TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    'साबित करो कि वे रोहिंग्या हैं': बीजेपी शासित राज्यों में 'बंगाली' मजदूरों को हिरासत में लेने पर भड़कीं ममता बनर्जी

    ममता बनर्जी ने फिर अवैध रोहिंग्याओं का बचाव किया, घुसपैठियों पर भाजपा की कार्रवाई पर सवाल उठाए

    मध्य प्रदेश के खरगोन में एआईएमआईएम की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी

    आखिर ऐसा क्या हुआ कि मध्य प्रदेश में AIMIM की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी?

    पंजाब में आप का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ हथियार

    पंजाब में AAP का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ बन सकता है हथियार

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान

    पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान

    अमेरिका को पीछे छोड़ेगा ये बॉम्बर, 12000 किलोमीटर की रेंज के साथ भारत बनाएगा स्टील्थ जेट

    अमेरिका को पीछे छोड़ेगा ये बॉम्बर, 12000 किलोमीटर की रेंज के साथ भारत बनाएगा स्टील्थ जेट

    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल (Photo: U.S. Marine Corps)

    अमेरिकी एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल को भारत में बनाने की तैयारी, दुश्मन देश के टैंकों के लिए है काल

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    बांग्लादेश में शेख हसीना का गढ़ बना युद्ध का मैदान, चार की मौत, हिन्दू युवक की छाती में मारी गोली

    बांग्लादेश में शेख हसीना का गढ़ बना युद्ध का मैदान; चार की मौत, हिंदू युवक की छाती में मारी गोली

    बलूचिस्तान में बम विस्फोट में 29 पाक सैनिकों की मौत; BLA ने ली जिम्मेदारी, कहा- आज़ादी तक जंग जारी रहेगी

    बलूचिस्तान में बम विस्फोट में 29 पाक सैनिकों की मौत; BLA ने ली जिम्मेदारी, कहा- आज़ादी तक जंग जारी रहेगी

    कैलिफोर्निया की असेंबली मेंबर हैं जस्मीत बैंस (FILE PHOTO)

    खालिस्तान का समर्थन और भारत विरोधी सोच: कौन हैं अमेरिका में सांसद का चुनाव लड़ रहीं जस्मीत बैंस?

    भिखारियों पर टिप्पणी के बाद इस देश की मंत्री को देना पड़ा इस्तीफा, जानें पूरा मामला

    भिखारियों पर टिप्पणी के बाद इस देश की मंत्री को देना पड़ा इस्तीफा, जानें पूरा मामला

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    'साबित करो कि वे रोहिंग्या हैं': बीजेपी शासित राज्यों में 'बंगाली' मजदूरों को हिरासत में लेने पर भड़कीं ममता बनर्जी

    ममता बनर्जी ने फिर अवैध रोहिंग्याओं का बचाव किया, घुसपैठियों पर भाजपा की कार्रवाई पर सवाल उठाए

    मध्य प्रदेश के खरगोन में एआईएमआईएम की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी

    आखिर ऐसा क्या हुआ कि मध्य प्रदेश में AIMIM की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी?

    पंजाब में आप का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ हथियार

    पंजाब में AAP का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ बन सकता है हथियार

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान

    पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान

    अमेरिका को पीछे छोड़ेगा ये बॉम्बर, 12000 किलोमीटर की रेंज के साथ भारत बनाएगा स्टील्थ जेट

    अमेरिका को पीछे छोड़ेगा ये बॉम्बर, 12000 किलोमीटर की रेंज के साथ भारत बनाएगा स्टील्थ जेट

    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल (Photo: U.S. Marine Corps)

    अमेरिकी एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल को भारत में बनाने की तैयारी, दुश्मन देश के टैंकों के लिए है काल

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    बांग्लादेश में शेख हसीना का गढ़ बना युद्ध का मैदान, चार की मौत, हिन्दू युवक की छाती में मारी गोली

    बांग्लादेश में शेख हसीना का गढ़ बना युद्ध का मैदान; चार की मौत, हिंदू युवक की छाती में मारी गोली

    बलूचिस्तान में बम विस्फोट में 29 पाक सैनिकों की मौत; BLA ने ली जिम्मेदारी, कहा- आज़ादी तक जंग जारी रहेगी

    बलूचिस्तान में बम विस्फोट में 29 पाक सैनिकों की मौत; BLA ने ली जिम्मेदारी, कहा- आज़ादी तक जंग जारी रहेगी

    कैलिफोर्निया की असेंबली मेंबर हैं जस्मीत बैंस (FILE PHOTO)

    खालिस्तान का समर्थन और भारत विरोधी सोच: कौन हैं अमेरिका में सांसद का चुनाव लड़ रहीं जस्मीत बैंस?

    भिखारियों पर टिप्पणी के बाद इस देश की मंत्री को देना पड़ा इस्तीफा, जानें पूरा मामला

    भिखारियों पर टिप्पणी के बाद इस देश की मंत्री को देना पड़ा इस्तीफा, जानें पूरा मामला

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

देश में पहली बार 1st क्लास से होगी मिलिट्री ट्रेनिंग, क्या हैं मायने?

महाराष्ट्र में बच्चों पर सैन्य प्रशिक्षण देने का फैसला लिया गया है। ऐसा देश में पहली बार होगा जब बच्चों को 1st क्लास से मिलिट्री ट्रेनिंग मिलेगी। आइये जानें इसके मायने

Shyamdatt Chaturvedi द्वारा Shyamdatt Chaturvedi
4 June 2025
in भारत
Military Training To First Class Student In Maharashtra

AI द्वारा बनाई गई फोटो

Share on FacebookShare on X

इन दिनों जब हर तरफ सेना, सरकार और रक्षा नीति की बात हो रही है। इस बीच महाराष्ट्र सरकार प्रारंभिक स्कूली शिक्षा के साथ बच्चों को मिलिट्री ट्रेनिंग देने का फैसला लिया है। स्कूल शिक्षा मंत्री दादा भुसे ने कहा कि छात्रों को बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग देने का फैसला किया गया है। इससे उनके मन में प्रेम की भावना पैदा होगी। इसके साथ ही वो फिटनेस पर ध्यान देंगे। अब सवाल ये उठता है कि ये किस हद तक प्रैक्टिकल है और क्या भारत या दुनिया में इस तरह के प्रशिक्षण होते हैं?

अभी भी देश में बच्चों को स्कूलों में मिलिट्री ट्रेनिंग दी जाती है। हालांकि, पहली क्लास से प्रशिक्षण का कोई प्रावधान नहीं है। अगर महाराष्ट्र सरकार को प्रोजेक्ट काम करता है तो देश में पहली बार होगा जब कक्षा एक से बच्चों को सेना के लिए तैयार किया जाएगा। आइये जानें क्या है पूरी प्लान और दुनिया के किन-किन देशों में बच्चों को मिलिट्री ट्रेनिंग के प्रावधान हैं?

संबंधितपोस्ट

महाराष्ट्र में शहरी नक्सलियों का सफाया करेगा विशेष जन सुरक्षा अधिनियम, जानें इसमें क्या है खास

UNESCO की विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किए गए मराठा सैन्य किलों को कितना जानते हैं आप?

महाराष्ट्र सरकार ने ‘गणेशोत्सव’ को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार

और लोड करें

ये भी पढ़ें: ग्रीन होता रेड कॉरिडोर! समावेशी विकास से कैसे लगी नक्सलवाद पर लगाम?

क्या है प्लान?

महाराष्ट्र के स्कूल शिक्षा मंत्री ने प्रस्ताव के बारे में बताया कि इसे लागू करने के लिए प्राइमरी स्कूलों में खेल शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। इस प्रोजेक्ट के लिए NCC, स्काउट-गाइड्स के साथ 2.5 लाख रिटायर्ड सैनिकों की मदद लेंगे। प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी अपना समर्थन दिया है।

स्कूल शिक्षा मंत्री दादा भुसे ने कहा कि बच्चों को प्रारंभिक स्तर से ही बुनियादी स्तर की सैन्य ट्रेनिंग देने का फैसला हुआ है। इससे देश के प्रति प्रेम तो जागेगा साथ ही शारीरिक व्यायाम, अनुशासन को भी बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। ये छात्रों का संपूर्ण विकास करेगा।

मिलिट्री ट्रेनिंग से बनेगे जिम्मेदार नागरिक

मंत्री के प्रस्ताव पर सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सरकार इसे भविष्य के निवेश के रूप में देखती है। ये योजना छात्र जीवन को मूल्यों से भरेगा। आधारभूत प्रशिक्षण से उनकी नींव मजबूत होने के साथ समग्र विकास को बल मिलेगा। ये प्रशिक्षण बच्चों को शैक्षणिक सफलता के साथ जिम्मेदार नागरिक बनने में सहयोग करेगा।

क्या है मकसद?

प्रारंभिक अवस्था में बच्चों को मिलिट्री ट्रेनिंग देने के कई लाभ हो सकते हैं। इससे युवा मन में राष्ट्र प्रेम की अलख जगेगी। वहीं छात्रों को व्यक्तिगत विकास और भविष्य की सफलता के लिए अनुशासन का पाठ मिल पाएगा। शारीरिक व्यायाम और स्वस्थ जीवन शैली अपनाने से स्वास्थ्य में भी सुधार होगा। देश के प्रति उत्तरदायित्व की भावना के कारण उन्हें आगे इन सेवाओं में जाना और आसान होगा।

  • देशभक्ति को प्रोत्साहित करना
  • अनुशासन को बढ़ावा देना
  • शारीरिक फिटनेस बनाने की ट्रेनिंग
  • उत्तरदायित्व का विकास करना

स्कूल में होती है मिलिट्री ट्रेनिंग

ऐसा कोई पहली बार नहीं है कि देश में बच्चों को मिलिट्री ट्रेनिंग देने की चर्चा चल रही है। हालांकि, प्रारंभिक स्कूली शिक्षा में इसे शामिल करने की चर्चा कुछ नई है। इससे पहले ही भारत में 30 से ज्यादा सैनिक स्कूलों का संचालन हो रहा है। यहां 10 साल के बच्चों को कक्षा 6 और 13 साल के बच्चों को कक्षा 9 में बच्चों को प्रवेश दिया जाता है। इसके लिए एक तय प्रक्रिया होती है। यहां बच्चों को प्रारंभ से ही राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, भारतीय नौसेना अकादमी में प्रवेश के लिए तैयार किया जाता है। इसके अलावा देश में 5 मिलिट्री स्कूल भी संचालित होते हैं।

  • कक्षा 6: 10 से 12 वर्ष के बीच का छात्र
  • कक्षा 9: 13 से 15 वर्ष के बीच का छात्र
  • प्रवेश परीक्षा: एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा देनी होती है.

भारत में पहली बार मिलिट्री स्कूल का विचार साल 1920 में आया था। साल 1922 में पहला मिलिट्री स्कूल देहरादून में ब्रिटिश सरकार स्थापित किया था। इसके बाद 1930 में अजमेर, 1945 में बेलगाम, 1946 में बैंगलोर में इसकी मिलिट्री स्कूलों की स्थापना की गई। आजादी के बाद 1961 से भारत सरकार ने सैनिक स्कूलों को प्रचलन शरू किया और 1962 में धौलपुर में सैनिक स्कूल की स्थापना की गई। इसका उद्देश्य बच्चों को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और अन्य मिलिट्री ट्रेनिंग संस्थानों के लिए तैयार करना था।

सैनिक स्कूलों के बाहर प्रशिक्षण

भारत में पहले से ही राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) कार्य कर रही है। इसमें हाई स्कूल के बाद और कॉलेज के छात्रों को सैन्य प्रशिक्षण दिया जाता है। हालांकि, यह किसी तरह से अनिवार्य न होकर छात्रों के लिए वैकल्पिक है। इसमें परेड, शारीरिक प्रशिक्षण, हथियारों की बुनियादी शिक्षा दी जाती है। इसके अलावा सेवा कार्य और नेतृत्व विकास पर काम किया जाता है। NCC सर्टिफाइड बच्चों को सैन्य सेवाओं में जानें पर बोनस अंक भी दिया जाता है। इसके अलावा स्काउट्स एवं गाइड्स जैसे संगठनों के जरिए भी बच्चों को ड्रेंड किया जाता है।

यहां है मिलिट्री ट्रेनिंग का प्रावधान

बच्चों को सैन्य प्रशिक्षण यानी मिलिट्री ट्रेनिंग देने की प्रथा भारत के अलावा भी कई देशों में प्रचलित है। हालांकि, आमतौर पर इसे वैकल्पिक बनाया जाता है। कम उम्र के बच्चों के लिए ये काफी सीमित होता है। वहीं कुछ जगहों पर इसे राष्ट्रीय नीति और सांस्कृतिक परंपरा, रक्षा रणनीति का हिस्सा माना जाता है।

इजराइल: 18 वर्ष की आयु से पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए सैन्य सेवा अनिवार्य है। हालांकि, स्कूलों में केवल सैन्य प्रशिक्षण से संबंधित कुछ प्रारंभिक शिक्षा दी जा सकती है। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा, आपातकालीन तैयारी के कोर्स पढ़ाए जाते हैं।

रूस: स्कूलों में कुछ स्तर पर सैन्य शिक्षा या प्रशिक्षण दिया जाता है। पैट्रियोटिक एजुकेशन के तहत बुनियादी सैन्य कौशल सिखाया जाता है। इसमें हथियारों से परिचय और शारीरिक प्रशिक्षण शामिल हो सकता है। कुछ इलाकों में कैडेट स्कूल हैं जहां सैन्य प्रशिक्षण दिया जाता है।

उत्तर कोरिया: यहां सैन्य प्रशिक्षण राष्ट्रीय संस्कृति का हिस्सा माना जाता है। स्कूलों में बच्चों को सैन्य परेड, बुनियादी हथियार प्रशिक्षण और अनुशासन संबंधित गतिविधियां सिखाई जाती है। इसे देश की विचारधारा और रक्षा नीति का हिस्सा बताया जाता है।

