TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    भारत ने चुपचाप बनाई नई भू-रणनीतिक धुरी, पीओके से लेकर बलूचिस्तान तक पाकिस्तान की दरकने लगी ‘पूर्वी दीवार’, जानें क्या है तालिबान-दिल्ली डील का असली मतलब?

    भारत ने चुपचाप बनाई नई भू-रणनीतिक धुरी, पीओके से लेकर बलूचिस्तान तक पाकिस्तान की दरकने लगी ‘पूर्वी दीवार’, जानें क्या है तालिबान-दिल्ली डील का असली मतलब?

    कट्टरपंथियों के दबाव में झुकी बांग्लादेश की यूनुस सरकार: प्राइमरी स्कूलों में म्यूजिक और पीटी टीचर भर्ती रद्द, शिक्षा प्रणाली और लोकतंत्र पर खतरा

    कट्टरपंथियों के दबाव में झुकी बांग्लादेश की यूनुस सरकार: प्राइमरी स्कूलों में म्यूजिक और पीटी टीचर भर्ती रद्द, शिक्षा प्रणाली और लोकतंत्र पर खतरा

    सागरिका घोष और कांग्रेस का फर्जी मोदी-विरोधी नैरेटिव: अमेरिका में बांग्लादेशी महिला को गुजरात बता कर भारत की छवि को किया शर्मसार

    सागरिका घोष और कांग्रेस का फर्जी मोदी-विरोधी नैरेटिव: अमेरिका में बांग्लादेशी महिला को गुजरात बता कर भारत की छवि को किया शर्मसार

    वंशवाद पर थरूर का वार, कांग्रेस बैकफुट पर, क्या राहुल-प्रियंका अब भी ‘राष्ट्रीय विकल्प’ कहे जा सकते हैं?

    वंशवाद पर थरूर का वार, कांग्रेस बैकफुट पर, क्या राहुल-प्रियंका अब भी ‘राष्ट्रीय विकल्प’ कहे जा सकते हैं?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत ने चुपचाप बनाई नई भू-रणनीतिक धुरी, पीओके से लेकर बलूचिस्तान तक पाकिस्तान की दरकने लगी ‘पूर्वी दीवार’, जानें क्या है तालिबान-दिल्ली डील का असली मतलब?

    भारत ने चुपचाप बनाई नई भू-रणनीतिक धुरी, पीओके से लेकर बलूचिस्तान तक पाकिस्तान की दरकने लगी ‘पूर्वी दीवार’, जानें क्या है तालिबान-दिल्ली डील का असली मतलब?

    मुनीर की ताजपोशी और अमेरिका-चीन की शह: पाकिस्तान में शुरू हुआ सत्ता-सेना गठबंधन का नया संस्करण, भारत को सीधे चुनौती

    मुनीर की ताजपोशी और अमेरिका-चीन की शह: पाकिस्तान में शुरू हुआ सत्ता-सेना गठबंधन का नया संस्करण, भारत को सीधे चुनौती

    भारत से नक्सलवाद का अंत: पीएम मोदी के विज़न और अमित शाह के संकल्प की ऐतहासिक जीत

    भारत से नक्सलवाद का अंत: पीएम मोदी के विज़न और अमित शाह के संकल्प की ऐतिहासिक जीत

    हवा, पानी और जमीन तीनों सेनाएं एक साथ: मेचुका में ‘पूर्वी प्रचंड प्रहार’ से चीन के इरादों को कड़ा जवाब

    हवा, पानी और जमीन तीनों सेनाएं एक साथ: मेचुका में ‘पूर्वी प्रचंड प्रहार’ से चीन के इरादों को कड़ा जवाब

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत ने चुपचाप बनाई नई भू-रणनीतिक धुरी, पीओके से लेकर बलूचिस्तान तक पाकिस्तान की दरकने लगी ‘पूर्वी दीवार’, जानें क्या है तालिबान-दिल्ली डील का असली मतलब?

