'न्याय से इनकार': 2006 के मुंबई ट्रेन विस्फोटों में बरी हुए लोगों का मामला क्या कहता है हमारी न्याय व्यवस्था के बारे में
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    प्रियंका गांधी का चयनात्मक नारीवाद: काबुल पर बयान लेकिन केरल पर चुप्पी

    तालिबान पर प्रियंका का आक्रोश, लेकिन वायनाड और केरल की सच्चाई पर चुप्पी क्यों?

    अमित शाह की चेतावनी: जनसंख्या असंतुलन के पीछे प्रजनन नहीं, घुसपैठ है

    अमित शाह की चेतावनी: जनसंख्या असंतुलन के पीछे प्रजनन नहीं, घुसपैठ

    जरूरी है जागरूकता, ताकि सेना के शौर्य पर कोई नहीं उठा पाए कोई सवाल

    I stand For India: ऑपरेशन सिंदूर पर फेक नैरेटिव के खिलाफ अभियान का शंखनाद , ताकि सेना के शौर्य पर कोई न उठाए सवाल

    बिहार चुनाव के लिए एनडीए का सीट शेयरिंग फॉर्मूला लगभग तय, जानें किस पार्टी को मिलेंगी कितनी सीटें

    बिहार चुनाव के लिए एनडीए का सीट शेयरिंग फॉर्मूला लगभग तय, जानें किस पार्टी को मिलेंगी कितनी सीटें

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    तेजस्वी यादव का नौकरी वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    तेजस्वी यादव का नौकरी का वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    अमित शाह की चेतावनी: जनसंख्या असंतुलन के पीछे प्रजनन नहीं, घुसपैठ है

    अमित शाह की चेतावनी: जनसंख्या असंतुलन के पीछे प्रजनन नहीं, घुसपैठ

    जरूरी है जागरूकता, ताकि सेना के शौर्य पर कोई नहीं उठा पाए कोई सवाल

    I stand For India: ऑपरेशन सिंदूर पर फेक नैरेटिव के खिलाफ अभियान का शंखनाद , ताकि सेना के शौर्य पर कोई न उठाए सवाल

    भारत धर्मशाला नहीं है: केंद्रीय गृह मंत्री की चेतावनी को ऐसे समझें

    भारत धर्मशाला नहीं है: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की चेतावनी को ऐसे समझें

    अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश

    अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    प्रियंका गांधी का चयनात्मक नारीवाद: काबुल पर बयान लेकिन केरल पर चुप्पी

    तालिबान पर प्रियंका का आक्रोश, लेकिन वायनाड और केरल की सच्चाई पर चुप्पी क्यों?

    भारत धर्मशाला नहीं है: केंद्रीय गृह मंत्री की चेतावनी को ऐसे समझें

    भारत धर्मशाला नहीं है: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की चेतावनी को ऐसे समझें

    अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश

    अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    राम मंदिर के शिखर पर पीएम मोदी फहराएंगे 22 फीट का भगवा ध्वज, विवाह पंचमी की तैयारी पूरी

    राम मंदिर के शिखर पर पीएम मोदी फहराएंगे 22 फीट का भगवा ध्वज, विवाह पंचमी की तैयारी पूरी

    करवा चौथ 2025: आज सुहागिनें रखेंगी अखंड सौभाग्य का व्रत, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और आपके शहर में कब दिखेगा चांद

    करवा चौथ 2025: आज सुहागिनें रखेंगी अखंड सौभाग्य का व्रत, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और आपके शहर में कब दिखेगा चांद

    पहले गौ हत्या रोको, फिर वोट मिलेगा: शंकराचार्य का संदेश और बदलता चुनावी विमर्श

    पहले गौ हत्या रोको, फिर वोट मिलेगा: शंकराचार्य का संदेश और बदलता चुनावी विमर्श

    पाकिस्तान जो अपने ही लोगों पर बम बरसाए, कश्मीर पर बोलने का हक नहीं रखता

    पाकिस्तान जो अपने ही लोगों पर बम बरसाए, कश्मीर पर बोलने का हक नहीं रखता

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    प्रियंका गांधी का चयनात्मक नारीवाद: काबुल पर बयान लेकिन केरल पर चुप्पी

    तालिबान पर प्रियंका का आक्रोश, लेकिन वायनाड और केरल की सच्चाई पर चुप्पी क्यों?

    अमित शाह की चेतावनी: जनसंख्या असंतुलन के पीछे प्रजनन नहीं, घुसपैठ है

    अमित शाह की चेतावनी: जनसंख्या असंतुलन के पीछे प्रजनन नहीं, घुसपैठ

    जरूरी है जागरूकता, ताकि सेना के शौर्य पर कोई नहीं उठा पाए कोई सवाल

    I stand For India: ऑपरेशन सिंदूर पर फेक नैरेटिव के खिलाफ अभियान का शंखनाद , ताकि सेना के शौर्य पर कोई न उठाए सवाल

    बिहार चुनाव के लिए एनडीए का सीट शेयरिंग फॉर्मूला लगभग तय, जानें किस पार्टी को मिलेंगी कितनी सीटें

    बिहार चुनाव के लिए एनडीए का सीट शेयरिंग फॉर्मूला लगभग तय, जानें किस पार्टी को मिलेंगी कितनी सीटें

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    तेजस्वी यादव का नौकरी वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    तेजस्वी यादव का नौकरी का वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    ये होती है दोस्ती! नॉर्दर्न सी रूट पर भारत के साथ रूस की डील से चीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    अमित शाह की चेतावनी: जनसंख्या असंतुलन के पीछे प्रजनन नहीं, घुसपैठ है

    अमित शाह की चेतावनी: जनसंख्या असंतुलन के पीछे प्रजनन नहीं, घुसपैठ

    जरूरी है जागरूकता, ताकि सेना के शौर्य पर कोई नहीं उठा पाए कोई सवाल

    I stand For India: ऑपरेशन सिंदूर पर फेक नैरेटिव के खिलाफ अभियान का शंखनाद , ताकि सेना के शौर्य पर कोई न उठाए सवाल

    भारत धर्मशाला नहीं है: केंद्रीय गृह मंत्री की चेतावनी को ऐसे समझें

    भारत धर्मशाला नहीं है: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की चेतावनी को ऐसे समझें

    अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश

    अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    प्रियंका गांधी का चयनात्मक नारीवाद: काबुल पर बयान लेकिन केरल पर चुप्पी

    तालिबान पर प्रियंका का आक्रोश, लेकिन वायनाड और केरल की सच्चाई पर चुप्पी क्यों?

    भारत धर्मशाला नहीं है: केंद्रीय गृह मंत्री की चेतावनी को ऐसे समझें

    भारत धर्मशाला नहीं है: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की चेतावनी को ऐसे समझें

    अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश

    अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    राम मंदिर के शिखर पर पीएम मोदी फहराएंगे 22 फीट का भगवा ध्वज, विवाह पंचमी की तैयारी पूरी

    राम मंदिर के शिखर पर पीएम मोदी फहराएंगे 22 फीट का भगवा ध्वज, विवाह पंचमी की तैयारी पूरी

    करवा चौथ 2025: आज सुहागिनें रखेंगी अखंड सौभाग्य का व्रत, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और आपके शहर में कब दिखेगा चांद

    करवा चौथ 2025: आज सुहागिनें रखेंगी अखंड सौभाग्य का व्रत, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और आपके शहर में कब दिखेगा चांद

    पहले गौ हत्या रोको, फिर वोट मिलेगा: शंकराचार्य का संदेश और बदलता चुनावी विमर्श

    पहले गौ हत्या रोको, फिर वोट मिलेगा: शंकराचार्य का संदेश और बदलता चुनावी विमर्श

    पाकिस्तान जो अपने ही लोगों पर बम बरसाए, कश्मीर पर बोलने का हक नहीं रखता

    पाकिस्तान जो अपने ही लोगों पर बम बरसाए, कश्मीर पर बोलने का हक नहीं रखता

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

‘न्याय से इनकार’: 2006 के मुंबई ट्रेन विस्फोट में बरी हुए लोगों का मामला क्या कहता है हमारी न्याय व्यवस्था के बारे में

अदालत के अनुसार, महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) और अभियोजन पक्ष द्वारा बनाया गया मामला बिल्कुल भी टिक नहीं पाया।

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
21 July 2025
in चर्चित
'न्याय से इनकार': 2006 के मुंबई ट्रेन विस्फोटों में बरी हुए लोगों का मामला क्या कहता है हमारी न्याय व्यवस्था के बारे में

पीड़ितों ने 19 साल तक किया न्याय का इंतजार

Share on FacebookShare on X

शाम के व्यस्त समय में, मुंबई की खचाखच भरी उपनगरीय ट्रेनों में सिर्फ़ 11 मिनट में सात बम विस्फोट हुए। 187 निर्दोष लोगों की जान चली गई और 800 से ज़्यादा लोग घायल हो गए। परिवार बिखर गए, ज़िंदगियां उलट-पुलट हो गईं और पूरा देश दहशत में देख रहा था। घटना के 19 साल बाद, बॉम्बे हाईकोर्ट ने विस्फोटों के सिलसिले में दोषी ठहराए गए सभी 12 लोगों को बरी कर दिया है। इनमें से पांच को मौत की सजा भी हुई थी। मुंबई की अदालत ने एक ऐसी बात कही जो हर भारतीय को परेशान कर सकती है, अभियोजन पक्ष मामले को साबित करने में पूरी तरह विफल रहा।

यह सिर्फ़ एक कानूनी झटका नहीं है। यह मुंबई के उन पीड़ितों के लिए, जिन्हें कभी इंसाफ नहीं मिला। उन निर्दोष लोगों के लिए जिन्होंने सालों सलाखों के पीछे बिताए और उस न्याय व्यवस्था के लिए, जिसे दोनों की रक्षा करनी चाहिए थी।

संबंधितपोस्ट

महाराष्ट्र का गणेशोत्सव: जानें कैसे एक दंगे ने बदल दी महोत्सव की तस्वीर, बना राष्ट्रीय आंदोलन

मालेगांव विस्फोट: 17 साल बाद भी न्याय से वंचित हैं तीन आरएसएस प्रचारक

सुप्रीम कोर्ट ने 2006 मुंबई ब्लास्ट के आरोपियों को रिहा करने के HC के फैसले पर लगाई रोक

और लोड करें

अदालत में ​टिक ही नहीं पाया मामला

अदालत के अनुसार, महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) और अभियोजन पक्ष द्वारा बनाया गया मामला बिल्कुल भी टिक नहीं पाया। कोई प्रत्यक्ष प्रमाण नहीं था, कोई ठोस फोरेंसिक संबंध नहीं थे और कथित तौर पर दबाव में स्वीकारोक्ति ली गई थी।

सबूतों का था घोर अभाव

अदालत के अनुसार, अभियोजन पक्ष ने उन बयानों पर बहुत अधिक भरोसा किया, जिनकी स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी। फोरेंसिक साक्ष्य या तो गायब थे या अभियुक्तों से निर्णायक रूप से जुड़े नहीं थे। पूरी जांच में उस स्थिरता और विश्वसनीयता का अभाव था, जो इतने गंभीर मामले में आवश्यक थी। संक्षेप में, पूरे मामले को डुबोने के लिए सबूतों का पूर्णत: अभाव था।

