पिछले साल उत्तर प्रदेश में भाजपा सत्ता में आयी और योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की बागडोर संभाली। पिछले एक साल में मुख्यमंत्री योगी ने यूपी में कई स्तरों पर काम किया। मीडिया ने सिर्फ योगी सरकार द्वारा राज्य में अराजक तत्वों और गुंडा राज के खिलाफ किये गए कार्यों को दिखाया। जबकि, योगी सरकार ने न सिर्फ राज्य की बिजली व्यवस्था, नगर निगम के कार्यों बल्कि राज्य की आर्थिक व्यवस्था में भी सुधार किया है। पिछले एक साल में हुए बदलाव ने उत्तर प्रदेश की छवि को और संवारा है और इस बदलाव के बाद से उत्तर प्रदेश को एक मजबूत और बेहतर राज्य के तौर पर भी देखा जाने लगा है। ऐसा हो भी क्यों न राज्य में सरकार बनने के बाद से ही योगी ने प्रदेश की विकास गति को बढ़ाने और अपराध को रोकने के लिए कई सख्त कदम तो उठाये साथ ही, सभी कार्यों की समय समय पर समीक्षा भी की।योगी सरकार के कार्यों के बारे में ये दावे हम यूं ही नहीं कर रहे बल्कि हाल ही में हुए लोकल सर्किल के एक सर्वे में ये बात सामने आयी है।
दरअसल, लोकल सर्किल सर्वेक्षण द्वारा प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता पर सोशल मीडिया के जरिये एक सर्वे कराया। इस सर्वे में प्रदेश के कई क्षेत्रों से लोग जुड़े और प्रदेश सरकार द्वारा किये कए कार्यों पर अपनी प्रतिक्रिया दी।लोकल सर्किल सर्वेक्षण सर्वे के मुताबिक बीजेपी और सीएम योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता प्रदेश में बढ़ी है। इस सर्वे में जुड़े आधे लोगों का मानना है कि प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने बेहतर काम किया है और उनकी उम्मीदों पर खरे उतरे हैं। वहीं, 70 प्रतिशत लोगों ने माना कि पिछले एक साल में सबसे ज्यादा सुधार प्रदेश के कानून व्यवस्था में हुई है।
वहीं, सर्वे में शामिल एक तिहाई लोगों ने माना की प्रदेश के हालात में पिछली सरकारों की तुलना में ज्यादा बदलाव आये हैं। आधे से ज्यादा लोगों ने माना कि प्रदेश में अपराधीकरण में भी कमी आयी है। सिर्फ 9 प्रतिशत लोगों ने ही माना की पिछले एक साल में अपराध में बढ़ोतरी हुई है।
इस सर्वे में शामिल लोगों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में सिर्फ कानून व्यवस्था में ही नहीं बल्कि विद्युत व्यवस्था में भी काफी सुधार आया है। लगभग 80 प्रतिशत लोगों का मानना है कि विद्युत व्यवस्था में सुधार हुए हैं जबकि, 46 प्रतिशत लोगों का मानना है कि ये सुधार पहले से कहीं ज्यादा है।
जहां मीडिया ने उत्तर प्रदेश की बेरोजगारी को लेकर प्रदेश सरकार की आलोचना की तो वहीं इस सर्वे में प्रदेश की जनता का योगी सरकार को लेकर अलग ही नजरिया सामने आया है। इस सर्वे में शामिल 67 प्रतिशत लोगों ने माना है की प्रदेश में रोजगार की वृद्धि हुई है।
वहीं दूसरी तरफ योगी आदित्यनाथ सरकार को सबसे बड़ी उपलब्धि तब मिली जब व्यापारियों और निवेशकों ने प्रदेश को निवेश और व्यापार के लिए बेहतर बताया। सर्वे में शामिल लगभग तीन-चौथाई लोगों का मानना है कि योगी आदित्यनाथ के शासन में प्रदेश व्यापार के लिए पहले से बेहतर हुआ है। दरअसल, इसके पीछे की वजह है प्रदेश में कानून और विद्युत व्यवस्था में सुधार जिससे व्यापारी व्यापार के लिए अब प्रदेश की और आकर्षित हो रहे हैं।
हालांकि, प्रदेश में भ्रष्टाचार और स्वास्थ व्यवस्था को लेकर लोगों में काफी मायूसी दिखी। इन क्षेत्रों को लेकर लोगों में सरकार के लिए नाराजगी नजर आयी। वहीं, 40 प्रतिशत लोग ऐसे भी हैं जो इन क्षेत्रों में राज्य सरकार द्वारा की जा रही कोशिशों से खुश हैं। इस सर्वे से ये बात तो साफ़ हुई है कि पिछले एक साल में प्रदेश में पिछली सरकारों की तुलना में कई बदलाव हुए हैं और विकास दर में बढ़ोतरी हुई है।
इस सर्वे के बाद से योगी सरकार पर निशाना साधने वाले विपक्षी दलों को जरुर झटका लगा होगा जो गोरखपुर और फूलपुर में हुए लोकसभा उपचुनावों में योगी आदित्यनाथ की हार पर प्रदेश सरकार की आलोचना कर रहे थे। इस सर्वे से ये बात साफ़ हुई है कि प्रदेश की जनता योगी सरकार के कार्यों से खुश जरुर है। जिस प्रदेश को गुंडा राज के नाम से जाना जाता था अब शायद जल्द ही इसे इसकी दुरुस्त कानून व्यवस्था के लिए जाना जाए। जल्द ही योगी सरकार पॉवर आउटेज को हटाकर प्रदेश में तीन चरणों में बिजली की आपूर्ति की व्यवस्था को लाएगी। ऐसे में यदि योगी सरकार इसी तरह से कार्य करती रही तो वह दिन दूर नहीं जब जनता पूरी तरह से योगी को अपना समर्थन देगी और प्रदेश के बदलावों से संतुष्ट होगी।