरंड लाइन’ को मान्यता नहीं देता है। यह सीमा 1893 में खींची गई थी और तालिबान दावा करता है कि इसे ब्रिटेन ने अपने मतलब के लिए खींचा था और इस सीमा केवल 100 वर्षों के लिए वैध थी।
दरअसल, नवंबर 1893 में ब्रिटिश अधिकारी सर हेनरी मोर्टिमर डूरंड और अफगान शासक अब्दुर रहमान के बीच डूरंड लाइन को लेकर समझौता हुआ था। डूरंड लाइन उस समय भारत-अफगानिस्तान के बीच की सीमा बनाती थी। रूस की विस्तारवादी नीति को बचाने के लिए ब्रिटिश साम्राज्य ने अफगानिस्तान को एक बफर जोन के रूप में इस्तेमाल किया था। कहा जाता है कि डूरंड लाइन को खींचते हुए स्थानीय जनजातियों का ध्यान नहीं रखा गया था जिसके चलते यह आज भी विवाद की वजह बनी रहती है।
डूरंड रेखा के आसपास के इलाके में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दिए जाने का भी आरोप है। कई आतंकवादी संगठनों द्वारा इस क्षेत्र को आतंकी गतिविधियों के लिए भी इस्तेमाल करने का आरोप है। पाकिस्तान दावा करता है कि अफगानिस्तान ने TTP को पनाह दी हुई है। TTP को पाकिस्तान अपनी सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताता है और अपने यहां हुए सैकड़ों हमलों के लिए TTP को ज़िम्मेदार बताता है।
दोनों देशों के बीच हालिया विवाद
नज़र डालते हैं कुछ ऐसी ही घटनाओं पर जिससे दोनों देशों के बीच जारी ‘अघोषित युद्ध’ का पता चलता है।
सितंबर 2024 को पाकिस्तान के कुर्रम ज़िले में तालिबान बॉर्डर गॉर्ड्स और पाकिस्तान फ्रंटियर कॉर्प्स के बीच गंभीर झड़प हुई थी। तालिबान के कमांडरों ने एक खुली सीमा पर चौकी बनाने की कोशिश की जिसे लेकर झड़प शुरू हुई थी। इस घटना में तालिबान के 8 सैनिक मारे गए जबकि पाकिस्तान के भी कई सैनिक घायल हो गए थे।
मार्च 2024 में पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के पक्तिका में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के ठिकानों को निशाने बनाते हुए हमले किए थे और इन हमलों में महिला और बच्चों समेत 8 लोग मारे गए थे। पाकिस्तान ने एक हमले में अपने 7 सैनिकों की मौत के बाद ये हमले किए थे। अफगानिस्तान ने इन हमलों का जवाब देते हुए पाकिस्तान पर भारी बमबारी की और इसमें एक पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी समेत 2 लोगों के मारे गए थे।
सितंबर 2023 में पाकिस्तान-अफगानिस्तान की सीमा के पास दोनों देशों के बीच हुए झगड़े में 4 पाक सैनिकों की मौत हुई थी जबिक इसमें TTP के 12 लड़ाके भी मारे गए थे। TTP के लड़ाकों ने इस हमले के दौरान कथित तौर पर पाकिस्तान की दौ चौकियों को निशाना बनाया था।
फरवरी 2023 में पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में तोरखम सीमा के पास पाकिस्तानी और अफगान तालिबान बलों के बीच गोलीबारी हुई थी। इस गोलीबारी में अफगानिस्तान में एक महिला और दो बच्चों की मौत हो गई थी। इस हमले को लेकर तालिबान की सरकार ने कहा था कि पाकिस्तानी सेना ने यह लड़ाई शुरू की थी और इसके जवाब में तालिबानी सैनिकों ने पाक की 2 चौकियों को उड़ा दिया था।
दिसंबर 2022 में तालिबान के सीमा सुरक्षा बलों ने एक सीमावर्ती शहर पर बमबारी और गोलीबारी की जिसमें 6 पाकिस्तानी नागरिकों की हत्या कर दी गई थी। इस हमले में 17 अन्य लोग घायल भी हो गए थे इसके जवाब में जब पाकिस्तानी सेना ने अफगानिस्तान पर हमला कर दिया था। पाकिस्तान के इस हमले में एक तालिबानी सैनिक की हत्या की गई थी। वहीं, दिसंबर में ही एक अन्य हमले में तालिबानी लड़ाकों ने पाकिस्तान के चमन इलाके में एक हमला कर दिया था। इस हमले में एक शख्स की मौत हो गई थी और कई अन्य लोग घायल हो गए थे।
नवंबर 2022 में पाकिस्तान के कुर्रम में सुरक्षा बलों और अफगान तालिबान के बीच हुई झड़प में एक पाक सैनिक की मौत हो गई थी जबकि 11 लोग घायल हो गए थे। यह लड़ाई अफगान तालिबान द्वारा पाकिस्तानी क्षेत्र में एक सड़क के निर्माण को लेकर हुई थी। वहीं, उसी महीने में स्पिन बोल्डक-चमन क्रॉसिंग पर तालिबान बलों और पाकिस्तानी सेना के बीच झड़प हुई थी जिसमें एक पाकिस्तानी गार्ड की मौत हो गई थी। यह झड़प 13 नवंबर की सुबह हुई थी और इसके चलते क्रॉसिंग को बंद करना पड़ा था।
सितंबर 2022 में पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा अफगान-पाकिस्तानी सीमा पर एक सैन्य चौकी बनाने की कोशिश करते समय तालिबान और पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी हुई थी। इस झड़प में पाकिस्तान के 3 सैनिक मारे गए थे और दोनों पक्षों के कई सैनिक घायल हुए थे।
अप्रैल 2022 में अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत में पाकिस्तान ने हवाई हमले किए थे और इन हमलों में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई थी। मारे गए लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। इस हमले में एक-दो नहीं बल्कि पाकिस्तान के 26 एयरक्राफ्ट्स ने अफगानिस्तान के कई गांवों में हमले किए थे।
फरवरी 2022 के आखिरी हफ्ते में सीमावर्ती क्षेत्र में अफगान और पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के बीच झड़पों में दो लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए थे। यह विवाद चमन और स्पिन बोल्डक जिलों को बांटने वाले दक्षिण-पश्चिमी सीमा क्षेत्र में एक सैन्य जांच चौकी की स्थापना को लेकर हुआ था। तालिबान के एक प्रवक्ता ने बताया था कि हमले में 22 लोग घायल हो गए थे जिनमें 5 तालिबानी सैनिक भी शामिल थे। वहीं, फरवरी 2022 के शुरुआती हफ्ते में अफगानिस्तान द्वारा की गई गोलीबारी में कम से कम पांच पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई थी। पाकिस्तानी सेना ने इस पर जवाबी कार्रवाई करने की बात कही थी।
दिसंबर 2021 में अफगानिस्तान के कुनर प्रांत में डूरंड लाइन पर तालिबानी लड़ाकों और पाकिस्तान के फ्रंटियर कॉर्प्स के बीच बड़ी झड़प हुई थी। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के सुरक्षाबलों ने करीब आधा दर्जन ज़िलों में गोलीबारी की थी। तालिबान के लड़ाकों ने कथित तौर पर सीमा पर पाकिस्तानी सेना द्वारा किए जा रहे बाड़ निर्माण के कार्य को रोक दिया था जिसके बाद यह विवाद शुरू हुआ था। तालिबान की सरकार ने पाकिस्तान के सीमा पर बाड़ बनाने को अवैध बताया था।
अगस्त 2021 में अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से ही पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच गोलीबारी का सिलसिला शुरू हो गया था। तालिबान के सत्ता पर कब्ज़ा करने के महीने में ही दोनों देशों के बीच कम से कम 2 बार गोलीबार हुई थी। निचला दीर जिले में अफगानिस्तान ने एक सैन्य जांच चौकी पर हमला कर दिया था जिसमें पाकिस्तान का एक सैनिक की मौत हो गई थी। पाकिस्तान की आर्मी के मुताबिक, उन्होंने इस हमले का जवाब दिया था जिसमें एक शख्स की मौत हो गई और 3 लोग घायल हो गए थे। इस हमले के कुछ ही दिनों बाद अफगानिस्तान के एक अन्य हमले में दो पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई थी। पाकिस्तान ने इस पर जवाबी कार्रवाई कर 2-3 हमलावरों को मार गिराया था।