उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) द्वारा धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़ करने के बाद, केरला के मलप्पुरम के एक CPM नेता पीसी गिल्बर्ट ने आरोप लगाया है कि उनकी 40 वर्षीय पत्नी और 13 वर्षीय बेटे को जबरन इस्लाम में परिवर्तित किया गया था। इसके बाद CPM नेता ने पार्टी से इस्लामवादी धर्मांतरण माफिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, परन्तु CPM के आलाकमान ने उन्हें ही पार्टी से निष्कासित कर दिया।
रिपोर्ट के अनुसार अपनी पत्नी और बेटे के जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ शिकायत करने वाले पीसी गिल्बर्ट को CPM ने निष्कासित कर दिया है, जो केरल के मलप्पुरम से CPM कार्यकर्ता हैं।
पीसी गिल्बर्ट ने आरोप लगाया कि उनके कुछ पड़ोसियों ने उनकी पत्नी को इस्लाम में धर्म परिवर्तन के लिए 25 लाख रुपये, एक घर और जमीन की पेशकश की। उनके अनुसार पंचायत सदस्य नज़ीरा और उसके पति यूनुस जो कि कालीकट विश्वविद्यालय के एक कर्मचारी हैं, उनकी पत्नी और बेटे के जबरन धर्म परिवर्तन के पीछे मास्टरमाइंड थे।
पीसी गिल्बर्ट ने टाइम्स नाउ से बात की और कहा कि यहां SDPI जैसे संगठन हैं जो इस तरह के धर्मांतरण रैकेट में शामिल हैं और लोगों को इस तरह के खतरनाक समस्याओं से अवगत होना चाहिए और इस तरह के खतरे से लड़ना चाहिए।
रिपोर्टों के अनुसार, पीसी गिल्बर्ट ने कथित जबरन धर्मांतरण के खिलाफ मदद के लिए अपने पार्टी नेतृत्व से संपर्क किया। हालांकि, शीघ्र ही जिला समिति ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि उन्हें CPM से निष्कासित कर दिया गया था और पार्टी की उनकी प्राथमिक सदस्यता ‘पार्टी विरोधी’ गतिविधियों के लिए रद्द कर दी गई थी।
जन्मभूमि की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पीसी गिल्बर्ट CPM Nirolpal Branch Committee के सदस्य हैं।
पीसी गिल्बर्ट ने बताया कि धर्मांतरण कराने वाले समूह में कोट्टियादीन इस्माइल भी शामिल है, जो पास में एक बेकरी की दुकान चलाता है। इसके साथ ही लतीफ उर्फ कुंजन, शाहुल हमीद, बुशरा और कुलसू नामक उसके पड़ोसी भी शामिल हैं।
CPM कार्यकर्ता का कहना है कि उसकी पत्नी ने उससे कई बार कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवादी संगठन ISIS के बारे में सवाल किया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, गिल्बर्ट को उसकी पत्नी और उसका पुत्र कोझिकोड के एक रिलीजियस सेंटर ‘तरबियात’ में मिले थे।
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उनका कहना है कि ‘तरबियात’ को देखने से वह केरल का हिस्सा नहीं लगता। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, वहाँ पर खतना भी किया जाता है। यहां तक कि पीसी गिल्बर्ट को उसकी पत्नी और बेटे तक से नहीं मिलने दिया गया था। गिल्बर्ट ने बताया कि उन्होंने अपनी पार्टी से अपनी पत्नी और बेटे को जबरन मुस्लिम बनाने से बचाने के लिए मदद माँगी थी।
पार्टी को यह विरोध नागवार गुजरा और इसके तुरंत बाद, मलप्पुरम जिला समिति ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी कि उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। साथ ही पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए उनकी प्राथमिक सदस्यता रद्द कर दी गई है।