मंगलवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और वाइस चीफ मार्शल हरजीत सिंह अरोड़ा फ्रांसीसी शहर बॉर्डोक्स पहुंचे, जहां ‘हैंडओवर सेरेमनी’ में फ्रांस ने भारत को राफेल विमान सौंपा। यहीं, विजयदशमी के शुभ अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राफेल के आधिकारिक अधिग्रहण के पश्चात राफेल की शस्त्र पूजा की। उन्होंने विधिवत पूजा करने के बाद राफेल विमान पर कुमकुम से ॐ लिखा। राजनाथ सिंह द्वारा की गयी गयी शस्त्र पूजा की जहां देशवासियों ने प्रशंसा की, तो कुछ ऐसे भी महानुभाव थे, जो यहां भी अपना एजेंडा चलाने से बाज़ नहीं आए। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने राजनाथ सिंह के समारोह में उपस्थित होने पर ही सवाल उठाते हुए कहा, “आखिर इसे रक्षा मंत्री ने क्यों रिसीव किया, ये काम वायुसेना ही कर सकती थी”। उन्होंने कहा कि ‘ये केवल एक नया लड़ाकू विमान ही है जो हमें मिल रहा है।’
यही नहीं, संदीप दीक्षित ने शस्त्र पूजा का मज़ाक उड़ाते हुए कहा, ‘विजयदशमी और राफेल विमान की जोड़ी मैच नहीं खाती है’। संदीप दीक्षित ने कहा कि ‘दशहरा एक त्योहार है, जिसे हम सभी मनाते हैं, लेकिन आप इसे आने वाले एयरक्राफ्ट से क्यों जोड़ रहे हैं। इस सरकार के साथ यही दिक्कत है कि काम करने के साथ नाटक ज्यादा करती है।’
लेफ्ट लिबरल ब्रिगेड के चहेते और अपने ट्वीट्स के लिए अक्सर विवादों के केंद्र में रहने वाले अशोक स्वेन ने शस्त्र पूजा में नींबू के प्रयोग का मज़ाक उड़ाते हुए ट्वीट में कहा कि, ‘यह माइलेज कितना देती है’? –
https://twitter.com/ashoswai/status/1181635722266021888
लोकसभा में कांग्रेस के पूर्व नेता एवं वरिष्ठ कार्यकर्ता मल्लिकार्जुन खडगे ने भी अवसर को भांपते हुए इस कदम के लिए केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की। एएनआई के अनुसार, ‘इस तरह का तमाशा करने की कोई आवश्यकता नहीं है। जब हमने बोफोर्स जैसे हथियार खरीदे थे, तब हमने जाकर खरीदने के नाम पर ऐसा दिखावा नहीं किया था।’
Mallikarjun Khage, Congress on Defence Minister officially receiving Rafale aircraft in France & performing 'Shastra Puja': There is no need to do such 'tamasha' (drama). When we bought weapons-like the Bofors gun previously purchased, no one went & brought them while showing off pic.twitter.com/ITM0IpSMw6
— ANI (@ANI) October 9, 2019
हालांकि, खडगे शायद यह भूल गए थे कि सोशल मीडिया पर कुछ भी छुपा नहीं रह सकता। उनके झूठ की धज्जियां उड़ाते हुए यूजर्स ने सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर लताड़ा। इसमें सबसे आगे रहे द स्किन डॉक्टर के नाम से अपनी ट्विटर आईडी चलाने वाले डर्मेटोलॉजिस्ट मेजर नील। द स्किन डॉक्टर ने अपने ट्वीट में बताया कि कैसे कांग्रेस राज में शस्त्र पूजा से किसी को कोई आपत्ति नहीं होती, जबकि यही काम अगर भाजपा सरकार करे, तो लिबरल बिरादरी को कुछ ज़्यादा ही जलन होने लगती है
Sirf itna kaha hota ki it was not needed, to bhi chal jata. Would've been a politically correct valid point. But calling religious ritual a "Tamasha"? Congress apni kabr khud khod rahi hai.
Btw, this is an image of Shastra Pooja being conducted in 1980 under Congress rule. pic.twitter.com/oVGNekg7cK
— THE SKIN DOCTOR (@theskindoctor13) October 9, 2019
मोदी विरोध के नाम पर अक्सर भारत विरोधी और सनातन धर्म विरोधी लेख छापने के लिए बदनाम न्यूज़ पोर्टल जनता का रिपोर्टर भी शस्त्र पूजा का मज़ाक उड़ाने में पीछे नहीं रहा। इस पोर्टल ने भी अपने ट्वीट में शस्त्र पूजा का मज़ाक उड़ाते हुए कहा, ‘भारत देश की रक्षा के लिए राफेल खरीदता है, और इसी की रक्षा के लिए नींबू मिर्ची का प्रयोग किया जाता है’। https://twitter.com/JantaKaReporter/status/1181753660398690304
द वायर ने यूं तो शस्त्र पूजा पर कोई तंज़ नहीं कसा, परंतु राफेल के अधिग्रहण पर द वायर ने केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए राफेल डील में हुए कथित भ्रष्टाचार पर सवाल उठाए।
As Rajnath Singh annoints the #Rafale jets, it is worthwhile to remember the million dollar questions (realistically, the 7.8 billion euro questions) still plaguing the deal. https://t.co/cbsMVrbvHp
— The Wire (@thewire_in) October 9, 2019
अब बात अगर भारतीयता का मज़ाक उड़ाने की हो, और उसमें प्रशांत कनोजिया हाथ न बंटाए, ऐसा कैसे हो सकता है? प्रशांत कनोजिया ने मानो जनता का रिपोर्टर का ट्वीट कॉपी करके पोस्ट कर दिया। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, ‘देश की सुरक्षा के लिए पहले राफेल खरीदो और राफेल की सुरक्षा के लिए नींबू!” –
देश की सुरक्षा के लिए पहले राफेल खरीदो और राफेल की सुरक्षा के लिए नींबू! pic.twitter.com/oJaUKsSMvx
— Prashant Kanojia (@KanojiaPJ) October 9, 2019
इसके अलावा एक सोशल मीडिया यूजर ने एक आपत्तीजनक कार्टून शेयर करते हुए राफेल के शस्त्र पूजा का भद्दा मज़ाक उड़ाने का प्रयास किया –
Finally 😂👍 #RafalePujaPolitics pic.twitter.com/oHyKttNRel
— Ajit Nagargoje (@AjitNagrgoje) October 8, 2019
हालांकि, भारतीय संस्कृति का इस तरह मज़ाक उड़ाना इन बुद्धिजीवियों के लिए कोई नई बात नहीं है। यह वही लोग हैं, जो रेलवे स्टेशन पर नमाज़ पढ़े जाने का समर्थन करते हैं, और दुर्गा पूजा के विसर्जन के दौरान होने वाली पत्थरबाजी पर मौन साध लेते हैं।
https://www.youtube.com/watch?v=57JzaMWk84c
यह वही लोग हैं, जिनके लिए पश्चिमी सभ्यता का अंधानुकरण उचित है, परंतु भारतीय संस्कृति के किसी भी पहलू का सम्मान इन्हें रास नहीं आता। राफेल विमान की शस्त्र पूजा पर अपनी अनुचित प्रतिक्रिया देकर लेफ्ट लिबरल गैंग ने भारत की परंपरा और संस्कृति को अपमानित करने का प्रयास नहीं किया, अपितु निम्न स्तर की मानसिकता को उजागर कर अपनी ही भद्द पिटवाई है।