हाल ही में ग्लोबल फायर पॉवर रैंकिंग की तरफ से जारी सूची में भारत को चौथा स्थान मिला है। ग्लोबल फायर पॉवर इंडेक्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और चीन के बाद चौथे स्थान पर है। एक बार फिर से भारत शीर्ष पांच सैन्य शक्तियों में अपनी जगह बरकरार रखने में कामयाब रहा है और इसका श्रेय बड़ी संख्या में सैन्य कर्मियों, हथियार और गोला बारूद की गुणवत्ता को जाता है। ये रैंकिंग 55 से अधिक कारकों के आधार पर की गयी है जिसमें राष्ट्र की रक्षा प्रणाली और अपराध से लड़ने की क्षमता से जुड़े हर पहलु को शामिल किया गया है। ग्लोबल फायर पॉवर रैंकिंग आज विभिन्न देशों को पूरी दुनिया में अपनी सैन्य शक्ति की क्षमता को जानने की अनुमति देता है। ग्लोबल फायर पॉवर रैंकिंग सिर्फ कर्मियों की संख्या और हथियारों की संख्या पर ही आधारित नहीं होता है बल्कि ये विविधता पर आधारित होता है। इसीलिए इस रैंकिंग सूची में भारत का चौथा स्थान काफी महत्वपूर्ण है जोकि 136 देशों की सैन्य ताकत के आकलन में चौथे स्थान पर काबिज होने में कामयाब रहा। वहीं इस सूची में भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान 17 वें स्थान पर पहुंच गया है जो पहले 13 वें स्थान पर था ।
पाकिस्तान जो दुनिया में अशांति और तमाशों को अंजाम देता है उसकी रैंकिंग भारत से कहीं ज्यादा कम है जो पहले 13 वें स्थान पर काबिज था अब वो 17 वें स्थान फिसलकर पर पहुंच गया है और भारत की सैन्य ताकत की तुलना में उसकी शक्ति पहले से और कम हो गयी है। रैंकिंग में पाकिस्तान मिस्र (12वें), ईरान (13वें) और इंडोनेशिया (15वें) जैसे देशों के बाद 17 वें स्थान पर है। उदाहरण के लिए इंडोनेशिया एक ही एशिया प्रशांत क्षेत्र में स्थित है और ये दक्षिण पूर्व एशियाई देश भी है जो पाकिस्तान के मुकाबले भूमि क्षेत्र और जनसंख्या दोनों की तुलना में काफी छोटा है। ग्लोबल फायर पावर रैंकिंग में पाकिस्तान, इज़राइल और उत्तरी कोरिया के बीच है जिनकी रैंकिंग सूची में क्रमशः 16 और 18 है।
भारत और पाकिस्तान के बीच की सैन्य ताकत की तुलना करें तो ये उन कारणों पर प्रकाश डालेगी कि आखिर क्यों पाकिस्तान क्यों भारत से इतना पीछे है। भारत के पास 13,62,500 कर्मियों की सक्रिय सेना है, जबकि पाकिस्तान में तैनात सिर्फ 6,37,000 सक्रिय सैन्य कर्मी हैं। दोनों देशों की वायु सेना की क्षमता के बीच के अंतर को देखें तो भारत के पास 2102 एयरक्राफ्ट, 676 सेनानियों, 809 लड़ाकू विमान हैं जबकि पाकिस्तान के पास सिर्फ 320 सेनानी और 410 लड़ाकू विमान हैं। जब युद्ध के टैंक की बात आती है तो भारत के पास 4426 लड़ाकू टैंक, 6704 बख्तरबंद लड़ाकू वाहन और 7414 गश्ती तोपखाना बंदूकें हैं। दूसरी तरफ, पाकिस्तान में सिर्फ 2,182 लड़ाकू टैंक, 2,604 बख्तरबंद लड़ाकू वाहन और 1, 240 गश्ती तोपखाने बंदूकें हैं। ये अभी यहीं खत्म नहीं होता है क्योंकि दोनों देश की नौसैनिक ताकत के बीच काफी अंतर है। भारत में तीन विमान वाहक, 11 विध्वंसक और 15 पनडुब्बियों के साथ समुद्र में भी एक ताकतवर सेना है जबकि पाकिस्तान के पास कोई विमान वाहक या विध्वंसक नहीं है और केवल 5 पनडुब्बियां है।
ये भी गौर किया जाना चाहिए कि दोनों देशों के बीच के रक्षा बजट में काफी अंतर है। भारत सालाना अपने रक्षा बजट 51 बिलियन से अधिक खर्च करता है वहीं पाकिस्तान का रक्षा बजट सिर्फ 7 अरब डॉलर है। इस रैंकिंग से पाकिस्तान के राजनेताओं को बड़ा झटका जरुर लगेगा जो भारत के साथ युद्ध करने का दावा करते हैं। ऐसे में दक्षिण एशिया में भारत सबसे ज्यादा ताकतवर है और इस क्षेत्र में शान्ति बनाये रखने के लिए ये जरुरी है कि समय समय पर सभी देशों की रक्षा क्षमताओं का आकलन होता रहे और भारत अपनी रक्षा क्षमताओं को विकसित करता रहे।