बंगाल में TMC की जीत के बाद से ही राज्य में राजनीतिक हिंसा का दौर शुरू हो गया है। BJP कार्यकर्ताओं को निशाने पर लिया जा रहा है। नतीजे वाले दिन ही कोलकाता में BJP के दफ्तर में आग लगा दी गई थी। सोमवार को भी पार्टी के दो कार्यकर्ताओं की पीट-पीटकर हत्या की खबर है। BJP के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने दावा किया कि चुनाव के बाद शुरू हुई हिंसा में 24 घंटे में 9 लोगों की मौत हुई है। स्पष्ट होता है कि ममता के गुंडों ने अब BJP से बदला लेने के लिए BJP के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। हालांकि, हर बार की तरह TMC प्रेमी लिबरल पत्रकार TMC की इस गुंडागर्दी पर चुप्पी साधे हैं।
हरा गुलाल लगा ये गुण्डे किस प्रकार भाजपा के समर्थकों पर हमला कर रहें है !! pic.twitter.com/04EodB2opH
— Sambit Patra (Modi Ka Parivar) (@sambitswaraj) May 3, 2021
सोचिए अगर राज्य के चुनावों में BJP की जीत हुई होती और बाद में TMC के कार्यकर्ताओं को इस कदर निशाने पर लिया जा रहा होता तो अब तक ये लिबरल पत्रकार आसमान को सर पर उठा लेते। हालांकि, अब कुछ लिबरल पत्रकार जहां TMC की हिंसा को नज़रअंदाज़ करने का प्रयास कर रहे हैं तो वहीं कुछ लिबरल तो इस हिंसा को जायज़ ठहराने की कोशिश भी कर रहे हैं।
उदाहरण के लिए NDTV से जुड़े हुए पत्रकार सोमित मोहन ने एक ट्वीट कर कहा कि बंगाल में BJP के साथ जो कुछ भी हो रहा है वह उसी के कर्मों का फल है। उन्होंने ट्वीट किया “जैसी करनी वैसी भरनी।”
इसी प्रकार India Today के जाने-माने पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने भी बेहद सामान्य से ट्वीट में, बिना किसी की ज़िम्मेदारी तय किए एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने बंगाल में जारी राजनीतिक हिंसा को रोकने की अपील की। राजदीप ने लिखा “दो दिन पहले ममता ने कहा था कि कोविड़ से लड़ना उनकी प्राथमिकता है। लेकिन उसके लिए शांति चाहिए। विरोधियों के खिलाफ हिंसा रुकनी चाहिए। उन्हें सभी का नेतृत्व करने के लिए सत्ता मिली है, सिर्फ अपने कार्यकर्ताओं का नेतृत्व करने के लिए नहीं।”
2 days ago, @MamataOfficial told me her first task was to tackle COVID. But tackling COVID needs peace. Violence on political rivals must stop. Her spectacular win is a mandate to lead ALL of Bengal not only her supporters. Her message of restraint must now be observed by all!🙏
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) May 4, 2021
इसी प्रकार लिबरल पत्रकार सबा नक़वी ने एक भी ट्वीट कर TMC द्वारा की जा रही हिंसा को सही ठहराने की कोशिश की। सबा नक़वी ने ट्वीट किया “8 फरवरी को दिल्ली में चुनाव हारने के बाद BJP नेताओं ने तब तक हिंसा को भड़काने के प्रयास जारी रखे जब तक दिल्ली में दंगे नहीं भड़क गए। कपिल मिश्रा, जिसने वो दंगे भड़काये थे, वो आज भी खुला घूम रहा है। बस ऐसे ही कह रही हूँ।”
After losing Delhi elections on February 8 last year, when BJP leaders made incendiary threats, they eventually kept complaining and threatening till there were riots in Delhi in late February. And Kapil Mishra who threatened violence still walks free.
Just saying.— Saba Naqvi (@_sabanaqvi) May 4, 2021
The Wire के पत्रकार हिमादरी ने भी एक ट्वीट कर हिंसा का दोष BJP के सर मढ़ने का प्रयास किया। उन्होंने ट्वीट किया “बंगाल में हिंसा भड़काने के लिए BJP ने बड़े स्तर पर झूठ फैलाने का काम शुरू कर दिया है।”
BJP has unleashed a massive disinformation campaign in Bengal to create a communal unrest.#WestBengalElections2021
— Himadri (@onlineGhosh) May 3, 2021
लिबरल मीडिया TMC की गुंडागर्दी पर एकदम चुप है। इसके पीछे की सच्चाई किसी से छुपी नहीं है। हाल ही में बंगाल में सरकार ने पत्रकारों को Covid Warriors घोषित किया है, और लगता है कि अब इसका कर्ज़ चुकाने के लिए पत्रकार भी TMC की हिंसा पर आँख मूंदकर बैठ गए हैं।