    भारत ने चुपचाप बनाई नई भू-रणनीतिक धुरी, पीओके से लेकर बलूचिस्तान तक पाकिस्तान की दरकने लगी ‘पूर्वी दीवार’, जानें क्या है तालिबान-दिल्ली डील का असली मतलब?

    कट्टरपंथियों के दबाव में झुकी बांग्लादेश की यूनुस सरकार: प्राइमरी स्कूलों में म्यूजिक और पीटी टीचर भर्ती रद्द, शिक्षा प्रणाली और लोकतंत्र पर खतरा

    कट्टरपंथियों के दबाव में झुकी बांग्लादेश की यूनुस सरकार: प्राइमरी स्कूलों में म्यूजिक और पीटी टीचर भर्ती रद्द, शिक्षा प्रणाली और लोकतंत्र पर खतरा

    मुनीर की ताजपोशी और अमेरिका-चीन की शह: पाकिस्तान में शुरू हुआ सत्ता-सेना गठबंधन का नया संस्करण, भारत को सीधे चुनौती

    मुनीर की ताजपोशी और अमेरिका-चीन की शह: पाकिस्तान में शुरू हुआ सत्ता-सेना गठबंधन का नया संस्करण, भारत को सीधे चुनौती

    भारत का अंतरिक्ष धमाका 2026: ISRO के गगनयान मिशन से टूटेगा अमेरिका का घमंड, पाकिस्तान और चीन रहेंगे स्तब्ध

    भारत का अंतरिक्ष धमाका 2026: ISRO के गगनयान मिशन से टूटेगा अमेरिका का घमंड, पाकिस्तान और चीन रहेंगे स्तब्ध

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    कार्तिक पूर्णिमा 2025: शिव-त्रिपुरारी से भगवान विष्णु मत्स्य अवतार तक, पौराणिक कथाओं का अद्भुत संगम

    कार्तिक पूर्णिमा 2025: शिव-त्रिपुरारी से भगवान विष्णु मत्स्य अवतार तक, पौराणिक कथाओं का अद्भुत संगम

    नगीना मस्जिद हमला

    जब सरदार पटेल पर मुस्लिम भीड़ ने किया था जानलेवा हमला:  घटना तो दूर 86 वर्षों तक हमलावरों के नाम भी सामने क्यों नहीं आने दिए गए ?

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    क्या नेताजी सचमुच 1945 में मारे गए थे? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    क्या नेताजी का निधन सचमुच 1945 विमान हादसे में हुआ था? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    भारत ने चुपचाप बनाई नई भू-रणनीतिक धुरी, पीओके से लेकर बलूचिस्तान तक पाकिस्तान की दरकने लगी ‘पूर्वी दीवार’, जानें क्या है तालिबान-दिल्ली डील का असली मतलब?

    भारत ने चुपचाप बनाई नई भू-रणनीतिक धुरी, पीओके से लेकर बलूचिस्तान तक पाकिस्तान की दरकने लगी ‘पूर्वी दीवार’, जानें क्या है तालिबान-दिल्ली डील का असली मतलब?

    कट्टरपंथियों के दबाव में झुकी बांग्लादेश की यूनुस सरकार: प्राइमरी स्कूलों में म्यूजिक और पीटी टीचर भर्ती रद्द, शिक्षा प्रणाली और लोकतंत्र पर खतरा

    कट्टरपंथियों के दबाव में झुकी बांग्लादेश की यूनुस सरकार: प्राइमरी स्कूलों में म्यूजिक और पीटी टीचर भर्ती रद्द, शिक्षा प्रणाली और लोकतंत्र पर खतरा

    सागरिका घोष और कांग्रेस का फर्जी मोदी-विरोधी नैरेटिव: अमेरिका में बांग्लादेशी महिला को गुजरात बता कर भारत की छवि को किया शर्मसार

    सागरिका घोष और कांग्रेस का फर्जी मोदी-विरोधी नैरेटिव: अमेरिका में बांग्लादेशी महिला को गुजरात बता कर भारत की छवि को किया शर्मसार

    वंशवाद पर थरूर का वार, कांग्रेस बैकफुट पर, क्या राहुल-प्रियंका अब भी ‘राष्ट्रीय विकल्प’ कहे जा सकते हैं?

    वंशवाद पर थरूर का वार, कांग्रेस बैकफुट पर, क्या राहुल-प्रियंका अब भी ‘राष्ट्रीय विकल्प’ कहे जा सकते हैं?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत ने चुपचाप बनाई नई भू-रणनीतिक धुरी, पीओके से लेकर बलूचिस्तान तक पाकिस्तान की दरकने लगी ‘पूर्वी दीवार’, जानें क्या है तालिबान-दिल्ली डील का असली मतलब?

    भारत ने चुपचाप बनाई नई भू-रणनीतिक धुरी, पीओके से लेकर बलूचिस्तान तक पाकिस्तान की दरकने लगी ‘पूर्वी दीवार’, जानें क्या है तालिबान-दिल्ली डील का असली मतलब?

    मुनीर की ताजपोशी और अमेरिका-चीन की शह: पाकिस्तान में शुरू हुआ सत्ता-सेना गठबंधन का नया संस्करण, भारत को सीधे चुनौती

    मुनीर की ताजपोशी और अमेरिका-चीन की शह: पाकिस्तान में शुरू हुआ सत्ता-सेना गठबंधन का नया संस्करण, भारत को सीधे चुनौती

    भारत से नक्सलवाद का अंत: पीएम मोदी के विज़न और अमित शाह के संकल्प की ऐतहासिक जीत

    भारत से नक्सलवाद का अंत: पीएम मोदी के विज़न और अमित शाह के संकल्प की ऐतिहासिक जीत

    हवा, पानी और जमीन तीनों सेनाएं एक साथ: मेचुका में ‘पूर्वी प्रचंड प्रहार’ से चीन के इरादों को कड़ा जवाब

    हवा, पानी और जमीन तीनों सेनाएं एक साथ: मेचुका में ‘पूर्वी प्रचंड प्रहार’ से चीन के इरादों को कड़ा जवाब

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत ने चुपचाप बनाई नई भू-रणनीतिक धुरी, पीओके से लेकर बलूचिस्तान तक पाकिस्तान की दरकने लगी ‘पूर्वी दीवार’, जानें क्या है तालिबान-दिल्ली डील का असली मतलब?

    भारत ने चुपचाप बनाई नई भू-रणनीतिक धुरी, पीओके से लेकर बलूचिस्तान तक पाकिस्तान की दरकने लगी ‘पूर्वी दीवार’, जानें क्या है तालिबान-दिल्ली डील का असली मतलब?

    कट्टरपंथियों के दबाव में झुकी बांग्लादेश की यूनुस सरकार: प्राइमरी स्कूलों में म्यूजिक और पीटी टीचर भर्ती रद्द, शिक्षा प्रणाली और लोकतंत्र पर खतरा

    कट्टरपंथियों के दबाव में झुकी बांग्लादेश की यूनुस सरकार: प्राइमरी स्कूलों में म्यूजिक और पीटी टीचर भर्ती रद्द, शिक्षा प्रणाली और लोकतंत्र पर खतरा

    मुनीर की ताजपोशी और अमेरिका-चीन की शह: पाकिस्तान में शुरू हुआ सत्ता-सेना गठबंधन का नया संस्करण, भारत को सीधे चुनौती

    मुनीर की ताजपोशी और अमेरिका-चीन की शह: पाकिस्तान में शुरू हुआ सत्ता-सेना गठबंधन का नया संस्करण, भारत को सीधे चुनौती

    भारत का अंतरिक्ष धमाका 2026: ISRO के गगनयान मिशन से टूटेगा अमेरिका का घमंड, पाकिस्तान और चीन रहेंगे स्तब्ध

    भारत का अंतरिक्ष धमाका 2026: ISRO के गगनयान मिशन से टूटेगा अमेरिका का घमंड, पाकिस्तान और चीन रहेंगे स्तब्ध

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    कार्तिक पूर्णिमा 2025: शिव-त्रिपुरारी से भगवान विष्णु मत्स्य अवतार तक, पौराणिक कथाओं का अद्भुत संगम

    कार्तिक पूर्णिमा 2025: शिव-त्रिपुरारी से भगवान विष्णु मत्स्य अवतार तक, पौराणिक कथाओं का अद्भुत संगम

    नगीना मस्जिद हमला

    जब सरदार पटेल पर मुस्लिम भीड़ ने किया था जानलेवा हमला:  घटना तो दूर 86 वर्षों तक हमलावरों के नाम भी सामने क्यों नहीं आने दिए गए ?

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    क्या नेताजी सचमुच 1945 में मारे गए थे? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    क्या नेताजी का निधन सचमुच 1945 विमान हादसे में हुआ था? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

अजमेर का ‘अढ़ाई दिन का झोंपड़ा’ कहने को मस्जिद है परंतु वास्तविकता तो सनातन संस्कृति की ओर संकेत देती है

इस्लामिक साम्राज्यवाद का जीता जागता प्रतीक है 'अढ़ाई दिन का झोंपड़ा'

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
22 November 2021
in इतिहास
अढ़ाई दिन का झोंपड़ा

Source- Google

Share on FacebookShare on X

शाही ईदगाह मस्जिद, जामी मस्जिद, ज्ञानवापी मस्जिद, कमल मौला मस्जिद, इन सब में समान बात क्या है? शायद आप एक बार को भ्रमित हो जायें, परन्तु बाबरी मस्जिद का नाम जुड़ते ही आपके समस्त भ्रम दूर हो जाएंगे और ऐसी ही एक इमारत है अजमेर में स्थित अढ़ाई दिन का झोंपड़ा, जिस पर दावा किया जाता है कि यह केवल अढ़ाई दिन में बनकर तैयार हुआ. पर क्या वास्तव में ऐसा अद्भुत चमत्कार हुआ या फिर वामपंथी इतिहासकारों द्वारा हमारे वास्तविक संस्कृति से हमें अनभिज्ञ रखने का ये एक घृणित और विकृत प्रयास है?

आखिर ये अढ़ाई दिन का झोंपड़ा है किस चिड़िया का नाम? क्या यह वास्तव में कोई झोंपड़ा है? कदापि नहीं, ये असल में एक मस्जिद है, जिस पर दावा किया जाता रहा है कि यह अल्लाह की रहमत से ‘अढ़ाई दिन में तैयार हो गया था’! अरे रुकिए, रुकिए, मोहल्ले की आंटियों की भांति जज मत कीजिये. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, अढ़ाई दिन का झोंपड़ा की रुपरेखा हेरात के निवासी अबू बकर ने तैयार की थी और तत्कालीन सुल्तान कुतुबुद्दीन ऐबक ने इसे निर्मित कराया. मुहम्मद गोरी ने तराइन के द्वितीय युद्ध में सम्राट पृथ्वीराज चौहान को परास्त कर, उन्हें अपना बंदी बनाया, जिसके बाद उसने अजमेर यात्रा की और वहां के मंदिरों को ध्वस्त करने का आदेश दिया. यहीं से ‘अढ़ाई दिन का झोंपड़ा’ की नींव पड़ी, जो भारत के सबसे प्राचीन मस्जिदों में से एक मानी जाती है.

संबंधितपोस्ट

जजों पर टिप्पणी के मामले में कोर्ट ने विकास दिव्यकीर्ति को भेजा समन, जानें क्या बोले थे शिक्षक?

शादी का झांसा देकर 4 साल तक लड़की के साथ दुष्कर्म करने वाले दरिंदे ‘आरिफ अब्बासी’ को अजमेर पुलिस ने दबोचा

बलात्कारी मौलाना, लेकिन मीडिया बता रहा ‘तांत्रिक’… महिला और उसकी नाबालिग बेटी से रेप, 65 साल का फिजू गिरफ्तार

और लोड करें

और पढ़ें : प्रतापगढ़ का युद्ध– जिसने भारतवर्ष का इतिहास बदल दिया

क्या सनातनी भवन है अढ़ाई दिन का झोंपड़ा?

परंतु, इसका ‘अढ़ाई दिन का झोंपड़ा’ के नाम से क्या वास्ता? जनश्रुतियों के अनुसार, इस नाम के पीछे दो कारण है – एक तो वहां पर अढ़ाई दिन का मेला लगता था और दूसरा यह कि सुलतान कुतुबुद्दीन ऐबक ने इस भवन को मात्र अढ़ाई दिन में निर्मित कराया. अब आप चाहे अत्याधुनिक तकनीक को टेलिपोर्ट ही क्यों न कीजिए, पर अढ़ाई दिन में तो इमारत की नींव भी ढंग से मजबूत नहीं हो पाती, निर्माण की बात तो छोड़ ही दीजिए.

Dhai Din ka Jhopda
Source- Google

तो क्या अजमेर के अढ़ाई दिन का झोंपड़ा वास्तव में एक सनातनी भवन है? निस्संदेह यहीं सत्य है, क्योंकि जो साक्ष्य हैं और जो अवशेष हैं, वो इसी ओर संकेत देते हैं. यदि आपको विश्वास नहीं, तो इन चित्रों को ध्यान से देखिये, ये अढ़ाई दिन का झोंपड़ा के ही हैं –

ढाई दिन का झोंपड़ा
Source- Google

Also Read: भूतकाल और वर्तमान के 7 अजूबों के नाम और सक्षिप्त इतिहास

इन चित्रों का यदि आप ध्यान से विश्लेषण करें, तो आप भी सोचने को विवश होंगे – ये वास्तव में मस्जिद के ही चित्र हैं? जी हाँ, ये वास्तव में अढ़ाई दिन का झोंपड़ा के चित्र हैं, परन्तु अगर इस्लामिक शास्त्रों का अध्ययन सतही स्तर पर भी किया हो, तो आप भी जानेंगे कि यह स्थान ‘कुफ्र’ है, क्योंकि जहाँ पर पद्म शैली में निर्माण हो, स्वस्तिक निर्मित हो, सनातन संस्कृति का गौरव विद्यमान हो, वहां पर आप अपने इस्लामिक रीतियों का अनुसरण कैसे कर सकते हैं? इसके बाद भी यहाँ पर अनेक लोग आते हैं, नमाज़ पढ़ते हैं और अपने इस्लामिक रीतियों का अनुसरण भी करते हैं.

ढाई दिन को झोंपड़ा
Source- Google

इस्लामिक साम्राज्यवाद का प्रतीक है अढ़ाई दिन का झोंपड़ा

इतिहासकार हरविलास शारदा की मानें, तो यह भवन वास्तव में एक संस्कृत महाविद्यालय था, जिसकी नींव चाहमणा वंश के सम्राट विग्रहराज चतुर्थ ने रखी थी, तब अजमेर का वास्तविक नाम अजयमेरु था. सम्राट विग्रहराज चतुर्थ उन्हीं सम्राट पृथ्वीराज चौहान के पूर्वज थे, जिन्होंने मुहम्मद घोरी को तराइन के प्रथम युद्ध में परास्त किया था, परन्तु अपने ही आदर्शवाद की भेंट चढ़ गए थे.

लेकिन जिस प्रकार से इस भवन की नींव पड़ी और जिस प्रकार से इसकी कलात्मक शैली मां सरस्वती का गुणगान करते हुए दिखाई पड़ती है, उससे स्पष्ट होता है कि अढ़ाई दिन का झोंपड़ा कुछ है ही नहीं। कहा जाता है कि अजयमेरु यानी अजमेर की स्थापना सरस्वती नदी के तट पर हुई थी, और ऐसा तो हो ही नहीं सकता कि सरस्वती-सिन्धु सभ्यता के अवशेष का कोई भी अंश न बचा हो. क्या अजमेर में स्थित अढ़ाई दिन का झोंपड़ा की जडें वास्तव में इस पवित्र और प्राचीन सभ्यता से जुड़े हैं?

सच कहें तो अढ़ाई दिन का झोंपड़ा, बाबरी मस्जिद और ज्ञानवापी मस्जिद की भांति, वास्तव में हमारी संस्कृति पर ज़बरदस्ती थोपा हुआ इस्लामिक साम्राज्यवाद का जीता जागता हुआ प्रतीक है, जिसके नीचे हमारी संस्कृति के वो रहस्य छुपे हैं, जिन्हें जनता के समक्ष लाना हमारा कर्तव्य भी है और हमारा धर्म भी!

Tags: अजमेरअढ़ाई दिन का झोंपड़ाविग्रहराज चतुर्थ
शेयर4077ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी हैं मुलायम सिंह यादव, अवसरवाद में नीतीश के बाद आता है उनका ही स्थान

अगली पोस्ट

हिमंता ने नजरूल इस्लाम को पकड़ कर असम में भू-माफियाओं को बड़ा झटका दिया

संबंधित पोस्ट

कार्तिक पूर्णिमा 2025: शिव-त्रिपुरारी से भगवान विष्णु मत्स्य अवतार तक, पौराणिक कथाओं का अद्भुत संगम
इतिहास

कार्तिक पूर्णिमा 2025: शिव-त्रिपुरारी से भगवान विष्णु मत्स्य अवतार तक, पौराणिक कथाओं का अद्भुत संगम

5 November 2025

आज कार्तिक पूर्णिमा है। कार्तिक पूर्णिमा सनातन परंपराओं में अत्यंत पवित्र दिन माना जाता है। यह केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि आध्यात्मिक...

नगीना मस्जिद हमला
इतिहास

जब सरदार पटेल पर मुस्लिम भीड़ ने किया था जानलेवा हमला:  घटना तो दूर 86 वर्षों तक हमलावरों के नाम भी सामने क्यों नहीं आने दिए गए ?

31 October 2025

बात वर्ष 1939 की है।अंग्रेजी शासन के ख़िलाफ़ पूरे देशभर में भावनाएं उफान पर थीं जनता न सिर्फ अपने लिए ज्यादा से ज्यादा अधिकारों की...

सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया
इतिहास

सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

31 October 2025

31 अक्टूबर 2025 को पूरा भारत सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती मना रहा है। लौहपुरुष के रूप में विख्यात सरदार पटेल केवल स्वतंत्र भारत...

और लोड करें

टिप्पणियाँ 1

  1. Mahendra Kumar says:
    4 years पहले

    Bilkul satya bat h apki Animesh ji
    Parantu sanatani to sanatani ka hi sath nahi de rha h.free ka khane free ka pane ki adat padti ja rhi h jo ki apne dharm ki mahanta bhula rhi h.

    Reply

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

How Astra Mk-I Based VL-SRSAM will Power India’s Naval Air Defense Network?

How Astra Mk-I Based VL-SRSAM will Power India’s Naval Air Defense Network?

00:05:52

What Is The Reason Behind India’s Withdrawal from Tajikistan’s Ayni Air Base?

00:06:48

How Pakistan’s Navy Is Linked to the Global Meth Smuggling Network?

00:04:44

How Marya Shakil Whitewashed RJD’s Genocidal ‘Bhura Baal Saaf Karo’ Slogan?

00:07:12

Will India Finally Know The Truth About Netaji’s Death?

00:08:41
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited