TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    ऑपरेशन पोलो के बाद सरदार पटेल का झुक कर अभिवादन करते हैदराबाद के निजाम

    हैदराबाद का भारत में पूर्ण विलय: जब पटेल ने कहा- नेहरू अपने आप को समझते क्या हैं? आज़ादी की लड़ाई दूसरे लोगों ने भी लड़ी है

    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    ऑपरेशन पोलो के बाद सरदार पटेल का झुक कर अभिवादन करते हैदराबाद के निजाम

    हैदराबाद का भारत में पूर्ण विलय: जब पटेल ने कहा- नेहरू अपने आप को समझते क्या हैं? आज़ादी की लड़ाई दूसरे लोगों ने भी लड़ी है

    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

आतंकियों के मसीहा, पथराव करने वालों के रक्षक- ये हैं प्रख्यात अधिवक्ता कपिल सिब्बल

बिगड़ैल लिबरल, सेक्युलर और जिहादियों को कौन बचा रहा है?

Utkarsh Upadhyay द्वारा Utkarsh Upadhyay
21 April 2022
in क्राइम, चर्चित
kapil sibal

source google

Share on FacebookShare on X

कई बार स्वतंत्रता ऐसी बाधक बन जाती है कि न ही वो थूकते बनती है और न निगलते। कुछ ऐसा ही हाल न्याय व्यवस्था के कुछ बिंदुओं का है जिनका दुरुपयोग डंके की चोट पर होता है और न्यायपालिका तमाशबीन बनी देखती रहती है। इसमें कोई दोहराय नहीं है कि हर चीज़ के दो पहलु होते हैं, उसी का फायदा उठा कुछ तत्व अपने एजेंडे की पूर्ति करते हैं। जहांगीरपुरी दंगे के बाद उसपर कार्रवाई की बात आते ही सभी बागड़बिल्ले अर्थात लिबरल, सेक्युलर और जिहादी बिलबिलाने लगे। इसी क्रम में जब बाबा के बुलडोज़र की तर्ज पर बुधवार को जहांगीरपुरी में जब एमसीडी का बुलडोज़र पहुंचा तो यही नेता और जिहादी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए कि ऐसा नहीं होना चाहिए। उसी में से एक हैं लतियाए गए कांग्रेसी और वकील कपिल सिब्बल। जी हां, आतंकियों के मसीहा, पथराव करने वालों के रक्षक कपिल सिब्बल ने एक बार फिर जिहादी तत्वों के प्रति अपनी हमदर्दी का बखान करते हुए सुप्रीम कोर्ट के आगे विधवा विलाप किया ताकि बुलडोज़र की तुड़ाई से जिहादियों की अवैध इमारतें बच जाएं।

कार्रवाई पर रोक लगाने का CJI का आदेश

दरअसल, कपिल सिब्बल और दुष्यंत दवे जैसे वकीलों की टोली द्वारा दायर एक तत्काल याचिका पर सुनवाई करते हुए भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम (NDMC) को अपनी कार्रवाई पर रोक लगाने का आदेश दिया।

संबंधितपोस्ट

अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला: आधार बनेगा वोटर लिस्ट का 12वां दस्तावेज़, NDA के ‘सशक्त लोकतंत्र’ विज़न को मिली मजबूती

उमर खालिद-शरजील केस से फिर बेनकाब हुआ ‘रेड-लिबरल इकोसिस्टम’

और लोड करें

दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हाल ही में हुए दंगों के बाद गिरफ्तार किए गए कई आरोपी सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने से जुड़े थे। इस तरह के अतिक्रमण को हटाने के लिए, उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने 19 अप्रैल को दिल्ली पुलिस को महिला पुलिस सहित कम से कम 400 पुलिस कर्मियों को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कहा था।

और पढ़ें- कपिल सिब्बल के “मन की बात” पर भड़के कांग्रेसी, कार्यकर्ताओं ने घर का घेराव कर मचाई तोड़फोड़

उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा कार्रवाई शुरू करने से पहले दुष्यंत दवे, शमशाद, कपिल सिब्बल, कपिल दीक्षित, संजय आर. हेगड़े, पी.वी. सुरेंद्र नाथ, सुभाष चंद्रन के.आर. जमीयत उलमा-ए-हिंद का प्रतिनिधित्व करते हुए निगम के खिलाफ कार्यकारी कार्रवाई को रोकने के लिए अपील दायर की। याचिका पर तत्काल सुनवाई करते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने रजिस्ट्री के मामले को 21 अप्रैल के लिए सूचीबद्ध करने का आदेश दिया और एनडीएमसी को अगले आदेश तक “यथास्थिति बनाए रखने” का आदेश दिया।

निश्चित रूप से जनता भौचक्की है कि कैसे एक नगर निगम के एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट बाहें खोल कर याचिकाकर्ताओं का स्वागत करता है और अचम्भे की बात यह है कि इसपर सुनवाई भी फास्ट्रैक मोड़ अर्थात मिनटों में होती है। न जाने कैसे हालातों में आजतक लगभग 70000 मामले ही लंबित हैं और अदालतों के पदानुक्रम को पार करते हुए ये मामले रजिस्ट्री तक पहुंचते हैं और यहां आते आते अपील के खिलाफ आदेश भी जारी किए जाते हैं। यह तो हालात हैं, ऐसे में क्या ही कहा जा सकता है।

यह सर्वविदित सत्य है कि, प्रख्यात वकीलों और न्यायाधीशों के कुछ परिवारों द्वारा न्यायपालिका पर हमेशा एकाधिकार रहा है। व्यवस्था में सब कुछ समाज के एक विशेष वर्ग के उद्देश्य को समय पर पूरा करने के लिए रखा गया है। न्यायपालिका की हमेशा अपने अभिजात्य व्यवहार के लिए आलोचना की गई है। जहां आम लोग निचली अदालत के आदेश के खिलाफ अपील दायर करने के लिए संघर्ष करते हैं, यहां हर दया का मामला सीधे सीजेआई तक पहुंचता है।

और पढ़ें- क्या कपिल सिब्बल पैसे देकर कांग्रेस अध्यक्ष बनेंगे? पार्टी में सबसे ज्यादा चंदा देकर उन्होंने संकेत तो दे दिया है!

मामलों की एक लंबी सूची है जो विवादास्पद रहे हैं

जिन आतंकियों के मसीहा, पथराव करने वालों के रक्षक कपिल सिब्बल की यहां बात हो रही है उनके द्वारा बचाव किए गए मामलों की एक लंबी सूची है जो विवादास्पद रहे हैं। जैसे वह ट्रिपल तलाक मामले में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) का बचाव कर रहे थे। इसके अलावा उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को चुनौती देते हुए इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) को सुप्रीम कोर्ट में भी पेश किया था। उसकी जेब इन्हीं मामलों की सूची से चलती रहती है।

https://twitter.com/iumlofficial/status/1204426663439872000

जमीयत उलेमा-ए-हिंद का प्रतिनिधित्व करने वाले इन प्रख्यात वकीलों की औसत फीस लगभग 20 लाख प्रति सुनवाई है। ये अधिवक्ता भारत के कुछ उच्च वेतन पाने वाले वकील हैं। चूंकि सर्वोच्च न्यायालय प्रणाली में उनकी पहुंच असाधारण है, कई इस्लामी समूह अपने मामलों को तत्काल सूचीबद्ध करने के लिए इन वकीलों को नियुक्त करना पसंद करते हैं।

सवाल उठता है कि उन्हें भुगतान कैसे किया जाता है? वैसे, भारत में बहुत सारे विदेशी एनजीओ काम कर रहे हैं। सऊदी अरब, कतर और तुर्की जैसे कई खाड़ी देश इन संगठनों के शीर्ष दानदाता हैं। वे दुनिया में इस्लामी एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए ऐसे बहुत से संगठनों को फंड करते हैं। हाल ही में, ईडी ने जाकिर नाइक की संपत्ति को कुर्क किया था और इस मामले में यह भी दावा किया था कि खाड़ी देश इन चरमपंथी समूहों के लिए मुख्य फंड प्रदाता हैं।

इस इस्लामी संगठन की स्थापना द्वितीय विश्व युद्ध में वापस आ गई थी। जब युद्ध के बाद तुर्की को अपमानित किया गया, तो दुनिया के मुसलमानों ने अपने खलीफा को बचाने के लिए खिलाफत आंदोलन शुरू किया। जमीयत उलमा-ए-हिंद तब से भारत में इस्लामी एजेंडे को बढ़ावा देने में शामिल है। उनके पास अदालतों में आतंकवादियों के लिए अग्रिम पंक्ति की रक्षा प्रणाली है। इसका एक समर्पित कानूनी प्रकोष्ठ संस्थान है, जिसने भारत में आतंकवादी हमलों के आरोपी इस्लामवादियों की रक्षा के लिए विशेषज्ञता हासिल की है। उन्होंने अदालतों में इस्लामी आतंकवादियों को हर कानूनी सहायता प्रदान की और वित्तीय लागत वहन की।

और पढ़ें-TMC के गुंडे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भी हत्या कर रहे हैं, कपिल सिब्बल ममता की तारीफ़ों के पुल बांधने में व्यस्त हैं

जिन प्रमुख मामलों में वे इस्लामी आरोपियों को बचाने के लिए शामिल हैं, वे हैं 7/11 मुंबई ट्रेन विस्फोट, 2006 मालेगांव विस्फोट, 2008 मुंबई हमला, गेटवे ऑफ इंडिया विस्फोट मामला, 13/7 मुंबई ट्रिपल विस्फोट आदि।

दुष्यंत दवे और कपिल सिब्बल जैसे प्रख्यात वकीलों की मदद से उन्होंने प्रशासन में एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र बनाया है। न केवल सर्वोच्च न्यायालय या उच्च न्यायालयों में, उनकी पहुंच में विभिन्न सरकारी विभागों से संवेदनशील जानकारी एकत्र करना शामिल है। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के मजबूत फंड समर्थन और भारत में प्रदान किए गए लॉबिंग समर्थन के साथ, इस्लामवादियों के पास समर्थन करने के लिए बहुत सारे हाथ हैं। इन आतंकवादियों और दंगाइयों को समय-समय पर पारिस्थितिकी तंत्र द्वारा सहायता प्रदान की जाती है।

Tags: कपिल सिब्बलज़ाकिर नाइकदिल्ली दंगासुप्रीम कोर्ट
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

दिल्ली के CM को अपने विरोधियों को पकड़ने के लिए आखिरकार पुलिस मिल ही गई

अगली पोस्ट

आधिकारिक तौर पर वेंटिलेटर सपोर्ट पर है क्रिप्टो करेंसी

संबंधित पोस्ट

लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत
क्राइम

लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

17 September 2025

बिहार के औरंगाबाद ज़िले की सोनई नदी के किनारे बसा एक छोटा सा गांव—लक्ष्मणपुर बाथे। आज यह नाम भारतीय राजनीति और न्याय व्यवस्था की उस...

कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर मासूमियत पर बरसा लाल आतंक
क्राइम

कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर

16 September 2025

केरल में जन्माष्टमी कोई साधारण पर्व नहीं है। बालगोपाल और बालगोपालिनी के वेश में हजारों बच्चे हर साल शोभा यात्राओं में भाग लेते हैं। 14...

लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत
इतिहास

जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

16 September 2025

बिहार, जिसे भारतीय इतिहास और संस्कृति का धनी राज्य कहा जाता है, जहां चाणक्य की राजनीति जन्मी, जहां बुद्ध ने ज्ञान का प्रकाश फैलाया और...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Inside the Waqf Case: What SC’s Interim Order Really Means?

Inside the Waqf Case: What SC’s Interim Order Really Means?

00:19:34

Where Is Kerala Heading? | The Shocking Truth of CPM’s Hate Towards Hindus

00:05:16

How China’s Military Reach Rises on the Backs of Its Silenced Citizens?

00:08:27

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

00:06:37

Epic Battle of Saragarhi : A Tale of Unmatched Bravery That Every Indian Should Know

00:07:14
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited