TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

बिना नज़र में आये कैसे किया मोहम्मद सिद्दीकी ने हिन्दू बच्चो का धर्म परिवर्तन

Saswat Routroy द्वारा Saswat Routroy
30 November 2017
in मत
हिन्दू परिवर्तन
Share on FacebookShare on X

“घरवापसी” – विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल जैसे हिंदू संगठनों द्वारा चलाया गया एक धर्मपरिवर्तन कार्यक्रम था, जो २०१५ में विवाद का एक बड़ा विषय बन गया था। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उन हिंदुओं को वापस हिंदू धर्म में परिवर्तित करना था, जो पैदा तो हिंदू हुए थे, लेकिन विदेशी शक्तियों के कारण उन्हें दूसरे धर्मों को अपनाना पड़ा था, विशेष रूप से उन्होंने अपने आप को इस्लाम और ईसाई धर्म में परिवर्तित कर लिया था। जैसा कि इस कार्यक्रम के नाम से ही पता चलता है, कि विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल जैसे हिंदू संगठनों ने जन्मजात मुस्लिमों या ईसाईयों को हिन्दू धर्म में परिवर्तित करने की कोशिश नहीं की, बल्कि उन्हीं लोगों को हिंदू धर्म में परिवर्तित किया जो जन्मजात हिंदू थे और किन्हीं कारणों से दूसरे धर्म में परिवर्तित हो गए थे। एमएसएम और धर्मनिरपेक्ष, वामपंथी, बुद्धिजीवी और उदारवादी समूहों ने इस धर्म-परिवर्तन कार्यक्रम के लिए इन हिन्दू संगठनों की कड़ी निंदा की थी।

अक्सर ही ऐसा देखा गया है कि, केवल दो बड़े अल्पसंख्यक समूह घरवापसी जैसे कार्यक्रमों के खिलाफ आवाज उठाते हैं, जबकि अन्य अल्पसंख्यक समूह अपेक्षाकृत इस मुद्दे पर शांत रहते हैं। इसका कारण यह है कि घरवापसी कार्यक्रम ने इन दो अल्पसंख्यक समूहों को सबसे अधिक प्रभावित किया है। इन दो अल्पसंख्यक धर्मों के कई संगठनों द्वारा चलाए गए नियमित सामूहिक धर्मपरिवर्तन के खिलाफ घरवापसी कार्यक्रम एक विरोधी प्रतिक्रिया की तरह था। शायद ही आपने कभी सिख, जैन, बौद्ध, पारसी या यहूदी संगठनों को भारत में धर्म परिवर्तन का प्रचार करते हुए देखा हो। शायद ही आपने कभी किसी सिख, जैन, बौद्ध, पारसी धर्म द्वारा बल का प्रयोग करके या कुछ पैसे देकर, दूसरे धर्म के लोगों को अपने धर्म में परिवर्तित करने का प्रयास करते हुए देखा हो।

संबंधितपोस्ट

How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

और लोड करें

इसी तरह की एक घटना लोगों के सामने तब आई, जब पुलिस ने हैदराबाद में गरीब हिन्दू छात्रों को इस्लाम में परिवर्तित करने वाले नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

१९ नवंबर, २०१७ को, रचाकोंदा पुलिस ने जिले के बाल कल्याण अधिकारी द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर कार्यवाही करते हुए १७ लोगों को बचाया, जिसमें सात लड़कियां शामिल थीं, जिनका धर्म परिवर्तन किया जा रहा था। साथ ही उस समूह में ४ से १४ वर्ष तक के बच्चे भी शामिल थे, जिनको धर्म परिवर्तन का शिकार बनाया गया था। पुलिस ने नौ व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, जो हैदराबाद के मौला अली इलाके में शांति अनाथ गृह संस्था चला रहे थे। यह समूह तेलंगाना के गरीब परिवारों के हिंदू बच्चों को भोजन, आश्रय और नि: शुल्क शिक्षा दिलवाने का लालच देकर उन्हें इस्लाम में परिवर्तित कर रहा था। इस समूह ने गरीब अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के हिंदू परिवारों, विशेषकर आदिवासी और गरीबी से भरे इलाकों जैसे भद्रचलम, महबूबनगर, खम्मम और वारंगल जैसे इलाकों के बच्चों को लालच में फँसाया। इन समूहों ने बच्चों को बरगलाया (Brainwash) और उन्हें नियमित शिक्षा देने की बजाय, अरबी और उर्दू सीखने तथा उनके धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन करने के लिए मजबूर किया। पुलिस ने उनके घरों में धार्मिक किताबों और ग्रंथों की प्रतियां प्राप्त कीं। पुलिस ने यह भी पता लगाया कि इनमें से कुछ बच्चों के माता-पिता को भी इस्लाम में परिवर्तित कर दिया गया था, लेकिन इस बात का अभी तक कोई सत्यापन नहीं हुआ है।

प्रमुख आरोपी मोहम्मद सिद्दीक उर्फ बुरुगुपल्ली सत्यनारायण राजमुन्द्री का मूल निवासी है।

उसने अपने आप को एक मुस्लिम संगठन की मदद से २००३-२००४ के दौरान इस्लाम धर्म में परिवर्तित कर लिया था। अपने धर्म-परिवर्तन के बाद उसने एक मुस्लिम महिला से शादी कर ली। पुलिस का मानना है कि वह दो साल पहले एक धर्म परिवर्तन करने वाले गिरोह का हिस्सा बन गया। नौ लोगों में से मोहम्मद सिद्दीकी और उसके दो सहभागी इस अपराध में शामिल होने के लिए इस्लाम धर्म में परिवर्तित हो गए थे। सिद्दीकी को छोड़कर उसके गिरोह के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

१. मोटाकोथुला प्रवीण ऊर्फ अब्दुल्ला

२. सैयद अब्दुल्ला

३. मोहम्मद शकील अहमद

४. मोहम्मद इस्माइल

५. अब्दुल्ला उर्फ बाटिना सोमेश्वर राव

६. सागर

७. आमेर मोहम्मद रब्बानी

८. मोहम्मद फयाजुद्दीन

मोहम्मद सिद्दीकी ने दो साल पहले वारंगल में अनाथालय शुरू किया था और पिछले साल से हैदराबाद में एक स्कूल और छात्रावास चला रहा था। यह संस्था पूरी तरह से अवैध है और संबंधित विभागों से इसके संचालन की कोई अनुमति नहीं ली गई है। पुलिस संस्था को प्राप्त हो रहे फंड के बारे में जाँच कर रही है, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि संस्था को अलग-अलग समूहों और लोगों से धन प्राप्त हो रहा है। पुलिस का मानना है कि इस मामले में कम से कम १५-२० लोग शामिल हैं और पुलिस इसके बारे जाँच कर रही है कि क्या आरोपी मोहम्मद सिद्दीकी धर्म परिवर्तन के पिछले किसी भी मामले में शामिल था या नहीं।

पहले से इस्लाम धर्म स्वीकार कर चुके अभियुक्तों ने अवैध धर्म-परिवर्तन प्रक्रिया को सुधारने के लिए जानबूझकर हिन्दू नाम रख लिया था। हिन्दू नाम को बनाए रखने का एक अन्य कारण भविष्य में सरकारी नौकरियों के लिए आरक्षण सुविधा का लाभ प्राप्त करना था। पूछताछ के दौरान समूह ने स्वीकार किया कि उनके पास ऐसे विचारक थे, जो अपने पद का उपयोग करके, भारी संख्या में गरीब हिंदुओं को इस्लाम में परिवर्तित कर सकते थे। समूह इतना चालाक था कि वह किसी भी संदेह से बचने के लिए, प्रमाण पत्र में बच्चों के मूल नाम को परिवर्तित नहीं करता था। हालांकि, अपराधियों ने प्रत्येक बच्चे को एक नया नाम दिया था। एसीपी जी. संदीप ने कहा, “उन लोगों ने बच्चों की आस्था को बदल दिया, लेकिन उनके नाम को बरकरार रखा। चूंकि, सभी बच्चे पिछड़े वर्ग से सम्बन्धित थे, इसलिए वे बड़े होकर सरकारी सेवाओं के पात्र होंगे। इसी प्रकार वे और अधिक लोगों को इस्लाम में परिवर्तित करने की योजना बना रहे थे।”

जब भाजपा के रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकित किया गया, तो कई धर्म-निरपेक्ष पार्टियों ने भाजपा पर दलितों के प्रति राजनीति का दांव खेलने का आरोप लगाया। कुछ समाचार चैनलों ने भी श्री रामनाथ कोविंद द्वारा कहे गए कुछ शब्दों पर साम्प्रदायिक प्रकाश डालते हुए उसे प्रकाशित किया। २०१० में समर्थन के साथ उन्होंने मुस्लिम और ईसाई को अनुसूचित जातियों में शामिल करने के खिलाफ विरोध किया था। आज, हम देख सकते हैं कि मोहम्मद सिद्दीकी जैसे लोगों के पास आरक्षण जैसी सुविधा है, जो पिछड़े वर्ग के लोगों के सामाजिक कल्याण को बचाव के रूप में उपयोग करके धर्म-परिवर्तन करने का प्रयास करते हैं।  

मोहम्मद सिद्दीकी का बयान है कि वे धर्म परिवर्तन करने के लिए सरकारी पद पर आसीन लोगों का उपयोग कर सकते हैं, यह बयान समाज के लिए बहुत ही चौंकाने वाला है। वास्तव में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कई सरकारी कर्मचारी इस रैकेट में शामिल हो सकते हैं। २४ नवंबर, २०१७ को डेक्कन क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, रचाकोंदा पुलिस ने इस मामले में भागीदारी के लिए एतुर्नागाराम अभयारण्य क्षेत्र में कार्यरत एक वन अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया था। धार्मिक रूपांतरण रैकेट की जड़ हैदराबाद में है और उस वन अधिकारी की पहचान आमेर नामक व्यक्ति के रूप में की गई है। आमेर वारंगल जिले से है, इसलिए वह पिछड़े और आदिवासी समुदाय के निवास स्थान के बारे में अच्छी तरह से जानता था। उसने उन स्थानों को लक्ष्य बनाया और अपने समूह के लिए वारंगल से दो बच्चों को शिकार बनाया। आमेर समूह के लिए बच्चों की आपूर्ति का प्रभारी था।

इससे पहले इस्लामिक धर्म-परिवर्तकों ने लव जिहाद, बल पूर्वक धर्म-परिवर्तन आदि जैसे मामलों के द्वारा उन्हें इस्लाम में परिवर्तित करने के लिए दबाव डाला है। लेकिन सोशल मीडिया पर सामाजिक जागरुकता बढ़ने के कारण इन समूहों ने अपनी रणनीति बदलकर, ईसाई धर्मप्रचारकों द्वारा धर्म परिवर्तन के लिए प्रयोग की जाने वाली सुचारु योजनाओं को अनुकूल बनाया है।

मोहम्मद सिद्दीकी और उसके समूह ने लोगों को इस्लाम में परिवर्तित करने के लिए दबाव डालने बजाय गरीब परिवारों से संपर्क किया और उनके बच्चों को भोजन, आश्रय और शिक्षा दिलवाने का झूठा आश्वासन दिया।

तेलंगाना सरकार को ओडिशा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों की तरह धर्मपरिवर्तन-विरोधी मजबूत कानून लागू करने की आवश्यकता है। तेलंगाना में गरीब, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लोग रहते हैं, जो इन धर्म-परिवर्तन करने वाले दलालों के संभावित लक्ष्य हैं। यहाँ पर ऐसी संभावना है कि धर्म परिवर्तन में सहयोग करने वाली संस्थाएं तेलंगाना में फैली हुई हैं। आखिरकार, पुलिस को काकीनाड़ा में एक और ऐसी संस्था मिली है, जो इस तरह के धर्म-परिवर्तन करने का काम करती है। आखिरकार, यह सब काकीनाड़ा में हो रहा था, जहाँ मोहम्मद सिद्दीकी ने मुस्लिम संगठन की मदद से इस्लाम धर्म को अपना लिया था।

शेयर1092ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

फोटो खीचों, अवैध पार्किंग रोको: नितिन गडकरी की अनोखी पहल

अगली पोस्ट

एक चुनाव जीतने के लिए कितना गिर सकते हैं? कांग्रेस ने नया रिकॉर्ड बनाया है

संबंधित पोस्ट

ऑपरेशन सिंदूर 2:0
मत

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

21 November 2025

पाकिस्तान एक आतंकी मुल्क है और इसमें शायद ही किसी को कोई संशय हो, ख़ुद पाकिस्तान के मित्र भी न सिर्फ इसे अच्छी तरह जानते...

शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं
चर्चित

कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

21 November 2025

कांग्रेस के नेता देश ही नहीं विदेशों में भी जाकर लोकतंत्र बचाने की दुहाई देते रहते हैं। लेकिन जब बारी आंतरिक लोकतंत्र की आती है...

आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश
चर्चित

दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

17 November 2025

NIA ने स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली में लाल किले के पास हुआ धमाका, सामान्य हमला नहीं बल्कि फिदायीन हमला था। यानी आई-20 कार...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04

How Javelin Missiles Will Enhance India’s Anti-Tank Dominance?

00:06:47

This is How China Spread Disinformation After Operation Sindoor

00:06:27

How DRDO’s New Laser System Can Destroy Drones at 5 KM Range?

00:04:31
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited