सन 2017.
भारतीय चलचित्र के विशाल मन्च पर उदय हुआ एक नये सितारे का. इनका नाम प्रभास राजू था, लेकिन दुनिया उन्हें शक्तिशाली “बाहुबली” के नाम से जानती थी! जो यश और कीर्ति कभी रजनीकांत और कमल हासन ने प्राप्त की थी, एक ही फिल्म से प्रभास ने अर्जित कर ली. परन्तु उन्हें क्या पता था कि यही प्रसिद्धि उनके लिए वरदान कम, अभिशाप अधिक बनेगा!
इस लेख में जानिये प्रभास के गिरते करियर गिरते करियर ग्रा को ,और क्यों इन्हे इस अवनति से शायद अंतर् भी नहीं पड़ता.
न घर के न घाट के!
2017 से वह व्यावसायिक सफलता की तलाश में हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि बॉक्स ऑफिस पर भाग्य के देवताओं ने उनसे मुंह मोड़ लिया है। यह ऐसा है जैसे उनके करियर का ग्राफ अधर में लटका हुआ है, और हम सभी का विचार है, “हमारे बाहुबली का क्या हुआ?”
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हाल ही में, उनकी बहुप्रतीक्षित फिल्म “कल्कि – 2898 एडी” ने हमें प्रभास की भावी छवि प्रदान करने का प्रयास किया, परन्तु इ फ्यूचरिस्टिक कम, फोटोशॉप डिजास्टर अधिक लग रही थी. विश्वास नहीं होता तो यह देखिये :
डिजास्टर पे डिजास्टर!
पोस्ट कोविड एरा भी प्रभास के लिए अच्छा नहीं रहा है। जितनी तेज़ी से विराट कोहली की फॉर्म नहीं गिरा होगा, उससे अधिक तेज़ी से प्रभास का करियर ग्राफ गिर रहा है. दुर्भाग्य तो सबसे अधिक ये है प्रभास को इसकी कोई परवाह ही नहीं है! जब आपको इसकी आवश्यकता हो तो बाहुबली की उग्र भावना कहाँ है?
अब “साहो” अपने आप में एक आपदा नहीं थी, लेकिन बॉक्स ऑफिस कलेक्शन प्रभास जैसे अभिनेता के कद के अनुरूप नहीं था। हमें एक जोरदार दहाड़ की उम्मीद थी, लेकिन यह एक धीमी फुसफुसाहट की तरह महसूस हुई। कम से कम यह टाइटैनिक की तरह नहीं डूबा, लेकिन यह बिल्कुल बाज की तरह उड़ भी नहीं रहा था।
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आपकी फिल्म महीनों तक शहर में चर्चा का विषय रही है, लेकिन फिर आप उस फिल्म से आगे निकल जाते हैं जिसका बजट आपके बजट की तुलना में बहुत ही कम है। बेचारे “राधे श्याम” को “द कश्मीर फाइल्स” ने हर चीज में मात दे दी! इसमें कोई शक नहीं कि प्रभास के लिए ये झटका किसी सदमे से कम नहीं रहा होगा.
न फिकर, न शर्म, न लिहाज
अगर “राधे श्याम” से बेइज्जती का कोटा पूरा न हुआ था, तो प्रभास ने सोचा, लाओ ओम राउत की लंका लगाईं जाए. जब इन दोनों ने रामायण पर अपना आगामी प्रोजेक्ट की घोषणा की, तो अधिकतम देशवासी एक्साइटेड थे! परन्तु अनाउंसमेंट पोस्टर छोड़कर “आदिपुरुष” में कुछ भी अच्छा न निकला.
बड़े पैमाने पर ब्लॉकबस्टर देने के बाद सितारों के लिए उनकी सफलता दर में गिरावट का अनुभव करना असामान्य बात नहीं है। “बाहुबली” जैसी महान सफलता का अनुसरण करने का दबाव निस्संदेह बहुत अधिक है, और कभी-कभी, यहां तक कि सबसे प्रतिभाशाली अभिनेता भी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए संघर्ष करते हैं। परन्तु जो हाल प्रभास का हुआ हैं, वो शायद निरंतर डिजास्टर्स देने वाले “बॉलीवुड सुपरस्टार्स” का भी नहीं हुआ!
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ऐसे में आवश्यकता है पुनरावलोकन की, सिनेमा की दुनिया अप्रत्याशित है, और कोई भी पुनरुत्थान की संभावना को नकार नहीं सकता है। प्रभास ने अतीत में अपनी अभिनय क्षमता और स्टार पावर का प्रदर्शन किया है, और उनकी वापसी की क्षमता को नज़रअंदाज़ करना मूर्खतापूर्ण होगा। परन्तु अगर वे इसी राह पे चलते रहे, तो अगला “स्कैम संस्करण” इन्ही के नाम होगा!
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