चीन: कुछ चुनिंदा स्कूलों और विश्वविद्यालयों में सैन्य प्रशिक्षण अनिवार्य कार्यक्रम है। हालांकि, ये प्रशिक्षण कुछ हफ्तों के ही होते हैं। इसमें मार्चिंग, शारीरिक फिटनेस और बुनियादी सैन्य कौशल सिखाया जाता है।

दक्षिण कोरिया: स्कूलों में बच्चों को सीधे सैन्य प्रशिक्षण नहीं दिया जाता। हालांकि, सैन्य सेवा 18-28 वर्ष के पुरुषों के लिए अनिवार्य है। कुछ स्कूलों में राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य इतिहास के पाठ्यक्रम पढ़ाए जाते हैं।

अमेरिका: यहां जूनियर रिजर्व ऑफिसर्स ट्रेनिंग कॉर्प्स (JROTC) जैसे कोर्स संचालित होते हैं। इनमें हाई स्कूल के छात्रों को गैर हथियार सैन्य प्रशिक्षण दिया जाता है। हालांकि, ये केवल वैकल्पिक होता है। इसमें नेतृत्व, शारीरिक फिटनेस, बुनियादी सैन्य कौशल के विषय शामिल होते हैं।

बच्चों को मिलिट्री ट्रेनिंग के लाभ और हानि

चीन, उत्तर कोरिया जैसे कुछ देशों में बच्चों के लिए सैन्य प्रशिक्षण अनिवार्य होता है। वहीं कुछ देशों जैसे भारत और अमेरिका में इसे स्वैच्छिक बनाया गया है। इसका मकसद मात्र युद्ध की तैयारी नहीं बल्कि अनुशासन, शारीरिक फिटनेस, नेतृत्व और देशभक्ति को बढ़ावा देना है। चीन, उत्तर कोरिया जैसे देशों के मामलों में मानवाधिकार संगठनों का मानना है कि बच्चों को सैन्य प्रशिक्षण देना उनकी स्वतंत्रता और विकास को प्रभावित करता है। खासतौर से तब जब ये कम उम्र के बच्चों के लिए अनिवार्य किया जाता है।

Tags: Indian ArmyMaharashtramilitary schoolMilitary Trainingsainik schoolमहाराष्ट्रमिलिट्री ट्रेनिंगमिलिट्री स्कूलसैनिक स्कूलसैन्य प्रशिक्षण
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

अगली पोस्ट

पाकिस्तान को ADB से $800 मिलियन की फंडिंग मिलने का भारत ने किया कड़ा विरोध

संबंधित पोस्ट

पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान
आयुध

पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान

17 July 2025

देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस), जनरल अनिल चौहान ने राष्ट्र और सशस्त्र बलों को ज़ोरदार और उत्साहजनक संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पुरानी...

कैसे बचेगी निमिषा प्रिया, क्या है अल्लाह का किसास कानून? यमन में जिसकी हो रही मांग, जानें पूरा मामला
भारत

कैसे बचेगी निमिषा प्रिया, क्या है अल्लाह का किसास कानून? यमन में जिसकी हो रही मांग, जानें पूरा मामला

16 July 2025

यमन की जेल में सजा काट रही केरल की नर्स निमिषा प्रिया की फांसी को लेकर भले ही थोड़ी राहत की खबर आई हो, लेकिन...

कनाडा-आईएसआई-चीन नार्को-आतंकवादी गठजोड़ का खुलासा, खुफिया सूत्रों ने वैश्विक खतरे की ओर इशारा किया
भारत

कनाडा-आईएसआई-चीन नार्को-आतंकवादी गठजोड़ का खुलासा, खुफिया सूत्रों का वैश्विक खतरे की ओर इशारा

16 July 2025

वैंकूवर (कनाडा) बंदरगाह पर अमेरिकी ड्रग प्रवर्तन प्रशासन (डीईए) ने स्टिंग ऑपरेशन के माध्यम से एक बड़े अंतरराष्ट्रीय नार्को-आतंकवादी नेटवर्क का खुलासा किया है। इसमें...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

The Butcher of Pahalgam: Sulaiman — Trained by ISI, Pakistan’s Commando-Turned-Terrorist

The Butcher of Pahalgam: Sulaiman — Trained by ISI, Pakistan’s Commando-Turned-Terrorist

00:04:13

Congress’s Rohith Vemula Bill: Caste Polarization Masquerading as Reform

00:07:33

Bhima Koregaon Won’t Be Repeated; Maharashtra’s Special Act to Wipe Out Urban Naxals.

00:06:06

Conqueror of the Seas: Rajendra Chola and the Rise of Naval Bharat

00:07:47

How UPI went global? Why Namibia Adopted It?

00:07:20
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited