पंजाब कैबिनेट के मंत्री नवजोत सिद्धू जब से पंजाब की कांग्रेस सरकार में मंत्री बने हैं, वो बिना दूर तक सोचे समझे देश विरोधी गतिविधियों में हिस्सा ले रहे हैं। अभी कुछ महीने पहले इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचकर उन्होंने देश की भावना से जमकर खेला था। यहां तक कि सिद्धू पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिलकर अप्रत्यक्ष रुप से देश के शहीदों का मजाक भी उड़ाया था। उनकी इन गतिविधियों को देश के जबरदस्त धक्का लगा था। जिसपर सफाई पेश करते हुए सिद्धू ने कहा था कि हमने पाक सेना प्रमुख को पहचाना नहीं। गलती से गले लग गया। लेकिन इस बार फिर से सिद्दू ने उससे भी बड़ी हरक़त की है। उन्होंने खालिस्तान समर्थक के साथ फोटो खींचवाई है।
.@capt_amarinder declined to visit Pak bcos Pak supports anti-India & anti-Punjab activities; but his own Minister @sherryontopp goes agnst his wish & gets clickd with Gopal S Chawla; close aide of Hafiz Saeed & anti-India persn
Wud Captain Sahab sack his irresponsible Minister? pic.twitter.com/EUSb7PK8EJ
— Manjinder Singh Sirsa (मोदी का परिवार) (@mssirsa) November 29, 2018
दरअसल भारत-पाक के बीच करतारपुर कॉरिडोर बनने जा रहा है। इसमें दोनों देशों ने आपसी सहमति से अपनी-अपनी सीमा पर कॉरिडोर तैयार किया है। भारत में पहले से ही इस कॉरिडोर की नींव रखी जा चुकी है। कल पाकिस्तान में भी इस कॉरिडोर की नींव रखी गई। इसके शिलान्यास के कार्यक्रम में पाकिस्तान ने भारत को आमंत्रित किया था। भारत की और से इस कार्यक्रम में केन्द्र सरकार ने केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और सांसद गुरजीत सिंह औजला को भेजा था। जबकि पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान के इस प्रस्ताव को न सिर्फ ठुकरा दिया बल्कि अपने मंत्रिमंडल के सदस्य नवजोत सिंह सिद्धू को भी पाकिस्तान न जाने की सलाह दी थी। दरअसल कैप्टन अमरिंदर सिंह में फौजियों वाली भावना है। वो देश के शहीदों के दर्द व नागरकों की भावना को समझते हैं। इसके बावजूद नवजोत सिंह सिद्धू अपने मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अमरिंद सिंह की बात को ठेंगा दिखाते हुए पाक पहुंच गए।
जबकि सिद्धू राजनीति में एकदम से नए होने के साथ-साथ राजनैतिक महत्वाकांक्षा में डूबे हुए हैं। वो महत्वाकांक्षा में इतने डूबे हुए हैं कि उन्हें देश का हित-अनहित कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है।
पिछली बार तो पाकिस्तान जाकर सिद्धू ने वहां के सेनाध्यक्ष से गले मिलने के पीछे का काम चलाऊं बहाना ठूंढ़ लिया था। लेकिन इस बार तो सिद्दू का नकाब हटा चेहरा एकदम से वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर सिद्दू की खिंचाई चल रही है।
दरअसल पाकिस्तान जाकर सिद्धू ने इस बार एक से बढ़कर कारनामे किये। सिद्धू ने पाक पीएम इमरान खान की तारीफों के पुल बांध दिए। इसके अलावा उन्होंने पाकिस्तान के सेना प्रमुख के साथ फिर से गले मिलकर फोटो खिंचवाया। यही नहीं, हद तो तब हो गई जब सिद्धू ने आईएसआई और 26/11 हमलों के मास्टर माइंड के गुर्गे और खालिस्तानी समर्थक गोपाल चावला के साथ भी फोटो खिंचवाया। ये खालिस्तानी समर्थक लंबे समय से पंजाब तोड़ने की साजिश रचते आ रहे हैं। ऐसे में सिद्धू का भारत विरोधियों से अगाध प्रेम का नकाब सामने आ गया है।
सिद्धू के इस फोटो से उनका देश विरोधी चेहरा सामने आ गया है। उनकी इस हरकत पर तमाम प्रतिक्रियाएं आने लगीं। अकाली नेता मनजिंदर सिंह ने ट्विटर पर फोटो शेयर करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सिरसा पर सवाल उठाते हुए लिखा कि मुख्यमंत्री ने ये कहते हुए पाक का दौरा करने से मना कर दिया था कि पाक भारत और पंजाब के खिलाफ गतिविधियों का समर्थन करता है, लेकिन उसके अपने ही मंत्री (नवजोत सिंह सिद्धू उनकी इच्छा के खिलाफ वहां जाते हैं और गोपाल सिंह चावला के साथ फोटो खिंचवाते हैं, जो हाफिज सईद का करीबी और भारत विरोधी है। अकाली दल ने उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग भी की है।
अब ऐसे में सवाल उठना स्वभाविक है कि नीरव मोदी को लेकर पीएम मोदी पर हमला करने वाले राहुल ने अब चुप्पी क्यों साध ली है। क्या कांग्रेस जो हमेशा बीजेपी पर देश को बांटने का आरोप मढ़ती है वप सिद्धू को अपनी पार्टी से बेदखल करेगी ? शायद नहीं। क्योंकि कांग्रेस वोटबैंक की राजनीति करती आई है। उसे देश टूटने से कोई लेना-देना नहीं है। उसे बस सत्ता के लिए वोटबैंक चाहिए। ऐसे में साफ-साफ देखा जा सकता है कि भारत विरोधी गतिविधियों के समर्थक के साथ खड़े होने अब कांग्रेस ने एकदम से चुप्पी साध ली है। सिद्धू तो आये दिन अब पाकिस्तान का राग अलाप रहे हैं लेकिन यहां कांग्रेस पार्टी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करने की बजाय मूक दर्शक बनी हुई है।