कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण पूरे देश में त्राहिमाम की स्थिति है। देश में केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकार भी लगी हुई हैं। ऐसे में एक मंत्री ऐसे हैं जो बिना किसी प्रचार प्रसार के अपने संसदीय क्षेत्र में लोगों की मदद करने में जुटे हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी, देश के सबसे विचारशील नेताओं में से एक हैं। उन्होंने कई मौकों पर अपनी दक्षता और प्रबंधकीय कौशल को साबित किया है। हालांकि, अब ऐसा लगता है कि कोरोना की बिगड़ते हालत को देखते हुए सरकार को उन्हें स्वास्थ्य मंत्री के पद पर नियुक्त करना चाहिए।
मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, दिल्ली के नेता हैं जिन्हें सप्लाई चेन की जटिलताओं के बारे में कुछ भी पता नहीं है और प्रबंधकीय कौशल का अभाव है। इस समय कोरोना वायरस की स्थिति का प्रबंधन, चिकित्सा समस्या के बजाय एक प्रबंधकीय कार्य अधिक दिखाई दे रहा है। जब भी संसाधनों का प्रबंधन करने की बात आती है तब ऐसे समय में हर्षवर्धन की एमबीबीएस और एमडी डिग्री का कोई फायदा नजर नहीं आता है। यह इतिहास में भी देखा जा सकता है।
दूसरी ओर, गडकरी के पास महाराष्ट्र के पूर्व परिवहन मंत्री के साथ-साथ देश के परिवहन मंत्री होने के नाते सप्लाई चेन की जटिलता के बारे में वर्षों का अनुभव है। देश में पिछले दो दशकों में बहुआयामी समस्याओं के बावजूद सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण का प्रबंधन करने में वह बेहद कुशल प्रबंधक साबित हुए हैं। अब स्वास्थ्य मंत्रालय उनके जिम्मे करने से वह आसानी से वैक्सीन वितरण, ऑक्सीजन वितरण और चिकित्सा आपूर्ति के मुद्दों को हल कर सकते हैं।
पर्याप्त मात्रा में चिकित्सा आपूर्ति उपलब्ध होने के बावजूद, आपूर्ति श्रृंखला के मुद्दों और कालाबाजारी के कारण मरीजों को ये चीजें जरूरत पड़ने पर नहीं मिल पा रही हैं और स्वास्थ्य मंत्री के रूप में गडकरी की नियुक्ति से देश में हो रही इस समस्या को दूर करने में मदद मिल सकती है।
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महामारी के दौरान स्वास्थ्य मंत्री के रूप में हर्षवर्धन अक्षम साबित हुए हैं। पिछले संसद सत्र के दौरान, एनसीपी की नेता सुप्रिया सुले के एक सवाल के जवाब उन्होंने कहा कि, “सभी को एक टीके की आवश्यकता नहीं है।” उनकी शालीनता ने देश को बहुत प्रभावित किया और उन्हें पद से हटाने की आवश्यकता है और गडकरी को स्वास्थ्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया जाना चाहिए।
हाल ही में फायरब्रांड भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी कहा कि गडकरी को स्वास्थ्य मंत्री के रूप में नियुक्त करने की आवश्यकता है। जब किसी ने पूछा कि गडकरी को क्यों?
इस पर स्वामी ने जवाब आया कि, “क्योंकि COVID 19 से निपटने के लिए एक बुनियादी ढाँचे की जरूरत है, जिसमें गडकरी ने अपनी क्षमता साबित की है।”
हाल ही में गडकरी ने उन भाजपा नेताओं को भी चेतावनी दी थी जो लोगों की मदद करते हुए Photo-ops कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि इससे न तो पार्टी को फायदा होगा और न ही उन्हें। उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों के साथ वर्चुअल बातचीत में कहा कि “राजनीति न करें। होर्डिंग्स या झंडे न लगाएं या अपने काम को प्रचारित न करें। यदि लोगों को समझ आ गया कि राजनीतिक नौटंकी हो रही हैं, तो वे कभी भी दिल से समर्थन नहीं करेंगे। अगर आप काम करेंगे तो आपके साथ पार्टी को भी श्रेय स्वतः मिल जाएगा। मीडिया की वजह से यह सभी तक पहुंचता है। चार पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ एक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की आपूर्ति को सार्वजनिक करने का प्रयास न करें। यह आपके बारे में एक बुरा नैरेटिव पैदा करेगा।”
पिछले कुछ हफ्तों में, भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं जैसे अनुराग सिंह ठाकुर और तेजस्वी सूर्या ने जब लोगों की मदद की तब Photo-ops किए। यह गडकरी का ऐसे नेताओं को चेतावनी थी।
देखा जाए तो नितिन गडकरी इस महामारी से बाहर निकलने के लिए स्वास्थ्य मंत्री के लिए आदर्श उम्मीदवार होंगे और प्रधानमंत्री मोदी को उन्हें जल्द से जल्द इस पद पर नियुक्त करना चाहिए।