असली लोग, असली ज़िंदगियां, अधर में लटकी

बारह लोगों ने कई साल, लगभग दो दशक, ऐसे अपराधों के लिए जेल में बिताए, जिनके बारे में अब अदालत कहती है कि उनके खिलाफ मामले कभी साबित ही नहीं हुए। खोए हुए समय, टूटे परिवारों, प्रतिष्ठा और मानसिक स्वास्थ्य को हुए अपूरणीय नुकसान की कल्पना कीजिए। दूसरी ओर, पीड़ितों के परिवारों ने न्याय के लिए 19 साल तक इंतज़ार किया, और उन्हें यही बताया गया कि जांच इतनी खराब थी कि अदालतें किसी को भी पूरे विश्वास के साथ दोषी नहीं ठहरा सकतीं। आप उस व्यक्ति को यह कैसे समझाएंगे, जिसने मुंबई बम धमाकों में अपने बच्चे, जीवनसाथी या माता-पिता को खो दिया हो?

किसी को ज़िम्मेदार नहीं ठहराया गया

सबसे ज़्यादा परेशान करने वाली बात यह है कि हाईकोर्ट द्वारा मूलतः एक गड़बड़ मामला कहे जाने वाले मामले के लिए एक भी अधिकारी या अभियोजक को ज़िम्मेदार नहीं ठहराया गया है। कोई आंतरिक जांच नहीं, कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं, कोई पारदर्शिता नहीं। जब जांचकर्ता सबूतों को गलत तरीके से संभालते हैं, संदिग्ध तरीकों से स्वीकारोक्ति प्राप्त करते हैं या उचित प्रक्रिया का पालन करने में विफल रहते हैं, तो वे न केवल दोषियों को छोड़ देने का जोखिम उठाते हैं, बल्कि निर्दोष लोगों के जीवन को भी बर्बाद कर देते हैं। इसके बाद फिर भी, कोई कानून नहीं है, कोई प्रक्रिया नहीं है, कोई जवाबदेही की संस्कृति नहीं है, जो इन अधिकारियों को उनकी विफलता पर जवाबदेह ठहराए।

हमने यह पहले भी देखा है और शायद फिर से देखेंगे

यह कोई अकेली विफलता नहीं है। पिछले कुछ वर्षों में, मालेगांव विस्फोट और समझौता एक्सप्रेस बम विस्फोट सहित कई हाई-प्रोफाइल आतंकी मामले अदालत में इन्हीं कारणों से नाकाम रहे हैं। ठोस सबूतों का अभाव, ज़बरदस्ती कबूलनामा और अविश्वसनीय जांच।

यह एक चलन बन गया है: जल्दी से गिरफ़्तार करना, आक्रामक तरीके से आरोप लगाना और कमज़ोर मामले बनाना जो अदालत में टिक न सकें। नतीजा? जनता का भरोसा कम होता है और सच्चा न्याय पहुंच से बाहर रहता है।

क्या बदलने की है  ज़रूरत

यह क्षण एक चेतावनी होनी चाहिए। अगर हम न्याय के प्रति गंभीर हैं, तो हम ऐसे नहीं चल सकते जैसे कुछ हुआ ही न हो।
यहां तत्काल क्या ज़रूरी है: असफल मामलों में जांचकर्ताओं और अभियोजकों की जवाबदेही। अगर डॉक्टरों या पायलटों को लापरवाही के लिए ज़िम्मेदार ठहराया जा सकता है, तो पुलिस और वकीलों को क्यों नहीं, जो ज़िंदगी को गलत तरीके से संभालते हैं?

आतंकवादी मामलों की जांच की स्वतंत्र समीक्षा, खासकर जहां दोषसिद्धि को पलट दिया गया हो।

स्वीकारोक्ति पर निर्भरता कम करने के लिए मज़बूत फ़ोरेंसिक प्रोटोकॉल और साक्ष्य मानक।

कानूनी सुधार यह सुनिश्चित करेंगे कि जांच में हेराफेरी करने या उसे विकृत करने वालों को जवाबदेह ठहराया जाए।

एक राष्ट्र का ज़ख्म, अभी भी खुला

2006 का मुंबई ट्रेन विस्फोट सिर्फ़ एक आतंकी घटना नहीं थी। वह एक ऐसा अघात था जिसने भारतीय समाज के हर हिस्से को प्रभावित किया। मुंबई ट्रेन विस्फोट के सभी अभियुक्तों का बरी होना सिर्फ़ एक क़ानूनी खामी ही नहीं, बल्कि एक नैतिक और संस्थागत विफलता को भी दर्शाता है। अगर जांच के लिए ज़िम्मेदार लोगों की कोई जांच नहीं होती, कोई सज़ा नहीं होती, और कोई आत्मचिंतन नहीं होता, तो न्याय विफल हो गया है, सिर्फ़ एक बार नहीं, बल्कि दो बार: पहली बार जब बम विस्फोट हुए और अब, जब व्यवस्था अपने ही बोझ तले ढह गई। अब समय आ गया है कि हम खुद से पूछें: हम ऐसी और कितनी विफलताएं झेल सकते हैं?

Tags: ATSBombay High CourtMumbaimumbai bomb blastmumbai local trainmumbai local train bomb blastएटीएसबॉम्बे हाईकोर्टमुंबईमुंबई बम कांडमुंबई लोकल ट्रेन बम कांड
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

लंदन के वेज इस्कॉन रेस्टोरेंट में खुलेआम खाया मांस- हिंदूफोबिया का नया उदाहरण!

अगली पोस्ट

यूएई में केरल की महिला की जन्मदिन पर रहस्यमयी मौत, परिजनों ने पति पर लगाया घरेलू हिंसा का आरोप

संबंधित पोस्ट

कथित एक्टिविस्ट और ‘करप्शन’ का एक आधारहीन आरोप- क्या हेडलाइन्स और ‘क्लिकबेट’ के लालच ने एक युवा IAS अधिकारी की प्रतिष्ठा को तहस-नहस कर दिया?
चर्चित

कथित एक्टिविस्ट और ‘करप्शन’ का एक आधारहीन आरोप- क्या हेडलाइन्स और ‘क्लिकबेट’ के लालच ने एक युवा IAS अधिकारी की प्रतिष्ठा को तहस-नहस कर दिया?

11 October 2025

अगर कोई युवा आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों को मात देते हुए पहले डॉक्टर बनता है और फिर 10–12 घंटे की नौकरी करते हुए देश की...

राम मंदिर के शिखर पर पीएम मोदी फहराएंगे 22 फीट का भगवा ध्वज, विवाह पंचमी की तैयारी पूरी
चर्चित

राम मंदिर के शिखर पर पीएम मोदी फहराएंगे 22 फीट का भगवा ध्वज, विवाह पंचमी की तैयारी पूरी

11 October 2025

अयोध्या के श्री राम मंदिर के शिखर पर फहराए जाने वाले ध्वज का रंग, आकार और डिजाइन सब कुछ तय हो चुका है। विवाह पंचमी...

वैसे 'विधायक' की दिनचर्या भी किसी सुपरस्टार से कम नहीं है।
कृषि

मेरठ कृषि मेले में आए इस ‘विधायक’ को देखने के लिए जुट रही भारी भीड़, कीमत सुनकर चौंक जाएंगे आप

11 October 2025

मेरठ के कृषि विश्वविद्यालय में लगे मेले की चमक-धमक के बीच एक ऐसा सितारा उभरा, जिसने हर किसी की निगाहें खींच ली। यह कोई आम...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

How the Madras High Court Exposed DMK’s Temple Mismanagement?

How the Madras High Court Exposed DMK’s Temple Mismanagement?

00:06:07

Noakhali Hindu Genocide & The Betrayal By Indian National Congress

00:06:46

Why the Army’s Discipline Must Stand Above Religion — Explained

00:05:58

How the F-47’s Adaptive Engine Could Redefine Air Combat and What India Must Do Next

00:07:10

Why India’s Dhvani Missile Is a Bad News for Pakistan and China?

00:05:16
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited